कोलकाता में रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन की लागत
कोलकाता में रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन के बेस्ट डॉक्टर
कोलकाता में स्पाइन सर्जरी की लागत कितनी है?
पीठ का दर्द इन दिनों लाइफ स्टाइल डिजीज बन गयी है। गलत ढंग से बैठने, सोने, जीवनशैली की समस्या के वजह से यह समस्या इन दिनों बहतु ज्यादा लोगों को प्रभावित कर रही है। आमतौर पर मलहम, दवा, फिजियोथेरैपी से पीठ के दर्द का इलाज किया जात है। पर जब गंभीर मस्कुलोस्केलेटल चोटों या नर्व कंप्रेशन हो तो इसके इलाज के लिए सर्जरी जरुरी हो जाती है। कोलकाता में सर्जरी की कीमत ₹140000 से लेकर ₹375000 तक हो सकती है। वहीं इसकी औसत लागत ₹250000 तक होती है।
ऐसे रोगियों के लिए सर्जरी बहुत जरुरी हो जाती है जिन्हें नीचे दी गयी समस्याओं का सामाना करना पड़ रहा हो -
- स्पाइनल स्टेनोसिस, स्पाइनल कॉलम में कंप्रेशन जिसकी वजह से नसों रीढ की हड्डी पर दबाव डालता है
- हर्नियेटेड या टूटी हुई डिस्क, जिसमें रीढ़ की हड्डियों को कुशन करने वाली एक या अधिक डिस्क क्षतिग्रस्त हो जाती हैं
- स्पोंडिलोलिस्थीसिस, जिसमें रीढ़ की एक या एक से अधिक हड्डियाँ अपनी जगह से खिसक जाती हैं
- रीढ़ की हड्डी में चोट लगने या ऑस्टियोपोरोसिस के कारण वर्टिब्रल फ्रैक्चर
- डीजेनरेटिव डिस्क रोग, या एक व्यक्ति की उम्र बढ़ने के साथ स्पाइनल डिस्क को नुकसान
कोलकाता में विभिन्न प्रकार के रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
स्पाइनल फ्यूज़न | ₹375,000 | ₹250,000 | ₹500,000 |
वेर्टेब्रोप्लास्टी | ₹265,000 | ₹230,000 | ₹300,000 |
काइफ्लोप्लास्टी | ₹265,000 | ₹230,000 | ₹300,000 |
स्पाइनल लैमिनेक्टॉमी | ₹160,000 | ₹140,000 | ₹180,000 |
फोरैमिनोटॉमी | ₹215,000 | ₹180,000 | ₹250,000 |
आर्टिफिशियल डिस्क रिप्लेसमेंट | ₹375,000 | ₹250,000 | ₹500,000 |
डिस्केक्टॉमी (या माइक्रोडिसेक्टोमी) | ₹160,000 | ₹140,000 | ₹180,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
स्पाइन सर्जरी से पहले होने वाली जांचों की लागत क्या होती है?
स्पाइन सर्जरी के पहले कुछ जांचे बहुत जरुरी होती हैं। इससे यह पता चलता कि समस्या कितनी गंभीर है। इसके जरिए डाक्टर यह भी पता लगा लेते हैं कि उन्हें स्पाइन सर्जरी में कौन सी तकनीक का इस्तेमाल करना है। डाक्टर द्वारा सुझाई गई जांचे और उनकी कोलकातामें लागत क्या है आइए इस पर नज़र डालते हैं
- एक्सरे: रीढ़ की हड्डी काएक्सरे बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस एक्सरे की लागत ₹800 से लेकर ₹2000 तक हो सकती है।
- एमआरआई : जब एक्स रे से कुछ स्पष्ट ना हो तो प्रभावित क्षेत्र का एमआरआई कराया जाता है। एमआरआई की लागत ₹1000 से लेकर ₹3500 तक हो सकती है।
- टॉमोग्राफी (CT) स्कैन : कई बार सर्जन सीटी स्कैन कराकर रीढ़ की हड्डी की स्थितियों का पता लगाते हैं। इसकी लागत ₹1000 से लेकर ₹2500 रुपये तक हो सकती है।
- ब्लड टेस्ट : ब्लड टेस्ट प्राथमिक लेकिन बहुत जरुरी जांच है। इसकी लागत ₹200 से लेकर ₹500 तक हो सकती है।
मरीज के हिसाब से स्पाइन सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है।
स्पाइन सर्जरी की लागत मरीज के हिसाब से बदलती रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हर मरीज की समस्या उसकी जरुरत अलग होती है। मरीज के हिसाब से निम्न कारक महत्वपूर्ण हैं।
