दिल्ली में किडनी स्टोन सर्जरी की लागत
दिल्ली में किडनी स्टोन सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
दिल्ली में गुर्दे की पथरी की सर्जरी की लागत कितनी है?
गुर्दे की पथरी को यूरोलिथियासिस या फिर नेफ्रोलिथियासिस के नाम से भी जाना जाता है। यह पथरी गुर्दे के अंदर बनने वाले लवण और खनिजों को इक्ट्ठा होने और कठोर टुकड़े बनने की वजह से होते हैं। पथरी तब बनती है जब मूत्र बहुत कंसंट्रेटेड हो जाता है। इस स्थिति में खनिज क्रिस्टल बन जाते हैं और एक साथ चिपक जाते हैं।
ये कैल्सिफिकेशन या फिर कठोर आहार, कुछ चिकित्सीय स्थितियों, शरीर के अधिक वजन,और सप्लीमेंट्स के सेवन से हो सकते हैं। गुर्दे की पथरी का असर सिर्फ गुर्दे तक ही सीमित नहीं रहता है। इसका असर यूरिनरी ट्रैक्ट पर भी पड़ता है।
यह समस्या कई बार मूत्र संक्रमण का कारण बन जाती है। इससे मुक्ति पाने के लिए सर्जरी की जरुरत पड़ती है। दिल्ली में गुर्दे की पथरी के ऑपरेशन की न्यूनतम लागत ₹30,000 होती है वहीं अधिकतम लागत ₹1,20000 तक हो सकती है। इसकी औसत लागत ₹75000 तक हो सकती है।
दिल्ली में विभिन्न प्रकार के किडनी स्टोन ऑपरेशन की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
परक्यूटेनीयस नेफ्रोलीथॉटमी | ₹80,000 | ₹35,000 | ₹105,000 |
परक्यूटेनीयस नेफ्रोलीथॉटमी | ₹80,000 | ₹35,000 | ₹105,000 |
एक्स्ट्राकोर्पोरियल शॉक वेव लिथोट्रिप्सी | ₹75,000 | ₹35,000 | ₹115,000 |
एक्स्ट्राकोर्पोरियल शॉक वेव लिथोट्रिप्सी | ₹40,000 | ₹30,000 | ₹50,000 |
एक्स्ट्राकोर्पोरियल शॉकवेव लिथोट्रिप्सी | ₹50,000 | ₹40,000 | ₹55,000 |
किडनी स्टोन की ओपन सर्जरी | ₹200,000 | ₹105,000 | ₹300,000 |
यूरेटेरोस्कोपी लिथोट्रिप्सी | ₹72,500 | ₹65,000 | ₹80,000 |
परक्यूटेनियस नेफ्रो लिथोट्रिप्सी | ₹77,500 | ₹70,000 | ₹85,000 |
किडनी स्टोन लेजर ट्रीटमेंट | ₹75,000 | ₹30,000 | ₹120,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
दिल्ली में गुर्दे की पथरी की सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत
गुर्दे की पथरी के इलाज से पहले डॉक्टर कई जांचें करवाने के लिए कह सकते हैं। इनमें शामिल हैं -
- मूत्र परीक्षण: इस टेस्ट में परीक्षण से पहले 24 घंटे का यूरीन जमा किया जाता है। इससे पता लगाया जा सकता है कि क्या किसी व्यक्ति में खनिज वाली अधिक पथरी बनाने वाले खनिज बहुत अधिक मात्रा में मौजूद हैं। इससे यह भी पता चलता है कि आपके शरीर में रोकने वाले पदार्थ बहुत कम मात्रा में मौजूद हैं। इस परीक्षण के लिए, आपको लगातार दो दिनों तक यूरिन इकट्ठा करना होगा। इस जांच में ₹200 तक का खर्च आता है।
- रक्त परीक्षण: बहुत अधिक कैल्शियम या यूरिक एसिड के बारे में पता लगाने के लिए रक्त परीक्षण कराया जा सकता है। इससे गुर्दे की सेहत के बारे में भी पता लगता है। इसमें ₹100 से ₹400 तक खर्च हो सकता है।
- इमेजिंग: इमेजिंग परीक्षण के माध्यम से आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में मौजूद पथरी का पता लगाया जा सकता है। इसके लिए कई टेस्ट किए जा सकते हैं।
- एब्डॉमिनल एक्स-रे: इसका कम ही उपयोग होता है। पर कुछ मामलों में डाक्टर इसकी सलहा देते हैं। इसकी लागत ₹500 से ₹700 तक हो सकती है।
- सीटी स्कैन: गुर्दे में मौजूद हर तरह की यानी छोटी से छोटी पथरी का पता लगाने के लिए सीटी स्कैन किया जाता है। इसकी लागत ₹3000 से ₹4500 तक हो सकती है।
- अल्ट्रासाउंड: तेजी से सटीक परिणाम के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। इसकी लागत ₹1500 से ₹2500 तक हो सकती है।
- निकली हुई पथरी का विश्लेषण: यूरिन के माध्यम से जब पथरी निकल जाती है तो भी लैब में उसकी एनालसिस की जाती है। इससे पता लगता है कि गुर्दे की पथरी किस वजह से हुई है। इसमें ₹500 से ₹1000 तक का खर्च सकता है।
