मुंबई में ग्लूकोमा सर्जरी की लागत
मुंबई में ग्लूकोमा सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
मुंबई में ग्लूकोमा सर्जरी (काला मोतियाबिंद) की लागत कितनी है?
- ग्लूकोमा सर्जरी एक प्रकार की सर्जरी है जो ग्लूकोमा के इलाज के लिए की जाती है, एक ग्लूकोमा एक ऐसी बीमारी है जो आंखों से दिमाग में दृश्य जानकारी भेजने वाले ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचाता है। ऑप्टिक तंत्रिका द्वारा ही आंखों की रोशनी स्पष्ट होती है और हम आसानी से किसी भी चीज को देख सकते हैं। यदि इसका उपचार न ही कराया जाए तो दृष्टि हानि और अंधापन का कारण बन सकता है।
- ग्लूकोमा लक्षण को शुरुआत में अनुभव नहीं किया जा सकता है इसके लिए एक व्यापक परीक्षण की आवश्यकता होती है। ग्लूकोमा किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन वृद्ध वयस्कों में ज्यादा पाया जाता है। इसलिए आपको अपनी आंखों की नियमित जांच करवानी आवश्यक होती है।
- ग्लूकोमा के उपचार के लिए सर्जिकल हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। मुंबई में ग्लूकोमा सर्जरी (काला मोतियाबिंद) की न्यूनतम लागत लगभग 35,000 रुपये हो सकती है। जबकि इसकी अधिकतम लागत लगभग 40,000 रुपये तक हो सकती है। वहीं, इस सर्जरी की औसत लागत की बात करें तो 37,500 रुपये हो सकती है।
- आप ग्लूकोमा का उपचार हमारे माध्यम से भी करा सकते हैं। हम मरीज को कई तरह की सुविधाएं देते हैं जैसे मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए निशुल्क एम्बुलेंस सुविधा, निशुल्क परामर्श, उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा आदि अधिक जानकारी के लिए आप हमसे तुरंत संपर्क करें।
मुंबई में विभिन्न प्रकार के ग्लूकोमा सर्जरी की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
विद्युतदहनकर्म | ₹35,500 | ₹30,000 | ₹40,000 |
साइक्लोफोटोकोगुलेशन | ₹40,000 | ₹21,000 | ₹110,000 |
आर्गन लेजर ट्रेबेकुलोप्लास्टी (ALT) | ₹120,000 | ₹80,000 | ₹150,000 |
लेजर पेरिफेरल इरिडोटॉमी (LPI) | ₹125,000 | ₹93,495 | ₹151,620 |
चुनिंदा लेजर ट्रेबेकुलोप्लास्टी (एसएलटी) | ₹120,000 | ₹80,000 | ₹150,000 |
ड्रेनेज इम्प्लांट सर्जरी | ₹45,000 | ₹40,000 | ₹50,000 |
अहमद ग्लूकोमा वाल्व | ₹37,500 | ₹35,000 | ₹40,000 |
कॉन्टेक्ट ट्रांसक्लेरल लेजर साइक्लोब्लेशन (CTLC) | ₹120,000 | ₹80,000 | ₹150,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मुंबई में ग्लूकोमा सर्जरी (काला मोतियाबिंद) से पहले होने वाली जांच की लागत
मुंबई मेंग्लूकोमा सर्जरी से पहले सर्जन कई नैदानिक परीक्षणों की सिफारिश कर सकते हैं। यह परीक्षण मरीज के ग्लूकोमा की गंभीरता का आकलन करने और मरीज के समग्र नेत्र स्वास्थ्य की जांच करने में मदद करता है।
साथ ही परीक्षण के परिणाम सर्जिकल प्रक्रिया की सफलता निर्धारित करने के साथ साथ जटिलताओं को रोकने में भी मदद करते हैं। प्रत्येक मरीज की गंभीरता और जरुरत के हिसाब से लागत भी अलग-अलग हो सकती है। तो चलिए जानते हैं कि ग्लूकोमा सर्जरी से पहले कराए जाने वाले जांच और इनकी संभावित लागत कितनी हो सकती है-
- डाइलेटेड आई टेस्ट- इस परीक्षण में आंखों की रोशनी को मापा जाता है। मुंबई में इस परीक्षण की लागत ₹300 से ₹800 तक हो सकती है।
- गोनियोस्कॉपी- यह आंखों का एक दर्द रहित परीक्षण है। इसमें यह देखा जाता है कि आंखों के कोण जहाँ से तरल पदार्थ निकलता है ( जल निकासी वाला स्थान) खुला है या बंद है। इस टेस्ट की लागत ₹300 से ₹600हो सकती है।
- OCT, ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी- OCT में एक प्रकाश स्रोत होता है जिसके द्वारा रेटिना की सतह के नीचे कई परतों को देखा जाता है। मुंबई में इस परीक्षण की लागत ₹1000 से ₹2500 तक हो सकती है।
- ओकुलर प्रेशर टेस्ट- इस परीक्षण का उपयोग आंखों के दबाव को मापन के लिए किया जाता है। इस टेस्ट की लागत ₹1000 से ₹1600 हो सकती है।
- पचीमेट्री टेस्ट- कॉर्निया की मोटाई को मापने के लिए इस परीक्षण का उपयोग किया जाता है। इसकी लागत₹500 से ₹1000 तक हो सकती है।
- विजुअल फील्ड टेस्ट- इस परीक्षण के द्वारा आंखों की परिधीय दृष्टि को मापा जाता है। इस
- परीक्षण की लागत ₹750 से ₹950 हो सकती है।
मरीज के हिसाब से ग्लूकोमा सर्जरी (काला मोतियाबिंद) की लागत में अंतर क्यों होता है?
