जानिये कॉन्डोम प्रयोग करने के सही उपाये
यह तो मानना पड़ेगा कि कॉन्डोम विज्ञान का एक अद्भुत देन है। यह न सिर्फ अनचाहे प्रेगनेन्सी से बचाता है बल्कि एसटीडी यानि सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज जैसे, एचआईवी/एड्स के खतरे से भी बचने में बहुत सहायता करता है। सुरक्षित रूप से सेक्स का आनंद उठाने के लिए कॉन्डोम का इस्तेमाल करना ज़रूरी होता है।
सुरक्षित रूप से प्रेम संबंध स्थापित करने के लिए कॉन्डोम का सही तरह से इस्तेमाल करने के बारे में भी जानना ज़रूरी होता है। नहीं तो कॉन्डोम इस्तेमाल करने के बावजुद भी खतरे की संभावना वैसे ही रह जाती है।
1. पैकेट को सही तरह से खोलने का तरीका: ज़्यादातर समय लोग दाँत से पैकेट को फाड़कर खोलने की कोशिश करते हैं जिससे कॉन्डोम के फटने की संभावना बन जाती है। जिसके फलस्वरूप परिणाम अच्छा नहीं हो पाता है।
2. खोलने का तरीका: सामान्य तौर पर लोग यह गलती कर बैठते हैं कि उत्तेजित होने के पहले ही कॉन्डोम को खोल लेते हैं। जिसके कारण जब वे उत्तेजित होने के बाद पहनने जाते हैं तब साधारणतः कॉन्डोम फट जाता है।
3. गलत तरह से पहनने का तरीका: कभी-कभी लोग जल्दी में कॉन्डोम गलत तरह से पहन लेते हैं और फिर खोलकर सही तरह से पहनने के दौरान उसमें शुक्राणु (sperm) के लग जाने की आंशका बन जाती है, जिसके कारण गर्भधारण का खतरा बढ़ जाता है।
4. गलत लूब्रकन्ट (lubricant) का इस्तेमाल: कॉन्डोम के साथ सही तरह के लूब्रकन्ट का इस्तेमाल करना ज़रूरी होता है नहीं तो कॉन्डोम के फटने की संभावना बढ़ जाती है। उदाहरणस्वरूप पेट्रोलियम जेली, लोशन , क्रीम का इस्तेमाल करने से लैटेक्स कॉन्डोम (latex condom) को नुकसान पहुँचता है। इसके लिए ग्लिसरिन का इस्तेमाल करना अच्छा होता है।
5. हवा भरने की गलती न करे: कोई-कोई यह गलती कर बैठते हैं कि कॉन्डोम को पहनते वक्त उसमें हवा भरने लगते हैं। हवा के बुलबुले कॉन्डोम के फटने का कारण बन सकते हैं।
6. पहनने के बाद जगह न छोड़े: वीर्य (semen)के नोक पर पहनने पर जगह नहीं छोड़नी चाहिए इससे फटने का डर बना रहता है।
7. काम हो जाने के बाद पहने रहने की गलती: सेक्स के दौरान उत्तेजना के शमन के बाद भी कुछ लोग पहने रहने की गलती करते हैं जिससे शुक्राणु के निकल कर बाहर आने का डर बना रहता है। इसलिए इस्तेमाल करने के तुरन्त बाद इसको खोलकर फेंक देना चाहिए।
8. सही साइज का चुनाव: कॉन्डोम खरीदते वक्त सही साइज का चुनाव ज़रूर करें। साइज सही नहीं होने पर ढीला हो जाता है या जगह छुट जाता है। जिसके कारण सेक्स के दौरान आनंद पूरी तरह से उठा नहीं पाते हैं।
कॉन्डोम विज्ञान की देन ज़रूर है मगर बनाया तो मनुष्य ने ही है इसलिए कभी-कभी इसको बनाने में या संरक्षित करने में भी कुछ समस्याएं आ जाती हैं इसलिए इस्तेमाल करने के पहले इन बातों पर ध्यान देना ज़रूरी होता है:
