कोलकाता में घुटने की आर्थ्रोस्कोपी
आर्थ्रोस्कोपी घुटने की समस्याओं के निदान के लिए उपयोगी है। इसमें एक छोटी आर्थ्रोस्कोपिक कैमरा के माध्यम से चिकित्सक घुटने की जोड़ को देखता है और समस्या के मूल कारण का पता...read more
कोलकाता में नी आर्थ्रोस्कोपी के लिए 199+ बेस्ट डॉक्टर
Dr. Arunava Lala
Dr. Suhas Ranjan Bala
Dr. Sanjay Bhattacharyya
Dr. Amitava Narayan Mukherjee
Dr. Nalini Bhusan Sen Chaudhury
Dr. Malay Kumar Mandal
Amrish Kumar Jha
Dr. Debasish Chakravarty
Dr. Soumya Paik
Dr. Subrata Haldar
कोलकाता में नी आर्थ्रोस्कोपी के लिए बेस्ट डॉक्टर
डॉक्टर का नाम | अस्पताल की फीस | लायब्रेट रेटिंग |
---|---|---|
Arunava Lala | ₹ 800 | NA |
Suhas Ranjan Bala | Free | NA |
Sanjay Bhattacharyya | ₹ 700 | NA |
Amitava Narayan Mukherjee | ₹ 500 | NA |
Nalini Bhusan Sen Chaudhury | ₹ 700 | NA |
Malay Kumar Mandal | ₹ 1,100 | NA |
Amrish Kumar Jha | ₹ 600 | NA |
Debasish Chakravarty | ₹ 1,000 | NA |
Soumya Paik | ₹ 900 | NA |
Subrata Haldar | ₹ 800 | NA |
कोलकाता में घुटने की आर्थ्रोस्कोपी पर रोगियों की प्रतिक्रिया
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के लिए किस प्रकार का डॉक्टर सबसे अच्छा है?
घुटने की समस्त समस्या के निदान के लिएआर्थोस्कोपी प्रक्रिया अपनाई जाती है। मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम से संबंधित किसी भी प्रकार की स्थितियों और चोटों का निदान, उपचार और उसकी रोकथाम एक आर्थोपेडिक सर्जन ही कर सकता है। इसलिए घुटने आर्थोस्कोपी सर्जरी के लिए आर्थोपेडिक सर्जन के पास जाना चाहिए।
कोलकाता में घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के लिए सबसे अच्छे डॉक्टर की तलाश कैसे करें?
कोलकातामें घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी करने के लिए अगर आपको एक योग्य और अनुभवी आर्थोपेडिक सर्जन की खोज है तो आपकोwww.lybrate.comपर जाना चाहिए। यहां आपको शहर के सभी अनुभवी सर्जन की लिस्ट मिल जाएगी। यहां उनके रिव्यू देखकर आप अपने लिए एक अच्छे सर्जन को चुन सकते हैं। इसके अलावा आप अपने आसपास के लोगों या किसी अच्छे अस्पताल में जाकर अपने लिए सर्जन का चुनाव कर सकते हैं।
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी का मुख्य कारण क्या है?
घुटने की समस्त समस्याओं के समाधान के लिए आर्थोस्कोपी सर्जरी का उपयोग किया जाता है। जब भौतिक उपचार नाकाम होते हैं तब इस सर्जरी की आवश्यकता होती है। इसके अलावा निम्न कारण हो सकते हैं,घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी की:
- घुटने की चोटों का निदान करने के लिए।
- घायल कोमल ऊतकों और हड्डियों को देखने और उनकी की मरम्मत करने के लिए।
- घुटने के क्षतिग्रस्त ऊतक को हटाने के लिए।
- मेनिस्कस टियर के रिपेयर के लिए।
- टूटे या एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट या पोस्टेरियर क्रूसिएट लिगामेंट की मरम्मत करने के लिए।
- सिस्ट को हटाने के लिए।
- घुटनों के फ्रैक्चर को ठीक करने के लिए।
मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे घुटने की आर्थोस्कोपी की आवश्यकता है?
किसी दुर्घटना या चोट के कारण घुटने में दर्द के साथ सूजन है। समान्य दैनिक गतिविधियां, जैसे-चलने, सीढियां उतरने-चढ़ने में परेशानी हो रही है। भौतिक उपचार से राहत नहीं मिल रहा तो, आपको आर्थ्रोस्कोपिक सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा घुटने की आर्थ्रोस्कोपिक सर्जरी कराने के निम्न कारण भी हो सकते हैं:
- घुटने में अकड़न।
- सामान्य गतिविधियों का अवरोध होना।
- गठिया।
- एसीएल की चोटें।
- मेनिस्कस टियर ।
- उपास्थि चोट और उनकी मरम्मत के लिए।
- घुटने का फ्रैक्चर या उपास्थि के टुकड़े को हटाने के लिए।
क्या घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी गंभीर है?
