कमजोरी दूर करने के घरेलू नुस्खे - Kamzori Door Karne Ke Gharelu Nuskhe!
कमजोरी का अनुभव करना एक सामान्य समस्या हैं. कमजोरी को शारीरिक या मांसपेशियों में कमी और रोजाना के कार्यो को करने में अतिरिक परिश्रम की आवश्यकता को ही कमजोरी के रूप में दर्शाया जाता है. कमजोरी दूर करने के लिए कुछ लोग तो बाजार से तमाम स्वास्थ्यवर्धक औषधियों को इस्तेमाल करते हैं. इन औषधियों के कई दुष्प्रभाव भी देखने को मिलते हैं. हलांकि इसके लिए आपको अपनी रोजाना की दिनचर्या बदलने से लेकर कई अन्य तरीकों को भी अपनाना चाहिए. कमजोरी के अन्य लक्षणों में बहुत ज्यादा पसीना आना, भूख की कमी, फोकस करने में कठिनाई और पर्याप्त नींद नहीं लेना शामिल हैं. आप आवश्यक पोषक तत्वों की कमी के कारण भी कमजोर महसूस कर सकते हैं जैसे कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, अत्यधिक शराब पीना, भोजन छोड़ना, भावनात्मक तनाव और अत्यधिक शारीरिक श्रम आदि. कई सरल घरेलू उपाय को अपना कर भी ऊर्जा को बढ़ावा दे सकते हैं और आपकी शक्ति को बहाल कर सकते हैं. इस लेख के माध्यम से आप हेल्थ बनाने के तरीकों के बारे में जानेंगे.
1. अंडे-
कमजोरी से लड़ने के लिए सबसे बेहतर और सरल उपायों में से एक संतुलित आहार का सेवन करना हैं. अंडे के सेवन करना भी एक संतुलित आहार में शामिल है. अंडे में प्रोटीन, आयरन, विटामिन ए, फोलिक एसिड, राइबोफ्लेविन और पैंटोफेनीक एसिड जैसे भरपूर पोषक तत्व हैं. अंडे को किसी भी समय कमजोरी को दूर भगाने के लिए खा सकते है. आप एक हार्ड बॉईल एग, पनीर या हरी सब्जियों के साथ एक आमलेट या एग सैंडविच खा सकते हैं.
2. दूध-
दूध को विटामिन बी का सबसे समृद्ध स्रोत माना जाता है जो कमजोरी को दूर भगाने के लिए जाना जाता है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम भी प्रचुर मात्रा में पायी जाती है जो आपकी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करता है.
3. एक्यूप्रेशर-
यह एक स्पर्श थेरेपी है जिसमें बॉडी को पुनर्जीवित करने के लिए बॉडी के कुछ विशिष्ट बिंदुओं पर प्रेशर का उपयोग किया जाता है. भौंह के बीच, कंधे की मांसपेशियों में लोअर नैक की साइड में 1-2 इंच, घुटने के नीचे, छाती के बाहरी भाग पर, नाभि के नीचे तीन उंगली की चौड़ाई के बिंदुओं पर प्रेशर डालने से सामान्य कमजोरी से छुटकारा पा सकते हैं.
4. मुलेठी-
मुलेठी एक औषधीय जड़ी बूटी है जो कमजोरी के अलग-अलग लक्षणों से लड़ सकती है. इस जड़ी बूटी ने प्राकृतिक रूप से शरीर द्वारा निर्मित एड्रिनल हार्मोन को प्रेरित करता है जिससे आपकी एनर्जी और मेटाबोलिज्म को बढ़ावा मिलता है.
5. केला-
केले फ्रुक्टोज, ग्लूकोज और सुक्रोज़ जैसे नैचुरल शुगर का एक बड़ा स्रोत है जो आपको शीघ्र और पर्याप्त ऊर्जा को बढ़ावा देते हैं. इसके अलावा केले में पोटेशियम पायी जाती है, जो एक मिनरल है जिसे आपके बॉडी को शुगर से एनर्जी में बदलने की जरूरत है. केले में मौजूद फाइबर आपके ब्लड में ग्लूकोज लेवल को बनाए रखने में भी सहायता करता है.
6. एक्सरसाइज-
रोजाना एक्सरसाइज और सरल शारीरिक एक्टिविटी से आपकी स्टैमिना बढती हैं और आपकी मसल्स की ताकत बढ़ाती है. सुबह का समय एक्सरसाइज के लिए सबसे अच्छा होता है. दैनिक रूप से 15 मिनट के लिए वार्म अप और स्ट्रेचिंग आपको फ्रेश और एनेर्जेटीक रखेंगी. योग और ध्यान भी आपके एनर्जी के लेवल को हाई रखने के लिए एक बेहतर तरीका है.
7. स्ट्रॉबेरी-
स्ट्रॉबेरी आपको पूरे दिन उर्जा की कमी का अनुभव नहीं होने देता हैं. यह विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट से समृद्ध हैं जो बॉडी के टिश्यू को रिपेयर करने में में मदद करते हैं, इम्यून को बढ़ावा देते हैं और फ्री एलेमेंट्स की क्षति से रक्षा करते हैं. इसके अलावा, आपको स्ट्रॉबेरी से मैंगनीज, फाइबर और पानी की एक स्वस्थ खुराक मिलती है.
8. आम-
आम एक मीठा और रसीला फल है जिसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं. आम आहार फाइबर, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कॉपर का भी एक समृद्ध स्रोत हैं. इसके अलावा, आम में मौजूद आयरन बॉडी में रेड ब्लड सेल्स की संख्या को बढ़ाकर कमजोरी दूर करने में मदद करता है. इसके अलावा, आम में स्टार्च होता है जो कि शुगर में परिवर्तित होता है जो आपको शीघ्र ऊर्जा प्रदान करता है.
9. बादाम-
बादाम विटामिन ई से समृद्ध हैं जो आपको ऊर्जावान महसूस करा सकते हैं और सामान्य कमजोरी के लक्षणों से लड़ने में मदद करता हैं. इसके अलावा बादाम में मैग्नीशियम की हाई डोज़ प्रोटीन, फैट और कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा स्रोतों में बदलने में एक अच्छी भूमिका निभाती है. मैग्नीशियम की कमी कुछ लोगों में कमजोरी का कारण हो सकती है.
10. आंवला-
आंवला एक पौष्टिक फल है जो आपके एनर्जी लेवल को सुधार सकता है. यह विटामिन सी, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेट और फास्फोरस का एक समृद्ध स्रोत है. हरदिन केवल एक आंवला खाने से भी आप अपनी कमजोर इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं.
11. कॉफी-
कॉफी में मौजूद कैफीन माइंड को एक्टिव करता है और आप में तत्काल ऊर्जा को बढ़ावा देता है. कॉफी को सिमित मात्रा में पीने से कोई नुकसान नहीं होता है. ऊर्जावान महसूस कराने के अलावा, यह आपके मेटाबोलिक रेट में भी सुधार कर सकती है, फोकस में सुधार कर सकती है और दर्द कम कर सकती है. प्रति दिन दो कप कॉफी से ज्यादा पीना न पिएं. इसके अधिक सेवन से चिंता और अनिद्रा जैसी जोखिम बढ़ सकते हैं.