• हमेशा अच्छे ब्रैंड का कॉन्डोम ही खरीदें।
• खरीदते वक्त एक्सपाइरी डेट (expiry date) पर ध्यान ज़रूर दें।
• ज़्यादातर लोग पॉकेट में कॉन्डोम लेकर घुमते हैं। सूर्य के किरणों के संपर्क में आने के कारण कॉन्डोम का लैक्टेस और टेक्सचर दोनों नष्ट होने लगते हैं।
इसलिए सुरक्षित और आनंदपूर्ण सेक्स लाइफ के लिए कॉन्डोम का इस्तेमाल ज़रूर करें।
गर्भधारण के लिए कैसे करें सेक्स
पति-पत्नी के बीच यौन संबंध का एक लक्ष्य माता-पिता बनना भी होता है। वात्सयायन के कामसूत्र में संभोग की स्थितियों यानी पोजीशंस के बारे में बताया गया है। इसी में ऐसी पोजीशन भी बताई गई हैं, जिनमें संभोग करने से गभीधारण आसान हो जाता है। आज हम आपको कुछ पोजीशंस बताएंगे, जो गर्भधारण में सहायक होती हैं। साथ ही हम आपको कुछ टिप्स भी देंगे- गर्भधारण के लिए दो पोजीशन में सेक्स करना फलदायक रहता है- मिशनरी पोजीशन: इस स्थिति में संभोग के समय पुरुष ऊपर की ओर होता है।
इस पोजीशन में संभोग करने से पुरुष का वीर्य सीधे स्त्री के गर्भाशय तक सीधा पहुंचता है। पुरुष के ऊपर रहने से गर्भधारण आसान हो जाता है। इसके विपरीत यदि स्त्री ऊपर की ओर रहती है, तो गर्भधारण की संभावनाएं काफी कम हो जाती हैं। हैंड एण्ड नी पोजीशन (डॉगी स्टाइल): इस पोजीशन में स्त्री घुटनों और हाथ के बल लेट जाती है और पुरुष पीछे की ओर से संभोग करता है। ऐसी स्थिति में वीर्य आसानी से महिला के गर्भाशय तक आसानी से पहुंचता है। कुछ देर आराम करें यदि आप गर्भधारण करना चाहती हैं, तो उपर्युक्त दोनों पोजीशंस पर संभोग करने के बाद कुछ देर आराम करें। बेड पर कूदें नहीं। चाहे जितने जरूरी काम क्यों न हों, संभोग के तुरंत बाद बिस्तर से उठने की जरूरत नहीं।
यदि आपने मिशनरी पोजीशन में सेक्स किया है, तो संभोग करते समय या फिर संभोग के बाद स्त्री अपनी कमर के नीचे तकिया लगा लें, ताकि वीर्य गुरुत्वाकर्षण बल के जरिए नीचे की ओर आसानी से पहुंच सके।
यदि संभोग के समय ही तकिया लगा लिया है तो अच्छा रहता है।
ऐसे में कम से कम आधे घंटे तक स्त्री को शांतिपूर्वक लेटे रहना चाहिए। कुछ लोग मानते हैं कि संभोग के बाद यदि स्त्री पीठ के बल लेटकर अपने पैर ऊपर कर के थोड़ी देर लेटी रहे तो गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा करना फलदायक हो सकता है। हालांकि यह बात अभी तक सिद्ध नहीं हुआ है। कौन स समय सही कुछ लोगों का मानना है कि दिन के समय सेक्स करने गर्भधारण की संभावना अधिक रहती है। इसके पीछे उनका तर्क यह होता है कि रात्रि की तुलना में दिन में वीर्य में शुक्राणु की संख्या अधिक होती है। वहीं हाल ही में हुए एक शोध में पता चला है कि गर्भधारण के लिए सेक्स का सही समय शाम पांच से सात बजे के बीच का होता है। इस दौरान वीर्य में शुक्राणु की संख्या करीब 35 प्रतिशत तक ज्यादा होती है।
