बैंगलोर में लेसिक सर्जरी की लागत
बैंगलोर में लेसिक सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
बंगलूरू में लेसिक सर्जरी की लागत कितनी है?
लेसिक सर्जरी दृष्टि समस्याओं को ठीक करने के लिए सबसे प्रसिद्ध और सबसे लोकप्रिय लेजर रिफ्रैक्टिव सर्जरी है। इसका पूरा नाम लेजर-असिस्टेड इन सीटू केराटोमिलेसिस (LASIK-लेसिक) होता है। बंगलूरू में इसकी लागत ₹45000 से लेकर अधिकतम ₹145000 तक हो सकती है वहीं औसत लागत ₹90000 तक होती है। यह चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस का विकल्प हो सकता है।
लेसिक सर्जरी के दौरान, दृष्टि में सुधार के लिए आपकी कॉर्निया के सामने गुंबदनुमा टिश्यू को ठीक से बदलने के लिए एक विशेष प्रकार के कटिंग लेजर का उपयोग किया जाता है।
सामान्य दृष्टि वाली आंखों में, कॉर्निया आंख के पीछे रेटिना पर सटीक रूप से झुकता (रिफ्रैक्ट) होता है। लेकिन निकट दृष्टि दोष (मायोपिया), दूरदृष्टि दोष (हाइपरोपिया) या एस्टिग्मैटिज्म के साथ, आने वाला प्रकाश गलत तरीके से मुड़ा हुआ होता है, जिसके परिणामस्वरूप धुंधली दृष्टि होती है।
लेसिक सर्जरी इन दृष्टि समस्याओं में से एक के सुधार के लिए एक विकल्प हो सकती है;
- निकट दृष्टि दोष (मायोपिया)
- दूरदृष्टि दोष (हाइपरोपिया)
- एस्टिग्मैटिज्म
बैंगलोर में विभिन्न प्रकार के लेसिक सर्जरी की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
स्माइल लेसिक सर्जरी | ₹90,000 | ₹80,000 | ₹100,000 |
स्माइल लेसिक सर्जरी | ₹130,000 | ₹125,000 | ₹140,000 |
वेव फ्रंट एनालिसिस | ₹95,000 | ₹45,000 | ₹145,000 |
कंटूरा लेसिक | ₹100,000 | ₹95,000 | ₹105,000 |
सब बोमन केराटोमिलेसिस | ₹35,000 | ₹30,000 | ₹40,000 |
फेम्टोसेकेंड लेसिक | ₹90,000 | ₹80,000 | ₹100,000 |
कन्वेंशनल लेसिक | ₹25,000 | ₹20,000 | ₹30,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बंगलूरू में लेसिक सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत क्या है?
किसी भी प्रकार की लेसिक सर्जरी कराने से डाक्टर कुछ परीक्षण जरुर कराते हैं। इन परीक्षणों में निम्न टेस्ट शामिल होते हैं। बंगलूरू में इनका खर्च भी निम्नलिखित है;
- प्यूपिल की माप: ₹250 से ₹1000
- ड्राई आई टेस्ट: ₹200 से ₹400
- साइक्लोप्लेजिक अपवर्तन: ₹1,000 से ₹1,500
- कॉर्निया टोपोग्राफी: ₹500 से ₹2,500
- वेवफ्रंट विश्लेषण: ₹400 से ₹800
- पैचीमेट्री: ₹800 से ₹1,500
मरीज के हिसाब से लेसिक सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
मरीज के हिसाब से लेसिक सर्जरी की लागत में अंतर आता है। इसमें मुख्य कारक निम्न हैं;
- उम्र: लेसिक सर्जरी की लागत में मरीज की उम्र का बहुत बड़ा योगदान होता है। लेसिक सर्जरी अगर बड़ी उम्र में कराई जाय तो इसकी लागत बढ़ सकती है। आमतौर पर पर उम्र के बढ़ने के साथ ही आँखों की रोशनी का घटना आम बात है। ऐसे में उम्र का सीधा असर लागत पर होता है।
- प्रतिरोधक क्षमता: रोगों से लड़ने की मरीज की प्रतिरोधक क्षमता कैसी है इसका असर भी खर्च पर पड़ सकता है। कई बार बढ़ती उम्र, आटोइम्यून रोग या किसी अन्य वजह से रोगी की प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव पड़ने लगता है। ऐसे में सर्जरी की लागत भी बढ़ सकती है।
- बीमारी की गंभीरता: मरीज की आंखों में परेशानी कितनी है इसकी वजह से सर्जरी के खर्च पर असर पड़ता है।
- मरीज का चयन: मरीज किस डाक्टर से, सर्जरी की किस तकनीक, किस अस्पताल में अपना इलाज कराने का निर्णय करता है इसका सीधा प्रभाव सर्जरी की कीमत पर होता है।
- अन्य बीमारियां: कुछ मामलों में मरीज को अन्य बीमारी जैसे ब्लड प्रेशर, शुगर आदि भी हो सकती है। इस वजह से मरीज को सर्जरी के साथ-साथ उस अन्य बीमारी का भी इलाज कराना पड़ता है, जिससे लेसिक सर्जरी की लागत में अंतर देखने को मिल सकता है।
