थायराइड के लक्षण - Thyroid Ke Lakshan!
थायराइड हमारे निचले गर्दन के बीच में स्थित एक छोटी से ग्रंथि का नाम है. इस ग्रंथि में आने वाली समस्या को ही हम थायराइड बीमारी का नाम देते हैं. थायराइड के लक्षण समझने से पहले इस ग्रंथि का काम समझ लेते हैं. इस ग्रंथि का काम शरीर में मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करने के लिए हार्मोन बनाना है.
थायराइड द्वारा निर्मिंत हार्मोन ही कोशिकाओं द्वारा उपयोग किए जा रहे उर्जा से संबंधित निर्देश देता है. यानी थायराइड के सही काम करने पर ही मेटाबोलिज्म के लिए जरुरी हार्मोन बनी रहती है. थायराइड ग्रंथि रक्त की धारा में हार्मोन की मात्रा को पिट्यूटरी ग्रंथि को संचालित करके नियंत्रित करता है. इस बिमारी की वजह आयोडीन की कमी या ग्रंथि का बढ़ना बताया जाता है. इसमें गर्दन या ठोड्डी सुजन हो जाता है. आइए थायराइड के पांच प्रमुख लक्षणों को देखते हैं.
1. गले में सूजन-
थायराइड के मरीजों में इस बिमारी का सबसे प्रमुख लक्षण गले में सूजन ही दिखाई पड़ता है. गले में आए इस सूजन का रंग काला होता है और छूने में खुरदुरा एवं धीरे-धीरे बढ़ने वाला होता है. इस बीमारी में रोगी का मुंह मुरझाया हुआ और तालू सुखा हुआ रहता है. थायराइड का उत्पत्ति स्थल चमड़े के रंग जैसा ही होता है. कभी-कभी ये पक भी जाता है. ये बीमारी थोड़ा दर्द देने वाला, आकार में बड़ा, भारी छूने में ठंडा और खुजली से युक्त होता है.
2. जोड़ों में दर्द-
जोड़ों में होने वाले दर्द को गठिया के नाम से भी जाना जाता है. इस बिमारी में हार्मोन ज्यादा मात्रा में बनने लगते हैं. इसकी वजह से तेज दर्द होता है और चलने में भी दिक्कत होती है. इसके अलावा वजन भी काफी तेजी से बढ़ता है और शरीर में सूजन भी आ जाती है. कई लोगों को इस बीमारी में ठण्ड भी लगती है.
3. गर्दन के निचले हिस्से में दर्द-
चूँकि थायराइड ग्रंथि गर्दन में ही स्थित होती है इसलिए गर्दन में कई तरह की समस्याएं आने लगती हैं. हलांकि इसके अलावा भी कई तरह की समस्याएं जैसे कि बालों का झड़ना और पतला होना, चेहरा सूजा हुआ लगना, रूखी आवाज, बहुत धीरे-धीरे और वक्त लगाकर बात करना भी देखने को मिलती हैं. थायराइड में मेटाबोलिक रेट कम हो जाने के कारण तनाव जैसी स्थिति हो जाती है. इसलिए कई बार बात-बात में भावुक हो उठना, कमजोरी, काम में अरुचि, थकान महसूस होना जैसी समस्याएं भी दिखती हैं.
4. शारीरिक व मानसिक विकास धीमा होना
हमारे शरीर में कई प्रक्रियाएं तेजी से होती हैं. लेकिन कुछ ऐसी भी हैं. जो बहुत धीरे-धीरे होती हैं. इसलिए तेजी से होने वाली प्रक्रियाओं को तो हम समझ जाते हैं लेकिन धीरे-धीरे होने वाली प्रक्रियाएँ अक्सर दिखाई नहीं देतीं. थायराइड के बीमारी में भी ये बात देखने को मिलती है. इसमें हमारा शारीरिक और मानसिक विकास काफी धीमा हो जाता है. छोटे बच्चों (12-14 साल के उम्र के) की तो वृद्धि भी रुक सकती है.
5. गले से आवाज निकलना-
थायराइड से पीड़ित रोगी का मुंह तेल की तरह चिकना होता है और गले से हर समय घुर्र-घुर्र जैसी आवाज का अनुभव होता है. जब मोटापे के कारण थायराइड होता है तो ये खुजलीदार, बदबूदार, पीले रंग की, छूने में मुलायम और दर्द रहित होता है. इसकी जड़ पतली तथा ऊपर से मोटी होती है जो शरीर के घटने, बढ़ने के साथ ही घटता-बढ़ता रहता है. यह तुम्बी की तरह लटकता रहता है.
6. बाल झड़ना-
थायराइड की बीमारी का एक लक्षण बालों का झड़ना भी है. इसमें सर के बाल झड़ने लगते हैं. यहाँ तक की ये स्थिति आपको गंजापन तक भी ले जा सकती है. यही नहीं इसमें आपके भौहों के बाल भी झड़ने शुरू हो सकते हैं.
7. जुकाम होना-
जुकाम होना तो एक आम समस्या है. इसलिए जब जुकाम होता है तब हमारा ध्यान इस तरफ नहीं जाता है. लेकिन इस बात का पता तब चलता है जब हम डॉक्टर को दिखाते हैं या फिर ये जुकाम ठीक नहीं होता है. क्योंकि ये आम तौर पर होने वाले जुकाम से एक अलग तरह का जुकाम होता है.