शाम का यह समय ऐसा होता है, जब महिला के अंडाशय ज्यादा जल्दी क्रिया करते हैं। हालांकि यहां स्त्री को मासिक धर्म का ध्यान रखें। इन पोजीशन में न करें सेक्स यदि आप गर्भधारण चाहती हैं, तो इन बातों को जरूर ध्यान रखें, जो आपको नहीं करनी हैं। पहली यह कि संभोग के दौरान महिला ऊपर नहीं हो। ऐसे में शुक्राणु सर्विक्स के पास जमा हो जाते हैं। और थोड़ी ही देर में वापस लौट आते हैं, जिस कारण वो अंडाशय तक पहुंच नहीं पाते। इसके अलावा बैठकर, बगल में लेटकर और खड़े होकर सेक्स नहीं करें। इन सभी स्थितियों में शुक्राणुओं के गर्भाशय के पास जमा होने की संभावना ज्यादा होती है। हां कई बार वीर्य के निकलते समय शुक्राणु की गति अधिक होती है और ज्यादा संवेग होने के कारण शुक्राणु अपने लक्ष्य तक पहुंच जाते हैं और गर्भधारण हो जाता है।
दोस्तो अभी मौसम परिवर्तन के कारण शरीर मे भी क्रियात्मक परिवर्तन हो रहे है तो इसमे ये आयुर्वेदिक काढा उपयोगी सिद्ध होगा-
(वयस्क मात्रा)
ये तो हमारी साधारण जानकारी है कि दांतो की कैविटी एंड मसूड़ो की बीमारियों से अच्छे से ध्यान रखने से बचाया जा सकता है| यह सिर्फ बड़े लोगो के लिए ही नहीं बल्कि छोटे शिशुओ के लिए भी जरूरी है |
Why Space is Important to Our Sex
( सेक्स में क्यों जरूरी हैं गैप )
सेक्स सिर्फ शारीरिक संबंध ही नहीं बल्कि मानसिक संबंध भी होता है। सेक्स के दौरान आप मानसिक रूप से भी एक दूसरे से जुड़ाव महसूस करते हैं। कई शोधों के मुताबिक, आप सेक्स उसी व्यक्ति के साथ कर सकते हैं जिससे आप मानसिक और भावनात्मक रूप से जुड़े हों। आपको चाहिए कि आप जब बहुत गुस्से में हो या फिर आपके अपने पार्टनर से तनाव चल रहा हो तो उस दौरान सेक्स ना करें। अन्यथा आपको इसके नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। हाल ही में आए एक शोध में यह भी बात सामने आई है कि सेक्स में गैप होना जरूरी है यानी रोजाना सेक्स के आपको नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। अब सवाल ये उठता है कि वे कौन से कारण हैं जिनसे सेक्स में गैप होना जरूरी है। आइए जानें, सेक्स में क्यों जरूरी है गैप।
यह तो सभी जानते हैं सेक्स के जरिए आप चुस्त-दुरूस्त रह सकते हैं ।
यदि आप अपने पार्टनर से स्वस्थ रिश्ते चाहते हैं तो आपके सेक्सुअल रिलेशंस का ठीक होना भी बहुत जरूरी हो जाता है।
सेक्स करने के फायदे बहुत हैं लेकिन इसके कुछ नुकसान भी आपको उठाने पड़ सकते हैं
सेक्स में क्यों जरूरी है गैप
