Symptoms of Mouth Cancer in Hindi - मुँह के कैंसर का लक्षण
कैंसर कई तरह के होते हैं. कैंसर के नाम हम इनके होने के अंगों के आधार पर रखते हैं. जैसे यदि मुंह के अंदर हो तो इसे मुंह का कैंसर या मौखिक कैंसर कहा जाता है. यदि मुंह के कैंसर का पता इसके प्रारंभिक अवस्था में लग जाता है तो इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है. लेकिन शुरुवात में इसका पता तभी चल पाएगा जब सभी लोग इसके बारे में जानें और इसके लक्षणों को ठीक से समझें. मुंह का कैंसर में होंठ, जीभ, गाल, मुंह की एक परत, कठोर और नरम तालू, साइनस, और ग्रसनी के कैंसर शामिल हैं. एरिथ्रोपालकिया के नाम से जाना जाने वाला घाव मौखिक कैंसर में तब्दील हो सकता है. ये भी एक तथ्य है कि मुंह के कैंसर होने की संभावना पुरुषों में महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा होती है. 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को सबसे ज़्यादा जोखिम होता है. आइए मुंह के कैंसर के लक्षण और इसके होने के कारणों को विस्तारपूर्वक समझें.
मुंह के कैंसर के लक्षण
1. ठीक नहीं होने वाला नासूर त्वचा का एक निकला हुआ हिस्सा जो ठीक नहीं होता, मुंह के कैंसर का. लक्षण हो सकता है.
2. वज़न घटना अधिकतम वज़न घटना, कैंसर का संकेत हो सकता है.
3. होंठ, मसूड़ों या मुंह के अन्य क्षेत्रों में सूजन/मोटाई, गांठ, धब्बे/पपड़ी या कटाव विकसित होना.
4. मुंह में मख़मली सफेद, लाल या धब्बेदार (सफेद और लाल) पैच का विकास होना.
5. मुंह से बिना किसी वजह खून बहना.
6. चेहरे, मुंह, गर्दन या कान के किसी भी क्षेत्र में बिना किसी वजह के स्तब्धता होना, कुछ महसूस न होना या दर्द/कोमलता होना.
7. चेहरे, गर्दन या मुंह पर घाव होना और 2 सप्ताह के भीतर उनका ठीक न होना.
8. पीड़ा होना और ऐसा लग्न कि कुछ गले के पिछले हिस्से में कुछ फसा है.
9. चबाने या निगलने, बोलने या जबड़े या जीभ को हिलाने में कठिनाई होना.
10. घबराहट और आवाज़ में परिवर्तन.
11. आपके दांतों और कृत्रिम दांतों के एक साथ फिट होने के तरीके में बदलाव.
12. गर्दन में गांठ होना.
मुंह के कैंसर होने के कारण और जोखिम
1. धूम्रपान: मौखिक कैंसर के विकसित होने की संभावना उन लोगों में छह गुना ज्यादा होती है जो सिगरेट, सिगार या पाइप धूम्रपान का सेवन करते हैं. इस प्रकार के लोगों में गाल, मसूड़ों और होठों की लाइनिंग का कैंसर होने की सम्भावना 50 गुना तक अधिक हो सकती है.
2. शराब: शराब पिने के कई नुकसानों में से एक ये भी है कि इससे मुंह के कैंसर के होने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए यदि आप इसके मुंह के कैंसर होने की जोखिम से बचना चाहते हैं तो आपको शराब जैसी अल्कोहलिक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए.
3. लिंग: कई सर्वेक्षणों में ये फैक्ट सामने आया है कि महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में मौखिक कैंसर होने की दो गुना ज्यादा संभावना है. इसके पीछे भी कई कारण है. लेकिन मुख्य बात ये है कि पुरुष तम्बाकू, शराब आदि का सेवन ज्यादा करते हैं. इन चीजों का सेवन करने से इसकी संभावना बढ़ती है.
4. उम्र: यदि हम मौखिक कैंसर के होने की उम्र की बात करें तो इसकी औसत आयु 62 है. हलांकि इस रोग वाले दो-तिहाई व्यक्ति 55 वर्ष से अधिक आयु केभी हैं. इसके अलावा अनुवांशिकता कुछ आनुवांशिक उत्परिवर्तन जो शरीर में अलग-अलग सिंड्रोम पैदा करते हैं, मौखिक कैंसर का उच्च जोखिम हो सकते हैं.
5. तंबाकू: मौखिक गुहा कैंसर वाले लगभग 80% लोग सिगरेट और तम्बाकू का प्रयोग करते हैं. मौखिक कैंसर के विकास का जोखिम तंबाकू के उपयोग और उपयोग की अवधि पर निर्भर करता है. धूम्रपान करने से मुंह या गले में कैंसर हो सकता है और तम्बाकू उत्पादों से गले, मसूड़ों और होंठों की आंतरिक सतह में में कैंसर होता है.
6. एचपीवी: मानव पेपिलोमावायरस संक्रमण एचपीवी, मौखिक कैंसर का एक जोखिम कारक है. प्रतिरक्षा प्रणाली का दमन प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाने वाली दवाएं लेना जैसे - कुछ प्रतिरक्षा रोगों का इलाज करने वाली दवाएं, मौखिक कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं.