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Knee related problems can have many causes and the effects are no doubt very critical for one's health. You must consult a good doctor to take the right guidance and treatment.
घुटनों में दर्द एक सामान्य समस्या है जो ज्यादातर बुजुर्ग लोगों को परेशान करती है. यह कमजोर हड्डी और उम्र बढ़ने के कारण होती है. घुटनों में दर्द के सामान्य कारणों में फ्रैक्चर, मेनिसकस इंजरी, लिगमेंट इंजरी, गठिया, और अन्य बीमारी शामिल है. अगर यह दर्द गंभीर हो जाती है तो आपको रोजमर्रा के काम में भी मुश्किल आती है. हालांकि, अगर सही समय पर इसका इलाज किया जाता है तो दर्द से राहत मिलेगा. घुटनों में दर्द से राहत पाने के लिए कई उपाय निम्नलिखित हैं.
1.नीम्बू - नीम्बू में सिट्रिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड क्रिस्टल के लिए एक साल्वेंट की तरह कार्य करता है. इसके उपयोग करने के लिए नींबू को स्लाइस में काट लें और सूती के कपड़ो में बाँध कर तिल के तेल में डूबा लें और इसे प्रभावित हिस्से पर 10 मिनट तक लगा कर रखें.
2. आइस पैक- आइस पैक आपको सूजन से राहत दिला सकती है, और दर्द को कम करता है. इससे ब्लड वेसल्स संकुचन हो जाता है और ब्लड का प्रवाह भी कम हो जाता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है. अपने फ्रीज में जमे हुए आइस को किसी तौलियां या कपडे में लपेट कर रख दें. इसको 10 से 20 मिनट तक प्रभावित क्षेत्र पर रखें.
3. सरसों का तेल- सरसो का तेल एक पेनकिलर के रूप में कार्य करता है. यह जोड़ो के दर्द में मसाज के लिए उपयोग की जाती है. इसके अलावा सरसो तेल के सेवन शरीर के अंदरूनी दर्द से राहत प्रदान होता है. सरसो के चमच गर्म तेल में लहसुन के टुकड़े डालें और ब्राउन होने तक भुने. इस तेल को ठंडा करें और फिर अपने घुटनों पर मसाज करें.
4. नीलगिरि का तेल- नीलगिरि तेल को यूकेलिप्टस आयल भी कहा जाता है. इसमें दर्द निवारण गुण होते है जो घुटनों के दर्द से राहत प्रदान करता है. नीलगिरि तेल के साथ पुदीने के तेल की कुछ बुँदे मिलाकर दो चमच जैतून का तेल मिलाये. इस मिश्रण को रौशनी से दूर रखें और अँधेरे वाली जगह पर ढक कर रख दे.
5. सेब का सिरका- यह हड्डियों के जोड़ो में चिकनाई पहुंचाता है जो दर्द को कमकरता है और गतिशीलता को बढ़ावा देता है. आप दो चमच सेब के सिरके में दो कप पानी में मिलाएं और अच्छे से मिश्रण करने के बाद पी लें. इसे दर्द के कम होने तक रोजाना सेवन करते रहें.
6. हल्दी- हल्दी एक महान आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है. इसमें करक्यूमिन पाया जाता है जिसमे सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है. हल्दी गठिया को कम करता है जो घुटने के दर्द का प्रमुख कारण है. हल्दी का इस्तेमाल करने के लिए एक कप पानी में एक या आधा चम्मच अदरक और हल्दी को मिलाकर इसे दस मिनट के लिए इसे ही उबालें. अब इस मिश्रण को छानकर इसमें हल्दी को मिलाकर इसे पूरे दिन में दो बार ज़रूर पियें. एक ग्लास दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं. अब इसे शहद के साथ मिक्स करें और पूरे दिन में एक बार ज़रूर पियें.
7. मेथी का बीज- मेथी के बीज में विभिन्न तरह एक एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है और इसके साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते है, जो दर्द और सूजन को कम करने के लिए एक कारगर और प्राकृतक उपाय है. मेथी के बीज को रात भर पानी में भिगोने के रख दें और फिर सुबह दाने को चबाएं. इस प्रक्रिया को कुछ हफ्तों तक दोहराये.
8. लाल मिर्च के फायदे - लाल मिर्च भी एक पेनकिलर के रूप में कार्य करता है. लाल मिर्च में मौजूद विटामिन सी, पोटेशियम, और मैगनीज लाभदायक होते है. यह आपके मांशपेशियों में सूजन, कमर दर्द या पीठ दर्द से राहत प्रदान करता है. इसके अलावा त्वचा पर कट, घाव या ब्लीडिंग के दौरान भी उपयोग की जाती है. लाल मिर्च को जैतून के तेल के साथ मिलकर रोजाना दो हफ्ते ताल प्रभावित हिस्सों पर लगाएं. इसके अलावा आप इसे सेब सिरका के साथ मिलाकर भी प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से फायदा हो सकता है.