योनि को स्वस्थ रखने के लिए 12 टिप्स
वजाइना यानी योनि महिला के शरीर का अद्भुत अंग हैं। ये न केवल जीवन के सृजन में मदद करती है बल्कि खुद को साफ रखने में सक्षम है। योनि स्वस्थ बैक्टीरिया और पीएच स्तर को अपने आप संतुलित कर सकती है। योनी और योनि स्वास्थ्य को समझना है तो अपने शरीर को समझे।ये जानें कि योनि क्या क्या काम करती है और आपके शरीर के लिए कितनी मह्तवपूर्ण है। योनि की देखभाल के लिए कोई विशेष उत्पाद इस्तेमाल करने की आवश्यकता नहीं हैं।
प्रत्येक व्यक्ति के जननांगों से अलग-अलग गंध आती है। आपकी व्यक्तिगत गंध कैसी है यह इसपर भी निर्भर करता है कि आप क्या खाते हैं । योनि स्वच्छता को लेकर हम काफी सतर्क रहते हैं औऱ तरह तरह के उत्पाद इस्तेमाल करते हैं।आज हम आपको बताएंगे की योनि को स्वस्थ्य रखने के 12 मंत्र-
1 सफाई का ध्यान रखें :
योनि और उसके आसपास के क्षेत्र को साफ करना सरल है:
• रोजाना गुनगुने पानी से धोएं। साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन सौम्य साबुन का उपयोग करें। वॉशक्लॉथ की जगह अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करें।
• अपनी योनि को अंदर से न धोएं। ऐसा करने से इसका नाजुक पीएच संतुलन बिगड़ सकता है और जलन और संक्रमण हो सकता है।
• विशेष स्क्रब, सुगंधित साबुन यहां तक कि ऐसे उत्पादों का उपयोग करने से बचें जो कहते हैं कि वे योनि की देखभाल के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। ये आपके प्राकृतिक पीएच संतुलन को भी बिगाड़ सकते हैं और संक्रमण ला सकते हैं। आप योनि की गंध के बारे में चिंता ना करें।
• शौचालय का उपयोग करने के बाद, आगे और फिर पीछे पोंछें या पानी से धोएं। ये तरीका इस्तेमाल ना करने से बैक्टीरिया मूत्रमार्ग में स्थानांतरित हो सकते हैं और संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
2 योनि के आसपास के बालों को हटाएं नहीं :
अपनी स्विमसूट लाइन के आसपास बालों को थोड़ा सा ट्रिम कर सकते हैं। लेकिन अपने प्यूबिक हेयर पूरी तरह मत हटाएं।ये बाल कई उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं। यह आपके नीचे की ओर अतिरिक्त बैक्टीरिया फैलने से बचाते हैं, और घर्षण और पसीने से संबंधित मुद्दों को भी समाप्त करते हैं। इन बालों को हटाने का मतलब खुजली भी है क्योंकि बाल वापस बढ़ते हैं और फिर त्वचा को परेशान करते हैं। अगर आपको अपने प्यूबिक हेयर को शेव करना है ही है, तो प्राकृतिक शेविंग जैल और क्रीम का इस्तेमाल करें।
3 सेक्स के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखें :
योनी आपके आनंद का महत्वपूर्ण केंद्र है, इसलिए इसे हानिकारक रसायनों और बैक्टीरिया से बचाना भी महत्वपूर्ण है।सेक्स के पहले वजाइना पर सुंगंधित उत्पादों का इस्तेमाल ना करें।अच्छी क्वालिटी के कंडोम का प्रयोग करें। कई ब्रांड शुक्राणुनाशकों से बने होते हैं जो आपकी योनि के अच्छे बैक्टीरिया को मार सकते हैं, आपके पीएच संतुलन को बिगाड़ सकते हैं और जलन और संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
4 सेक्स के दौरान ल्यूब्स की जांच करें :
सेक्स के दौरान अकसर चिकनाई वाले तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है।पर कुछ ऐसे तत्व भी हैं जो आपके शरीर के लिए बहुत स्वस्थ नहीं हैं।जैसे कि ग्लिसरीन। यह चिकनाई औऱ नमी बनाए रखने के लिए बहुत अच्छा काम करती है पर यह योनि में बैक्टीरिया के विकास में भी योगदान कर सकती है। यह पेट्रोलियम उत्पाद हैं इसलिए योनि के प्राकृतिक पीएच स्तर को बर्बाद कर सकती है। अन्य चीजें जिनसे आप बचना चाहेंगे उनमें शामिल हैं:
• सेंट
• स्वाद वाले उत्पाद
• अप्राकृतिक तेल
5 सुरक्षित सेक्स करें :
योनि स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छी और आसान चीजों में से एक है सुरक्षित सेक्स का अभ्यास करना। सुरक्षित रहने के लिए कंडोम का उपयोग करें।साथ ही नियमित रूप से यौन जांच करवाएं। संचरित संक्रमण (एसटीआई) से दूर रहने के लिए आपको समय समय पर परीक्षण करवाना चाहिए। सेक्स के दौरान बैक्टीरिया कभी-कभी मूत्रमार्ग में आ सकते हैं, इसलिए बाद में, बैक्टीरिया को बाहर निकालने के लिए पेशाब करें और मूत्र पथ के संक्रमण से बचने के लिए पेशाब करें। इसके बाद वल्वा को गर्म पानी से धो लें फिर उस जगह को अच्छी तरह से सुखा लें।