हार्मोंस का संतुलन बनाए रखने के लिए सेक्स रोजाना ना करें- महिलाओं में शादी के बाद हार्मोंस में बदलाव होता है, ऐसा सेक्सुअल रिलेशंस के कारण होता है। यदि आप चाहते हैं कि आपको कोई शारीरिक समस्या ना हो तो आपको बीच-बीच में सेक्स करना बंद कर देना चाहिए।
बोरियत से बचने के लिए रोजाना ना करें सेक्स- इंसान की स्वाभाविक प्रवृति होती है कि वह एक ही चीज से जल्दी ही बोर हो जाता है, ऐसे में यदि आप अपने संबंधों को रोमांचक बनाना चाहते हैं तो आपको सेक्स रोजाना नहीं करना चाहिए। कुछ दिनों बाद सेक्स से आपके बीच प्यार भी अधिक बढेगा और आप अपने पार्टनर को अपने और करीब महसूस करेंगे।
माहवारी के दौरान ना करें सेक्स- महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान कई बार बहुत परेशानियां होती हैं तो कई बार महिलाएं बीमार भी पड़ जाती हैं। जिन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान थोड़ा सा भी दर्द होता है उन्हें माहवारी के दौरान सेक्स करने से बचना चाहिए। अन्यथा उनको कोई गंभीर बीमारी होने का खतरा बढ़ सकता है।
इंफेक्शन होने पर ना करें सेक्स- कई बार आपको सेक्सुअल संबंधी संक्रमण एसटीडी (सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डीजीज) और एसटीआई (सेक्सुअल ट्रांसमिटिड इंफेक्शन) हो तो आपको सेक्स करने से बचना चाहिए, अन्यथा ऐसे इंफेक्शंस आपके पार्टनर को भी हो सकता है।
मानसिक रूप से स्वस्थ ना होने पर ना करें सेक्स- यदि आपका साथी मानसिक रूप से अस्वस्थ है या फिर वह बहुत चिंता, तनाव या किसी बड़ी समस्या से गुजर रहा है तो आपको सेक्स करने से बचना चाहिए।
किसी भी वक्त ना करें सेक्स– कई बार आपका अचानक दिन में सेक्स करने का मूड करता है लेकिन ठीक इसके विपरीत आपका साथी इसके लिए तैयार नहीं तो आपको सेक्स करने से बचना चाहिए या फिर अपने साथी को पहले इसके लिए तैयार करना चाहिए और उसके बाद ही आराम से सेक्स करना चाहिए।
Today’s Tips
दूध के साथ दही लें या नहीं?
दूध और दही दोनों की तासीर अलग होती है। दही एक खमीर वाली चीज है। दोनों को मिक्स करने से बिना खमीर वाला खाना (दूध) खराब हो जाता है। साथ ही, एसिडिटी बढ़ती है और गैस, अपच व उलटी हो सकती है। इसी तरह दूध के साथ अगर संतरे का जूस लेंगे तो भी पेट में खमीर बनेगा। अगर दोनों को खाना ही है तो दोनों के बीच घंटे-डेढ़ घंटे का फर्क होना चाहिए क्योंकि खाना पचने में कम-से-कम इतनी देर तो लगती ही है।
मर्दों को चाहिए सेक्स का अलग ऐसास
क्या आप अपने पार्टनर के दिल और दिमाग पर छा जाना चाहती हैं? क्या आप जानना चाहती हैं कि सेक्स को लेकर एक मर्द के दिमाग में क्या चलता रहता है? अगर इसका जवाब आपको अभी तक नहीं मिला तो हम बताते हैं। हम बता रहे हैं कि कैसा सेक्स चाहते हैं मर्द...