बंगलूरू में लेसिक सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
ऐसे कई कारक हैं जो बंगलूरू में लेसिक सर्जरी की लागत को प्रभावित करते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं:
- लेंस की कीमत: मरीज की सर्जरी में किस तरह के लेंस का उपयोग किया है यह सर्जरी की लागत का सबसे प्रमुख और बड़ा कारक होता है। लेंस अलग अलग प्रकार के होते हैं ऐसे में डाक्टर की सलाह और मरीज के चयन से लेंस को चुना जाता है।
- डॉक्टर की फीस: लेसिक सर्जरी करने के लिए नेत्र विशेषज्ञ की फीस उपचार की पूरी लागत पर एक बहुत बड़ा असर डालता है। परामर्श से ऑपरेशन तक, खर्च इस बात पर निर्भर करता है कि नेत्र सर्जन का अनुभव कितना है और वो कितनी फीस ले रहे हैं।
- तकनीक का इस्तेमाल किया: लेंस की तरह ही सर्जरी में किस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है यह भी सर्जरी की लागत पर सीधा असर ड़ालती है। विभिन्न तकनीकों में शामिल हैं पारंपरिक लेसिक, कॉन्टूरा, स्माइल, फेमटोसेकंड,या एसबीके।
- अस्पताल: किस तरह के अस्पताल का चयन किया गया है इसके आधार पर, लेसिक उपचार की कीमत में उतार-चढ़ाव हो सकता है। सरकारी, प्राइवेट या फिर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का प्रकार आपरेशन की लागत पर सीधा असर ड़ालता है।
- पोस्ट ऑपरेटिव केयर: लेसिक सर्जरी के बाद कई बातों का ध्यान रखना होता है। व्यापक देखभाल जैसे आई पैच, आई प्रोटेक्शन कवर, आई ड्रॉप और अन्य दवाएं इसमें शामिल हैं। यह संक्रमण और दूसरी तरह की जटिलताओं को रोकने के लिए जरुरी हैं। इससे भी सर्जरी की लागत पर असर पड़ता है।
- हमारे यहां सर्जरी कराने पर की इस संदर्भ में तरह के लाभ होते हैं। आपको एक समर्पित टीम मिलती है जो तय करती है कि आपके लिए सबसे अच्छी तकनीक क्या है। इसके अलावा जांच, विशेषज्ञ सर्जन, अत्याधुनिक तकनीक सब आपको पैकेज के हिस्सा होती हैं।
बंगलूरू में लेसिक सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
पारंपरिक लेसिक सर्जरी - पारंपरिक लेज़र सर्जरी का पूरा नाम लेजर-असिस्टेड इनसीटू केराटोमिलेसिस (LASIK-लेसिक) है। यह सबसे लोकप्रिय और सफल लेजर सर्जरी में से एक है। लेसिक में कम मोटाई वाले कॉर्नियल फ्लैप को कॉर्निया की सतह को अलग करने के लिए एक एक्साइमर लेजर का उपयोग किया जाता है। इसके बाद फ्लैप को फिर से उसकी मूल स्थिति में रखा जाता है। सर्जरी के बाद बहुत कम असुविधा होती है। आमतौर पर रिकवरी 1 से 2 दिनों में हो जाती है और पूरी विजन वापस आ जाती है। इसकी लागत ₹50,000 से ₹60,000 तक हो सकती है।
- strong>फोटोरिफ्रेक्टिव कोरटक्टॉमी (पीआरके): पीआरके विधि में फ्लैप बनाने के बजाय, ऊपरी सतह (एपीथीलियम) को खुरच कर हटा दिया जाता है। इस कॉर्नियल घर्षण को ठीक होने में तीन या चार दिन लगते हैं। लेकिन इस विधि में हल्के से मध्यम दर्द और 3-4 दिन तक धुंधली दृष्टि हो सकती है। इसकी लागत ₹45,000 से ₹70,000 तक हो सकती है।
- एसबीके लेसिक: इस प्रक्रिया का पूरा नाम 'सब-बोमन केराटोमिलेसिस'है। इस सर्जरी को थिन फ्लैप लेसिक सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि लेज़र का उपयोग कॉर्निया में एक पतला फ्लैप बनाने के लिए किया जाता है। फिर से एक अन्य लेजर का उपयोग कॉर्निया को ठीक करने या कॉर्निया के ऊतकों को फिर से आकार देने के लिए रिफ्रैक्टिव विजन त्रुटि को ठीक करने और दृष्टि में स्पष्टता लाने के लिए किया जाता है।
- इस प्रक्रिया को लेसिक सर्जरी के अन्य पारंपरिक रूपों से बेहतर माना जाता है, क्योंकि यह 90 से 110 माइक्रोन मोटाई तक के बहुत पतले फ्लैप बनाने में सक्षम है, जिससे कॉर्निया के ऊतकों की स्थायी क्षति को बचाया जा सकता है। यह प्रक्रिया को सुरक्षित बनाता है तेज रिकवरी में सहायक होता है। इस प्रक्रिया में अल्ट्राथिन फ्लैप निर्माण के माध्यम से कॉर्निया की जैव अनुकूलता को बरकरार रखा जाता है। इस सर्जरी की लागत ₹55000 से लेकर ₹85000 तक हो सकती है।
