जयपुर में लेसिक सर्जरी की लागत
जयपुर में लेसिक सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
जयपुर में लेसिक सर्जरी की लागत कितनी है?
जयपुर में लेसिक सर्जरी की लागत जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि लेसिक सर्जरी की जरूरत क्यों और कब पड़ती है। दरअसल, जब आंखों में दृष्टि संबंधी समस्याएं होती हैं, तो लेसिक सर्जरी की जरुरत पड़ती है। इन समस्याओं में निकट दृष्टि दोष, दृष्टिवैषम्य, दूरदृष्टि जैसी समस्याएं शामिल हैं। वैसे समस्याओं का उपचार चश्मा या कॉन्टेक्ट लेंस से किया जा सकता है लेकीन लेसिक सर्जरी को इसके लिए सबसे सुलभ इलाज माना जाता है।
वैसे तो जयपुर में लेसिक सर्जरी की औसतन लागत 45,000 रुपये से लेकर 1,45,000 रुपये तक हो सकती है। लेकिन कई कारणों की वजह से इस लागत में अंतर भी आ सकता है। ऐसे से सही तरीका कि आप अस्पताल में सर्जरी की सटीक लागत जानने के बाद ही अस्पताल में अपना इलाज शुरू करें।
आप हमारे माध्यम से भी सर्जरी करा सकते हैं। हम आपको निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे -
- हम आपको अनुभवी और विशेषज्ञ सर्जन तक पहुंचने में मदद करेंगे।
- तकनीकी सुविधाओं से लेस एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है, वह भी बिलकुल मुफ्त।
- सर्जरी की कुल लागत को इएमआई पर अदा करने की सुविधा उपलब्ध है।
- सर्जरी के बाद निशुल्क परामर्श सुविधा उपलब्ध है।
जयपुर में लेसिक सर्जरी की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
स्माइल लेसिक सर्जरी | ₹90,000 | ₹80,000 | ₹100,000 |
वेव फ्रंट एनालिसिस | ₹95,000 | ₹45,000 | ₹145,000 |
कंटूरा लेसिक | ₹100,000 | ₹95,000 | ₹105,000 |
सब बोमन केराटोमिलेसिस | ₹35,000 | ₹30,000 | ₹40,000 |
फेम्टोसेकेंड लेसिक | ₹90,000 | ₹80,000 | ₹100,000 |
कन्वेंशनल लेसिक | ₹25,000 | ₹20,000 | ₹30,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
लेसिक सर्जरी से पहले होने वाली वाली जांचों की लागत
कोई भी ऑय सर्जन लेसिक सर्जरी से पहले आंखों की स्थिति को समझने के लिए कई तरह की जांचें कराने की सलाह दे सकता है। इन जांचों की सहायता से वह आंखों से समबधित बीमारी की गंभीरता समझता है और फिर उसी के अनुसार उपचार की विधि का चयन करता है। सर्जन द्वारा जिन जांचों की सलाह दी जा सकती है, उनमें कॉर्निया स्थलाकृति, वेवफ्रंट विश्लेषण, पचीमेट्री आदि शामिल हैं।
वैसे तो अलग अलग ऑय सेंटर पर इन जांचों की लागत में अंतर देखा जा सकता है, लेकिन हम आपको लेसिक सर्जरी से पहले की जाने वाली कुछ विशेष जांचों की औसतन लागत के बारे में बताते हैं-
- वेवफ्रंट विश्लेषण: 400 रुपये से 800 रुपये
- कॉर्निया स्थलाकृति: 500 रुपये से 2,500 रुपये
- पचीमेट्री: 800 रुपये से 1,500 रुपये
- ड्राई आई टेस्ट: 200 रुपये से 400 रुपये
- साइक्लोप्लेजिक अपवर्तन: 1,000 रुपये से 1,500रुपये
- छात्र माप: 250 रुपये से 1,000 रुपये
मरीज के हिसाब से लेसिक सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
मरीज के हिसाब से लेसिक सर्जरी की लागत में अंतर आने की कई वजह हैं, जो निम्नलिखित हैं-
- उम्र: मरीज के हिसाब से लेसिक सर्जरी की लागत में अंतर आने की एक अहम वजह है मरीज की उम्र, क्योंकि एक उम्र के बाद व्यक्ति की आंखों की रोशनी में समस्याएं आने लगती है। साथ ही उनकी लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता भी क्षीण होने लगती है। ऐसे में मरीज की उम्र जितनी ज्यादा होती है, उसके उपचार में उतनी ही ज्यादा लागत आने की संभावनाएं होती हैं।
