Arthritis Symptoms In Hindi - आर्थराइटिस के लक्षण
आर्थराइटिस की बीमारी का संबंध हड्डियों के बीमारी से है. आर्थराइटिस को ही हिन्दी में संधिशोथ भी कहते हैं. इस बीमारी में हड्डियों के जोड़ सूजन ग्रसित हो जाते हैं. हालांकि इस सूजन की शुरुवात एक जोड़ से होती है लेकिन ये एक से ज्यादा अधिक जोड़ को भी प्रभावित करने लग सकती है. आइए इस लेख के माध्यम से हम आर्थराइटिस के विभिन्न लक्षणों पर एक नजर डालें ताकि लोग इससे लाभान्वित हो सकें.
आर्थराइटिस के लक्षणों की शुरुवात
आर्थराइटिस के लक्षण आमतौर पर तो बढ़ते समय के साथ धीरे-धीरे नजर आते हैं. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि इसके लक्षण अचानक ही नजर आ जाएँ. यानि ऐसे में आपको पहले से इसका कोई अनुमान नहीं होगा और अचानक ही पता चलने से आप चौंक जाएँ. ये बीमारी आमतौर पर बुजुर्गों को यानि लगभग 65 वर्ष की आयु या उसके बाद ही शुरू होती है. लेकिन अब इस बीमारी के होने की संभावना बच्चों, टीनएजर्स और युवाओं में भी तेजी से बढ़ती ही जा रही है. आपको बता दें कि कई विश्लेषणों में ये देखा गया है कि इसका प्रभाव पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा नजर आती है. मोटी या आवश्यकता से ज्यादा वजन वाली महिलाओं में इसके होने की संभावना ज्यादा रहती है. आप ये भी कह सकते हैं कि इसका प्रमुख कारण महिलाओं का घरों में ही रह जाना है. ऐसे में ये आवश्यक है कि घरों में रहने वाली महिलाएं नियमित रूप से कसरत करें ताकि उनके जोड़ों में होने वाले दर्द को रोका जा सके. अब सवाल ये है कि इसका पता कैसे चले कि किसे आर्थराइटिस है? तो इसका सामान्य सा जवाब है कि जिन लोगों में निंलिखित में से कोई भी लक्षण नजर आए तो ये समझ लें कि आपको चिकित्सक से परामर्श लेने की आवश्यकता है.
जोड़ों में दर्द है आर्थराइटिस का प्रमुख लक्षण
जब बात आर्थराइटिस के प्रमुख लक्षण की हो तो जोड़ों के दर्द की बात करनी आवश्यक हो जाती है. क्योंकि ये पूरी बीमारी ही इसपर आधारित है. आपको ये भी बता दें कि आर्थराइटिस के दौरान जोड़ों में दर्द के साथ-साथ जकड़न या सूजन जैसी समस्याएँ भी नजर आ सकती हैं. यदि इससे संबंधी इसके अन्य लक्षणों की बात करें तो इसमें प्रभावित अंग का लाल पड़ना, आपकी चलने की गति का धीमा होना इत्यादि हैं. थकान महसूस करना भी है आर्थराइटिस का लक्षण
आर्थराइटिस का शिकार व्यक्ति आमतौर पर बिना किसी परिश्रम के थकान महसूस करता है. यदि हम मेहनत करें तब तो थकान स्वाभाविक है लेकिन अनावश्यक थकान है तब तो आपको सावधान रहने की आवश्यकता है. क्योंकि ये आर्थराइटिस होने की संभावना को बल देता है. दरअसल होता ये है कि इस दौरान हमारा प्रतिरक्षा तंत्र धीमा पड़ जाता है और ये भी हो सकता है कि आप अपने भूख में कमी महसूस करें.
एनीमिया भी हो सकता है आर्थराइटिस का लक्षण
अब सवाल ये उठता है कि जब एनीमिया स्वयं एक बीमारी ही है तो ये किसी अन्य बीमारी का लक्षण कैसे हो सकता है? लेकिन यहाँ ये स्पष्ट कर देना ठीक रहेगा कि कई बार एक बीमारी, किसी अन्य बीमारी के होने का संकेत हो सकती है. इसलिए जब आप एनीमिया के शिकार होते हैं तो आपके शरीर होने होने वाली खून की कमी कई अन्य बीमारियों को जन्म दे सकती है. देती है. आर्थराइटिस भी इन्हीं संभावित बीमारियों में से एक है.
हाथ और पैर में गाँठों का पड़ना
आर्थराइटिस के दौरान हमारे शरीर में इसके कई लक्षण स्पष्ट नजर आने लगते हैं. हाथ और पैर में पड़ने वाली गाँठें भी इन्हीं में से एक है. आर्थराइटिस से पीड़ित व्यक्ति के हाथों-पैरो में गांठों का बनना आम लक्षण है. इसलिए इस तरह के गाँठों के नजर आते ही आपको सावधान हो जाना चाहिए और तुरंत किसी चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए. यदि आप समय रहते चिकित्सकीय परामर्श ले लेंगे तो हो सकता है कि आप इसके संकट से बच जाएँ. अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.