एड्स होने के कारण - Aids Hone Ke Karan!
एड्स (अक्वायर्ड इम्युनो डेफिशिएंसी सिन्ड्रोम) एक गंभीर बीमारी है जो कि ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होती है. इसमें शरीर की प्रतिरक्षा को गंभीर नुकसान पहुँचता है. एचआईवी/एड्स के कारण किसी व्यक्ति की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. सफेद रक्त कोशिकाएं होती हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. एचआईवी इन कोशिकाओं को नष्ट कर देता है. एचआईवी पॉजिटिव होने का मतलब हमेशा यह नहीं होता कि आपको एड्स है. एड्स, एचआईवी संक्रमण का तीसरा और अंतिम चरण है. हालांकि, अनुपचारित एचआईवी संक्रमण समय के साथ एड्स बन सकता है. एचआईवी से संक्रमित होने के लिए आपके शरीर में संक्रमित व्यक्ति का रक्त या वीर्य या योनि स्राव प्रवेश करना चाहिए. आप साधारण संपर्क के माध्यम से संक्रमित नहीं हो सकते. एचआईवी हवा, पानी या कीड़े के काटने के माध्यम से प्रसारित नहीं होता. आप कई तरीकों से एचआईवी से संक्रमित हो सकते हैं. आइए इस लेख के माध्यम से हम आपको एड्स होने के कारणों के बारे में बताएं ताकि इस विषय में जागरूकता फैल सके और लोगों की परेशानियाँ कम हो सकें.
1. यौन संबंधों द्वारा
आप आप किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन सम्बन्ध बना कर संक्रमित हो सकते हैं अगर उस व्यक्ति का रक्त, वीर्य या योनि स्राव आपके शरीर में प्रवेश करता है. योनि, गुदा द्वारा या मौखिक यौन सम्बन्ध बनाने से संक्रमण फ़ैल सकता है. यह वायरस सेक्स के दौरान मुंह में होने वाले छाले या गुदा या योनि में होने वाले छोटे से चीरे से भी फ़ैल सकता है.
2. रक्त के संचरण द्वारा
भले ही एचआईवी हवा, पानी या कीड़े के काटने के माध्यम से प्रसारित नहीं होता है लेकिन कई ऐसे तरीके हैं जिनसे ये फैल सकता है. कई मरीजों के मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि एड्स का वायरस रक्त संचरण के माध्यम से भी प्रसारित होता है.
3. सुइयों के साझे प्रयोग द्वारा
एचआईवी वायरस तब भी फैल सकता है अगर एक सुई जो किसी संक्रमित व्यक्ति पर इस्तेमाल की गयी हो, किसी असंक्रमित व्यक्ति पर इस्तेमाल कर दी जाए. इसलिए जब भी सुई का इस्तेमाल करना हो आपको हमेशा नई का ही इस्तेमाल करना चाहिए.
4. प्रसव या स्तनपान द्वारा
अगर एक औरत एचआईवी वायरस से संक्रमित है तो वह गर्भावस्था या प्रसव या स्तनपान द्वारा अपने बच्चे को भी इससे संक्रमित कर सकती है. प्रसव या स्तनपान के दौरान भी ये फैल सकता है इसलिए बेहतर यही है कि चिकित्सक से राय ले लें.
एचआईवी/एड्स से बचाव
अभी ऐसी कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है जो एचआईवी संक्रमण को रोक सके या उन लोगों का इलाज कर सके जिन्हें एचआईवी/एड्स है. एचआईवी/एड्स से बचने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है कॉन्डम का इस्तेमाल करना. पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए कॉन्डम उपलब्ध है. असुरक्षित यौन संबंध बनाना एचआईवी के प्रसार का सबसे आम तरीका है. आप पूरी तरह से एचआईवी के जोखिम को ख़तम नहीं कर सकते जब तक आप यौन सम्बन्ध बनाने से खुद को रोक नहीं लेते. हालाँकि इसके जोखिम को कम करने के लिए आप कुछ सावधानियां बरत सकते हैं.
* अपनी और अपने साथी की स्थिति जानने के लिए एचआईवी के लिए परीक्षण कराएं.
* अन्य यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के लिए परीक्षण कराएं. यदि आपको ऐसी कोई बीमारी है तो इलाज करें क्यूंकि एसटीडी होने से एचआईवी का खतरा बढ़ जाता है.
* कंडोम का उपयोग करने का सही तरीका जानें और उनका उपयोग हर बार जब आप यौन संबंध बनाते समय करें.
* अपने यौन साथियों की संख्या को सीमित करें. केवल एक साथी के साथ यौन सम्बन्ध बनाएं जो जो केवल आपके साथ सेक्स करे.
* यदि आपको एचआईवी है तो निर्देश अनुसार अपनी दवाएं लें अपने अपने यौन साथी को इसे प्रसारित करने के जोखिम को कम करें. हालांकि आपको अभी भी कंडोम का उपयोग करने की आवश्यकता है.
* एचआईवी रक्त के माध्यम से भी फैलता है इसीलिए कभी पहले से ही इस्तेमाल की गयी सुइयों या इंजेक्शन का उपयोग न करें.