लखनऊ में लेसिक सर्जरी की लागत
लखनऊ में लेसिक सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
लखनऊ में लेसिक सर्जरी की लागत कितनी है?
लखनऊ में ऐसे कई अस्पताल हैं जहां आंखों से संबंधी बीमारियां होने पर इलाज करवा सकते हैं। ऐसे ही अगर आंखों में दृष्टि संबंधी समस्याएं होती हैं, तो इन अस्पतालों में लेसिक सर्जरी कराने की सुविधा भी मौजूद हैं। यह सर्जरी हाइपरोपिया (दूरदर्शिता), मायोपिया (निकट दृष्टि) और दृष्टिवैषम्य जैसी समस्याएँ होने पर की जाती है। हालांकि, लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों में इस सर्जरी की लागत अलग-अलग हो सकती है।
लागत में होने वाले इन बदलाव के लिए कई तरह के कारक जिम्मेदार हैं। आज अपने इन लेख के माध्यम से हम लखनऊ में लेसिक सर्जरी की लागत पर विस्तार से चर्चा करेंगे, साथ ही लागत को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों के विषय में भी बताएंगे।
वैसे तो लखनऊ में लेसिक सर्जरी की लागत 45,000 रुपये से लेकर 1,45,000 रुपये तक हो सकती है। लेकिन यह लागत विभिन्न घटकों पर निर्भर करती है। इस वजह से लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों में सर्जरी की लागत में अंतर देखने को मिल सकता है।
आप हमारे माध्यम से भी सर्जरी करा सकते हैं । हम आपको कई सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे । ये सुविधाएं निम्नलिखित हैं-
- सर्जरी के बाद किसी भी तरह का बीमारी सम्बन्धी परामर्श लेने पर भी कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
- हम आपको अस्पताल तक पहुंचाने के लिए बिल्कुल मुफ्त में तकनीकी सुविधाओं से लेस एम्बुलेंस उपलब्ध कराते हैं।
- हमारे चिकित्सीय समन्यवक 24 घंटे सहायता के लिए तैयार रहते हैं।
- हम आपको अनुभवी और विशेषज्ञ सर्जन तक पहुंचने में मदद करेंगे।
- सर्जरी की कुल लागत को बिना किसी अतिरिक्त भार के आसान किश्तों में अदा करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
लखनऊ में विभिन्न प्रकार की लेसिक सर्जरी की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
स्माइल लेसिक सर्जरी | ₹90,000 | ₹80,000 | ₹100,000 |
स्माइल लेसिक सर्जरी | ₹130,000 | ₹125,000 | ₹140,000 |
वेव फ्रंट एनालिसिस | ₹95,000 | ₹45,000 | ₹145,000 |
कंटूरा लेसिक | ₹100,000 | ₹95,000 | ₹105,000 |
सब बोमन केराटोमिलेसिस | ₹35,000 | ₹30,000 | ₹40,000 |
फेम्टोसेकेंड लेसिक | ₹90,000 | ₹80,000 | ₹100,000 |
कन्वेंशनल लेसिक | ₹25,000 | ₹20,000 | ₹30,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
लखनऊ में लेसिक सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत
लखनऊ में लेसिक सर्जरी के पहले ऑय सर्जन कई तरह की जांच जांच कराने की सलाह दे सकता है। इस जांचों के माध्यम से सर्जन मरीज की बीमारी की गंभीरता जांचता है और फिर उसी के अनुरूप इलाज की विधि निर्धारित करता है।सर्जन मरीज को जितनी तरह की जांच कराने के लिए कहेगा, सर्जरी की लागत उसी के अनुरूप बढ़ती है।
सर्जन द्वारा सुझाई जाने वाली कुछ विशेष जांच और उनकी औसतन लागत-
- वेवफ्रंट विश्लेषण: 400 रुपये से 800 रुपये
- कॉर्निया स्थलाकृति: 500 रुपये से 2,500 रुपये
- पचीमेट्री: 800 रुपये से 1,500 रुपये
- ड्राई आई टेस्ट: 200 रुपये से 400 रुपये
- साइक्लोप्लेजिक अपवर्तन: 1,000 रुपये से 1,500 रुपये
- छात्र माप: 250 रुपये से 1,000 रुपये
मरीज के हिसाब से लेसिक सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
