कोलकाता में मिनिस्कस टियर का इलाज
मेनिस्कस टियर जोड़ों के बीच स्थित चिकनी पदार्थ है जो जोड़ों को संतुलित रखता है। यह जोड़ों के ग्लाइडिंग सतह को सहायता देता है और यदि यह खराब हो जाए तो जोड़ों में दर्द और स...read more
कोलकाता में मेनिसकस टियर के लिए 199+ बेस्ट डॉक्टर
Dr. Atul
Dr. Jiva Ayurveda
Dr. Manoj Kumar Khemani
Dr. Bappaditya Sarkar
Dr. Sanjoy Biswas
Dr. Shumayou
Dr. Jyoti Prakash
Dr. Aswini Pathak
Dr. Anutosh Chakraborty
Dr. Sudipta Bandyopadhyay
कोलकाता में मेनिसकस टियर के लिए बेस्ट डॉक्टर
डॉक्टर का नाम | अस्पताल की फीस | लायब्रेट रेटिंग |
---|---|---|
Atul | Free | 83 |
Jiva Ayurveda | ₹ 299 | 91 |
Manoj Kumar Khemani | ₹ 700 | 93 |
Bappaditya Sarkar | ₹ 950 | 91 |
Sanjoy Biswas | ₹ 1,000 | 87 |
Shumayou | ₹ 800 | 91 |
Jyoti Prakash | ₹ 400 | 88 |
Aswini Pathak | ₹ 500 | NA |
Anutosh Chakraborty | ₹ 2,000 | 91 |
Sudipta Bandyopadhyay | ₹ 1,200 | NA |
कोलकाता में मिनिस्कस टियर का इलाज पर रोगियों की प्रतिक्रिया
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मेनिस्कस टियर के उपचार के लिए कौन सा डॉक्टर सबसे अच्छा होता है?
मेनिस्कस टियर घुटनों की जोड़ को अस्थिर करता है। चोट के कारण घुटने में स्थित मेनिस्कस फट जाता है और घुटने में दर्द और सूजन के साथ दैनिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं। यह एक हड्डी के जोड़ की बीमारी है इसलिए आर्थोपेडिक सर्जन ही इसका उपचार कर सकता है।ऑर्थोपेडिकसर्जन के पास हड्डियों, जोड़, स्नायुबंधन, मांसपेशियों, तंत्रिकाओं के निदान और उपचार में विशेषज्ञता हासिल होती है। इसलिए मेनिस्कस टियर की समस्या होने परऑर्थोपेडिकडॉक्टर के पास जाना चाहिए।
कोलकाता में मेनिस्कस टियर उपचार के लिए सबसे अच्छे डॉक्टर कैसे ढूंढें?
मेनिस्कस टियर के उपचार के लिएअनुभव और पेशेवरता के आधार पर ही सर्जन का चुनाव करना चाहिए। कोलकाता में आपको अपने घुटनों की समस्या के लिए सर्जन की खोज है तो आपकोwww.lybrate.comजाना चाहिए। यहां कोलकाता के सबसे अनुभवी और योग्य सर्जन की सूची होती है। साथ ही उनके शुल्क का भी ब्यौरा होता है। आपको बस अपनी पसंद का सर्जन चुनना है और अपॉइंटमेंट बुक कर लेना है।
मेनिस्कस टियर का मुख्य कारण क्या है?
