हाल के अध्ययन के मुताबिक 20 से 30 प्रतिशत पुरुष इस डिसऑर्डर का अनुभव करते हैं, जिसमें वीर्य के स्खलन पर उनका कोई नियंत्रण नहीं होता है, ऐसी स्थिति को समयपूर्व स्खलन के रूप में जाना जाता है. पेनिस की बढ़ती संवेदनशीलता के कारण समयपूर्व स्खलन होता है, यह सेक्स के कार्य से संबंधित किसी भी मनोवैज्ञानिक गड़बड़ी के कारण भी होता है. एक आदमी का सेक्सुअल कार्य समाप्त होता है या वीर्य के स्खलन के साथ क्लाइमेक्स तक पहुंच जाता है. वीर्य एक तरल पदार्थ है, जो प्रजनन गैमेटे, शुक्राणुजनोआ है. यह शुक्राणुजन्य स्खलनीय नलिकाओं को पार करता है और सेमिनल पुटिकाओं तक पहुंचता है. यह सेमिनल पुटिकाओं प्रोटीलोइटिक एंजाइम, फॉस्फेट, साइट्रिक एसिड और लिपिड में समृद्ध एक सफेद तरल पदार्थ का उत्पादन करके वीर्य का 70 प्रतिशत बनाता है. शुक्राणुजनोआ सेमिनल पुटिकाओं द्वारा उत्पादित इस तरल पदार्थ के साथ मिश्रण और स्खलन के लिए तैयार हो जाता है.
स्खलन प्रक्रिया
इस स्खलन प्रक्रिया उत्सर्जन चरण और निष्कासन चरण में दो चरण हैं.
अधिकांश पुरुष प्रवेश के दो मिनट बाद वीर्य स्खलन करते हैं. यदि इस समय वीर्य स्खलन कम होता है, तो इसे समयपूर्व स्खलन कहा जाता है.
समय से पहले स्खलन के साथ पुरुष के लिए कुछ स्वयं सहायता युक्तियाँ
डॉक्टर की मदद करने या मांगने से पहले आप समय से पहले स्खलन को दूर करने के लिए इन युक्तियों में से कुछ का अभ्यास कर सकते हैं.
यदि आप किसी विशिष्ट समस्या के बारे में चर्चा करना चाहते हैं, तो आप एक डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं.
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