कोलकाता में शोल्डर डिस्लोकेशन का इलाज
शोल्डर डिस्लोकेशन में कंधा फिसल जाता है। यह चोट खेल खेलते समय और गिरने से हो सकती है। इसका इलाज आराम और चिकित्सा से होता है।
कोलकाता में शोल्डर डिस्लोकेशन के लिए 193+ बेस्ट डॉक्टर
Dr. Atul
Dr. Manoj Kumar Khemani
Dr. Bappaditya Sarkar
Dr. Sanjoy Biswas
Dr. Prof. Arunangshu Bhatacharyya
Dr. Jyoti Prakash
Dr. Siddhartha Gupta
Dr. Shumayou
Dr. Sudipta Bandyopadhyay
Dr. Aswini Pathak
कोलकाता में शोल्डर डिस्लोकेशन के लिए बेस्ट डॉक्टर
डॉक्टर का नाम | अस्पताल की फीस | लायब्रेट रेटिंग |
---|---|---|
Atul | Free | 83 |
Manoj Kumar Khemani | ₹ 700 | 93 |
Bappaditya Sarkar | ₹ 950 | 91 |
Sanjoy Biswas | ₹ 1,000 | 87 |
Prof. Arunangshu Bhatacharyya | ₹ 800 | NA |
Jyoti Prakash | ₹ 400 | 88 |
Siddhartha Gupta | ₹ 800 | NA |
Shumayou | ₹ 800 | 91 |
Sudipta Bandyopadhyay | ₹ 1,200 | NA |
Aswini Pathak | ₹ 500 | NA |
कोलकाता में शोल्डर डिस्लोकेशन का इलाज पर रोगियों की प्रतिक्रिया
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शोल्डर डिस्लोकेशन के इलाज के लिए किस तरह का डॉक्टर सबसे अच्छा है?
शोल्डर डिस्लोकेशन में सर्जिकल प्रक्रिया द्वारा कंधे की जोड़ को सही किया जाता है। इसलिएएक आर्थोपेडिक सर्जन ही इसका उपचार और सर्जरी कर सकता है। एक आर्थोपेडिक सर्जन हड्डियों, जोड़ों, मांसपेशियों से सम्बंधित चोट और उसकी सर्जरी में विशेषज्ञ होता है। इसलिए जब भी कंधे में किसी प्रकार का कोई विकार उतपन्न हो या शोल्डर डिस्लोकेशन का उपचार कराना हो तो आपको आर्थोपेडिक सर्जन के पास जाना चाहिए।
कोलकाता में शोल्डर डिस्लोकेशन के इलाज के लिए सबसे अच्छे डॉक्टर की तलाश कैसे करें?
कोलकातामें आपको शोल्डर डिस्लोकेशन का उपचार कराना है और आपको एक योग्य और अनुभवी आर्थोपेडिक सर्जन की खोज है तोwww.lybrate.comवेबसाइट पर जाना चाहिए। इस वेबसाइट पर शहर के हड्डी और जोड़ विशेषज्ञों की लंबी लिस्ट मिलेगी। जिसमे उनके अनुभव के साथ साथ उनके शुल्क का भी ब्यौरा होता है। जिसे देखकर आप अपनी पसंद के सर्जन का चुनाव कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने शहर के अच्छे चिकित्सा संस्थान में जाकर अपने लिए सर्जन का चुनाव कर सकते हैं। या फिर अपने जान पहचान के लोगों से किसी अच्छे चिकित्सक के बारे में पूछ सकते हैं।
शोल्डर डिस्लोकेशन का मुख्य कारण क्या है?
कंधे का जोड़ शरीर का सबसे अधिक बार अव्यवस्थित होने वाला जोड़ माना जाता है। क्योंकि इसका प्रयोग ज्यादा होता है और इसकी गतिशीलता कई दिशाओं में होती है। जैसे आगे, पीछे या ऊपर-नीचे की ओर किया जाता है। अचानक किये जाने पर खिसक सकता है। यह पूरी तरह या आंशिक रूप से अव्यवस्थित हो सकता है।शोल्डर डिस्लोकेशन के निम्न कारण हो सकते हैं।
- तेजी से हाथों और कंधों का उपयोग
- खेल के दौरान कंधे का खिसकाना
- किसी दुर्घटना में गिरना/सड़क यातायात दुर्घटना
- स्नायुबंधन और ऊतकों का कमजोर होना
- जेनेटिक कारण
मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे कंधे की अव्यवस्था है?