घुटनों में अचानक मोड़ या घुमाव के कारण होने वाले दबाव की वजह से मेनिस्कस टियर हो सकता है। जिसमे घूमने या मुड़ने, उकड़ू बैठने, या भारी सामान उठाने से चोट लग लगने के कारण शामिल हो सकते हैं। मेनिस्कस टियर के निम्न कारण भी हो सकते हैं।
- कई एथलीटों को मेनिस्कस टियर होने का खतरा होता है। खासकर उन खेलों में जिनमे में अचानक मुड़ने और रुकने की आवश्यकता होती है। जैसे फुटबॉल,बास्केटबॉल, टेनिस आदि।
- बच्चों में भी मेनिस्कस टीयर का खतरा ज्यादा होता है। क्योंकि वह भी बिना अपने घुटनों का ख्याल किये भागदौड़ वाले खेल खेलते हैं।
- वहीं मेनिस्कस उम्र के साथ कमजोर हो जाता है। 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में टियर होना आम बात होती है।
- कमजोर मेनिसकस वाले किसी व्यक्ति को उकड़ू बैठने या कदम उठाने जैसी हरकतों से भी चोट लग सकती है।
- यदि किसी को ऑस्टियोआर्थराइटिस है,तो घुटने को चोट पहुंचाने या मेनिस्कस के फटने का बड़ा खतरा होता है।
- पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण भी उम्र बढ़ने के साथ घुटने के मेनिस्कस कमजोर होते हैं जिसके कारण भी जोड़ों में टूट-फूट,दर्द और अकड़न हो सकती है।
- जबकि वृद्ध लोगों में मेनिस्कस टियर कार्टिलेज के घिसने की कारण होता है।
- दुर्घटना में भी मेनिस्कस को क्षति पहुँच सकती है।
क्या मेनिस्कस टियर गंभीर होता है?
हां अगर मेनिस्कस टियर गंभीर है तो यह एक गंभीर समस्या पैदा कर सकता है। अगर समय से इसका उपचार न किया गया और सावधानियां न रखी गई तो दर्द बढ़ने के साथ मरीज की दैनिक गतिविधियां रुक जाती हैं। घुटने लॉक हो जाते हैं, वह चलने-फिरने में भी सक्षम नहीं हो पाता है। धीरे-धीरे घुटने की अन्य हड्डियां भी प्रभावित हो सकती हैं और मरीज स्थायी तौर पर विकलांग हो सकता हैं।
कोलकात में मेनिस्कस टियर के उपचार का सबसे तेज़ तरीका क्या है?
कोलकाता में मेनिस्कस टियर का उपचार उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। अगर मेनिस्कस टियर गंभीर है तो आर्थ्रोस्कॉपी सर्जरी ही इसके उपचार का तेज तरीका है।
सर्जरी के द्वारा फटे हुए मेनिस्कस को बदला या रिपेयर किया जाता है। घुटने की स्थिति को देखते हुए सर्जन आंशिक या कुल सर्जरी प्रक्रिया का चुनाव करते हैं। यह एक सफल और सुरक्षित प्रक्रिया मानी जाती है।
कोलकाता में मेनिस्कस टियर उपचार के लिए डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?
जब घुटने में चोट लगी हो और उसमे दर्द और सूजन हो जिसका भौतिक उपचार किया जा रहा हो लेकिन उसके बाद भी घुटने को कोई राहत न मिले। घुटने की कार्यक्षमता प्रभावित हो रही हो तो आपको तुरंत सर्जन के पास जाना चाहिए।
अगर मैं मेनिस्कस टियर से पीड़ित हूं तो मुझे अपने डॉक्टर से क्या सवाल पूछना चाहिए?
अगर आप मेनिस्कस टियर से पीड़ित है तो आपको सर्जन से निम्न सवाल पूछने चाहिए:
- घुटने के दर्द और सूजन को कम करने तात्कालिक उपाय क्या हैं?
- दवाएं कौन सी लेनी आवश्यक हैं?
- घुटने को राहत मिले उसके लिए कौन सी सावधानियां बरतनी आवश्यक हैं?
- कौन सी दैनिक गतिविधियां जिनसे बचना होगा?
- सर्जरी करनी पड़े तो लागत क्या हो सकती है?
- सर्जरी के बाद रिकवर होने में कितना समय लग सकता है?
क्या मेनिस्कस टियर सर्जरी दर्दनाक होता है?