- स्माइल लेसिक: इस सर्जरी का पूरा नाम स्मॉल इंसिजन लेंटिकुल एक्सट्रैक्शन (स्माइल) है। यह आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करती है। इस नए प्रकार की रिफ्रैक्टिव सर्जरी कॉर्निया की सतह के नीचे एक लेंस के आकार का टिश्यू (लेंटिकुल) बनाने के लिए लेजर का उपयोग करके कॉर्निया को फिर से आकार देती है। एक बार लेटिकुल का उपयोग कॉर्निया को फिर से आकार देने के लिए किया जाता है, फिर इसे बहुत छोटे चीरे के माध्यम से हटा दिया जाता है। इसकी लागत ₹80000 से लेकर ₹100000 तक हो सकती है।
- फेमटोसेकंड लेजर: इसे प्रीमियम रोबोटिक ब्लेडलेस लेसिक सर्जरी के रूप में जाना जाता है। जैसा की नाम से स्पष्ट है यह प्रक्रिया आम तौर पर की जाने वाली पारंपरिक प्रक्रियाओं की तुलना में सुरक्षित और ज्यादा प्रभावकारी तकनीक है।अल्ट्राफास्ट फेमटोसेकंड लेजर का उपयोग करके फ्लैप निर्माण किया जाता है और कॉर्निया को एक्साइमर लेजर का उपयोग करके काटा जाता है। बंगलूरु में फेमटोसेकंड लेजर सर्जरी की लागत ₹80,000 से ₹1,00,000 होती है।
- कंटूरा विजन लेसिक सर्जरी: यह लेसिक सर्जरी की सबसे नयी और अत्याधुनिक तकनीक है। इसमें रोगी की जरूरतों के अनुसार कॉर्नियल संशोधन शामिल है। इसमें कंप्यूटर एक साफ्टवेयर और एल्गोरिदम का इस्तेमाल करता है। इस विधि में कॉर्नियल सतह को 22,000 से अधिक बिंदुओं में विभाजित करता है। इस प्रकार, कंटूरा विजन लेसिक सर्जरी से ज्यादा सटीक होती है और इसके जरिए ज्यादा बेहतर विजन प्राप्त किया जा सकता है। बंगलूरू में कंटूरा विजन लेसिक सर्जरी की कीमत ₹1,00,000 से ₹1,20,000 तक हो सकती है।
- इंट्राओकुलर लेंस: विजन को बेहतर बनाने के लिए करेक्टिव लेंस को सर्जरी के जरिए आंख (इंट्राओकुलर लेंस) में डाला जा सकता है। मोतियाबिंद सर्जरी के अनिवार्य भाग के रूप में यह माना जाता है। यह बड़ी उम्र के लोगों के लिए लेसिक का विकल्प भी हो सकता है जिन्हें भविष्य में मोतियाबिंद सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
- बायोप्टिक्स: बायोप्टिक्स निकट दृष्टि या दूरदर्शिता का इलाज करने के लिए, एक या एक से अधिक तकनीकों का संगम है जैसे इंट्राओकुलर लेंस और लेसिक आदि।
क्या बंगलूरू में लेसिक सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
- जी हां, कुछ शर्तों के साथ। कुछ समय पहले तक, लेसिक सर्जरी को एक वैकल्पिक प्रक्रिया माना जाता था तो उन्हें बीमा कवर बिलकुल भी नहीं मिलता था पर अब बीमा कंपनियों ने कुछ शर्तों के साथ इसे कवर देना शुरु कर दिया है। इसमें मुख्य रूप से शर्त है कि पीड़ित की रिफ्रैक्टिव पावर 7.5 डायोप्टर से अधिक होनी चाहिए।
- बंगलूरू में लेसिक की कुल लागत एक मध्यम वर्गीय आय वाले व्यक्ति के लिए थोड़ी महंगी है। ऐसी स्थिति में अगर आप हमारे यहां से सर्जरी कराने का फैसला करते हैं तो आपको विभिन्न भुगतान विकल्प के साथ ही नो कॉस्ट ईएमआई जैसी सुविधा भी दी जाती है। इसके साथ ही फ्री फालो अप, 24 घंटे परामर्श, सर्जरी के दिन फ्री कैब पिकअप जैसी कई सुविधाएं मिलती है।
सारांश
लेसिक सर्जरी विजन की समस्या को ठीक करने के लिए सबसे प्रसिद्ध और सबसे लोकप्रिय लेजर रिफ्रैक्टिव सर्जरी है। इसकी लागत मरीज की स्थिति और सर्जरी की तकनीक पर निर्भर करती है। कुछ शर्तों के साथ यह आपरेशन बीमा में कवर होता है पर हमारे यहां इसका आपरेशन कराने पर कई भुगतान विकल्प जैसे क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, चेक या फिर नो कॉस्ट ईएमआई समेत बहुत सी सुविधाएं मिलती है।