बैंगलोर में एसीएल टियर का इलाज
एसीएल टियर खेल खेलते समय घुटने की मोड़ने से होने वाली चोट है जो घुटने की महत्वपूर्ण संरचना ACL को नुकसान पहुंचाती है। यह चोट खेल जैसे फुटबॉल, बास्केटबॉल, हॉकी आदि में अधि...read more
बैंगलोर में एसीएल टियर के लिए 891+ बेस्ट डॉक्टर
Dr. Venkatdeep Mohan
Dr. V G Rajan
Dr. Kiran Chouka
Dr. Manjunath Gopal
Dr. Vinu Raj
Dr. Khalid Fiyaz M
Dr. Hanume Gowda S N
Dr. Dharampal G K
Dr. Anil Patil
Dr. Deepak. C. E
बैंगलोर में एसीएल टियर के लिए बेस्ट डॉक्टर
डॉक्टर का नाम | अस्पताल की फीस | लायब्रेट रेटिंग |
---|---|---|
Venkatdeep Mohan | ₹ 500 | NA |
V G Rajan | ₹ 700 | 87 |
Kiran Chouka | ₹ 600 | NA |
Manjunath Gopal | ₹ 550 | 90 |
Vinu Raj | ₹ 400 | 88 |
Khalid Fiyaz M | ₹ 300 | 87 |
Hanume Gowda S N | ₹ 400 | NA |
Dharampal G K | ₹ 600 | NA |
Anil Patil | ₹ 400 | 90 |
Deepak. C. E | ₹ 300 | 89 |
बैंगलोर में एसीएल टियर का इलाज पर रोगियों की प्रतिक्रिया
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
एसीएल टियर उपचार के लिए कौन सा डॉक्टर सबसे अच्छा होता है?
ऑर्थोपेडिक डॉक्टर जोड़ों, हड्डियों, स्नायुबंधन और तंत्रिकाओं के उपचार का विशेषज्ञ होता है। वह हड्डियों से जुड़ी हर समस्या का उपचार कर सकता है। इसलिए एसीएल टियर उपचार के लिए आर्थोपेडिस्ट सर्जन ही सबसे अच्छा होता है। अपने घुटने की किसी भी समस्या के लिए आपको आर्थोपेडिक सर्जन के पास ही जाना चाहिए ।
बैंगलोर में एसीएल टियर उपचार के लिए सबसे अच्छे डॉक्टर कैसे ढूंढें?
बैंगलोर में एसीएल टियर उपचार के लिए आप अपने जान-पहचान वालों से या अपने दोस्तों से पूछ सकते हैं। अगर उनके पास किसी सर्जन को लेकर कोई अनुभव है तो वह आपके काम आ सकता है। इसके अलावा आप विभिन्न वेबसाइटों और ऑनलाइन डायरेक्टरी पर जा कर सर्जन का चुनाव कर सकते हैं। वहां अन्य लोगों के रिव्यू होते हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं। या फिर आप सीधेwww.lybrate.comपर जाकर अपना अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखिये सर्जन का चुनाव उनकी योग्यता और अनुभव को ध्यान में रखते हुए ही करिए।
एसीएल टियर का मुख्य कारण क्या है?
उत्तकों के मजबूत बैंड की तरह होते है लिगामेंट्स जो एक दूसरे से जुड़े होते हैं। और जब इनमे चोट लगती है तो घुटना काम करना बंद कर देता है। एसीएल टियर आमतौर पर अचानक होता है और यह एथलीट्स को ज्यादा होता है इसके कारण निम्न हो सकते हैं.
- खेलते समय अचानक घुटने का मुड़ना,जब एक एथलीट पैर रखता है और अचानक दिशा बदल देता है, तब एसीएल टियर हो सकता है।
- जब कोई व्यक्ति एक पैर पर बैठता है, जैसे वॉलीबॉल या बास्केटबॉल में कूदते समय हो सकता है।
- एसीएल टियर तब हो सकता है जब घुटने पर सीधे चोट लग जाए, खासकर तब जब यह घुटना थोड़ा अंदर की ओर मुड़ा हुआ हो।
- दौड़ने के दौरान अचानक धीमा या रुकने से लिगामेंट हाइपर-एक्सटेंड कर सकता है ।
- घुटने पर बार-बार दबाव डालने से, जिससे लिगामेंट की लोच कम हो सकती है।
- जब घुटना पीछे की ओर मुड़ा हुआ या मुड़ा हुआ हो, तब गिरने या लैंडिंग के दौरान।
- टूटी-फूटी सड़क पर चलते समय पैर मुड़ने की वजह से ।
- या फिर फिर किसी दुर्घटना के दौरान भी चोट लग सकतीहै।
क्या एसीएल टियर गंभीर होता है?
एसीएल टियर के बाद घुटने में सूजन, दर्द रहने लगता है। घुटने के लिगामेंट्स में अस्थिरता आ जाती है, जिसकी वजह से मरीज का चलना फिरना मुश्किल हो जाता है। अगर समय से इसका इलाज नहीं कराया गया तो मरीज को निम्न समस्या बढ़ सकती है:
- घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के विकास का जोखिम : इलाज न कराने से गठिया की शिकायत ज्यादा बढ़ सकती है।जिसकी वजह से जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है।
- संयुक्त उपास्थि का बिगड़ना: घुटने की जोड़ों की हड्डियां ज्याद प्रभावित हो सकती हैं।
- गति की कम सीमा: चलने में परेशानी हो सकती है। घुटने अपना काम करना बंद कर सकते हैं।
- विकलांगता: अगर घुटने का इलाज समय से ना कराया गया तो घुटने ज्यादा खराब हो सकते हैं। फिर उसके ठीक होने की दर का हो सकती है।
- दर्द: घुटने में दर्द लागातार बढ़ता ही जाता है। समय से इलाज न मिलने पर लिगामेंट्स और ज्यादा प्रभावित होतें और दर्द असहनीय हो सकता है।
बैंगलोर में एसीएल टियर के उपचार का सबसे तेज़ तरीका क्या है?