- मरीज की बीमारी की गंभीरता : मरीज की बीमारी की गंभीरत कितनी है, उसको कितना दर्द है, किस वजह से दर्द है। किस विधि से सर्जरी की जाय कि उसे राहत मिलेगी यह भी स्पाइन सर्जरी की लागत तय करता है।
- बीमारी का कारण : कई बार पीड़ित की बीमारी की वजह जैसे अधिक गंभीर चोट या फिर रीढ़ की पुरानी और खतरनाक बन चुकी स्थिति या विकार से सर्जरी जटिल हो सकती है। इससे आपरेशन की लागत पर प्रभाव पड़ता है।
- स्वास्थ्य स्थिति: रीढ़ की समस्या के अलावा रोगी को किसी अन्य तरह की समस्या तो नहीं है या फिर रीढ़ के दर्द की वजह कोई अन्य बामारी तो नहीं। यह कारण भी सर्जरी की लागत पर असर डालते हैं।
- मरीज की उम्र: मरीज की उम्र सर्जरी की लागत को प्रभावित करने वाले बड़े कारकों में से एक है। यदि मरीज की उम्र ज्यादा है उसकी सर्जरी जटिल हो सकती है। स्पाइन सर्जरी का आपरेशन कराने वाले बड़ी उम्र के पीड़ित को खास तरह की देखभाल की जरुरत होती है। ये सारी वजहें स्पाइन सर्जरी का खर्च प्रभावित करती हैं।
कोलकाता में स्पाइन सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
ऐसे कई कारक हैं जो कोलकाता समेत पूरे भारत मेंस्पाइन सर्जरीकी लागत को प्रभावित कर सकते हैं। ये कारक निम्नलिखित हो सकते हैं-
- सर्जरी का प्रकार : सर्जन रोगी की समस्या के कारण, उसकी गंभीरता रीढ़ की हड्डी की स्थिति के आधार पर निर्धारित करते हैं कि उसे कौन सी सर्जरी से लाभ मिलेगा। हर तरह की विधि की लागत अलग हो सकती है।
- सर्जन या डॉक्टर का चयन: रोगी किस अस्पताल में अपना इलाज कराना चाहते हैं। अस्पताल अगर सरकारी है, प्राइवेट है या फिर सुपर स्पेशिलिटी । उसकी सुविधा कैसी है इस पर भी स्पाइन सर्जरी की लागत निर्भर करती है।
- अगर आप हमारे माध्यम से ये सर्जरी कराते हैं तो आपको देश के बेस्ट डाक्टर्स तो मिलेंगे इसके अलावा सर्जरी के दिन मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए निशुल्क सुविधा उपलब्ध है। साथ ही जांच, अस्पताल के खर्च के लिए अतिरिक्त पैसे नहीं खर्च करने पड़ेंगे। आपको ये सब हमारे पैकेज के हिस्से के तौर पर मिलेगा। सर्जरी के बाद फ्री-फालोअप , 24 घंटे मेडिकल कोआर्डिनेटर्स और परामर्श की सुविधा भी मिलती है।
कोलकाता में स्पाइन सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
स्पाइन सर्जरी की लागत उसके घटक और तकनीक निर्भर करती है। इसमें प्रमुख विधियां और घटक निम्न है -
- स्पाइनल लैमिनेक्टॉमी/स्पाइनल डीकंप्रेसन : स्पाइनल स्टेनोसिस स्पाइनल कैनाल के कंप्रेशन का कारण बनने पर स्पाइन सर्जरी की यह विधि की जाती है। इस रोग में बहुत दर्द, सुन्न होने का एहसास या कमजोरी होती है। सर्जन वर्टीब्रेट्स की हड्डीनुमा दीवारों और किसी भी हड्डी के टुकड़ों को सर्जरी के दौरान हटा देते हैं। इससे नसों पर दबाव कम हो जाता है और स्पाइनल कॉलम खुल जाता है। कोलकातामें स्पाइनल लैमिनेक्टॉमी या स्पाइनल डीकंप्रेसन की लागत ₹1,40,000 से ₹1,80,000 तक हो सकती है।
- वर्टेब्रोप्लास्टी/काइफोप्लास्टी : ऑस्टियोपोरोसिस के कारण वर्टीब्रेट्स के कंप्रेशन फ्रैक्चर को ठीक करने के लिए इसप्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। इसमें गोंद जैसी हड्डी के सीमेंटनुमा इंजेक्शन लगाया जाता है जो हड्डी को सख्त और मजबूत करता है। वर्टेब्रॉप्लास्टी की लागत ₹2,30,000 से लेकर ₹3,00,000 रुपये तक हो सकती है।