मरीज के हिसाब से लेसिक सर्जरी की लागत में भिन्नता आने के लिए कई तरह के कारक जिम्मेदार हैं, जो निम्नलिखित हैं-
- उम्र: लेसिक सर्जरी करवाने वाले मरीज की उम्र के अनुसार सर्जरी की लागत तय की जा सकती है। दरअसल, उम्र के बढ़ते क्रम के साथ ही आँखों की रोशनी पर प्रभाव पड़ना और बीमारी से लड़ने वाली प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना आम बात हैं। ऐसे में अगर मरीज की उम्र ज्यादा है तो उसकी लेसिक सर्जरी की लागत ज्यादा हो सकती है, जबकि युवा की कम।
- बीमारी की गंभीरता: मरीज की आंखों की बीमारी की स्थिति भी सर्जरी की लागत को प्रभावित कर सकती है। दरअस, जांच के परिणाम से सर्जन बीमारी की गंभीरता का पता लगा लेता है, और फिर उसी गंभीरता के आधार पर उस बीमारी का इलाज करता है और सर्जरी की तकनीक का चयन करता है। इसी वजह से मरीज के हिसाब से उसकी बीमारी की गंभीरता भी मरीज की सर्जरी की लागत को प्रभावित कर सकती है।
- अन्य बीमारियां: कुछ मामलों में मरीज आंखों की जिस बीमारी से ग्रसित है, उसकी वजह शरीर में मौजूद कोई अन्य बीमारी भी हो सकती है। इस वजह से मरीज को सर्जरी के साथ-साथ उस अन्य बीमारी का भी इलाज कराना पड़ता है, जिससे लेसिक सर्जरी की लागत में अंतर देखने को मिल सकता है। पड़ता है।
लखनऊ में लेसिक सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
ऐसे कई कारक हैं जो लखनऊ में लेसिक सर्जरी की लागत को प्रभावित कर सकते हैं, इनमें से कुछ महत्वपूर्ण कारक निम्नलिखित हैं-
- अस्पताल: लेसिक सर्जरी के लिए मरीज द्वारा चयनित अस्पताल उसकी सर्जरी की लागत में भिन्नता पैदा कर सकता है। दरअसल, लखनऊ में कई ऐसे अस्पताल हैं, जहां लेसिक सर्जरी करवाई जा सकती है। इन अस्पतालों में सरकारी और निजी दोनों तरह के अस्पताल शामिल हैं। अस्पतालों में सर्जरी की लागत वहां मिलने वाली सुविधाओं के आधार पर हो सकती है, मतलब जिस अस्पताल की सुविधाएं जितनी अच्छी, वहां का शुल्क उतना ही ज्यादा।
- सर्जन का शुल्क: लेसिक सर्जरी के लिए आपने द्वारा चयनित सर्जन का शुल्क कुल लागत को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है। दरअसल, एक उच्च अनुभवी सर्जन कम अनुभव वाले डॉक्टर की तुलना में प्रक्रिया के लिए अधिक शुल्क लेता है।
- जांच की लागत: सर्जरी के पहले आपको जितनी ज्यादा जांच कराने की जरूरत पड़ेगी, सर्जरी की लागत उतनी ही ज्यादा बढ़ सकती है। कई बाद सर्जन एक ही जांच दोबारा कराने की सलाह भी देता है। ऐसे में सर्जरी की लागत में बढ़ोत्तरी होना लाजमी है।
- सर्जरी का प्रकार: लेसिक सर्जरी के लिए सर्जन कई प्रकार की तकनीकों का प्रयोग करता है। ऐसे में सभी लकनीकों की लागत में भी अलग-अलग होती है। इसी क्रम में सर्जन मरीज की सर्जरी के लिए जिस तरह की तकनीक का चयन करेगा, सर्जरी की लागत उसी के अनुसार, प्रभावित होगी।
- सर्जरी के बाद की परेशानियां: कई बाद सर्जरी के बाद मरीज को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसमें आंखों के फ्लैप में सूजन, और आंखों में सूखापन जैसी समस्याएं शामिल हैं। इस समस्याओं से निजात पाने के लिए अन्य इलाज की आवश्यकता होती है, जो लागत पर असर डाल सकता है।
लखनऊ में लेसिक सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
लखनऊ में लेसिक सर्जरी के लिए कई तरीके का चयन किया जाता है और हर एक तरीके की लागत अलग-अलग है। आइये जानते हैं कि ये तरीके कौन-कौन से हैं और इनकी लागत कितनी है-
