भारत में पाइल्स सर्जरी की लागत
भारत में पाइल्स सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
भारत में बवासीर (पाइल्स) सर्जरी की लागत कितनी है?
व्यापक या गंभीर आंतरिक या बाहरी बवासीर को सर्जिकल प्रक्रिया से हटाने को हेमरॉयडेक्टमी के रूप में जाना जाता है। इसे आम भाषा में बवासीर (पाइल्स) सर्जरी के रूप में जाना जाता है। बवासीर का सर्जिकल निष्कासन सबसे प्रभावी उपचार है, लेकिन इसमें बहुत जटिलताएं भी हो सकती हैं।
बवासीर प्रकृति में इंटरनल या एक्सटर्नल हो सकता है। आंतरिक बवासीर गुदा या मलाशय में बनता है जबकि बाहरी बवासीर गुदा के बाहर बनता है। इन विभिन्न प्रकार के बवासीर को हटाने के लिए विभिन्न प्रकार की सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। सर्जरी के प्रकार के हिसाब से भारत में इसकी लागत भी ₹45000 से लेकर ₹55,000 तक हो सकती है।
हमारे यहां इससे संबंधित हर प्रकार के ऑपरेशन के लिए ऐसे पैकेज प्रदान किए जाते हैं जिसमें ना सिर्फ रोगी का पूरा इलाज बल्कि फॉलोअप अपॉइंटमेंट और रिकवरी असिस्टेंस भी शामिल होता है।
भारत के प्रमुख शहरों में पाइल्स सर्जरी की लागत
ट्रीटमेंट की जगह | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
बैंगलोर | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
चेन्नई | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
कोयंबटूर | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
दिल्ली | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
हैदराबाद | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
कोच्चि | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
कोलकाता | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
लखनऊ | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
मुंबई | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
पुणे | ₹52,500 | ₹45,000 | ₹60,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत में बवासीर (पाइल्स) के ऑपरेशन से पहले होने वाली जांच की लागत कितनी है?
बवासीर (पाइल्स) के ऑपरेशन में मुख्य रूप से तीन परीक्षण करवाने की सलाह दी जाती है-
- डिजिटल रेक्टल एग्जामिनेशन: इस परीक्षण में डॉक्टर रोगी की गुदा में एक पतली ट्यूब यानी प्रॉक्टोस्कोप डालकर अंदर की स्थिति की जांच करते हैं। इसकी लागत करीब ₹1000 से लेकर ₹5500 तक हो सकती है। औसत लागत ₹10000 तक हो सकती है।
- टिश्यु बायोप्सी: इस टेस्ट में प्रभावित क्षेत्र से कुछ टिश्यू लेकर जांच के लिए भेजे जाते हैं। इस परीक्षण में ₹4000 से लेकर ₹10000 तक का खर्च आता है।
- कोलोनोस्कोपी: अगर बवासीर (पाइल्स) के साथ पाचन संबंधी समस्या भी है तो चिकित्सक कोलोनोस्कोपी की सलाह देते हैं। इसका खर्च लगभग ₹3500 तक आ सकता है।
मरीज के हिसाब से बवासीर (पाइल्स) सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
बवासीर (पाइल्स) एक ऐसी समस्या है जो हर रोगी में अलग स्तर की हो सकती है। किसी को रोग के हल्के लक्षण होते हैं। वहीं कुछ रोगी के लक्षण असहनीय हो जाते हैं। ऐसे में रोगी के लक्षण के अनुसार उनकी समस्या को चार ग्रेड्स में बांटा जाता है।
- ग्रेड 1 में बवासीर से खून आता है लेकिन बहुत अधिक गंभीर नहीं होता।
- ग्रेड 2 में बवासीर गुदा नलिका के बाहर फैल जाता है लेकिन अपने आप ठीक हो जाता है।