Weekend सेक्स
मॉनसून के आने की आहट हो रही है। इस सुहाने मौसम में काम से छुट्टी लीजिए, एक लॉन्ग ड्राइव पर निकलिए, और किसी अच्छे से होटल में जाकर अपना वीकेंड मनाइए। इस सुहाने आलम में सेक्स न सिर्फ उनको सुकून देगा, बल्कि आपकी तरफ ज्यादा आकर्षित भी करेगा।
Romantic सेक्स
झगड़े के बाद सेक्स हमेशा ही हॉट होता है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि आप इस एक्स्पीरियंस को लेकर उनसे झगड़ा ही कर बैठें। हमारे कहने का मतलब सिर्फ इतना है कि जब भी ऐसा हो, थोड़ी देर बाद उन्हें अपनी बांहों में भींच ले और आगे की तरफ बढ़ जाएं। इस तरह के एक्सपीरियंस के बाद आपका पार्टनर आपसे बार-बार झगड़ना चाहेगा।
आज हम आपको बताते हैं स्किन को चमकदार और साफ बनाने के लिए, कैसे करे दूध का प्रयोग:
1. यदि आपके पास पर्याप्त समय हो तो रात के समय काजू को दूध में भिगोकर रख दें। इसके बाद सुबह इन काजू को पीस लें और मुल्तानी मिट्टी मिलाएं। इस तरह दूध में भीगे हुए काजू और मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट बन जाएगा। इस पेस्ट में नींबू की कुछ बूंदे डाल लें। अब इसे चेहरे पर, हाथों और पैरों पर लगाएं। कुछ देर बाद पानी से धो लें। आपकी त्वचा एकदम निखर जाएगी।
2. गुलाब जल स्किन को कमसिन और गुलाबी बनाए रखता है। यदि गुलाब जल के साथ दूध को मिलाकर उपयोग में लाया जाए तो बेहतर परिणाम मिलता है। गुलाबजल में थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाकर चेहरे पर लगाएं। त्वचा चमक जाएगी।
3. रोजाना सुबह या शाम को दूध की मलाई में हल्दी मिलाकर चेहरे पर लगाएं। फिर थोड़ी देर बाद पानी से धो लें। इससे जल्द ही आपके चेहरे पर निखार आ जाएगा।
4. यदि आपकी स्किन ड्राय है तो थोड़ी सी दूध की मलाई लें उसमें शहद मिलाकर त्वचा पर लगाएं, इससे स्किन की ड्रायनेस खत्म हो जाएगी।
5. कच्चे दूध में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं सूखने पर चेहरा धो लें। स्किन साफ और चमकदार लगने लगेगी।
टाइप 2 डायबिटीज की असली वजह अभी तक पता नही लगी है
टाइप 1 डायबिटीज का सही कारण अज्ञात है।
टाइप 2 डायबिटीज की असली वजह का अभी तक पता नही लगा है
टाइप 2 डायबिटीज की असली वजह का अभी तक पता नही लगा है
पुरुषों में, इरेक्टाइल डिसफंक्शन का आयुर्वेदिक उपचार
पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन के घरेलू उपचार | पति-पत्नी के बीच अंतरंग संबंध उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। लेकिन कई बार कुछ छोटी-मोटी समस्याएं इस महत्वपूर्ण हिस्से को कमजोर बना सकती हैं। फिर इसके लिए दवाएं और महंगे उपचार द्वारा करवाने में पुरुष शर्मिंदगी भी महसूस कर सकते हैं। ऐसे में, यदि उन्हें यह जानकारी हो कि यदि वह नियमित तौर पर कुछ ऐसे खाद्य-पदार्थों का सेवन करते रहें, जो प्राकर्तिक तौर पर सेक्स लाइफ को बूस्ट करने में मदद करते हैं, तो शायद उन्हें मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत ही न पड़े। साथ ही यह फल सिर्फ पुरुषों में सेक्स से जुड़ी कमजोरी ही को ही नहीं दूर करते बल्कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या भी इससे ठीक हो सकती है। यहाँ कुछ ऐसे फल और अन्य खाद्य-पदार्थों की जानकारी दी जा रही है, जो पुरुषों को यौन ऊर्जा प्रदान करते हैं।
जैसे:-
तरबूज- तरबूज का नियमित सेवन न सिर्फ, पुरुषों में सेक्स ड्राइव को बूस्ट करता है बल्कि इसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी समस्या से भी राहत मिलती है। तरबूज में पाये जाने वाले यौगिक, इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए दवाओं की ही तरह काम करते हैं। तरबूज रक्त वाहिकाओं के सुचारू संचालन के लिए बहुत फायदेमंद है। यहाँ तक कि अध्ययनों में यह बात भी सामने आई है कि तरबूज में पाए जाने वाले तत्व शरीर की रक्त वाहिकाओं पर वियाग्रा जैसा ही असर डालते हैं। वहीं तरबूज में भरपूर मात्रा में पानी होता है, जिसमें लाइकोपीन नामक तत्व मौजूद होता है। यह तत्व शरीर में एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है और ह्रदय, प्रोस्टेट, और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है।
