Weil - Felix Test Tips

Test Tube Baby in Hindi - टेस्ट ट्यूब बेबी कैसे होता है

Dt. Radhika 93% (473 ratings)
MBBS, M.Sc - Dietitics / Nutrition
Dietitian/Nutritionist, Delhi
Test Tube Baby in Hindi -  टेस्ट ट्यूब बेबी कैसे होता है

आज के दौर में टेक्नोलॉजी इस कदर बढ़ गई है कि इसकी मदद से हमनें लगभग हर नामुमकिन सवालो के जवाब ढूंढ लिए हैं| ये हमारी तकनिक का ही वरदान है की हम सूरज चाँद जैसे रहस्यमयी विषयों की वास्तविकता का पता लगा पाए है| हमने एटम बम बनाने से लेकर सौर मंडल तक का सफ़र तय कर लिया है|

तकनीकिय स्तर पर हमारा इस कदर विकास हुआ है की कल तक जिसे केवल किस्मत का खेल और भगवान की मर्जी पर छोड़ दिया जाता था आज उन सभी इच्छाओं को या यूँ कहें जरूरतों को टेक्नोलॉजी के सहारे हासिल कर लिया है| आज से कुछ साल पहले पेरेंट्स बनना न बनना स्वास्थ्य पर निर्भर हुआ करता था पर आज के इस दौर में शरीर ना साथ दे या किसी भी वजह से माँ बाप बनने में परेशानी हो रही हो तो कोई बात नहीं टेस्ट ट्यूब बेबी के नाम से मशहूर तकनीक है हमारे पास जिसके माध्यम से बच्चा पैदा किया जाता है और इसे इन वरतो फर्टिलाइजेशन (IVF) या टेस्ट ट्यूब बेबी के नाम से जानते हैं|

जो कपल गर्भ नहीं धारण कर पाते उन्हें टेस्टट्यूब बेबी की इस तकनिकी के सहारे औलाद का सुख मिलता है| टेस्टट्यूब बेबी के बारे में जानने के पहले हम जानते हैं कंसीव न कर पाने के मुख्य कारण|

गर्भ धारण न कर पाने के कारण - Pregnant Na Hone Ke Karan in Hindi

  1. इनफर्टिलिटी
    यह कमी पुरुषों में पाई जाती है, जिसका मतलब होता है कि पुरुष में पर्याप्त मात्र में स्पर्म्स नहीं हैं जिससे उनके लिए गर्भ धारण करना मुश्किल हो जाता है।
  2. ओवुलेशन साईकल में अस्थिरता
    इस गड़बड़ी के कारण महिला के भीतर आवश्यक अण्डों का निर्माण नहीं होता या फिर अण्डों के निर्माण प्रक्रिया में भी गड़बड़ी हो सकती है। वे महिलाएं जिन्हें थाईरॉइड की समस्या होती हैं| उनमे ओवुलेशन प्रक्रिया बाधित हो जाती है और उनका गर्भ धारण मुश्किल हो जाता है।
  3. फलोपियन ट्यूब और ओवरी
    गर्भधारण न कर पाने की समस्या, ओवरी और फैलोपियन ट्यूब से भी जुडी हो सकती है।
  4. अधिक उम्र
    • महिला और पुरुष की उम्र भी गर्भ न धारण करने की बहुत बड़ी वजह बन सकती है।
    • अगर कोई दंपति जोड़ा गर्भ धारण नही कर पाते किसी भी वजह से तो उनके लिए मेडिकल साइंस में कुछ तरीके उपलब्ध हैं जिनमे से टेस्ट ट्यूब सबसे अहम है|

सामान्यतः एक नेचुरल गर्भ धारण प्रक्रिया में पुरुष का स्पर्म महिला के ओवरी में मौजूद अंडे के अंदर जाकर उसे फर्टिलाइज करता है| ओवुलेशन के बाद अंडा फर्टिलाइज होकर ओवरी से निकलकर महिला के यूटेरस में चला जाता है और वह धीरे धीरे इंसान का रूप लेता है। जो महिला नैचुरली कंसीव नही कर पाती है तो उनके लिए IVF की तकनिकी वरदान की तरह है|