मेनिस्कस रिपेयर सर्जरी के बाद दर्द होना एक आम समस्या है। सर्जरी में चीरे और टांके लगते हैं इसलिए दर्द होना स्वाभाविक है। कुछ लोगों में यह दर्द कम होता है और कुछ में ज्यादा। वैसे सर्जन दर्द को कम करने के लिए दर्द नाशक दवाएं देते हैं। मरीज को सर्जरी के बाद घुटने पर जोर नहीं डालना चाहिए इससे भी दर्द में राहत मिलती है। वहीं बर्फ की सिकाई से भी दर्द में कमी आती है।
क्या मेनिस्कस टियर सर्जरी सुरक्षित होता है?
मेनिस्कस टियर सर्जरी एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया मानी जाती है। सर्जरी के बाद मरीज को अपनी सामान्य गतिविधियां शुरू करने का दोबारा मौका मिलता है। लेकिन यह एक जटिल सर्जरी प्रक्रिया है इसलिए इसके साथ कुछ जोखिम भी जुड़े हो सकते हैं। इन जोखिमो में शामिल हैं: संक्रमण, रक्त का थक्का बनना, सूजन, दर्द आदि
क्या लेजर मेनिस्कस टियर सर्जरी स्थायी होता है?
मेनिस्कस टियर सर्जरी एक जटिल प्रक्रिया है जिसमे घुटने के अंदर मौजूद हड्डियों को रिपेयर करना और उन्हें बदलना शामिल है। जिसके लिए आर्थोस्कोपी प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। यह सर्जरी एक सफल सर्जरी प्रक्रिया मानी जाती है। जबकि लेजर का उपयोग सिर्फ दर्द और सूजन कम करने के लिए किया जा सकता है इसलिए लेजर उपचार मेनिस्कस टियर का स्थायी उपचार नहीं हो सकता है।
कोलकाता में मेनिस्कस टियर सर्जरी की लागत क्या है?
कोलकाता में मेनिस्कस टियर सर्जरी की अनुमानित लागत ₹80000 से ₹100000 के बीच हो सकती है।सर्जरी की यह लागत कई एक मरीज से दूसरे मरीज में बदलती रहती है। सर्जरी की लागत को प्रभावित करने वाले कारण में शामिल हो सकते हैं:
मरीज की उम्र,मेनिस्कस टियर की गंभीरता, सर्जन का चुनाव,मरीज की आवश्यकता आदि।
अगर मेनिस्कस टियर की सर्जरी न कराई जाए तो क्या होता है?
मेनिस्कस टियर का उपचार उसकी चोट की गंभीरता पर निर्भर करता है। अगर चोट कम गंभीर है तो उसका उपचार भौतिक तरीके से किया जा सकता है लेकिन अगर घुटने का मेनिस्कस गंभीर रूप से घायल है तो उसे सर्जरी की आवश्यकता होती है। सर्जरी की आवश्यकता होते हुए भी सर्जरी नहीं कराई जाए तो घुटने का दर्द असहनीय हो सकता है, घुटने के अन्य हड्डियां क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। जिसके कारण घुटने लॉक हो जाएंगे और मरीज स्थायी विकलांग हो सकता है। ऐसी स्थिति आ सकती है कि मरीज अपने बिस्तर से उठ भी न पाए। इसलिए अगर र्सजन सर्जरी की सिफारिश करता है तो सर्जरी करा लेनी चाहिए।
मेनिस्कस टियर ऑपरेशन रिकवरी का समय क्या होता है?
मेनिस्कस टियर सर्जरी के बाद मरीज की रिकवरी एक क्रमिक प्रक्रिया है इसमें समय लगता है। हालांकि रिकवरी का समय हर मरीज के लिए अलग अलग हो सकता है। क्योंकि मरीज की सर्जरी प्रक्रिया, उसके मेनिस्कस चोट की गंभीरता, मरीज की उम्र अलग-अलग हो सकती है। सामान्यतया सर्जरी के बाद मरीजकोअपनी गतिविधियों में वापस लौटने में 6 महीने या उससे अधिक का समय लग सकता है।