अगर खेलते समय कंधे में खिचाव का अनुभव हुआ हो या किसी दुर्घटना में चोट लगने के बाद कंधे में दर्द हो, जो लगातार बढ़ रहा हो, दवाएं भी असफल हो रही हों। इसके अलावा सूजन के साथ अकड़न हो, दैनिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हों। तो आपको तुरंत सर्जन से सम्पर्क करना चाहिए।
क्या शोल्डर डिस्लोकेशन गंभीर हैं?
शोल्डर डिस्लोकेशन के बाद कंधे में दर्द होता है और दैनिक गतिविधियां करने में व्यक्ति सक्षम नहीं होता है। अगर इसका उपचार नहीं कराया गया तो यह एक बड़ी गंभीर समस्या हो सकती है। इसके कारण धीरे धीरे कंधे में दर्द बढ़ता है, उसकी गति सीमित हो जाती है, हाथ काम करना बंद कर सकते हैं, सोते समय ज्यादा दर्द हो सकता है और तंत्रिका या रक्त वाहिका क्षति हो सकती है। जैसे ही शोल्डर डिस्लोकेशन के कोई लक्षण दिखे तो तुरंत सर्जन से मिलना चाहिए।
कोलकाता में शोल्डर डिस्लोकेशन का इलाज करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है
कोलकता या किसी भी अन्य शहर मेंशोल्डर डिस्लोकेशन का उपचार उसकी गंभीरता को देख कर किया जाता है। अगर आंशिक शोल्डर डिस्लोकेशन है तो रुढ़िवादी तरीके से उपचार किया जाता है। जबकि वहीं अगर यह टोटल है तो सर्जरी आवश्यक हो जाती है। शोल्डर डिस्लोकेशन की सर्जरी का सबसे तेज और प्रभावी तरीका अर्थोस्कोपी सर्जिकल प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के बाद मरीज को दर्द कम होता है और उसकी रिकवरी भी जल्दी होती है।
कोलकाता में शोल्डर डिस्लोकेशन ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर से कब सलाह लें
शोल्डर डिस्लोकेशन कंधे में खिचाव, दुर्घटना में चोट लगने के कारण हो सकता है। शोल्डर डिस्लोकेशन के लक्षण दिखते ही इसका उपचार शुरू कर देना चाहिए। नीचे कुछ संकेत और लक्षण दिए गए हैं जो आपको बताते हैं कि आपको आपको उपचार की जरुरत है :
- चोट या खिचाव के बाद कंधे के जोड़ में तेज दर्द का होना।
- क्षतिग्रस्त कंधे के आसपास सूजन का होना।
- चोट के बाद कंधे में गति की सीमित सीमा।
- शोल्डर डिस्लोकेशन के कारण जोड़ की विकृति या असामान्य उपस्थिति।
- हाथ का सुन्न पड़ना या झुनझुनी होना ।
- हाथ हिलाने या वस्तुओं को उठाने में परेशानी का होना।
- हाथ या कंधे को हिलाने में परेशानी।
यदि मैं शोल्डर डिस्लोकेशन से पीड़ित हूं तो मुझे अपने डॉक्टर से क्या प्रश्न पूछना चाहिए?
यदि किसी कारण आपका कंधा खिसक गया है तो आपको सर्जन से निम्न सवाल पूछने चाहिए। जैसे- शोल्डर डिस्लोकेशन की गंभीरता क्या है? इसका आसान इलाज कैसे किया जा सकता है? दर्द कम करने तात्कालिक उपाय क्या हैं? कौन-कौन सी दैनिक गतिविधियों की रोकथाम करनी है? अगर सर्जरी करानी पड़ी तो उसकी लागत कितनी होगी? उपचार के संभावित जोखिम और जटिलताएं क्या हैं? सर्जरी के बाद रिकवर कितने समय लग सकता है ? सर्जरी के बाद दर्द की रोकथाम कैसे करनी है? सर्जरी के बाद सावधानियों का क्या महत्व होता? आदि सवाल आप अपने सर्जन से पूछ सकते हैं।
क्या शोल्डर डिस्लोकेशन सर्जरी दर्दनाक है?