IVF से गर्भ धारण करने की प्रक्रिया - Test Tube Kaise Hota Hai in Hindi

  1. पहला स्टेप मासिक धर्म को को रोकना
    कम से कम 2 हफ़्तों तक इंजेक्शन में दवाई दे कर महिलाओ का मासिक धर्म रोका जाता है क्योंकि मासिक धर्म चलते रहने पर गर्भ धारण नही किया जा सकता|
  2. दूसरा स्टेप - सुपर ओवुलेशन
    दूसरे चरण में ओवरी जहाँ अंडा बनाता है ओवुलेशन के दौरान उसे फर्टिलिटी ड्रग दिया जाता है| जिसमे फर्टिलिटी हॉर्मोन्स होते है जिससे ओवरी समान्य से अधिक अंडो की पैदावार करता है।
  3. तीसरा स्टेप - अंडे को  बाहर निकालना
    फर्टिलिटी हॉर्मोन के वजह से ओवरी में बनाए जाने वाले अंडो को एक छोटी सी सर्जरी द्वारा बाहर निकाला जाता है। सर्जरी में एक पतली सी सुई महिला के वजाइना से होकर ओवरी तक ले जाई जाती है, जिसमे सुई के आगे लगे सक्शन पंप अंडे को खींच के बाहर निकालते हैं।
  4. चौथा स्टेप - इनसेमिनेशन और फर्टिलाइजेशन
    चौथे चरण में बाहर निकाले गए अंडो को पुरुष के स्पर्म के साथ रखा जाता है । कुछ समय बाद स्पर्म अंडे के अंदर जाना शुरू कर देते है। कई बार अंडो के अंदर स्पर्म्स को इंजेक्शन द्वारा डाला जाता है। इस प्रक्रिया को इनसेमिनेशन कहा जाता है। स्पर्म जब अंडे के अंदर चला जाता है तो उसे फर्टिलाइज करना शुरू कर देता है। अंडा जब पूरी तरह से फर्टिलाइज हो जाता है तो वह एम्ब्रायो का रूप ले लेता है। यह प्रक्रिया महिला के ओवरी से निकाले गए सभी अंडो के साथ होती है।
  5. पांचवा स्टेप - एम्ब्रायो को अंदर डालना
    पांचवे चरण में सभी एम्ब्रायो की जाँच की जाती है और उनमें से सबसे बेहतर एम्ब्रायो को चुना जाता है। डॉक्टर और दंपति आपस मे विचार विमर्श करके चयन करते है कि कौनसा एम्ब्रायो महिला के गर्भ में जाना चाहिए। अगर बने हुए सभी एम्ब्रायो मे से एक भी मजबूत नही हो तो महिला के गर्भ में एक से अधिक एम्ब्रायो डाले जाते है। एम्ब्रायो को एक पतले से ट्यूब द्वारा वजाइना से होते हुए महिला के यूटरस में डाल दिया जाता है और धीरे-धीरे बच्चे का आकार लेना शुरू कर देता है।
    इन सारे स्टेप्स के कुछ दिनों बाद एक टेस्ट ट्यूब बेबी का जन्म होता है। विश्व मे अब तक लगभग 50 लाख से ज्यादा टस्ट ट्यूब बेबी जन्म ले चुके हैं और लूसी ब्राउन नाम की बच्ची दुनिया की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी बनी।

इस प्रक्रिया से बच्चे को जन्म देना काफी महँगा भी होता है इसलिए सभी सस्ते प्रक्रियाओ के असफल होने के बाद ही इसका सहारा लें|

51 people found this helpful

Free Blood sugar and Bone Mineral Density test camp at Mount Dental Clinic at Butt Road

Dr. Natesh S 87% (31 ratings)
MDS Endodontist, BDS
Dentist, Chennai
Free Blood sugar and Bone Mineral Density test camp at Mount Dental Clinic at Butt Road
A bone mineral density (bmd) test measures how much calcium and other types of minerals are in an area of your bone which helps to detect osteoporosis and predict your risk of bone fractures.
5 people found this helpful

Pregnancy Test At Home With Toothpaste in hindi - टूथपेस्ट के साथ घर पर गर्भावस्था का परीक्षण

Dr. Sanjeev Kumar Singh 92% (194 ratings)
Bachelor of Ayurveda, Medicine and Surgery (BAMS)
Ayurvedic Doctor, Lakhimpur Kheri
Pregnancy Test At Home With Toothpaste in hindi - टूथपेस्ट के साथ घर पर गर्भावस्था का परीक्षण

