Last Updated: Jan 10, 2023
हाइपोथायराइडिज़म क्या है?
हाइपोथायराइडिज़म एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो थायराइड ग्रंथि की कम कार्यक्षमता के कारण होती है। इसमें थायराइड हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है और इसके कारण शरीर की कार्य प्रवाह प्रभावित हो सकती है। यह समस्या आमतौर पर महिलाओं में अधिक होती है। हाइपोथायराइडिज़म के लक्षण थकान, भारीपन, थंडी महसूस करना, वजन में बढ़ोतरी, मानसिक स्थिति में बदलाव और त्वचा और बालों की समस्याएं शामिल हो सकती हैं। इसे रोगी के लक्षण और परीक्षण आधारित निदान द्वारा पहचाना जा सकता है।
हाइपोथायराइडिज़म का सम्पूर्ण इलाज आयुर्वेदिक और दवाईयों के माध्यम से किया जा सकता है। साथ ही, संतुलित आहार, व्यायाम, और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना भी महत्वपूर्ण है। इसलिए, हाइपोथायराइडिज़म के लिए सही इलाज और डॉक्टर की सलाह पर आधारित संपूर्ण चिकित्सा प्रक्रिया जरूरी होती है।
हाइपोथायराइडिज़म के लिए आहार - क्या खाना चाहिए?
हाइपोथायराइडिज़म के लिए आपके आहार में कुछ विशेष पदार्थ शामिल करने से लाभ हो सकता है। यहां कुछ खाद्य पदार्थ दिए जा रहे हैं जिन्हें आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं:
- शाकाहारी भोजन: हरे पत्तेदार सब्जियां, फल, दलहनीय अनाज, अदरक, पालक, गोभी, गाजर, टमाटर, आदि शाकाहारी भोजन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
- प्रोटीन: मछली, मटर, पनीर, अंडे, दही, मूंगफली, अरहर दाल, दूध, प्रोटीन का सेवन करने से शरीर के लिए महत्वपूर्ण है।
- स्वस्थ तेल: अप्रोटीन के साथ-साथ, अच्छे गुणवत्ता वाले तेलों का उपयोग करें जैसे कि जैतून का तेल, नारियल का तेल और अवोकाडो तेल।
- स्वस्थ फाइबर: ब्राउन चावल, अनुपमा, धनिये के पत्ते, अंकुरित अनाज, फल, सब्जियां आदि में योग्य फाइबर मौजूद होता है जो पाचन प्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
हाइपोथायराइडिज़म के लक्षण:
- हाइपोथायराइडिज़म के लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
- थकान और थकावट
- शारीरिक कमजोरी
- वजन में बदलाव (वजन घटना या बढ़ना)
- सुस्ती और नींद की अधिकता
- ठंड लगना (शारीर की तापमान कम होना)
- मानसिक तनाव, चिंता और उदासी
- मस्तिष्क बुद्धि कमी और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
- दाहिने हाथ की फड़कन और कसवात
- रोमचिड़ापन, त्वचा की सूखापन और बालों का झड़ना
- आंतरिक अवसंरचना में बदलाव, जैसे कि कब्ज़, आंव, अपच और पेट में गैस की समस्या
- यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ भी महसूस होता है, तो आपको एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। उन्हें आपके लक्षणों का मूल्यांकन करने के लिए आवश्यक जांच और उपचार की सलाह देने की क्षमता होती है।
हाइपोथायराइडिज़म के कारण:
हाइपोथायराइडिज़म के कुछ मुख्य कारणों की शामिल हो सकती हैं:
- ऑटोइम्यून विकार: इसमें शरीर की प्रणाली अपनी ही रक्षा प्रणाली के खिलाफ हमला करती है और थायरॉइड ग्रंथि को प्रभावित करती है।
- जीनेटिक कारण: कुछ मामलों में, हाइपोथायराइडिज़म परिवार में संबंधित गुणों के वजह से विकसित हो सकता है।
- इयोडीन की कमी: इयोडीन थायरॉइड हार्मोन के निर्माण के लिए आवश्यक होता है। यदि आपके शरीर में इयोडीन की कमी होती है, तो इसके कारण हाइपोथायराइडिज़म हो सकता है।
- इन्फेक्शन: कुछ इन्फेक्शन जैसे वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन हाइपोथायराइडिज़म का कारण बन सकते हैं।
हाइपोथायराइडिज़म की निदान कैसे किया जाता है?