6 हवादार कपड़े पहनें :
हल्के और खुले कपड़े वजाइना के लिए सही चुनाव हैं।हो सके तो रेशम या पॉलिएस्टर के बजाय सूती अंडरवियर ही पहनें। इसमें नमी की मात्रा को सीमित करने के गुण होते हैं जो बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा नहीं देते हैं। गीले कपड़ों को जल्दी से बदलने की कोशिश करें।इससे भी नमी जैसी समस्याओं को सीमित किया जा सकता है। अंडरवियर रोजाना बदलना सुनिश्चित करें। अपने पैरों के आसपास अधिक खुले फिट के लिए महिलाओं के बॉयशॉर्ट्स पर विचार करें। टाइट-फिटिंग कपड़ों से बचें, जिसमें थोंग्स भी शामिल हैं, जो फेकल पदार्थ जमा कर सकते हैं जो योनि तक पहुंच सकते हैं और संक्रमण और गंध पैदा कर सकते हैं।
• वर्कआउट करने के बाद अपने कपड़े और अंडरवियर बदलें।
• पूरे दिन नम स्विमसूट पहनने से बचें।
• अगर आपको भारी योनि स्राव का अनुभव होता है, तो अपने अंडरवियर को दिन में दो बार बदलें।
• रात में, अपने अंडरवियर को पूरी तरह से हटाकर योनी के आसपास फंसने वाले पसीने को कम करें।
7 पीरियड्स में योनि स्वच्छता :
सुगंधित टैम्पोन, पैड और लाइनर से बचें। माहवारी के दौरान अपना टैम्पोन या पैड दिन में 4 से 5 बार बदलें। मासिक धर्म के दौरान नियमित रूप से योनि क्षेत्र को धोएं ।
8 सही आहार भी है ज़रूरी :
आप जो खाते हैं वह आपकी योनि को शीर्ष आकार में रखने में मदद कर सकता है। उचित खानपान से आपके पीरियड्स में ऐंठन कम होगी, संक्रमण घटेगा और सूखापन भी कम होगा।
- दही जैसे प्रोबायोटिक्स का सेवन आपकी योनि के पीएच स्तर को क्रम में रखकर यीस्ट संक्रमण को रोकने और योनि की गंध को कम करने में मदद कर सकता है।
- अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहने से बैक्टीरिया के अतिवृद्धि और तनाव से संबंधित पसीने को नियंत्रण में रखने में मदद मिलती है।
- क्रैनबेरी जूस- इसे जितना अधिक आप पीते हैं, उतनी ही अधिक संभावना है कि आप प्रजनन से पहले बैक्टीरिया को बाहर निकाल देते हैं और पेशाब करते समय दर्द जैसे लक्षणों से बच सकते हैं।
9 गायनोकॉलॉजिस्ट के चेकअप की तैयारी ना करें :
आपको गाइनो अपॉइंटमेंट से पहले शेव करने की ज़रूरत नहीं है। गाइनोकॉलॉजिस्ट चेकअप के लिए वेजाइना तैयार न करें। स्त्री रोग संबंधी परीक्षा लेने से योनि को केवल साफ-सुथरा रखना है, इसलिए आप सिर्फ नहाकर डॉक्टर के पास जा सकती हैं।
10 बॉडी सेफ सेक्स टॉयज का इस्तेमाल करें :
अगर आप सेक्स टॉयज़ का इस्तेमाल करते हैं तो इन्हें सोच समझकर चुनें। कुछ सामग्रियों से बने खिलौने आम तौर पर सुरक्षित होते हैं। जैसे लकड़ी, सिलिकॉन,स्टेनलेस स्टील,सिरामिक आदि। आम तौर पर आप ऑनलाइन सेक्स टॉय खरीदने से बचें। इनमें यह पता लगाना मुश्किल है कि ये किस चीज से बने हैं और कही उन्हें पहले इस्तेमाल तो नहीं किया गया है।इनकी साफ सफाई का भी पूरा ध्यान रखें।
11 योनि में संक्रमण के लक्षणों को नजरअंदाज न करें :
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि योनि संक्रमण के किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें। चाहे वह बदबूदार गंध हो या अत्यधिक योनि स्राव या रंगीन योनि स्राव हो। तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श करें। इसके अलावा, योनि में खुजली या योनि क्षेत्र में दर्द को नजरअंदाज न करें क्योंकि यह एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
12 खुद डॉक्टर बनने का प्रयास न करें :
जननांग क्षेत्रों के रोगों जैसे दाद , योनि का सूखापन या खुजली की बात आती है, तो अधिकांश महिलाएं स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने से हिचकती हैं। अकसर वे घरेलू इलाज जैसे बेकिंग सोडा के घोल का उपयोग करने या गंध से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू पेस्ट लगाने जैसे कुछ त्वरित घरेलू उपचारों को आजमाती हैं। यदि घरेलू उपचार कोई राहत प्रदान करने में विफल होते हैं तो मेडिकल स्टोर से एंटीफंगल या ऐसी हरी कोई क्रीम खरीद कर उपयोग करती हैं। लेकिन यह तरीका बिलकुल गलत है। इन सभी समस्याओं के लिए डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा है।