गर्भ ठहरना शादी-शुदा जोड़ों के लिए खुशी की बात है और प्रेग्नेंट होने की खबर सुनते ही शुरू हो जाती है नन्हे मेहमान के स्वागत की। आज के युवाओं में बिना शादी के भी यौन संबंध बनाने की वजह से प्रेग्नेंट होने की बात होती जा रही है। दोनों में फर्क बस इतना है कि विवाहित महिला चाहती है कि वह प्रेग्नेंट हो जाये और काफी उत्साह से प्रेग्नेंसी टेस्ट करती है वहीं  अविवाहित महिला चाहती है कि वह प्रेग्नेंट न हो और काफी टेंशन में रहकर टेस्ट करती है। ऐसे में चाहे विवाहित महिला हो या अविवाहित महिला दोनों यह जानना चाहेंगी की सच मे वह प्रेग्नेंट है या केवल पीरियड्स डिले हो गया है किसी दूसरी वजह से।
वैसे तो बाजार में बहुत से प्रेगनेंसी टेस्ट किट मौजूद है लेकिन अगर हम आपसे कहें कि वही टेस्ट आप घर बैठे भी कर सकती हैं बिना कोई प्रेगनेंसी टेस्ट किट लिए तो आप यकीनन जानना चाहेंगे की यह कैसे किया जा सकता है। तो दोस्तों आज हम आपको बताएंगे कैसे घर पर ही करें बिना किट के प्रेग्नेंसी की जांच।
वैसे तो बहुत से तरीके है जिससे आप घर बैठे प्रेगनेंसी टेस्ट कर के जान सकते है कि आप प्रेग्नेंट है पर उनमें से एक विश्वशनीय तरीका है टूथपेस्ट। तो आज जानते हैं कि टूथपेस्ट से कैसे करें प्रेग्नेंसी टेस्ट।

टेस्ट करने से पहले ध्यान दें

  • इस घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट की शुरुवात करने से पहले कुछ खास बातो का ध्यान रखना आवश्यक हैं जिनमे नीचे दिए गए निर्देश प्रमुख है।
  • ध्यान रखिये की घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने के तीन घंटे पहले तक मूत्र त्याग नही करना चाहिए क्योंकि गर्भावस्था परीक्षण या प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए मुत्र का सैंपल लिया जाता है। इस पेशाब में मौजूद HCG हार्मोन से ही पता लगाया जाता है आप गर्भवती हैं या नहीं।
  • टेस्ट करने से पहले बहुत ज्यादा मात्रा में पानी पीने के कारण पेशाब पतली होने की वजह से कई बार टेस्ट निगेटिव आ जाता है जिससे पता नहीं चल पाता है कि महिला प्रेग्नेंट है या नहीं। इसलिए टेस्ट से पहले पानी का सेवन बिल्कुल न करें।
  • घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए आप जितने भी चीजो का प्रयोग कर रही हो उन चीजो की सफाई का खासा ख्याल रखे।
  • घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट विधि पुराने समय से लोग सफलतापूर्वक अपना रहे हैं लेकिन फिर भी अपने संतुष्टि के लिए किसी उचित चिकित्सक से सलाह-मशवरा जरूर  लें।
  • प्रेगनेंसी टेस्ट निगेटिव आने के बाद 72 घंटे बाद ही दोबारा जांच करें।
  • यदि आपका पीरियड्स मिस हो गया हो और टेस्ट का नतीजा भी नेगेटिव आ जाये तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

टूथपेस्ट से प्रेगनेंसी टेस्ट

टूथपेस्ट से घर पर प्रेग्नेंसी टेस्ट करना बहुत ही आसान काम है। इस घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट के तरीके के लिए आपको सफेद रंग के टूथपेस्ट की जरूरत पड़ेगी , और उसके साथ एक डिसपोजल ग्लास में सुबह के समय के सबसे पहले मुत्र को सैंपल के तौर पर लेना पड़ेगा। सुबह का मुत्र टेस्ट करने के लिए इसलिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि उस समय मूत्र में HCG हार्मोन का स्तर काफी ज्यादा होता है जिसकी वजह से प्रेगनेंसी टेस्ट का रिजल्ट जानने में आसानी होती है। हम जानते है कि आपको इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा होगा कि रोजाना इस्तेमाल होने वाला टूथपेस्ट ये कैसे बात सकता है की आप प्रेग्नेंट है या नही, लेकिन हम आपकी इस दुविधा को दूर कर देते हैं।