डार्क चॉकलेट- डार्क चॉकलेट के जरिए भी व्यक्ति अपनी सेक्स क्षमता को बढ़ा सकता है, खासकर इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित व्यक्ति। क्योंकि डार्क चॉकलेट में कोकोआ होता है, जिसके कारण फ्लेवेनाइड्स और एंटीआक्सिडेंट काफी मात्रा में पाए जाते हैं। जो शरीर में रक्त संचार को बढ़ाने में मदद करता है और साथ ही यह रक्तचाप के स्तर को भी कम करता है, जिसके कारण यौन अंगों में उत्तेजना में मदद मिलती है। इसके अलावा डार्क चॉकलेट शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड, को बनाने में मदद करता है जिससे कि इरेक्शन की क्षमता में मदद मिलती है।
सूखे मेवे- अखरोट में आर्जीनिन और एमिनो एसिड पाए जाते हैं, जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड बनाने में मदद करता है। इसके अलावा सूखे मेवे विटामिन ई, फोलिक एसिड और फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है, जो व्यक्ति में यौन क्षमता को बढ़ाता है। हालंकि इसका ज्यादा उपयोग भी घातक होता है, क्योंकि बादाम में बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी पायी जाती है।
जूस- इरेक्टाइल डिसफंक्शन से जूझ रहे लोगों में जूस काफी कारगर माना गया है, खासकर अंगूर का जूस। क्योंकि, अंगूर के रस में पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा में वृद्धि करता है। इसके अलावा अनार का जूस भी सेक्स के लिए प्राकृतिक बूस्टर माना जाता है। ऐसे में जूस का नियमित सेवन करने से सेक्स क्षमता बढ़ती है और यह इरेक्टाइल डिसफंक्शन से भी बचाता है।
लहसुन- लहसुन सेक्स क्षमता को बढ़ाने में एक अहम भूमिका निभाता है, क्योंकि लहसुन में कोमोत्तेजक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त संचार और और यौन क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। लहसुन में एलीकीन होता है जो कि जननांगों में खून के प्रवाह को बढ़ाता है। इसके अलावा सेक्स क्षमता को बढ़ाने के लिए लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन की दो-तीन कलियां कच्चा चबाकर खाने से धमनियाँ स्वस्थ रहती हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां- हरी पत्तेदार सब्जियों में भी काफी मात्रा में नाइट्रिक ऑक्साइड पाए जाते हैं। खासकर पालक, मेथी, अजवाइन के सेवन से खून का संचालन और लिंग उत्तेजना बढ़ता है। एमिनो एसिड और फोलेट से भरपूर पालक खाने और पालक का सूप पीने से सेक्स क्षमता को बढ़ावा मिलता है और साथ ही इरेक्टाइल डिसफंक्शन से भी निजात पाया जा सकता है। क्योंकि हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन , खनिज और ओमेगा-3s भरपूर मात्रा में होते हैं।
शरीर को अधिक टेस्टोस्टेरोन बनाने के लिए जैतून का तेल काफी कारगर माना जाता है। शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल और असंतृप्त वसा से छुटकारा दिलाने में भी यह मदद करता है। क्योंकि, जैतून के तेल में एंटीऑक्सीडेंट काफी मात्रा में पाया जाता है जो शरीर के लिए अच्छा माना जाता है।
किसी भी व्यक्ति के जीवन में यौन सुख का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। जिस तरह शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अच्छे भोजन की आवश्यकता होती है, उसी तरह खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए अच्छी सेक्सुअल लाइफ का होना भी जरूरी है और सही आहार से सेक्स लाइफ में भी सुधार किया जा सकता है। खासकर उन पुरुषों के लिए जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन के शिकार हैं, वे अपनी खानपान की आदतों में कुछ सुधार लाकर अपनी सेक्स लाइफ को काफी मजेदार बना सकते हैं।