शोल्डर डिस्लोकेशन सर्जरी एक सुरक्षित और प्रभावी सर्जरी प्रक्रिया है। सर्जरी के दौरान तो मरीज को एनेस्थीसिया दिया जाता है इसलिए उसे दर्द का अनुभव नहीं होता है। लेकिन उसके बाद जब तक आप रिकवर नहीं करते तब तक दर्द हो सकता है। रिकवर होने में हफ़्तों लग सकते हैं। दर्द को कम करने एक लिए सर्जन दर्द नाशक दवाएं देते हैं।
क्या शोल्डर डिस्लोकेशन के लिए सर्जरी सुरक्षित है?
अगर यह सर्जरी किसी अनुभवी और कुशल सर्जन द्वारा किया जाए तो सफल होने के ज्यादा चांस होते हैं। इस सर्जरी के बाद मरीज को कंधे की समस्त समस्या से राहत मिलती है। लेकिन इसके साथ कुछ जोखिम भी जुड़े हैं जैसे संक्रमण,रक्तस्राव या रक्त के थक्के, दर्द और सूजन आदि।
क्या लेज़र शोल्डर डिस्लोकेशन उपचार स्थायी है?
कई गंभीर बीमारियों के लिए लेजर उपचार तकनीक एक आधुनिक और प्रभावी उपचार मान जाता है लेकिनशोल्डर डिस्लोकेशन के लिए लेजर उपचार तकनीक स्थाई उपचार नहीं हो सकता है। इस समस्या के लिए अर्थोस्कोपी सर्जरी प्रक्रिया उपयोगी होती है।
कोलकाता में शोल्डर डिस्लोकेशन सर्जरी का खर्च कितना है?
कोलकातामें शोल्डर डिस्लोकेशन की सर्जरी प्रक्रिया की लागत को कई कारक प्रभावित कर सकते हैं। जैसे-मरीज की उम्र, कंधे के दर्द की गंभीरता, उसकी जरुरत, सर्जन का चुनाव आदि। लेकिन अगर अनुमानित लागत की बात करें तो 60,000 रूपये से 75,000 रुपये तक हो सकती है।
क्या होता है यदि शोल्डर डिस्लोकेशन का इलाज नहीं किया जाता है?
शोल्डर डिस्लोकेशन कंधे की एक गंभीर समस्या है। चोट लगने या खिचाव के कारण कंधे अपनी जगह से खिसक जाते हैं। इसके अलावा उसके आस-पास में स्थित रक्त वाहिकाओं और मांसपेशियों को क्षति पहुंच सकती है। ऊतकों की क्षति के कारण मरीज को असहनीय दर्द होता है। उसकी दैनिक गतिविधि अवरुद्ध होने लगती हैं। इसका समय से उपचार जरुरी होता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो कंधे पूरी तरह काम करना बंद कर देते हैं और मरीज स्थाई रूप से विकलांग हो सकता है।
शोल्डर डिस्लोकेशन सर्जरी के बाद रिकवरी में कितना समय लगता है?
कंधे की सर्जरी के बाद, हाथ हिले-डुले नहीं इसलिए उसे लगभग चार से छह सप्ताह तक गोफन में रखा जाता है। सर्जरी के तुरंद बाद ही सर्जन दर्द नियंत्रित करने के लिए दवाएं देगे और एक बार जब आप थोड़े समान्य होंगे तब ताकत और गतिशीलता बहाल करने के लिए शारीरिक व्यायाम शुरू करना होगा। कंधे सही होने में कई महीने लग सकते हैं, इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे सर्जरी किस प्रकार की है? यह किस गति से ठीक हो रही है? आप सर्जन द्वारा बताए गई सावधानियों का कितना पालन कर रहे हैं? आदि। अमुतौर पर इस सर्जरी के बाद मरीज 6 महीने या उससे ज्यादा समय में अपनी दैनिक गतिविधियों में वापस लौट सकता है।