इन दिनों महिलाओं में पीसीओडी एक बहुत ही सामान्य स्थिति है. पीसीओडी से पीड़ित महिलाएं को ज्यादा गंभीर बीमारी होती है. ऐसे कई कारण हैं, जो इस स्थिति का कारण बनते सकते हैं. उनमें से एक आहार और दूसरा हमारी जीवन शैली खराब होना शामिल है. पीसीओडी से पीड़ित महिलओं के लिए या उन सभी के लिए जो इसे दूर रहना चाहते है. उनके लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें, क्या करें और क्या ना करें, निम्नलिखित है. नियमित आहार और जीवन शैली को प्रभावी ढंग से देखभाल कर के पीसीओडी से पीड़ित महिलओं के लिए फायदेमंद हो सकती है.
क्या करें
आहार:
क्या नहीं करना चाहिए.
पीसीओडी में होम्योपैथी का दायरा:
पीसीओडी के प्रबंधन की दिशा में होम्योपैथिक दृष्टिकोण संवैधानिक है, जिसमें शारीरिक, मानसिक और अनुवांशिक मेकअप के साथ प्रस्तुतिकरण शिकायतें ध्यान में रखती हैं जो किसी व्यक्ति को वैयक्तिकृत करती है. इसमें 'संवैधानिक चिकित्सा' निर्धारित करना शामिल है, जो अंडाशय और संपूर्ण अंतःस्रावी तंत्र पर काम करने में भी सक्षम है. उपचार तर्क किसी आनुवंशिक पूर्वाग्रह, शारीरिक मेकअप (मोटापा), आपके मासिक धर्म की विशिष्टताओं, आदि की उपस्थिति के आधार पर भिन्न होता है. होम्योपैथी में प्राकृतिक रूप से अंडाशय को प्रेरित करने के लिए दवाएं दी जाती हैं, जो आपके मासिक धर्म चक्र को बेहतर और नियमित बनाती हैं. छाती गठन की रोकथाम या न्यूनीकरण में मदद करता है.
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