मुंबई में मरीज के हिसाब से ग्लूकोमा सर्जरी की लागत को विभिन्न कारक प्रभावित कर सकते हैं-
- सर्जन का चुनाव: मरीज ग्लूकोमा सर्जरी के लिए किस प्रकार के सर्जन का चुनाव करता है यह बात लागत को प्रभावित करती है। शहर का प्रसिद्द और अनुभवी सर्जन, सामान्य सर्जन की तुलना में अधिक फीस लेता है।
- मरीज की उम्र: ग्लूकोमा सर्जरी की लागत को मरीज की उम्र भी प्रभावित कर सकती है। यह बीमारी वैसे तो किसी भी उम्र में होती लेकिन वृद्ध मरीज में गंभीर हो सकती है। वृद्ध मरीज की सर्जिकल प्रक्रिया भी जटिल होती है इसलिए लागत बढ़ सकती है।
- स्थिति की गंभीरता: काले मोतियाबिंद की गंभीरता और आंख को हुई क्षति की सीमा सर्जरी प्रक्रिया की जटिलता भी बढ़ा देती है। जटिलता को कम करने एक लिए अतिरिक्त उपचार की आवश्यकता होती है। इसलिए लागत बढ़ सकती है।
- अन्य बीमारियां : सर्जरी से पहले यदि मरीज को कोई अन्य बीमारी है जैसे मधेमेह या उच्च रक्तचाप तो पहले इसे नियंत्रित करना पड़ता है। यह बीमारियां सर्जरी की जटिलता को बढ़ा सकती हैं इसलिए अतिरिक्त उपचार से इसे नियंत्रित कर प्रक्रिया को किया जाता है। ऐसे मरीजों की सर्जरी लागत बढ़ जाती है।
मुंबई में ग्लूकोमा सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
ग्लूकोमा आंखों की एक बीमारी है जिसका उपचार नहीं किया गया तो उसके कारण मरीज अंधा भी हो सकता है। सर्जन मरीज की बीमारी की गंभीरता के आधार पर सर्जिकल प्रक्रिया का चुनाव करते हैं। सर्जरी प्रक्रिया की लागत को कई कारक प्रभावित कर सकते हैं। मुंबई में सर्जरी की लागत पर प्रभाव डालने वाले कारक निम्नलिखित हैं
- अस्पताल का चुनाव: मरीज द्वारा चुना गया अस्पताल सर्जिकल प्रक्रिया की लागत प्रभावित कर सकता है। सरकारी अस्पताल की तुलना में निजी अस्पताल का शुल्क अधिक हो सकता है।
- सर्जरी के प्रकार: मरीज की आंखों की समस्या की गंभीरता के आधार पर ग्लूकोमा सर्जरी की प्रक्रिया का चुनाव किया जाता है। उपयोग की गई तकनीक की लागत अलग-अलग होती है और प्रत्येक मरीज की सर्जरी की कुल लागत भी अलग अलग हो सकती है।
- एनेस्थीसिया शुल्क: सर्जरीप्रक्रिया के दौरान उपयोग किए जाने वाले एनेस्थीसिया के प्रकार और अवधि हर मरीज की अलग-अलग हो सकती है। इसलिए प्रक्रिया की कुल लागत अलग अलग हो सकती है।
- लैब टेस्ट: सर्जरी के पहले कई तरह के परीक्षण कराने पड़ते हैं जो हर मरीज के लिए अलग अलग हो सकते हैं। लैब टेस्ट विभिन्न परीक्षण केंद्र में कराए जाते हैं, जिनकी लागत भी भिन्न-भिन्न होती है। इसलिए प्रत्येक मरीज के लिए सर्जरी की कुल लागत अलग-अलग हो सकती है।
- पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल :सर्जिकल प्रक्रिया के बाद मरीज को अच्छी देखभाल की आवश्यकता होती है। इसके लिए दवाओं, अनुवर्ती परामर्श और अन्य उपचारों की जरूरत होती है। इन सब में लगने वाली लागत भी ग्लूकोमा सर्जरी की कुल कीमत को प्रभावित कर सकती है।
- जटिलताएं: हालांकि जटिलताएं दुर्लभ होती हैं लेकिन कुछ मामलों में हो सकती है। इन जटिलताओं को दूर करने के लिए अतिरिक्त उपचार की आवश्यकता होती है, जो सर्जरी की कुल लागत को प्रभावित कर सकती है।
मुंबई में ग्लूकोमा सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