- बीमारी की गंभीरता: मरीज को दृष्टि संबंधी समस्या की गंभीरता के अनुसार सर्जन सर्जरी की तकनीक का चयन कर सकता है। चूंकि हर तकनीक की लागत अलग-अलग होती है, इसलिए बीमारी की गंभीरता के चलते भी सर्जरी की लागत प्रभावित हो सकती है।
- अन्य बीमारियां: कुछ मामलों में किसी अन्य बीमारी की वजह से मरीज को आंखों की समस्याएँ होती हैं। ऐसे में मरीज की उस अन्य बीमारी का इलाज भी आवश्यक हो जाता है, जिससे सर्जरी सर्जरी की लागत बढ़ सकती है।
जयपुर में लेसिक सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
जयपुर में लेसिक सर्जरी की लागत कई कारकों की वजह से प्रभावित हो सकती हैं, ये कारक निम्नलिखित हैं-
- अस्पताल: मरीज अपनी लेसिक सर्जरी जिस तरह के अस्पताल में करवाता है, उसी हिसाब से उसकी सर्जरी की लागत प्रभावित होती है। दरअसल, सभी अस्पताल में उनके द्वारा दी जा रही सुविधाओं के अनुसार उनका शुल्क निश्चित किया जाता है। जिस अस्पताल की सुविधाएं जितनी अच्छी होंगी, वहां शुल्क ज्यादा हो सकता है।
- सर्जन की फीस: सर्जन की फीस भी लेसिक सर्जरी की लागत में अंतर पैदा कर सकता है। दरअसल, सर्जन अपने अनुभव और विशेषज्ञता के अनुसार शुल्क तय करते हैं। ज्यादा अनुभवी सर्जन का शुल्क कम अनुभवी सर्जन के शुल्क की अपेक्षा ज्यादा हो सकता है।
- आँखों की स्थिति: सर्जन या डॉक्टर सर्जरी से पहले कई तरह की जांच करवाकर मरीज की आँखों की सटीक स्थिति जानता है, फिर उसी के अनुसार ही इलाज की विधि और दवाइयों का चयन करता है। यह विधि और दवाइयों की लागत सर्जरी की लागत को प्रभावित कर सकते हैं।
- सर्जरी की तकनीक: लेसिक सर्जर के लिए सर्जन कई प्रकार की तकनीक का प्रयोग करता है। सभी तकनीक की लागत भी अलग अलग होती है। अतः मरीज की सर्जरी के लिए सर्जन जिस तकनीक का प्रयोग करेगा, उसी के अनुसार ही सर्जरी की लागत आएगी।
- सर्जरी के बाद की परेशानियां: कई बाद सर्जरी के बाद मरीज को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसमें आंखों के फ्लैप में सूजन, और आंखों में सूखापन जैसी समस्याएं शामिल हैं। इस समस्याओं से निजात पाने के लिए अन्य इलाज की आवश्यकता होती है, जो लागत पर असर डाल सकता है।
- सर्जरी के पहले की जांच: सर्जरी के पहले सर्जन मरीज को जिन जांचों की सलाह देते हैं, उन जांचों की लागत भी सर्जरी की लागत को प्रभावित करते हैं। कुछ मामलों में सर्जन कुछ अतिरिक्त जांच कराने की या कोई जांच दोबारा कराने के लिए भी कह सकता है।
जयपुर में लेसिक सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
लेसिक सर्जरी के लिए सर्जन कई तरह की तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। यह तकनीक सर्जरी की लागत को प्रभावित कर सकते है, क्योंकि इनकी लागत अलग-अलग हो सकती है। तो चलिए जानते हैं कि ये तकनीक कौन-कौन से हैं और इनकी लागत कितनी हो सकती है-
- पारंपरिक लेसिक सर्जरी: पारंपरिक लेसिक कॉर्निया को फिर से आकार देने के लिए एक एक्साइमर लेजर का उपयोग करता है ताकि यह स्पष्ट दृष्टि बहाल करते हुए प्रकाश को ठीक से अपवर्तित कर सके। लेसिक सबसे आम लेज़र विज़न करेक्शन प्रक्रिया है जिसका उपयोग निकट दृष्टिदोष, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य जैसे निचले क्रम के विपथन के इलाज के लिए किया जाता है। इस लेसिक सर्जरी की लागत लगभग ₹1,50,000 तक हो सकती है।