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी एक आधुनिक तकनीक होने के साथ साथ सुरक्षित सर्जिकल प्रक्रिया है। लेकिन शल्य चिकित्सा होने के कारण इसके साथ कुछ जोखिम और जटिलताएं हो सकती हैं। जिसके कारण मरीज को दोबारा सर्जरी करानी पड़ सकती है। ये समस्याएं निम्न हो सकती हैं:
- घाव मेंसंक्रमण का होना।
- सर्जरी के बाद अत्यधिक रक्तस्राव।
- रक्त के थक्के बनना।
- तंत्रिका की क्षति।
- एनेस्थीसिया से एलर्जी।
- सर्जरी का असफल होना।
- घुटने की जोड़ का ढीला होना।
- सही से घुटना सेट न होना।
कोलकाता में घुटने की आर्थोस्कोपी का सबसे तेज़ तरीका क्या है?
घुटने की समस्या एक गंभीर समस्या है। गठिया, चोट के कारण घुटने में दर्द, सूजन, अकड़न, हड्डी टूटना, मेनिस्कस आदि समस्याओं की गंभीरता के आधार सर्जन उपचार तय करता है। अगर जटिल समस्याएं हैं तो उसके लिए सबसे तेज और प्रभावी उपचारआर्थोस्कोपी सर्जरी ही है।
कोलकाता में घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के लिए डॉक्टर से कब सलाह लें
में किसी प्रकार की चोट के बाद या गठिया के कारण दर्द और सूजन रहता है। दर्द नाशक दवाएं भी काम नहीं आ रही हैं, दैनिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं तो आपको तुरंत सर्जन सेआर्थोस्कोपी सर्जरी के लिएसंपर्क करना चाहिए। इसके अलावा निम्न लक्षण दिखने पर आप सर्जन से तुरंत मिलें।
- घुटने में दर्द और सूजन का बढ़ना
- घुटने मोड़ने पर पॉप की आवाज़ का सुनाई देना
- घुटने की लालिमा
- घुटने की अकडन
- घुटने की अस्थिरता
- घुटने को लॉक होना
- घुटने की गति सीमित होना
- चलने-फिरने, उठने में परेशानी का होना
क्या घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी दर्दनाक है?
घुटने की पारंपरिक ओपन सर्जरी के मुकाबलेआर्थोस्कोपी सर्जरी कम दर्दनाक होती है। यह एक कम आक्रामक प्रक्रिया है। इसमें छोटे चीरे और विशेष सर्जिकल उपकरण के कारण मरीज को दर्द कम होता है और उसकी रिकवरी भी कम समय में होती है । हालांकि सर्जरी के कुछ दिन बाद तक मरीज के घुटने में दर्द और सूजन रह सकती है। लेकिन दर्दनाशक दवाओं से उसे नियंत्रित किया जा सकता है
क्या घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी सुरक्षित है?
जी हां आर्थोस्कोपी सर्जरी एक सुरक्षित सर्जरी प्रक्रिया है।क्योंकि सर्जरी में एक विशेष कैमरे अर्थोस्कोप का उपयोग किया जाता है। इस कैमरे के जरिए घुटने के अंदर की हड्डियों कोमल ऊतकों और मांसपेशियों की छवियां बाहर वीडियो स्क्रीन पर नजर आती हैं। इससे सर्जन क्षतिग्रस्त हिस्से की पहचान कर सकता है और अन्य मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को सुरक्षित रख पाता है इसमें दर्द भी कम होता है और जटिलताएं भी कम होती हैं
क्या घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी स्थायी है?
घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के बाद अधिकांश मरीज को अपने जीवन में दोबारा सर्जरी की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इसको लंबे समय तक चलने के लिए डिजाइन किया जाता है। घुटने की अर्थोस्कोपी के बाद मरीज लगभग 15 से 20 सालों तक राहत के साथ अपनी दैनिक गतिविधियां कर सकता है।लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में दोबारा सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है।जैसे-घुटने मेंचोट लगने से या कृत्रिम जोड़ों मेंजटिलताएंआदि।
कोलकाता में घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी की लागत कितनी है?
कोलकातामें घुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी की लागत कई कारकों द्वारा प्रभावित हो सकती है, जैसे-सर्जरी प्रक्रिया, सर्जन का चुनाव,घुटने की चोट कीगंभीरता,अस्पताल का स्थान आदि।लेकिन अगर अनुमानित लागत की बात करें तो लगभग 1,00,000 रुपये तक हो सकती है।
घुटने की आर्थोस्कोपी रिकवरी का समय क्या है? करना
पारंपरिक सर्जरी ओपन सर्जरी की तुलना मेंघुटने की आर्थोस्कोपी सर्जरी के बाद मरीज की रिकवरी जल्दी होती है।सामान्यतःमरीज को 8 से 12 हफ्ते में रिकवर करते हैं। अगर वह सर्जन के दिए निर्देशों का सही से पालन करते हैं उनकी रिकवरी और जल्दी हो सकती है।