जीभ का कैंसर - Jeebh Ka Cancer!
चूंकि जीभ, मुंह का ही एक हिस्सा है इसलिए जीभ का कैंसर भी मुंह के कैंसर का ही एक हिस्सा है. यदि फिर भी आपको संदेह है तो आप इन दोनों के लक्षणों की तुलना कर लीजिए. तब आपको पता चल जाएगा कि दोनों में कितना फर्क है. जीभ के कैंसर और मुंह के कैंसर दोनों के लक्षण लगभग एक जैसा ही है. जीभ का कैंसर एक जानलेवा ट्यूमर है. यह ट्यूमर जीभ के आगे या गले के अंदर मौजूद जीभ में होता है. यही ट्यूमर जब जीभ से मूंह में फैल जाता है तो फिर इसे ओरल कैंसर की श्रेणी में माना जाता है और जब यह जीभ के निचे होती है तो इसे ओरोफैरिंगल कैंसर में रखा जाता है. इसी तरह कैंसर के लक्षण भी भिन्न प्रकार के होते है. जब कोशिकाओं के विकास अनियंत्रित हो जाते है तो यह कैंसर का कारण होता है. हमारा शरीर अलग-अलग तरह के कोशिकाओं से निर्मित है और इसी आधार पर कैंसर को भी कई प्रकार के होते हैं. यदि कैंसर का निदान शुरूआती लक्षणों के पता लगने पर किया जाता है तो इसका इलाज संभव है. आइए इस लेख के माध्यम से हम आपको हम आपको जीभ के कैंसर के लक्षणों को बताते हैं.
जीभ कैंसर के लक्षण-
* यदि आपके जीभ पर सफेद या लाल रंग के दाग दिखते है तो यह कैंसर का एक संकेत हो सकता है. आपको
शीघ्र ही चेकअप करवाना चाहिए, लेकिन यह दाग केवल जीभ में ही होता है.
* कैंसर के लक्षण में गले में खराश होना भी शामिल है.
* इस स्थिति में जीभ पर एक दर्दनाक स्पॉट पड़ जाता है जिसे अल्सर कहते हैं.
* जीभ कैंसर होने पर कुछ खाने के बाद उसे निगलने में दर्द होता है.
* जीभ कैंसर होने पर मुंह कई बार सुन्न पड़ सकता है.
* जीभ से बिना कोई खरोच या चोट के ब्लीडिंग शुरू हो सकता है, ये भी कैंसर का एक संकेत हो सकता है.
* यदि किसी स्थिति में जीभ के साथ कान में भी दर्द शुरू हो जाए तो यह कैंसर का एक लक्षण हो सकता है.
हालांकि ऐसा होना बेहद दुर्लभ है.
* जीभ में कैंसर होने के बाद प्रभावित व्यक्ति की आवाज भी बहुत हद तक बदल सकती है.
* इसके अलावा, जीभ से कैंसर पीड़ित व्यक्ति के सांसें बदबूदार हो जाती हैं यानि आपकी सांसों से बदबू आने लगती है.
* जीभ के कैंसर से पीड़ित व्यक्ति के मुंह ज्यादा नहीं खुलता है.
* इस सब के अलावा, पीड़ित व्यक्ति के वजन भी काफी तेजी से घटने लगता है. यानि तेजी से वजन घटने पर भी आपको चेक कराना चाहिए.
यदि आपको जीभ कैंसर के उपरोक्त लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराएं अन्यथा यह ओरल कैंसर का कारण भी सकता है और आपके मुंह के अन्य हिस्सों जैसे - मसूड़े, जबड़े और गले में फैल सकते हैं. यदि इसके संकेत के आधार पर शुरूआती चरण में पहचान हो जाए तो इसका उपचार संभव है. लेकिन जैसे-जैसे यह फैलता जोयगा और भी घातक हो जायेगा. इसके कारण आदमी की मौत भी हो सकती है.
जीभ के कैंसर के कारण-
जीभ कैंसर के लिए बहुत हद्द तक गलत आदतें, जैसे धूम्रपान, तंबाकू आदि जिम्मेदार हैं. ज्यादा शराब पीने से जीभ के कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है. जीभ कैंसर की चिकित्सा सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी के माध्यम से होती है. जीभ कैंसर के उपचार को एक बार में एक ही उपचार के माध्यम से किया जाना चाहिए. इनमें सर्जरी को सबसे बेहतर विकल्प माना जा सकता है. यदि जीभ कैंसर पूरे जीभ में फैल जाता है तब डॉक्टर सर्जरी के द्वारा जीभ निकाल देते हैं. लेकिन इससे पहले डॉक्टर रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी की सलाह देते हैं.