टूथपेस्ट से प्रेगनेंसी टेस्ट करने का तरीका

  • टूथपेस्ट के माध्यम से प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए आपको सफेद रंग के टूथपेस्ट, सुबह के समय का पहला मूत्र, और एक डिस्पोजेबल ग्लास ले लें।
  • डिस्पोजेबल ग्लास में अपने पहले यूरिन डालें और अब उस यूरिन में एक चम्मच टूथपेस्ट मिला दें।
  • यूरिन में टूथपेस्ट मिलाने के बाद अगर उसका रंग बदलकर नीला हो जाता है, तो यह आपके प्रेगनेंट होने का संकेत देता है। इसके अलावा झाग का एक साथ इकठ्ठा होना भी पॉजीटिव प्रेगनेंसी का संकेत है।
  • अगर आपको इस उपाय को करने के दौरान कोई भी बदलाव दिखाई नहीं दे तो इससे स्पस्ट होता है कि आप प्रेगनेंट नहीं हैं।

टूथपेस्ट का इस्तेमाल प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए करना उचित है?

  • आप जरूर यह जानना चाहेंगी कि टूथपेस्ट से प्रेगनेंसी टेस्ट करना कितना उचित है? हालांकि टूथपेस्ट से प्रेगनेंसी टेस्ट करना सही है, लेकिन हर चीज की तरह सबके दो पहलू होते हैं। इसी तरह टूथपेस्ट से टेस्ट करने के फायदे और नुकसान दोनों हैं। वैसे तो घरेलू उपाय और बाजार में मौजूद प्रेगनेंसी टेस्ट किट दोनों में कुछ ना कुछ कमी रहती है। ये कभी भी 100 प्रतिशत सही नहीं होता है।
  • टूथपेस्ट से जुड़े कई नुकसान भी होते हैं। यह इसलिए क्योंकि प्रयोग किए जाना वाला टूथपेस्ट और यूरीन की मात्रा के बारे में कोई दिशा निर्देश नहीं होते हैं। आपको बता दें कि जब यूरीन और टूथपेस्ट के मिश्रण को रख कर छोड़ दिया जाता है तब भी उसका रंग बदल जाता है। इस तरीके को अपनाने के लोए सही ज्ञान होना जरूरी है नही तो आपको गलत संकेत मिल सकता हैं।
  • पुराने ज़माने से अपनाया जा रहा है यह तरीका जिससे आज आप भी आज़मा सकते है। बस सही तरीका और सही ज्ञान लेकर आप जान सकते है टूथपेस्ट के द्वारा की आप प्रेग्नेंट है या नही।

6 people found this helpful

डीएनए टेस्ट कैसे होता है - DNA Test Kaise Hota Hai!

Dr. Sanjeev Kumar Singh 92% (194 ratings)
BAMS
Ayurvedic Doctor, Lakhimpur Kheri
डीएनए टेस्ट कैसे होता है - DNA Test Kaise Hota Hai!

जेनोटिक टेस्टिंग एक प्रकार का मेडिकल टेस्ट होता है जिसमें जैव, क्रोमोसोम्स और प्रोटीन की पहचान की जाती है. इस टेस्ट के माध्यम से यह पताया लगाया जा सकता है क्या कोई व्यक्ति किसी ऐसी स्थिति जैसे हेल्थ प्रॉब्लम से ग्रस्त है, जिससे उसकी आने वाली पीढ़ियों निकट भविष्य में ग्रस्त हो सकती है. इसके अलावा, इससे जीन की जांच भी होती है जो हमारे माता-पिता से मिलते है. यह टेस्ट उचित इलाज का चयन करने और यह जानने में मदद करता है कि संबंधित समस्या उपचार के प्रति कैसी प्रतिक्रिया दे सकती है. आइए इस लेख के माध्यम से हम डीएनए टेस्ट कैसे होता है ये जानें ताकि इस विषय में हमारी जागरूकता बढ़ सके.

डीएनए टेस्ट कैसे होता है?
डीएनए टेस्ट के लिए आपके शरीर से कुछ सैंपल लिया जाता है. इसमें आपके खून, उल्ब तरल, बाल या त्वचा आदि लिया जा सकता है. आपको बता दें कि उल्ब तरल या एम्नियोटिक फ्लूइड गर्भावस्था में भ्रूण के चारों ओर मौजूद तरल को कहते हैं. इसके अतिरिक्त आप डीएनए टेस्ट कराने वाले व्यक्ति के गालों के अंदरूनी भाग से भी सैंपल लिए जा सकते हैं. इन नमूनों के जाँच के लिए जगह-जगह पर मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाएँ बनाईं गईं हैं. इन प्रयोगशालाओं में आप एक निश्चित रकम जो कि 10 से 40 हजार के बीच हो सकती है, चुका कर डीएनए टेस्ट करवा सकते हैं. जाँच की रिपोर्ट आपको 15 दिनों के अंदर मिल सकती है.