- ग्रेड 3 में बवासीर गुदा के बाहर फैल जाता है और आमतौर पर उन्हें मैन्युअली नियंत्रित किया जाता है।
- ग्रेड 4 में बवासीर उस स्थिति में पहुंच जाता है जिसे नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
ऐसी स्थिति में रोगी को किस ग्रेड का बवासीर (पाइल्स) है और इसका इलाज किस प्रक्रिया के माध्यम से हो इसका असर खर्च पर भी पड़ जाता है।
भारत में बवासीर (पाइल्स) सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
बवासीर (पाइल्स) की सर्जरी की लागत पर प्रभाव डालने वाले बहुत से कारक हो सकते हैं। जैसे कि -
- रोगी को किस ग्रेड का बवासीर है।
- उसके लक्षण कितने गंभीर हैं।
- रोगी किस चिकित्सक से इलाज या सर्जरी करवा रहा है।
- रोगी अपनी सर्जरी के लिए कौन से अस्पताल का चुनाव कर रहा है।
- रोगी की स्थिति के अनुसार उसे किस प्रकार की सर्जरी की आवश्यकता है।
भारत में बवासीर (पाइल्स) के ऑपरेशन के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
भारत में बवासीर (पाइल्स) सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत इस बात पर निर्भर करती है कि रोगी किस प्रक्रिया का विकल्प चुनता है।
भारत में बवासीर (पाइल्स) के इलाज के कई तरीके अपनाए जा सकते हैं;
- क्लोज़्ड हेमरॉयडेक्टमी: इसमें एक तेज उपकरण जैसे स्केलपेल, कैंची, इलेक्ट्रोक्यूटरी, या यहां तक कि एक लेजर के साथ बवासीर के बंडलों को निकालना शामिल है। इसकी लागत करीब ₹35,000 तक होती है।
- ओपेन हेमरायडेक्टॉमी: बवासीर के ऊतक को उसी तरह से हटा दिया जाता है जैसे एक क्लोज़्ड प्रक्रिया में, लेकिन चीरे को खुला छोड़ दिया जाता है क्योंकि घाव ऐसी जगह होता है जिसे बंद करना कठिन हो सकता है। इसकी लगात 40 हजार से 1 लाख होती है।
- रबर बैंड लिगेशन: इसमें मलाशय के अंदर बवासीर के आधार के चारों ओर एक रबर बैंड लपेटा जाता है। बैंड रक्त प्रवाह को रोकता है, और बवासीर कुछ दिनों के भीतर मर जाता है। इसकी लागत ₹25 हजार से ₹58 हजार तक हो सकती है।
- स्टेपल्ड हेमरॉयडेक्टमी: स्टेपलड हेमोराहाइडेक्टोमी आमतौर पर ग्रेड III और IV बवासीर के रोगियों पर किया जाता है, जिन पर पिछले न्यूनतम इनवेसिव उपचार काम नहीं करते हैं। इस प्रक्रिया दौरान एक सर्कुलर स्टेपलिंग डिवाइस का उपयोग किया जाता है ताकि बवासीर के अतिरिक्त ऊतक की परिधि वाली रिंग को बाहर निकाला जा सके, जिससे गुदा नहर के भीतर बवासीर को उनकी सामान्य स्थिति में वापस लाया जा सके। इसकी लागत ₹20 हजार से ₹50 हजार तक होती है।
- लेटरल इंटरनल स्फिंटेरेटॉमी: इसमें मांसपेशियों के सिरे पर कभी-कभी हाई रेस्टिंग स्फिंक्टर प्रेशर वाले रोगियों में किया जाता है। इसकी लागत ₹30 हजार से ₹80 हजार तक हो सकती है।
क्या भारत में बवासीर (पाइल्स) सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
जी हां , बवासीर (पाइल्स) सर्जरी के लिए कई कम्पनियां बीमा कवर और मेडिकवर देती हैं।
सारांश
बवासीर को सर्जिकल प्रक्रिया से हटाने को हेमरॉयडेक्टमी के रूप में जाना जाता है। इस प्रक्रिया की औसत लागत ₹50,000 तक हो सकती है। इस प्रक्रिया से पहले कई महत्वपूर्ण जांचें की जा सकती हैं। किस रोगी के इलाज में कितना खर्च आएगा ये उसके रोग के स्तर पर निर्भर करता है। साथ ही किस डॉक्टर और किस अस्पताल में इलाज करा रहे हैं, इसका भी खर्च पर असर पड़ सकता है। विभिन्न सर्जरी प्रक्रियाओं की लागत अलग होती हैं। कई बीमा कम्पनियां बवासीर के इलाज के लिए बीमा कवर देती हैं।