एसीएल चोट का अगर समय से इलाज न हो तो वह गंभीर रूप धारण कर सकती है।
अगर घुटने के लिगामेंट में सिर्फ चोट लगी या खरोज आई है तो नॉन सर्जिकल तरीके से ठीक हो सकता है। जिसमे फिजियोथेरेपी, दवाएं, मालिश और बर्फ से सिकाई शामिल हैं। अगर लिगामेंट फट चुका है तोएंडोस्कोपिकसर्जरी ही इसके उपचार का सबसे तेज तरीका है।
बैंगलोर में एसीएल टियर उपचार के लिए डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?
जब भी आपको घुटने में चोट लगे और दर्द, सूजन के साथ चलने में दिक्कत होने लगे और समय के साथ बढ़ने लगे तो तुरंत सर्जन से संपर्क करना चाहिए। कभी-कभी यह समस्या अपने आप भी ठीक हो जाती है लेकिन इन कारणों को नजरंदाज न करें।
अगर मैं एसीएल टियर से पीड़ित हूं तो मुझे अपने डॉक्टर से क्या सवाल पूछना चाहिए?
एसीएल टियर से पीड़ित होने पर आपको सबसे पहले अपने सर्जन उन सावधानियों के बारे में पूछना चाहिए जो आपकी चोट को जल्द से जल्द ठीक करने में मदद कर सकती हैं। आपको अपने घुटने के तत्काल आराम के लिए दवाओं के बारे में पूछना चाहिए। उन उपायों के बारे में पूछना चाहिए जो आपको बिना सर्जरी के ठीक कर सकते हों। फिर भी सर्जरी की आवश्यकता होने पर आप उनसे सर्जरी की लागत, रिकवर में कितना समय लग सकता है, किस अस्पताल में सबसे अच्छा उपचार हो सकता है आदि के बारे में ब्यौरा ले सकते हैं।
क्या एसीएल टियर सर्जरी दर्दनाक होता है?
वैसे एसीएल सर्जरी एकदम सेफ सर्जरी मानी जाती है। इस सर्जरी से घुटने पहले की तरह ठीक हो सकते है। लेकिन हर सर्जरी की तरह इसकी भी कुछ जटिलताएं हो सकती हैं। जैसे-सर्जरी के बाद घुटने के आसपासथोड़ादर्दरहता है। किसी किसी को यह दर्द ज्यादा हो सकता है। जो समय के साथ ठीक भी हो जाता है।
क्या एसीएल टियर सर्जरी सुरक्षित होता है?
जी हां, एसीएल टियर सर्जरी एक सुरक्षित प्रक्रिया है। लेकिन कभी-कभी इसकी जटिलताएं देखने को मिलती हैं। जैसे सर्जरी के बाद घुटने में संक्रमण, दर्द, सूजन, ग्राफ्ट का सही न लगना आदि। वैसे देखा जाए तो इस सर्जरी की सफलता दर अधिक है। यदि मरीज के मन में अपनी सर्जरी और सुरक्षा से जुड़े किसी भी प्रकार के सवाल हो तो अपने सर्जन से परामर्श करना चाहिए।
क्या लेजर एसीएल टियर उपचार स्थायी होती है?
लेजर प्रक्रिया आजकल हर सर्जरी में प्रयोग की जाती है।एसीएल टियर सर्जरी में भी इसका उपयोग किया जाता है।लेकिन यह प्रक्रिया केवल घुटने की सूजन कम करने और लिगामेंट्स में आई हल्की-फुल्की दरार को रिपेयर करने के काम आती है।इसलिए इसके उपचार को स्थाई उपचार नहीं माना जा सकता है।
बैंगलोर में एसीएल टियर के उपचार की लागत क्या है?
एसीएल टियर सर्जरी की लागत विभिन्न कारकों पर निर्भर कर सकती है। विभिन्न तरह के खर्चे होते हैं जो मरीज की सर्जरी की अंतिम लागत को प्रभावित करते हैं। जैसे-घुटने की चोट की गंभीरता, मरीज की आवश्यकता,अस्पताल का चुनाव, सर्जन की प्रतिष्ठा, लैब टेस्ट आदि। ये कीमत एक मरीज से दूसरे मरीज में बदलती रहती है। बैंगलोर में एसीएल टियर सर्जरी की अनुमानित लागत की बात करें तो70,000 रु. से लेकर 2,00,000रुपए तक हो सकती है।ध्यान रखें ये सिर्फ अनुमानित लागत है।
अगर एसीएल टियर का उपचार न कराया जाए तो क्या होता है?
एसीएल टियर एक गंभीर समस्या है, जिसका उपचार कराना आवश्यक है। अगर इसका उपचार न कराया गया तो मामूली रूप से प्रभावित लिगामेंट्स भी ज्यादा खराब हो सकते हैं। जिनको ठीक करना फिर मुश्किल हो सकता है। लिगामेंट की चोट की वजह से दर्द असहनीय होने के साथ मरीज विकलांग भी हो सकता है। इसलिए एसीएल टियर के लक्षणों को देखते ही चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।