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Last Updated: Feb 15, 2023
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किडनी समस्या के 4 संकेत

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Dr. N NagarajaiahUrologist • 36 Years Exp.MCh - Urology, MS - General Surgery , MBBS
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किडनी शरीर के छोटे अंग होते हैं, जो हर दिन 200 लीटर पानी फ़िल्टर करते हैं. इसके साथ ही यह हर दिन लगभग 2 लीटर विषाक्त पदार्थ मूत्र के माध्यम से निकालते है. शरीर में तरल स्तर को बनाए रखने के अलावा हार्मोन भी उत्पन्न करते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं. लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करते हैं और हड्डी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. अगर किडनी के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है, तो यह अनुचित कार्यप्रणाली का कारण बन सकती है, जिससे शरीर के बाकी अंगों पर हानिकारक परिणाम हो सकते हैं.

कैंसर,डायबिटीज,संक्रमण और हाइपरटेंशन जैसे अधिकांश बीमारियों से किडनी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. किडनी की बिमारी के कुछ सबसे आम लक्षणों को जानने के लिए पढ़ें और इससे बढ़ने को कैसें रोका जा सकता है.

  1. पेशाब में परिवर्तन: पेशाब की प्रक्रिया में कोई भी बदलाव खतरे का निशान है. यह बदलाव मूत्र के रंग या मूत्र की उपस्थिति, दर्दनाक पेशाब, पेशाब करने में जलन, पेशाब शुरू करने और रोकने में मुश्किल या लगातार पेशाब आना हो सकता है. ये आमतौर पर किडनी की बीमारी के पहले लक्षण होते हैं. यदि आपको हाइपरटेंशन या परिवार में किसी की किडनी समस्या है, तो किडनी फंक्शन की जांच करने के लिए साधारण मूत्र परीक्षण करना निश्चित रूप से अनिवार्य है. यह संक्रमण, मधुमेह, किडनी विफलता जैसी अन्य स्थितियों को इंगित करते हैं. इन सभी संकेत को परीक्षण के माध्यम से पहचाना जाता है और फिर तदानुसार इलाज किया जाता है. यदि रोग को बढ़ने से रोक दिया जाता है, जो जीवन की समग्र गुणवात्त में सुधार करने में मदद करता है.
  2. थकान, ऊर्जा की कमी: जैसा ऊपर बताया गया है, खराब किडनी की क्रिया शरीर में अन्य अंगों को प्रभावित करती है और विषाक्त पदार्थों का निर्माण करती है. रेड ब्लड सेल में कमी के कारण एनीमिया भी सेट होता है और इस कारण कुल ऊर्जा के स्तर, नींद में कमी और थकान हो जाती है.
  3. सूजन आंखों, पैरों और टखने: किडनी फंक्शन में कमी के कारण तरल पदार्थ संचय, सोडियम प्रतिधारण, प्रोटीन की हानि आंखों ,टखने और पैरों में सूजन के कारण बनता है. इसका पहचान करना आसान होता है और इसे शीघ्र ही जाँच करवाना चाहिए.
  4. मांसपेशी ऐंठन: अनुचित इलेक्ट्रोलाइट स्तर मांसपेशियों के कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे दर्दनाक ऐंठन होता है. पेशाब की प्रक्रिया में बदलाव के साथ, यह अंतर्निहित किडनी रोग का संकेत होना चाहिए.

उपरोक्त उल्लिखित समस्याओं का ट्रैक करे, क्योंकि यह न केवल किडनी बल्कि सभी महत्वपूर्ण अंगों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. यदि आप किसी विशिष्ट समस्या के बारे में चर्चा करना चाहते हैं, तो आप एक मूत्र विज्ञानी से परामर्श कर सकते हैं.