कोलकाता में कार्पल टनल सिंड्रोम का इलाज
कार्पल टनल सिंड्रोम एक न्यूरोपैथिक रोग है जहाँ हाथ की कलाई के ऊपरी हिस्से में स्थित कार्पल टनल में नसों के दबाव से अस्थिरता, दर्द और थकान होती है। इसका उपचार दवाओं, व्याय...read more
कोलकाता में कार्पल टनल सिंड्रोम के लिए 197+ बेस्ट डॉक्टर
Dr. Anindya Dutt
Dr. Debasish Naskar
Dr. Ranjit Kumar Dutta
Dr. Tanmoy Karmakar
Dr. Susmit Naskar
Dr. Abhilash Sarkar
Dr. Samrat Sen
Dr. Chayan Gupta
Dr. Binay Ranjan Ray
Dr. Pratik Agarwal
कोलकाता में कार्पल टनल सिंड्रोम के लिए बेस्ट डॉक्टर
डॉक्टर का नाम | अस्पताल की फीस | लायब्रेट रेटिंग |
---|---|---|
Anindya Dutt | ₹ 300 | NA |
Debasish Naskar | ₹ 400 | 89 |
Ranjit Kumar Dutta | ₹ 600 | NA |
Tanmoy Karmakar | ₹ 500 | NA |
Susmit Naskar | ₹ 800 | NA |
Abhilash Sarkar | ₹ 500 | NA |
Samrat Sen | ₹ 700 | NA |
Chayan Gupta | ₹ 600 | 88 |
Binay Ranjan Ray | ₹ 500 | NA |
Pratik Agarwal | ₹ 800 | NA |
कोलकाता में कार्पल टनल सिंड्रोम का इलाज पर रोगियों की प्रतिक्रिया
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कार्पल टनल सिंड्रोम उपचार के लिए कौन सा डॉक्टर सबसे अच्छा होता है?
कार्पल टनल सिंड्रोम का उपचार एक अनुभवी और प्रशिक्षित आर्थोपेडिक सर्जन ही कर सकता है। आर्थोपेडिक सर्जन हड्डियों, जोड़ों, स्नायुबंधन, कण्डरा और मांसपेशियों से संबंधित विकारों के निदान और उपचार में विशेषज्ञ होता है। वह जोड़ों और मांसपेशियों संबंधित सर्जरी को सफलता के साथ कर सकता है। इसलिए कार्पल टनल सिंड्रोम के लक्षण दिखने पर उसके निदान और उपचार के लिए आपको एक योग्य और अनुभवी आर्थोपेडिक सर्जन के पास जाना चाहिए।
कोलकाता में कार्पल टनल सिंड्रोम उपचार के लिए सबसे अच्छे डॉक्टर कैसे ढूंढें?
कार्पल टनल सिंड्रोम उपचार के लिए कोलकाता में अगर आप एक अच्छे सर्जन की खोज कर रहे हैं तो इसमें आपकी मददwww.lybrate.comवेबसाइट कर सकती है। इस वेबसाइट पर ऑर्थोपेडिक सर्जन की एक लंबी लिस्ट होती है। यहां उनके अनुभव, उनकी विशेषज्ञता के साथ उनके शुल्क का भी ब्यौरा दिया होता है। आप अपनी पसंद का सर्जन चुनने के साथ अपना अपॉइंटमेंट भी बुक कर सकते हैं। इसके अलावा अपने आस पास के संस्थान में आप अपने लिए सर्जन चुन सकते हैं, अपने जान पहचान के लोगों से भी किसी अनुभवी सर्जन के बारे में पूछ सकते हैं।
कार्पल टनल सिंड्रोम का मुख्य कारण क्या है? करना है
कार्पल टनल सिंड्रोम हाथों की गंभीर बीमारी है।माध्यिका तंत्रिका पर दबाव कार्पल टनल सिंड्रोम का मुख्य कारण है।जो अधिकतर महिलाओं और वृद्ध लोगों में ज्यादा देखी जाती है। कार्पल टनल सिंड्रोम के होने के निम्न कारण हो सकते हैं:
क्या कार्पल टनल सिंड्रोम गंभीर होता है?
जी हाँ, कार्पल टनल सिंड्रोम हाथों की एक गंभीर बीमारी होती है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब हाथों की मुख्य नस मीडियन नर्व किसी कारण दब या सूज जाती है। इस परिस्थिति में हाथ में दर्द और सूजन शुरू हो जाता है। धीरे-धीरे यह समस्या बढ़ती जाती है। तेज दर्द और नसों में दबाव या अकड़न महसूस हो सकती है। उंगलियां सुन्न होने लगती हैं हाथों में झुनझुनी का अनुभव होता है। समय से इलाज न होने कारण यह अवस्था गंभीर हो सकती है।
कोलकाता में कार्पल टनल सिंड्रोम के उपचार का सबसे तेज़ तरीका क्या है?
