Symptoms of Liver Disease - लीवर रोग के लक्षण
कहते है ना कि हर क्लास में अच्छे बच्चों के बीच कुछ शरारती बच्चे भी होते है, जिन्हें मास्टरजी डाँट फटकार से सुधारते हैं, वैसे ही हमारे शरीर मे खून का कुछ हिस्सा खराब हो जाता है जिसे शरीर के अंदरूनी हिस्से का सबसे बड़ा और एक बेहद महत्वपूण हिस्सा साफ करता है। जिसे हम लीवर के नाम से जानते हैं। हम सब जानते है कि शरीर का 70% भाग पानी है और 30% भाग मास है, मगर क्या आप जानते है कि 70% पानी मे लगभग 7% सिर्फ खून है| अगर किसी इंसान के शरीर का वजन 55 किलो है तो उसके शरीर मे लगभग साढ़े चार से साढ़े पांच किलो खून मिलेगा। यह खून हमारे शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इसे हम डिलीवरी मैन भी कह सकते है क्योंकि यही खून हमारे शरीर के विभिन्न भागों में ऑक्सिजन पहुचाते हैं| और निकलने वाले कार्बन डाई ऑक्साइड और टॉक्सिक को बाहर ले जाते हैं। और जब यही खून एक क्लास के शरारती बच्चे की तरह बिगड़ जाता है तो उसे सुधारना जरूरी हो जाता है और यह काम हमारे शरीर का मास्टरजी यानी "लीवर " करता है।
लीवर खून साफ करने के अलावा खाना पचाने, किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन से लड़ने में भी काम करता है। लीवर में एक ऐसी क्षमता भी पाई जाती है, जिससे वह अपने आप को डैमेज होने के बाद दुबारा सही हो जाता है| ठीक हमारी स्किन की तरह। लेकिन अगर लीवर में यह खूबियाँ न रह जाए तो हमारा शरीर ज्यादा दिन नही चल पाएगा क्योंकि तब ना खून साफ होगा और ना ही शरीर का इन्फेक्शन से लड़ने में कोई मदद करेगा। इसलिए ऐसा कुछ भी करना जिससे लीवर की क्षमता अपने आप को और बाकी अंगों को ठीक करने से रोके वह आपके जीवन के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
भले ही लीवर शरीर के अंदर होता है पर उसके खराब होने का असर शरीर के सभी हिस्सों पर पड़ता है| इसलिए लीवर का ख़ास ख्याल तो रखें ही पर बताए गए कुछ लक्षण आगर आपको नजर आए तो ख़ास हिदायत बरतने के साथ ही डॉक्टर से भी मिलें।
• शरीर का पीला पड़ना
जब आपका लीवर सही तरीके से काम नहीं कर पाता तो शरीर पीला पड़ने लगता है। साथ ही आंखों का सफेद हिसस भी हल्का पिला नजर आने लगता है। यह इसलिए होता है क्योंकि बिलरुबिन नाम का केमिकल जो पीले रंग का होता है लीवर उसे साफ नहीं कर पाता और वह शरीर मे रह जाता है। इस स्थिति को हम पीलिया के नाम से जानते है। U K की नेशनल हेल्थ सेविस के अनुसार अधिक मात्रा में शराब ड्रग्स का सेवन करने से यदि लीवर खराब हुआ हो और उसके बाद व्यक्ति में पीलिया के लक्षण नजर आएं तो यह उसके जीवन के लिए बहुत खतरनाक है। इसलिए पीलिया होने पर अनिवार्यतः लीवर की जांच करानी चाहिए।
• मल मूत्र का रंग बदलना
लीवर खराब होने पर मूत्र का रंग गहरा पिला और मल का रंग हल्का पीला हो जाता है। इसलिए अगर ऐसे कोई लक्षण नजर आएं तो तुरंत अपने लीवर की जाँच कराएं।
• खुजली होना
खुजली होनालीवर खराब होने के शुरुवाती लक्षणों में से एक है। थ पैर या बदन के किसी भी हिस्से, यह खुजली शरीर मे कहीं भी हो सकती है। खुजली होने पर आपकी स्किन का लाल होना, खुजली वाली जगह पर सूजन आना, धब्बे पड़ना, चमड़ी का रंग फीका पड़ना, चमड़ी का सूख के फटने जैसे बदलाव आना। यह खुजली व्यक्ति में लंबे समय तक रह सकती है और खुजाने पर खुजली मिटने के बजाय और बढ़ सकती है। आमतौर पर जलने काटने से खुजली होती है परंतु अगर आपको बिना जले कटे खुजली हो तो समझी लीवर पर संकट आने को है या आ चूका है।
• चोट लगने पर ज्यादा खून बहना
आमतौर पर जिसका लीवर कमजोर होता है उसे चोट लगने पर सामान्य व्यक्ति के मुकाबले ज्यादा खून बहता है। क्योंकि खराब लीवर वाले व्यक्ति को चोट लगने पर जो प्रोटीन्स लीवर बनाता है खून को ज्यादा बहने से रोकने के लिए, जिसे हम ब्लड क्लोटिंग के नाम से भी जानते है, वह प्रोटीन्स बनना कम हो जाता है। इसलिए अगर चोट लगने पर खून बहना ना रुके तो यह चिंता का विषय हो सकता है|
• शरीर मे सूजन आना
जैसे ही लीवर कमज़ोर होने लगता है शरीर मे पानी जमा होने लगता है जिसकी वजह से शरीर मे सूजन आ जाती है। लीवर खराब होने पर पानी व्यक्ति के पेट हाँथ -पैर समेत हार्ट तक में जमा होने लगता है। कई बार हार्ट में ज्यादा पानी जमा होने की वजह से हार्ट अटैक होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए हांथों –पैरों में सूजन आये या पेट अचानक बढ़ने लगे तो लीवर की हाल खबर जरुर लें
• कोई सिग्नल ना मिलना
लोवा विश्वविद्यालय का कहना है कि जरूरी नहीं कि अगर आपमें लीवर खराब होने के कोई भी लक्षण न दिखाई दे तो आपका लीवर तंदरुस्त है। यह पूरी तरह से मुमकिन है कि आपका लीवर कमजोर हो पर कोई लक्षण शरीर पर नजर न आए। रिसर्च द्वारा पता चला है कि कमजोर लीवर वाले लोगो मे से आधेलोगों को बाहर से कोई लक्षण नही दिखाई देते और बाकी लोगों में से कुछ लोगो को हल्के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे कि थकान महसूस होना, चक्कर आना, कभी कभार खुजली होना|
इस तरह अगर शुरुवात में लीवर के कमजोर होने के लक्षण को नही पहचाना जाए या कोई लक्षण न दिखने पर लीवर की नियमित जाँच न की जाए उसका ख्याल न रखा जाए तो यह आगे चलके बेहद खतरनाक साबित हो सकता है| जो कि व्यक्ति को कोमा या मौत की वजह बन सजता है| इसलिए शरीर के मुख्या हिस्सों की तरह लीवर का भी ख़ास ख्याल रखें|