- SBK (सब बोमन केराटोमिलेसिस): SBK लेसिक सर्जरी को थिन फ्लैप लेसिक सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि लेज़र का उपयोग कॉर्निया में एक पतला फ्लैप बनाने के लिए किया जाता है। फिर से एक और लेजर का उपयोग कॉर्निया को ठीक करने या कॉर्निया के ऊतकों को फिर से आकार देने के लिए किया जाता है ताकि अपवर्तक त्रुटि को ठीक किया जा सके और दृष्टि में स्पष्टता लाई जा सके।
- इस प्रक्रिया को 'सब-बोमन केराटोमिलेसिस' भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया को लेसिक सर्जरी के अन्य पारंपरिक रूपों से बेहतर माना जाता है, क्योंकि यह 90 से 110 माइक्रोन मोटाई तक के बहुत पतले फ्लैप बनाने में सक्षम है, जिससे कॉर्निया के ऊतकों की स्थायी मात्रा को बचाया जा सकता है। इस लेसिक सर्जरी की लागत लगभग ₹1,20,000 तक हो सकती है।
- फेमटोसेकंड लेसिक: फेमटोसेकंड लेसिक सर्जरी एक प्रकार की लेजर नेत्र शल्य चिकित्सा है। इसको अपवर्तित सर्जरी का सबसे सुरक्षित और सबसे सटीक रूप माना जाता है। इस प्रक्रिया में, सर्जन कॉर्नियल फ्लैप बनाने के लिए शॉर्ट, इंफ्रारेड पल्स के साथ एक लेजर का उपयोग करता है।
- फ्लैप के माध्यम से कॉर्निया तक पहुंच के साथ, सर्जन आवश्यक रीशेपिंग कार्य कर सकता है। इस लेसिक सर्जरी की लागत लगभग ₹90000 तक हो सकती है।
- स्माइल (स्मॉल इन्सिशन लेंटिक्यूल एक्सट्रैक्शन): स्मॉल इन्सिशन लेंटिक्यूल एक्सट्रैक्शन (SMILE) लेजर नेत्र शल्य चिकित्सा लेजर दृष्टि सुधार में नवीनतम प्रगति है। SMILE उत्कृष्ट परिणामों के साथ मायोपिया (नज़दीकीपन) को ठीक करने के लिए की गई न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी है। मायोपिया के अलावा, यह 5 डायोप्टर्स तक के हल्के दृष्टिवैषम्य के इलाज में भी उपयोगी है।
- यह सर्जरी मरीज की आँखों को चेतनाशून्य करने के बाद किया जाता है। सर्जन स्पेकुलम की सहायता से पलक झपकने या बंद होने से रोकता है। सर्जन कॉर्निया में सटीक लेंटिकुलर सतह बनाने के लिए फेम्टो लेजर तकनीक का उपयोग करता है और बाद में चीरे के माध्यम से लेंटिक्यूल को हटा देता है। इस लेसिक सर्जरी की लागत लगभग ₹100000 तक हो सकती है।
- कॉन्टूरा विजन लेसिक सर्जरी: कॉन्टूरा विजन सर्जरी ऐसी ही एक उन्नत सर्जरी है, जिसे स्थलाकृति-निर्देशित लेसिक सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है। यह सर्जरी लेसिक सर्जरी का एक उन्नत संस्करण है और उन रोगियों को बेहतर लाभ प्रदान करती है जो चश्मा हटाने की सर्जरी कराने पर विचार कर रहे हैं।
- यह सर्जरी न केवल सामान्य रोगियों में प्रभावी है बल्कि उन रोगियों में भी अच्छे परिणाम देती है जो कॉर्निया में अनियमितताओं के कारण लेसिक सर्जरी के लिए योग्य नहीं थे। इस लेसिक सर्जरी की लागत लगभग ₹1,50,000 तक हो सकती है।
क्या जयपुर में लेसिक सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
जी हां, सभी स्वास्थ्य बीमा कंपनियां LASIK नेत्र शल्य चिकित्सा के लिए कवरेज प्रदान करती हैं। LASIK नेत्र शल्य चिकित्सा के लिए एक बुनियादी स्वास्थ्य बीमा योजना प्राप्त करना कुछ साल पहले चुनौतीपूर्ण था क्योंकि कई बीमा प्रदाता इसे कॉस्मेटिक सर्जरी मानते हैं।
सारांश
जयपुर में ऐसे कई आंखों के अस्पताल मौजूद हैं, जहां आप आंखों की लेकिस सर्जरी करवा सकते हैं। हालांकि, अस्पताल का चयन करने से पहले इस सर्जरी की लागत की जानकारी जरूर ले लें। साथ ही सर्जरी की तकनीक को लेकर भी चर्चा करें।