- डिस्केक्टॉमी : हार्नियेटेड हो चुकीडिस्क को हटाने के लिए इस विधि का उपयोग किया जाता है। ऐसी हर्नियेडेट डिस्क नर्व्स या रीढ़ की हड्डी पर दबाव डालती है। लैमिनेक्टॉमी और डिस्केक्टॉमी अक्सर एक साथ की जाती हैं। इस सर्जरी की लागत ₹150000 से लेकर ₹225000 तक हो सकती है।
- आर्टीफीश्यल डिस्क रिप्लेसमेंट : गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त डिस्क वाले लोगों के इलाज के लिए इस विधि को स्पाइनल फ्यूजन का विकल्प माना जाता है। इस प्रक्रिया में डिस्क को हटाकर इसकी जगह सिंथेटिक डिस्क लगााई जाती है। यह वर्टीब्रेट्स के बीच ऊंचाई और गतिशीलता को बहाल करने में मदद करता है। इस विधि की लागत ₹2,50,000 से ₹3,00,000 तक हो सकती है।
- स्पाइनल फ्यूजन: सर्जन दो या दो से अधिक वर्टीब्रेट्स के बीच रीढ़ की हड्डी को हटा देता है, फिर हड्डी के ग्राफ्ट या पेंच द्वारा सुरक्षित धातु के उपकरणों का उपयोग करके अगल बगल के वर्टीब्रेट्स को फ़्यूज़ करता है। स्पाइनल फ्यूजन के परिणामस्वरूप रीढ़ में लचीलेपन का कुछ नुकसान हो सकता है। स्पाइनल फ्यूजन स्पाइन सर्जरी की औसत लागत 2,50,000 रुपये से रु 3,50,000 रुपये तक हो सकती है।
- फोरैमिनोटॉमी : इस प्रक्रिया में, सर्जन हड्डी के छेद को बड़ा कर देता है जहां एक नर्वरूट स्पाइनल कैनाल से बाहर निकलती है ताकि उभरे हुए डिस्क या जोड़ को तंत्रिका पर दबाव डालने से रोका जा सके। कोलकातामें फोरैमिनोटोमी की औसत लागत 1,80,000 रुपये से 2,50,000 रुपये तक हो सकती है।
- न्यूक्लियोप्लास्टी : इसे प्लाज्मा डिस्क डीकंप्रेसन भी कहा जाता है। यह लेजर सर्जरी हल्के हर्नियेटेड डिस्क से जुड़े कम पीठ दर्द वाले लोगों के इलाज के लिए होता है। इसके लिए कई बार रेडियोफ्रीक्वेंसी ऊर्जा का उपयोग किया जाता है। सर्जन डिस्क में एक सुई डालते हैं। एक प्लाज़्मा लेज़र उपकरण को फिर सुई में डाला जाता है और टिप को गर्म किया जाता है, जिससे एक ऐसा क्षेत्र बनता है जो डिस्क में ऊतक को वाष्पीकृत करता है, इसके आकार को कम करता है और तंत्रिकाओं पर दबाव को कम करता है। इस विधि से स्पाइन के आपरेशन का खर्च ₹200000 से लेकर ₹250000 तक होता है।
क्या कोलकाता में स्पाइन सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
हां, कोलकाता समेत पूरे भारत में स्पाइन सर्जरी के लिए बीमा विकल्प उपलब्ध हैं। इसके लिए कुछ शर्ते कई बार हो सकती हैं। अगर आप हमारे यहां से सर्जरी कराते हैं तो हमारी बीमा टीम आपको क्लेम प्राप्त करने में आपकी मदद करेगी। इसके अलावा आपको कई भुगतान विकल्प और नो कॉस्ट ईएमआई की सुविधा भी मिलती है।
सारांश
पीठ मे होने वाले दर्द मे कई बार ऐसी स्थिति या विकार हो जाता है जब किसी और दवा या फिजियोथेरैपी से लाभ नहीं मिलता है। ऐसी स्थिति में आपरेशन करना पड़ाता है जिसे स्पाइन सर्जरी कहा जाता है। स्पाइन सर्जरी का खर्च कई वजहों पर निर्भर है जैसे रोगी की आयु, सर्जरी का प्रकार, रोगी की अन्य स्वास्थ्य की स्थिति और जटिलता, आदि। इसके अलावा इस सर्जरी की तकनीकों के प्रकार के आधार पर भी सर्जरी की लागत प्रभावित हो सकती है। सर्जरी को पूरा बीमा कवर मिलता है पर कुछ शर्तों के साथ भी यह हो सकता है।