आंखों की गंभीर समस्या को दूर करने के लिए ग्लूकोमा की सर्जरी की जाती है। यह प्रक्रिया निम्न प्रकार से की जा सकती है:
- एंडोस्कोपिक साइकिल फोटो कोएग्यूलेशन (बीपी): इस प्रक्रिया में एक छोटे एंडोस्कोपी और लेजर का उपयोग कर के आंखों में द्रव उत्पादन और आंखों के दबाव को कम करने के लिए किया जाता है। इस तकनीक की लागत 38,000 रुपये तक हो सकती है।
- ट्रैबेकुलेटोमी: इस सर्जिकल प्रक्रिया का उपयोग आमतौर पर ओपन-एंगल ग्लूकोमा के इलाज के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया को करने में एक घंटे तक का समय लग सकता है। इसमें सर्जन पहले मरीज की आंख के ऊपरी हिस्से में एक छोटा सा छेद बनाता है। इसके जरिए अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकाल जाता है, जिससे आपकी आंखों में दबाव कम हो जाता है। इस प्रक्रिया में सुन्न करने वाली दवा दी जाती है। इस विधि की लागत 35,000 रुपये तक हो सकती है।
- ग्लूकोमा इम्प्लांट सर्जरी : इसके प्रक्रिया के द्वारा जन्मजात ग्लूकोमा, नव संवहनी ग्लूकोमा और चोट के कारण ग्लूकोमा का उपचार किया जाता है। इस प्रक्रिया में आमतौर पर 1 से 2 घंटे लगते हैं। प्रक्रिया के दौरान सर्जन आंख से अतिरिक्त तरल पदार्थ निकालने के लिए आंख के सफेद हिस्से पर एक छोटी ट्यूब या शंट लगाता है। इसकी प्रक्रिया की अनुमानित लागत 40,000 रुपये तक हो सकती है।
क्या दिल्ली में ग्लूकोमा सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
आंखों की गंभीर समस्या को दूर करने के लिए ग्लूकोमा की सर्जरी की जाती है। यह प्रक्रिया निम्न प्रकार से की जा सकती है:
- एंडोस्कोपिक साइकिल फोटो कोएग्यूलेशन (बीपी): इस प्रक्रिया में एक छोटे एंडोस्कोपी और लेजर का उपयोग कर के आंखों में द्रव उत्पादन और आंखों के दबाव को कम करने के लिए किया जाता है। इस तकनीक की लागत 38,000 रुपये तक हो सकती है।
- ट्रैबेकुलेटोमी: इस सर्जिकल प्रक्रिया का उपयोग आमतौर पर ओपन-एंगल ग्लूकोमा के इलाज के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया को करने में एक घंटे तक का समय लग सकता है। इसमें सर्जन पहले मरीज की आंख के ऊपरी हिस्से में एक छोटा सा छेद बनाता है। इसके जरिए अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकाल जाता है, जिससे आपकी आंखों में दबाव कम हो जाता है। इस प्रक्रिया में सुन्न करने वाली दवा दी जाती है। इस विधि की लागत 35,000 रुपये तक हो सकती है।
- ग्लूकोमा इम्प्लांट सर्जरी : इसके प्रक्रिया के द्वारा जन्मजात ग्लूकोमा, नव संवहनी ग्लूकोमा और चोट के कारण ग्लूकोमा का उपचार किया जाता है। इस प्रक्रिया में आमतौर पर 1 से 2 घंटे लगते हैं। प्रक्रिया के दौरान सर्जन आंख से अतिरिक्त तरल पदार्थ निकालने के लिए आंख के सफेद हिस्से पर एक छोटी ट्यूब या शंट लगाता है। इसकी प्रक्रिया की अनुमानित लागत 40,000 रुपये तक हो सकती है।
सारांश
जी हां,ग्लूकोमा एक गंभीर बीमारी है जिसके उपचार के लिए मुंबई में मरीज को बीमा कवर दिया जाता है। हालांकि बीमा कवर की राशि बीमा पॉलिसी की नियम और शर्तों पर आधारित होती है। यदि आपको ग्लूकोमा का उपचार कराना है तो अपने बीमा एजेंट से संपर्क करें।