- पारंपरिक लेसिक: पारंपरिक लेसिक कॉर्निया को फिर से आकार देने के लिए एक एक्सीमर लेजर का उपयोग करता है ताकि यह स्पष्ट दृष्टि बहाल करते हुए प्रकाश को ठीक से अपवर्तित कर सके।
लेसिक सबसे आम लेज़र विज़न करेक्शन प्रक्रिया है जिसका उपयोग निकट दृष्टिदोष, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य जैसे निचले क्रम के विपथन के इलाज के लिए किया जाता है। पारंपरिक लेसिक सर्जरी की औसत लागत 40,000 रुपये - 50,000 रुपये के बीच है।
- SBK (सब बोमन केराटोमिलेसिस): SBK लेसिक एक ऐसी प्रक्रिया है जो कॉर्नियल फ्लैप बनाने के लिए मोरिया SBK (सब-बोनमैन-केराटोमिलेसिस) ब्लेड का उपयोग करती है और फिर कॉर्नियल संरचना को बदलने के लिए कॉर्नियल संरचना (कार्ल ज़ीस मेल 90 सिस्टम) को बदलने के लिए एक बहु-बिंदु लेजर लागू करती है।
सर्जरी से पहले आंखों में सुन्न करने वाली बूंदों को डाला जाता है। सर्जरी की अवधि लगभग 15-20 मिनट है। SBK लेसिक सर्जरी की औसत लागत 50,000 रुपये से लेकर 80,000 रुपये के बीच है।
- फेमटोसेकंड लेसिक: यह एक अत्यधिक सुरक्षित और कुशल लेसिक सर्जरी की तकनीक है, जिसे रोबोटिक ब्लैडलेस लेसिक सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है। इस आंखों के इलाज में अल्ट्राफास्ट फेमटोसेकंड लेजर की मदद से फ्लैप बनाया जाता है और एक्साइमर लेजर जरूरत के मुताबिक कॉर्निया को काट देता है। दिल्ली में फेमटोसेकंड लेसिक सर्जरी की औसत लागत 80,000 रुपये से लेकर 1,00,000 रुपये के बीच है।
स्माइल (छोटा चीरा लेंटिकुल एक्सट्रैक्शन) - यह एक प्रीमियम सर्जरी का प्रकार भी है। यह कीहोल लेजर नेत्र शल्य चिकित्सा का एक नया रूप है जो उच्च स्तर की अल्प-दृष्टि वाले लोगों के लिए दृष्टि को सही कर सकता है।
स्माइल का मतलब होता है स्मॉल इनसीजन लेंटिक्यूल एक्सट्रैक्शन, और यह ब्लेड रहित प्रक्रिया है जो मिनिमली इनवेसिव है। यह ड्राई आई सिंड्रोम, हाई हाइपरोपिया और मायोपिया वाले व्यक्तियों के लिए सबसे उपयुक्त तकनीक है। स्माइल लेसिक सर्जरी की औसत लागत 1,00,000 रुपये से लेकर 1,20,000 रुपये तक हो सकती है।
- कंटूरा विजन लेसिक सर्जरी: कॉन्टूरा विजन सर्जरी को आमतौर पर टोपोग्राफी-गाइडेड लेसिक सर्जरी कहा जाता है। यह एक ऐसी परिष्कृत प्रक्रिया है, जो चश्मा हटाने की सर्जरी पर विचार करने वाले व्यक्तियों को अधिक लाभ प्रदान करती है। कॉन्टूरा विजन लेसिक सर्जरी एक उन्नत लेसिक तकनीक है जो चश्मा की आवश्यकता को समाप्त करती है। इसकी लागत लगभग 1,50,000 तक हो सकती है।
क्या लखनऊ में लेसिक सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
कुछ समय पहले तक स्वास्थ्य बीमा कंपनियां लेसिक सर्जरी की गिनती कॉस्मेटिक सर्जरी में आरती थी और इसको कवर नहीं करती थी। हालांकि अब अधिकाँश बीमा कंपनियां लेसिक सर्जरी या आंखों के अपवर्तन की लागत को कवर करती हैं। इसके अलावा, इनमें से कई बीमा कंपनियां विजन प्लान भी पेश करती हैं। यदि आप इन योजनाओं में नामांकन करना चुनते हैं, तो आप अपनी सर्जरी पर छूट प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
सारांश
लखनऊ में लेसिक सर्जरी के लिए कई नेत्र अस्पताल मौजूद हैं। हालांकि, सभी की लागत में भिन्नता देखने को मिल सकती है। ऐसे में यह मरीज या उनके तीमारदारों को तय करना है कि सर्जरी के लिए कौन सा अस्पताल सुलभ और सुरक्षित रहेगा। आप अस्पताल के मेडिकल कॉर्डिनेटर से मिलकर लागत की सटीक जानकारी हासिल कर सकते हैं।