हाइपोथायराइडिज़म का निदान करने के लिए थायरॉइड टेस्ट किया जाता है। इसमें आपके थायरॉइड हार्मोन के स्तर की मापें की जाती हैं। ये टेस्ट आपकी रक्त नमूने के माध्यम से किए जाते हैं और डॉक्टर आपके लक्षणों और स्वास्थ्य इतिहास को ध्यान में रखते हुए निदान करते हैं। यदि थायरॉइड टेस्ट में थायरॉइड हार्मोन के स्तर में असामान्यता पाई जाती है, तो डॉक्टर आपको आगे के टेस्ट और उपचार की योजना बताएंगे।
हाइपोथायराइडिज़म के लिए आहार - क्या नहीं खाना चाहिए?
- हाइपोथायराइडिज़म के लिए आहार में कुछ पदार्थों को निम्नलिखित कारणों से अच्छा नहीं माना जाता है:
- सोया उत्पाद (Soya Based products): सोया उत्पादों के सेवन को हाइपोथायराइडिज़म में सीमित करें, क्योंकि वे थायरॉयड को असर करने वाले तत्व हो सकते हैं।
- स्प्राउट्स (Sprouts): स्प्राउट्स में मौजूद थायरोगेन इंटर्फियर कर सकता है, जो हाइपोथायराइडिज़म के लिए योग्य नहीं हो सकता है।
- अनाजों के बिना ग्लूटेन युक्त अन्न Gluten free (gluten-free grains without cereals): ग्लूटेन युक्त अनाजों जैसे गेहूं, बार्ली, राय, जौ आदि को हाइपोथायराइडिज़म के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।
- जंक फ़ूड (Junk Food): जंक फ़ूड में अधिक तेल, चीनी, मैदा, और रिफाइंड ग्रेन हो सकता है, जो हाइपोथायराइडिज़म के लिए अनुचित हैं।
- संक्रामक आहार (inflammatory Diet) : हाइपोथायराइडिज़म वाले व्यक्ति को संक्रामक आहार से बचना चाहिए,
हाइपोथायराइडिज़म के लिए संक्रामक आहार निम्नलिखित हैं:
- योगर्ट: योगर्ट में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आपके पाचन सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
- सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थ: जैसे कि ब्राउन चावल, ब्राज़ील नट्स, खरबूजे बीज, सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थ हाइपोथायराइडिज़म में फायदेमंद हो सकते हैं।
- विटामिन D युक्त आहार: जैसे कि मछली, दूध, अंडे, संख्यात आहार में विटामिन D होता है जो हाइपोथायराइडिज़म में लाभकारी हो सकता है।
- प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ: मूंगफली, बांस, सोयाबीन, दूध उत्पाद, अंडे जैसे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ हाइपोथायराइडिज़म में सहायक हो सकते हैं।
सारांश
हाइपोथायराइडिज़म एक सामान्य तत्वों के कमी के कारण होने वाली एक रोग है जिसमें थायरॉइड ग्रंथि थायरॉइड हार्मोन उत्पादन कम करती है। इस स्थिति में आहार का महत्वपूर्ण भूमिका होता है क्योंकि यह शरीर को संतुलित और स्वस्थ रखने में मदद करता है।
हाइपोथायराइडिज़म के लिए सही आहार के तत्वों में फल, सब्जियां, पूरी अनाज, दालें, छोटे बकरे का मांस, मछली, अंडे, दूध, दही, पनीर, नट्स, और सब्जियों में पाए जाने वाले पोषक तत्व शामिल होते हैं। इन खाद्य पदार्थों में विटामिन डी, आयरन, जिंक, और सेलेनियम की मात्रा भी अधिक होती है। विशेष रूप से आपको अपने आहार में फाइबर शामिल करना चाहिए, जो पाचन और वजन नियंत्रण में मदद करेगा।इसके अलावा, आपको अधिक सोडियम (नमक) की मात्रा को कम करना चाहिए और प्रोसेस्ड और तले हुए भोजन से दूर रहना चाहिए। सुगरी और उच्च ग्लाइसेमिक अन्नों का सेवन भी वर्जित होना चाहिए।