कोलकाता में कार्पल टनल सिंड्रोम के निदान और उपचार का सबसे तेज तरीका एंडोस्कोपिक सर्जरी प्रक्रिया है। जब इसके निदान में सभी प्रकार के भौतिक उपचार असफल हो जाते हैं तो सर्जरी आवश्यक हो जाती है। एंडोस्कोपिक सर्जरी एक सफल और प्रभावी तकनीक है। सर्जिकल प्रक्रिया में कैमरे के उपयोग द्वारा जोखिम कम किया जाता है और छोटे चीरों के माध्यम से की सर्जरी के बाद मरीज रिकवर भी जल्दी करता है। इसलिए यह सबसे तेज और प्रभावी उपचार विधि है।
कोलकाता में कार्पल टनल सिंड्रोम के उपचार के लिए डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?
आप कोलकाता में हैं और आपकोकार्पल टनल सिंड्रोम का कोई भी लक्षण दिखे जो आपके जीवन के गुणवक्ता प्रभाव डाले तो तुरंत आपको आर्थोपेडिक सर्जन से संपर्क करना चाहिए। कार्पल टनल सिंड्रोम के निम्न लक्षण हो सकते हैं:
अगर मैं कार्पल टनल सिंड्रोम से पीड़ित हूं तो मुझे अपने डॉक्टर से क्या सवाल पूछना चाहिए?
अगर आपकार्पल टनल सिंड्रोम सर्जरीसे पीड़ित हैं तोओर्थोपेडिक सर्जन के पास परामर्श के लिए जाने पर आपको उनसे निम्न सवाल पूछने चाहिए:
अपनी बीमारी का कारण पूछना चाहिए? सिंड्रोम को ठीक करने के उपाय क्या हो सकते हैं? दर्द को कम करने के लिए कौन सी दवा लेनी चाहिए? अगर सर्जरी करानी पड़े तो प्रक्रिया कौन सी होगी? सर्जरी की लागत कितनी आ सकती है? सर्जरी के बाद रिकवर होने में कितना समय लग सकता है?
क्या कार्पल टनल सिंड्रोम सर्जरी दर्दनाक होता है?
कार्पल टनल सिंड्रोम सर्जरी के बाद दर्द होना सामान्य बात है। सर्जरी प्रक्रिया के दौरान एनेस्थीसिया दिया जाता है, जिसके कारण मरीज को किसी प्रकार के दर्द का अनुभव नहीं होता है। लेकिन बाद में चीरे और टांके के कारण सर्जरी के बाद दर्द हो सकता है। इस दर्द और सूजन को कम करने के लिए सर्जन दर्द नाशक दवाएं देते हैं। जैसे-जैसे मरीज रिकवर होता है दर्द समाप्त हो जाता है।
क्या कार्पल टनल सिंड्रोम सर्जरी सुरक्षित होता है?
जी हां, कार्पल टनल सिंड्रोम सर्जरी एक सुरक्षित प्रक्रिया मानी जाती है। इस प्रक्रिया की सफलता के बाद मरीज के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है, दर्द से राहत मिलती है। हालांकि इस सर्जरी में कुछ जोखिम भी हो सकते हैं। यह जोखिम असामान्य होते हैं। इन जोखिमों में शामिल हैं: जैसे संक्रमण, घाव का बनना, हाथों का सुन्न हो जाना आदि। ये जोखिम मरीज की समस्याएं और बढ़ा सकती हैं। दोबारा सर्जरी भी करनी पड़ सकती है।
क्या लेजर कार्पल टनल सिंड्रोम सर्जरी स्थायी होता है?
लेजर एक आधुनिक और कम आक्रामक प्रक्रिया है, जिसका उपयोग कई गंभीर बीमारियों के उपचार में किया जाता है।लेकिन कार्पल टनल सिंड्रोम के उपचार में यह स्थायी भूमिका नहीं निभाता है। कार्पल टनल सिंड्रोम की समस्याओं को कम करने में लेजर सर्जरी की तुलना में एंडोस्कोपिकऔर ओपन सर्जरीज्यादा उपयोगी।
कोलकाता में कार्पल टनल सिंड्रोम सर्जरी की लागत क्या है?
कोलकातामें कार्पल टनल सिंड्रोम सर्जरी की अनुमानित लागत की बात करें तो तो40,000 से लेकर 60,000 रुपए तक हो सकती है। सर्जरी की लागत कई कारकों पर निर्भर करती है जैसे मरीज की आवश्यकता, उसकी उम्र, सर्जरी प्रक्रिया, सर्जन का चुनाव आदि।इसलिए जब भी सर्जरी कराने जाएं तो अपने खर्चों की एक रुपरेखा तैयार कर लें।
अगर कार्पल टनल सिंड्रोम सर्जरी न कराया जाए तो क्या होता है?
कार्पल टनल सिंड्रोम हाथों की एक गंभीर बीमारी है जो मरीज को असहनीय दर्द देती है। अगर इस इसका उपचार समय से शुरू नहीं किया गया तो हाथों में दर्द,सुन्नता, उंगलियों का काम करना बंद करना आदि जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं।
अगर भौतिक उपचार इस समस्या को नियंत्रित करने में असफल रहे तो मरीज को सर्जरी की आवश्यकता होती है। अगर कार्पल टनल सिंड्रोम की सर्जरी न कराई जाए तो मरीज को जीवन भर असहनीय दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी,जकड़न के साथ साथ विकलांगता का भी खतरा होता है। दर्द के कारण मरीज अपनी दैनिक गतिविधियों को ठीक से नहीं कर पाता है। इसलिए इसकी सर्जरी करानी आवश्यक होती है।