गर्भधारण करने का सही समय - Garbhdharan Karne Ka Sahi Samay!
माँ बनना हर महिला के लिए एक सपना होता है। शादी के बाद महिला के लिए यह सबसे खूबसूरत एहसास होता है। माँ बनने की खबर से पूरी घर में खुशियों की लहर भर जाती है। हालांकि, एक महिला के लिए गर्भवती बनने का राह बहुत आसान नहीं होता है। महिला को गर्भ धारण करने के लिए विभिन्न चरणों से गुजरना पड़ता है। इसके लिए महिला को सही समय पर अपने साथी के साथ यौन संबंध बनाना भी बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। सम्भोग के साथ ऐसी कई और बातें है जो एक माँ बनने के इच्छुक महिलाओं के लिए जानना बहुत जरुरी है। इस लेख के माध्यम से हम आपको बतायंगे कि गर्भ धारण करने का सबसे सही सही समय क्या है।
गर्भधारण करने का सही समय
यदि महिलाओं में मासिक चक्र 28 दिनों का है तो ओवुलेशन का समय मासिक धर्म के 14वें दिन होता है, अगर मासिक चक्र का समय 21 दिनों का है तो ओवुलेशन 7वें दिन हो सकता है या मासिक चक्र 35 दिनों का होता है तो महिलाएं मासिक चक्र के 21वें दिन ओवुलेशन करेंगी. ओवुलेशन प्रक्रिया पूरी तरह से मासिक चक्र पर निर्भर करती है. हालांकि ओवुलेशन कब होता है, यह पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है. आप ओवुलेशन के दिन को पता करने के लिए ओवुलेशन प्रेडिक्शन किट या यूरिन बेस्ड एलएच किट्स का उपयोग कर सकती हैं जो आसानी से बाजार में उपलब्ध होती हैं. किसी भी मासिक चक्र के दौरान केवल छह दिन होते हैं जब महिला गर्भवती हो सकती है - ओवुलेशन के पहले 5 दिन और ओवुलेशन के बाद 24 घंटे. ऐसा इसलिए क्योंकि पुरुष के शुक्राणु महिला के शरीर में 5 दिनों तक रह सकते हैं, और महिला का अंडा 12-24 घंटों के लिए ही रहता है.
मासिक चक्र का योगदान
जब अंडाशय से अंडा निकलता है तब ओवुलेशन की प्रक्रिया होती है. यह प्रक्रिया हर महीने होती है. कभी कभी इस दौरान एक से अधिक अंडे भी निकलते हैं. इस समय गर्भाशय की दीवार मोती होने लगती है और गर्भाशय ग्रीवा में मौजूद पदार्थ पतला हो जाता है जिससे इसमें से शुक्राणु आसानी से गुज़र सके. अंडा फैलोपियन ट्यूब में नीचे की और धीरे धीरे यात्रा करता है. अगर इस समय पुरुष और महिला ने संभोग किया है तो यह पर अंडा शुक्राणु से निषेचित हो सकता है. अब गर्भाशय की दीवार और भी ज्यादा मोटी हो जाती है क्योंकि अंडा निषेचन के बाद आरोपित होता है. लेकिन अगर अंडा निषेचित नहीं हुआ है तो यह मासिक धर्म के दौरान शरीर से बहार निकल जाता है. साथ ही दीवार भी पतली हो जाती है. आप अंडे को नहीं देख सकती क्योंकि यह बहुत ही सूक्ष्म होता है.
प्रजनन अवधि
जब पुरुष और महिला संभोग करते हैं तो पुरुष शुक्राणु महिला के प्रजनन क्षेत्र में पहुंचता है और यह शुक्राणु 3 से 5 दिन तक सक्रिय रहता है और इसी 5 दिनों में यह महिला के अंडे से मिलन करता है. अगर मिलन के समय शुक्राणु महिला के अंडे के भीतर जाने में सफल होता है तो गर्भधान की प्रक्रिया पूरी हो जाती है. इस प्रक्रिया में लगभग 10 घंटे का समय लगता है. इसलिए ओवुलेशन के पहले के पांच दिन गर्भधारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
गर्भधारण करने के लिए ओवुलेशन से एक या दो दिन पहले संभोग करने से शुक्राणु के पास अंडे तक पहुंचने और गर्भधान करने के लिए पर्याप्त समय होता है. इसके अलावा, ओवुलेशन वाले दिन संभोग करने की तुलना में ओवुलेशन के तीसरे या चौथे दिन पहले संभोग करने से गर्भ अधिक तीव्रता से धारण होता है. ओवुलेशन वाले दिन भी आप गर्भवती हो सकती हैं लेकिन पहले के चार दिन गर्भधारण की संभावनाएं अधिक होती हैं. उपर्युक्त कारणों की वजह से किसी भी स्त्री का प्रभावी प्रजनन समय ओवुलेशन के 2-4 दिन पहले का होता है.