Last Updated: Jan 10, 2023
तनाव से निपटने के 5 अचूक उपाय
Written and reviewed by
Dr. Sukanya Biswas
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Masters in Clinical Psychology & Certified Cognitive Behaviour Therapy Practioner, Certified Neuro linguistic programming Practioner, Masters in Clinical Psychology, Post Graduate Diploma in Child and ADolescent Counselling, PhD - Psychology
Psychologist, Pune
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13 years experience
आज की जीवनशैली के साथ, तनाव से बचना लगभग असंभव है. प्रत्येक व्यक्ति तनाव को अलग तरीके से अनुभव करता है और तनाव के विभिन्न स्तरों को सहन कर सकता है. कुछ लोगो के लिए अत्यधिक काम तनाव का स्रोत होता है, जबकि अन्य के लिए यह रिश्ते या वित्तीय परेशानी जैसी समस्या तनाव को प्रभावित कर सकता है. तनाव को अगर सही तरीके से निपटाया नहीं जाता है तो यह मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से व्यक्ति को नुकसान पहुंचा सकता है. तनाव व्यक्ति को जल्दी बुढ़ापे की तरफ अग्रसर करता है. इसलिए तनाव से निपटने के लिए इसके कारणों को जानना जरूरी हो जाता है.
- कैफीन, शराब और निकोटीन का सेवन ना करें: तनाव आपके दिल की धड़कन को तेज करता है, जो चिंता और अवसाद का कारण बनता है. निकोटीन, अल्कोहल या कैफीनयुक्त पेय का सेवन से आप अस्थायी रूप से बेहतर महसूस कर सकता है, लेकिन लंबे समय में यह आपके लिए नुकसानदायक होता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इन तीनो को उत्तेजक तत्व माना जाता है. इसके बजाय अपने शरीर को बहुत सारे पानी, ताजे फलों के रस और हर्बल चाय के साथ हाइड्रेट करें.
- व्यायाम: नियमित व्यायाम एक स्वस्थ दिमाग और शरीर के लिए फायदेमंद है. व्यायाम आपको अपने लिए कुछ समय देता है और आपके तनाव को बढ़ाने वाले कारणों से ब्रेक देता है. तनाव एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन की रिहाई का कारण बनता है. यह आपको परेशान और तनाव में ला सकता है. हालांकि, इन हार्मोन का एक्सरसाइज करके उपयोग किया जा सकता है और आपके शरीर को एक शांत स्थिति में वापस भेज सकता है.
- किसी से बात करें: तनाव चिंता और डिप्रेशन का कारण बन सकता है. यह आपको सामाजिक रूप से दूर ले जाएगा और इससे भी अधिक तनाव पैदा कर सकता है. इसलिए, किसी ऐसे व्यक्ति को ढूंढना जरूरी है जिसके साथ आप सहज महसूस करते हैं और अपने विचारों और अनुभव को साझा कर सकते हैं. यह आपको बेहतर निर्णय लेने में भी मदद करेगा क्योंकि तनाव आपके फैसले को प्रभावित कर सकता है.
- अच्छी नींद लें: तनाव आपके नींद चक्र को प्रभावित कर सकता है. तनाव की स्थिति में आप या तो कम सोते है या अत्यधिक सोने लगते है. दोनों मामलों में, आप थके हुए महसूस करते हैं और अगले दिन बिना किसी ऊर्जा के उठते हैं. अपने आप को तनाव के इन प्रभावों से लड़ने के लिए हर दिन सोने और जागने का दिनचर्या बनाएं और अपने दिमाग को ताज़ा और स्वस्थ रखने के लिए समय दें. यह सोने से एक घंटे पहले टेलीविजन देखने या लैपटॉप या मोबाइल पर काम करने से बचने में भी मदद करता है.
- प्राथमिकता: कभी खत्म ना होने काम तनाव का सबसे आम कारण है. ऐसी परिस्थितियों में, तनाव आपको अपने कार्यों को कुशलता से पूरा करने में असमर्थता पैदा करता है. इससे आप काम कोक अगले दिन के लिए छोड़ देते है. इसलिए, कार्यों को प्राथमिकता देना और उन्हें निर्धारित समय में करना महत्वपूर्ण हो जाता है. साथ ही, लोगों को नहीं कहना सीखें जब आप जानते हैं कि आपके पास अतिरिक्त कार्य करने का समय नहीं है. यदि आप किसी विशिष्ट समस्या के बारे में चर्चा करना चाहते हैं, तो आप एक मनोवैज्ञानिक से परामर्श ले सकते हैं.
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