पीआईडी (पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज) - लक्षण, उपचार और कारण - Read About PID in Hindi
आखिरी अपडेट: Jul 18, 2023
पीआईडी क्या है?
पीआईडी का पूरा नाम पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज है। यह महिलाओं में होने वाली एक संक्रामक बीमारी है। पीआईडी, पेल्विक इंफ्लेमेटरी बीमारी एक संक्रमण है जो महिला प्रजनन प्रणाली के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता है। इसमें गर्भाशय, अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब और श्रोणि का आंतरिक हिस्सा शामिल है। अक्सर, इस बीमारी के कोई लक्षण नहीं हो सकते हैं। इस बीमारी का पता तब चलता है जब प्रेगनेंसी में समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
यह आमतौर पर तब होता है, जब यौन संचारित बैक्टीरिया योनि के माध्य्यम से गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब या अंडाशय तक फैल जाता है। यह महिला प्रजनन अंग को प्रभावित करता है। सुरक्षित सेक्स के माध्य्म से पीआईडी संक्रमण से बचा जा सकता है। यह संक्रमण आमतौर पर क्लैमाइडिया और गोनोरिया जैसे यौन संचारित संक्रमण के कारण होता है। इसके कारणों में बैक्टीरियल वेजिनोसिस, एंडोमेट्रियोसिस और पूर्व पेल्विक सर्जरी शामिल हैं।
पीआईडी के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
पीआईडी किसी भी स्पष्ट लक्षण का कारण नहीं बनता है। हालाँकि, यदि आप इनमें से किसी भी हल्के लक्षण का निरीक्षण करते हैं, तो जांच करवाना बेहतर है।
पीआईडी के कारण क्या हैं?
पैल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (पीआईडी) के निम्न कारण हो सकते हैं:
- यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई): पीआईडी का चार में से एक मामला एसटीआई के कारण होता है। STI जनित रोग जैसे माइकोप्लाज्मा जेनिटलियम, क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस या गोनोरिया के कारण पीआईडी के 75-90% मामले देखने को मिलते हैं। ये सिर्फ गर्भाशय ग्रीवा को संक्रमित करते हैं। हालांकि इन्हें एंटीबायोटिक दवाओं द्वारा ठीक किया जा सकता है। लेकिन यदि इनका इलाज नहीं किया है, तो संक्रमण ऊपरी जननांग पथ तक बढ़ सकता है और पीआईडी में परिवर्तित हो सकता है।
- बैक्टीरियल वेजिनोसिस: यह योनि में होने वाला एक सामान्य बैक्टीरियल संक्रमण जो गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब तक फैल सकता है। यह पीआईडी का कारण बन सकता है।
- एंडोमेट्रियोसिस: इस स्थिति में गर्भाशय को रेखाबद्ध करने वाला एंडोमेट्रियल ऊतक, अपने स्थान से बाहर की तरफ बढ़ता है, जिससे प्रजनन अंगों में जलन होने लगती है।
- पिछली पेल्विक सर्जरी: हिस्टेरेक्टॉमी या गर्भपात जैसी सर्जरी से पीआईडी का खतरा बढ़ सकता है।
- अन्य कारण: ऐसे लोग जिनके एक से अधिक सेक्सुअल पार्टनर होते हैं, नए सेक्सुअल पार्टनर बनाते हैं, एसटीआई और पीआईडी का इतिहास रखने वाले, 25 वर्ष से कम आयु के लोग और कम उम्र में सेक्सुअली एक्टिव रहने वाले लोगों को पीआईडी होने की संभावना रहती है।
पीआईडी के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
अनुपचारित पीआईडी प्रजनन अंगों को नुकसान पहुंचाने वाले फैलोपियन ट्यूब में निशान ऊतक और फोड़ा संग्रह का कारण बनता है। इसका यह भी कारण हो सकता है:
पीआईडी की गंभीर जटिलताएं क्या हैं?
पैल्विक सूजन की बीमारी का यदि इलाज नहीं किया जा सकता है तो निम्न गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं:
- रोगी को गंभीर श्रोणि दर्द महसूस हो सकता है जो कुछ महीनों से लेकर वर्षों तक रह सकता है।
- यह निशान पैदा कर सकता है जो ओव्यूलेशन या सेक्स के दौरान दर्द का कारण बन सकता है।
- एक्टोपिक प्रेगनेंसी के विकास का कारण बन सकता है। पीआईडी के कारण होने वाला निशान ऊतक फैलोपियन ट्यूब से गुजरने के लिए निषेचित अंडों में बाधा डालने का कार्य करता है जिससे गर्भाशय में आरोपण हो सके। इस तरह के एक्टोपिक गर्भधारण से गंभीर रक्तस्राव हो सकता है और आपातकालीन उपचार की आवश्यकता हो सकती है।
- पीआईडी का इलाज न कराने पर ऑर्गन फेलियर हो सकता है जिससे बांझपन हो सकता है।
- इससे फोड़ा भी हो सकता है जिससे गर्भाशय ट्यूब या अंडाशय में मवाद का संग्रह हो सकता है।
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (पीआईडी) का परीक्षण कैसे किया जाता है?
पीआईडी की जांच के लिए निम्न प्रक्रियाएं अपनाई जा सकती हैं:
यदि आंतरिक रूप से किसी भी प्रकार की कोई छति हुई है तो निम्न जांच की जा सकती हैं:
श्रोणि सूजन बीमारी का इलाज कैसे किया जाता है?