मरीज के हिसाब से किडनी स्टोन सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
हर मरीज़ में किडनी स्टोन की सर्जरी की लागत अलग हो सकती है। इसके निम्नलिखित कारक हैं-
- पथरी का आकार: रोगी के गुर्दे में पथरी कितनी बड़ी है इसका असर भी इलाज पर पड़ता है। छोटी पथरी आसानी से निकल जाती है कई बार सर्जरी की जरुरत नहीं पड़ती वहीं पथरी बड़ी होने पर सर्जरी जटिल हो सकती है। इससे इलाज का खर्च प्रभावित होता है।
- रोगी की आयु: कम आयु वाले रोगी आसानी से रिकवर कर लेते हैं। वहीं अधिक आयु के लोगों को रिकवरी में समय लगता है। ऐसे में अस्पताल में रहने की अवधि और दवाओं का खर्च बढ़ जाता है।
- रोगी की स्थिति: यदि रोगी को पथरी के साथ ही दूसरी चिकित्सकीय स्थिति है तो खर्च और बढ़ सकता है। इसके अलावा लम्बे समय से गुर्दे की पथरी की समस्या है तो उपचार जटिल हो सकता है और इलाज का खर्च बढ़ सकता है।
दिल्ली में किडनी स्टोन सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
- सर्जरी प्रक्रिया: रोगी को किस सर्जरी की आवश्यकता है। उसकी स्थिति के हिसाब से सर्जन तय करते है क्या प्रक्रिया अपनानी है। इससे उपचार की लागत तय होगी।
- सर्जन की फीस: आप किस डाक्टर से इलाज करा रहे हैं उसकी फीस क्या है इस पर लागत का बड़ा असर होता है। सर्जन की फीस उसके अनुभव, उसकी उपलब्धता और उनके ज्ञान पर निर्भर होती है।
- फॉलोअप: सर्जरी के बाद फॉलो अप बहुत जरुरी है। कई बार तो रोगी की जरुरत के हिसाब से उसे एक से ज्यादा बार डाक्टर के पास जाना पड़ सकता है। इससे इलाज की लागत बढ़ती है।
हमारे यहां सर्जरी करवाने पर पैकेज में देश के सबसे अच्छे सर्जन आपको मिल जाएंगे। फ्री फॉलो अप और ढ़ेर सारी जांचें का खर्च भी इसमें शामिल होता है। इसके लिए रोगी को अतिरिक्त लागत लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती है।
दिल्ली में गुर्दे की पथरी की सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
वैसे तो किडनी स्टोन की सर्जरी कई तरीकों से की जा सकती है पर आजकल जिस प्रक्रिया का अधिक चुनाव किया जा रहा है उसमें मिनिमली इनवेसिव तकनीक शामिल है।
- इसको पर्क्यूटेनियस नेफ्रोलिथोटोमी (पीसीएनएल) के नाम से जाना जाता है।
- पीसीएनएल में नेफ्रोस्कोप नामक एक पतले टेलीस्कोपिक उपकरण का उपयोग किया जाता है।
- इस प्रक्रिया में सर्जन रोगी की पीठ में एक छोटा सा चीरा लगाते हैं और नेफ्रोस्कोप इसके माध्यम से और रोगी के गुर्दे में डाला जाता है। इसके बाद पथरी को या तो बाहर निकाला जाता है या लेजर या न्यूमैटिक एनर्जी का उपयोग करके छोटे टुकड़ों में तोड़ दिया जाता है।
- पीसीएनएल हमेशा जनरल एनेस्थेटिक के तहत किया जाता है। यह प्रक्रिया बहुत एडवांस है जिसमें कम दर्द होता है और रोगी जल्दी ठीक हो जाता है। इसकी कीमत ₹70000 से ₹85000 तक हो सकती है।
क्या दिल्ली में गुर्दे की पथरी की सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
दिल्ली में गुर्दे की पथरी की सर्जरी को पूरी तरह से बीमा में कवर किया जाता है। इसके लिए आपको अपने बीमा एजेंट और बीमा कम्पनी से संपर्क कर अपना दावा पेश करना होगा। हमारे पैकेज में आपको इसके अलावा कई शानदार भुगतान विकल्प मिल सकते हैं। इनमें नो कॉस्ट ईएमआई भी शामिल है। आपको हमारे यहां एक समर्पित टीम मिलेगी जो आपके दावे में आपकी मदद कर सकती है।
सारांश
गुर्दे की पथरी जिसे नेफ्रोलिथियासिस या यूरोलिथियासिस भी कहा जाता है, आपके गुर्दे के अंदर बनने वाले खनिजों और लवणों से बने कठोर टुकड़ें होते हैं। छोटे टुकड़ों तो पेशाब के रास्ते निकल जाते हैं पर बड़े आकार की पथरी को सर्जरी से ही निकाला जाता है। इसके लिए कई तरीकों का उपयोग किया जा सकता है पर लोग अधिकतर पीसीएनएल की विकल्प चुनते हैं। इसके इलाज के लिए बीमा कवर मिलता है।