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डिप्रेशन और डायबिटीज के बिच संबंध

Written and reviewed by
Dr. Hanish Gupta 90% (2011 ratings)
MBBS, DNB (General Medicine)
General Physician, Delhi  •  22 years experience
डिप्रेशन और डायबिटीज  के बिच संबंध

डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है, जहां खराब मेटाबोलिक स्थिति के कारण शरीर में ऊर्जा की कमी होता है. इसे कई मरीजों में डिप्रेशन के रूप में माना जाता है क्योंकि वे पहले से ही सुस्त और कमजोर होते हैं. डायबिटीज की स्थिति में शरीर की थकावट को व्यायाम द्वारा कम किया जाता है, जो एंडोर्फिन को बढ़ाता है. एंडोर्फिन शरीर में विशेष रूप से व्यायाम द्वारा रिलीज़ होता हैं. यह शरीर में ऊर्जा बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है.

डायबिटीज का प्रबंधन करने से व्यक्ति अकेला महसूस कर सकता है, क्योंकि उनके द्वारा अनुसरण किए जाने वाले आहार प्रतिबंधों की संख्या के कारण अपने मित्रों और परिवार से अलग होना पङता है. इसके अतिरिक्त, अगर व्यक्ति को ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में परेशानी होती है, तो इससे व्यक्ति निराश हो सकता है. समय के साथ यह नकारात्मक भावनाएं डिप्रेशन में बदल सकती हैं.

डिप्रेशन के कारण व्यक्ति अपने उद्देश्य की भावना खो देता है और नियमित कार्यों को संभालने के लिए बहुत अधिक बोझ महसूस करता है. इस प्रकार व्यक्ति खुद का ख्याल रखना बंद कर देता है. ऊर्जा की कमी से भूख या अस्वास्थ्यकर जंकफूड का नुकसान भी होता है. यह ब्लड शूगर के स्तर में उतार चढ़ाव को ट्रिगर करता है, जो मधूमेह की स्थिती को और बढाती है.

इस प्रकार डिप्रेशन और डायबिटीज में चक्रीय संबंध होता है. इन दोनों बीमारियों का एक साथ इलाज किया जा सकता है और इन बीमारियों में से एक का प्रबंधन दूसरे पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है.

डायबिटीज और डिप्रेशन का इलाज करने के कुछ तरीके यहां दिए गए हैं:

  1. नियमित व्यायाम: डिप्रेशन और डायबिटीज दोनों के इलाज के लिए नियमित व्यायाम बहुत फायदेमंद है. व्यायाम ब्लड शूगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और इसलिए डायबिटीज को भी करता है. यह अतिरिक्त वजन को कम करने में भी मदद करता है, जो आपकी स्वयं की छवि को बढ़ाता है. इससे आपको खुसी महसूस होती है. इसके साथ ही, यह एंडोर्फिन या 'अच्छा महसूस' मस्तिष्क रसायन भी जारी करता है. यह डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करता है.
  2. संतुलित आहार: अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक संतुलित आहार आवश्यक है. संतुलित आहार इन दोनों विकारों को प्रबंधित करने में मदद करता है. एक संतुलित आहार के साथ भोजन के बीच स्नैकिंग से बचने की भी आवश्यकता होती है. अपने भोजन में चीनी की मात्रा को कम करने से ब्लड शूगर का स्तर स्थिर हो जाता है और उतार चढ़ाव नियंत्रित होता है. स्थिर ब्लड शूगर का स्तर एक व्यक्ति को तेजी से चिंतित होने से रोकता है और इस प्रकार डिप्रेशन को रोकता है.
  3. आराम की नींद: अच्छी नींद डायबिटीज और डिप्रेशन दोनों का इलाज करती है. यदि आप प्रयाप्त नींद सोते हैं, तो आप ताज़ा और ऊर्जावान महसूस करते है. यह सकारात्मक ऊर्जा डिप्रेशन की नकारात्मकता को संतुलित करती है, स्नैक्स करने की इच्छा को कम करती है और ब्लड शूगर के स्तर को स्थिर करने में मदद करती है.
  4. मनोचिकित्सा: मनोचिकित्सा या विशेष रूप से संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा में डिप्रेशन का इलाज करने के लिए फायदेमंद साबित हुआ है. यह बदले में एक व्यक्ति को डायबिटीज के प्रबंधन के लिए प्रेरणा देता है.

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