पीआईडी आमतौर पर कई बैक्टीरिया से संक्रमण के कारण होता है। इसलिए, संक्रमण से निपटने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं के संयोजन निर्धारित को किया जा सकता है। प्रारंभिक खुराक एंटीबायोटिक दवाएं दी सकती हैं इसके 14 दिन के बाद इंजेक्शन निर्धारित किया जा सकता है। आमतौर पर स्वस्थ्य होने के बाद भी एंटीबायोटिक्स दवाओं का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। पीआईडी के गंभीर मामलों में, आईवी एंटीबायोटिक्स देने के लिए अस्पताल में भर्ती होना आवश्यक हो सकता है। यदि आपको पैल्विक दर्द कम होता है, तो एंटीबायोटिक दवाओं के साथ दर्द निवारक दवाएं भी दी जा सकती हैं।
पीआईडी के इलाज के दौरान मरीज को डॉक्टरी फॉलो अप लेने की आवश्यकता हो सकती है। दरअसल इससे यह पता किया जाता है कि कहीं एंटीबायोटिक्स दवाओं के कोई साइड इफएक्ट्स तो देखने को नहीं मिल रहे या दवाएं सही तरीके से काम कर रही हैं यी नहीं। इसके अलावा पीआईडी होने पर सेक्स करने से बचने की सलाह दी जाती है। इससे संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलती है।
क्या पीआईडी इलाज योग्य है?
हां, इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है। इस बीमारी का इलाज करने के लिए इसकी प्रारंभिक पहचान करना एक महत्वपूर्ण कारक होता है। यदि इस स्थिति का देर से निदान किया जाता है तो, आमतौर पर रोगी की प्रजनन प्रणाली को नुकसान हो सकता है।
पीआईडी के आवर्तक एपिसोड के कारण निशान के ऊतकों का गठन बांझपन के जोखिम को बढ़ा सकता है। दरअसल इस बीमारी के कई पुनरावृत्तियां अक्सर फैलोपियन ट्यूब के ट्यूबल ब्लॉकेज का कारण बनती हैं। इससे एक्टोपिक प्रेगनेंसी का विकास भी हो सकता है।
पीआईडी की रोकथाम के उपाय क्या हैं?
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (पीआईडी) को निम्न तरीकों से रोका जा सकता है:
- सुरक्षित सेक्स करें।
- नियमित एसटीडी परीक्षण करवाना।
- सेक्स करने से पहले सेक्स पार्टनर की जांच कराएं।
- नियमित स्त्री रोग संबंधी जांच कराएं।
- नियमित पैल्विक परीक्षण कराएं और संक्रमण या सूजन के लक्षणों की जांच भी कराएं।
- साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- गुदा से योनि में बैक्टीरिया के स्थानांतरण से बचने के लिए महिलाओं को बाथरूम का उपयोग करने के बाद हमेशा आगे से पीछे तक पोंछना चाहिए।
- डूश का उपयोग करने से बचना चाहिए। इनमें योनि क्षेत्र में प्राकृतिक जीवाणु संतुलन को परेशान करने की क्षमता होती है।
विशेषज्ञों की सलाह:
विशेषज्ञ इस बीमारी के निदान के लिए प्रजनन अंगों के अल्ट्रासाउंड स्कैनिंग की सलाह देते हैं। एंटीबायोटिक्स आमतौर पर इस संक्रमण के उपचार के लिए निर्धारित होती है। पीआईडी उन महिलाओं में अधिक आवर्ती है जिनके पास इस बीमारी का पिछला इतिहास है। आईयूडी (अंतर्गर्भाशयी डिवाइस) का उपयोग भी इस बीमारी से संक्रमित होने का कारण होता है।
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज के लिए घरेलू उपचार क्या हैं?
पीआईडी के घरेलू उपचार:
- गंभीर संक्रमण के मामले में कई दिनों तक बिस्तर पर आराम करना पड़ सकता है।
- संक्रमण से लड़ने के लिए भरपूर पानी पीना और स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाना आवश्यक होता है।
- डौच या टैम्पोन के उपयोग से बचें।
- यदि कोई व्यक्ति अत्यधिक दर्द में है, तो वह एस्पिरिन, इबुप्रोफेन, नेप्रोक्सन या एसिटोफेन का उपयोग कर सकता है। कुछ मामलों में हीटिंग पैड भी मददगार हो सकते हैं।
- उपचार के दौरान या उससे पहले यौन संबंधों से बचें। यदि आप एक होने जा रहे हैं, तो संक्रमण से फैलने से बचने के लिए सुरक्षा का उपयोग करने की सिफारिश की जाती है।
- लक्षण भले ही चले गए हों, फॉलो अप एप्वाइंटमेंट यह सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य है कि संक्रमण ठीक हो गया है।
रेफरेंस
- Pelvic Inflammatory Disease- Medline Plus, Health Topics, NIH, U.S. National Library of Medicine [Internet]. medlineplus.gov 2019 [Cited 22 August 2019]. Available from:
- Pelvic Inflammatory Disease (PID) - CDC Fact Sheet- Centers for Disease Control and Prevention, U.S. Department of Health & Human Services [Internet]. cdc.gov 2017 [Cited 22 August 2019]. Available from:
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