डीएनए टेस्ट कब करवाना चाहिए?
अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य उम्र के एक पड़ाव पर आकार एक जैसे तरीके के रोगों से ग्रस्त हो जाते है तो आप डीएनए टेस्ट करवा सकते है. हम में से बहुत से लोगों को पता नही होता है कि उन्हें कौनसा वंशानुगत रोग है, ऐसे में डीएनए टेस्ट करवाया जा सकता है. जिन महिलाओं को गर्भपात हुआ है, उन्हें इस टेस्ट को करवाना चाहिए.

डीएनए टेस्ट किसलिए किया जाता है?
जेनेटिक टेस्ट की कई वजह हो सकती है, जिनमें निम्नलिखित शामिल हो सकती हैं –
1. जन्म लेने से पहले शिशु में जेनेटिक संबंधी रोगों की जांच तलाश करने के लिए.
2. अगर किसी व्यक्ति के जीन में कोई रोग है और जो उसके बच्चों में फैल सकता है, तो डीएनए टेस्ट द्वारा इसकी जांच की जाती है.

भ्रूण में रोग की जांच करना.
व्यस्कों में रोग लक्षणों के विकसित होने से पहले ही जेनेटिक संबंधी रोगों की जांच करने के लिए.
जिन लोगों में रोग के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उनके टेस्ट करने के लिए. इससे किसी व्यक्ति के लिए सबसे बेहतर दवा और उसकी खुराक का पता लगाने में भी मदद मिलती है.

हर व्यक्ति में टेस्ट करवाने के और टेस्ट ना करवाने की कई अलग-अलग वजहें हो सकती हैं. कुछ लोगों के लिए यह जानना बहुत जरूरी होता है कि अगर उनमें टेस्ट का रिजल्ट पोजिटिव आता है तो क्या उस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है या इसका इलाज किया जा सकता है. कुछ मामलों में ईलाज संभव नहीं हो पाता, लेकिन टेस्ट की मदद से व्यक्ति अपने जीवन के कई जरूरी फैसले कर पाता है, जैसे परिवार नियोजन या बीमाकृत राशि आदि. एक आनुवंशिक परामर्शदाता आपको टेस्ट के फायदे व नुकसान से संबंधित सभी जानकारियां दे सकता है.

3 people found this helpful

Dr. Puneet Kumar 87% (171 ratings)
Allergist/Immunologist, Hisar
After 35 everyone should go for routine Blood tests

Cervical Cancer Awareness month

Dr. Vandana Singh 89% (81 ratings)
MS - Obstetrics and Gynaecology, MBBS
Gynaecologist, Noida
Cervical Cancer Awareness month
If more than a year for your pap test. Go & do it again. If you age is more than 30 years do hpv test & pap test both for cervical cancer screening.
5 people found this helpful

M.Ch - Urology
Urologist, Dehradun
Get a renal profile test done once in six months even if you are healthy.
3 people found this helpful

Fruits to eaten during summer

Dr. Sangita Malhotra 92% (360 ratings)
MS - Obstetrics and Gynaecology, MBBS
Gynaecologist, Agra
Fruits to eaten during summer
Regular pap tests i.e. tests which look for any signs of cervical cancer should be conducted regularly so that it can be detected at its initial stage and can be treated accordingly.
65 people found this helpful

Dr. Mool Chand Gupta 95% (37146 ratings)
MD - Pulmonary, DTCD
Pulmonologist, Faridabad
SWINE FLU TEST
Swine flu throat/nasal swab test done at govt. approved pvt. lab and govt.. centre.This test is costly and should be done on advise of doctor only.Of all tests done so far in pvt. lab,only 15-20% are reported positive.Talk to your treating doctor for neccessity of swine flu test.

Dr. Vijay Warad 87% (114 ratings)
MD - Paediatrics, Anaphylaxis expert
Pediatrician, Pune
This case allergic bronchitis is basic cause. Once allergy testing, immunotherapy will permanent solutipn.
6 people found this helpful