Spondylitis Treatment - स्पॉन्डिलाइटिस उपचार
स्पॉन्डिलाइटिस एक बीमारी नहीं है बल्कि ये एक गंभीर समस्या हो जो ज्यादातर महिलाओं को होती है स्पॉन्डिलाइटिस में गर्दन में स्थित रीढ़ की हड्डियों में लंबे समय तक कड़ापन रहने, उनके जोड़ों में घिसावट होने या उनकी नसों के दबने के वजह से बहुत Pain होता है और ये कुछ कुछ जोड़ो के दर्द के जैसे ही समस्या है इसको कई नामों से जाना जाता है, सर्वाइकल ऑस्टियोआर्थराइटिस, नेक आर्थराइटिस और क्रॉनिक नेक पेन आदि इसमें गर्दन एवं कंधों में दर्द तथा जकड़न के साथ-साथ सिर में पीड़ा तथा तनाव बना रहता है. स्पॉन्डिलाइटिस का इलाज आधुनिक युग में सम्भव है.
स्पॉन्डिलाइटिस का इलाज
और यदि इसका इलाज सही समय पर न कराया जाएँ तो ये के गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है. स्पॉन्डिलाइटिस का इलाज कराना बहुत ही जरूरी है. स्पॉन्डलाइटिस के लक्षण को जानना बहुत जरूरी और इन लक्षणों को आप काफी आसानी से पेहचाहन सकते है यदि आपको गर्दन का दर्द धीरे धीरे बढ़ता है और ये दर्द ज्यादा देर तक गाड़ी चलाने, किताबें पढ़ने या फिर बार बार झुक कर काम करने से भी ये दर्द हो सकता है.
कई बार जब हम कोई खेल खेलते हैं या कुछ काम करते हैं तो रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाने के कारण काफी दर्द का अनुभव होता है. इसकी वजह से कई बार गर्दन में दर्द या कुछ अकड़ जैसा भी अनुभव हो सकता है. यदि इसे और विस्तार से देखें तो कह सकते हैं कि सर में होने वाली पीड़ा, पीट का दर्द अथवा गर्दन इधर-उधर करने पर हड्डियों से पिसने जैसे ध्वनि निकलना एवं हाथ या उंगलियों की कमजोरी या फिर इंका सुन्न हो जाना भी स्पॉन्डिलाइटिस का लक्षण है. कई बार इनमें काफी दर्द भी हो सकता है. उठने और बैठने एवं चलने में बहुत ज्यादा परेशानी हो या फिर खड़े होते समय आपका संतुलन बिगड़ जाये तो ये भी इसी का लक्षण है.
स्पॉन्डिलाइटिस का लक्षण
गर्दन और कंधों पर अकड़न रात में या खड़े होने के बाद या बैठने के बाद, खांसते, छींकते या हंसते समय बहुत ज़ोरो का दर्द गर्दन और आसपास हो तो ये भी स्पॉन्डिलाइटिस का लक्षण है. चूना आपके लिए बहुत ही अच्छी दवा है ये वही चूना है जो पान में खाते हैं, अगर आपको पत्थरी की समस्या नहीं है तो चूना एक बहुत बढ़िया औषिधि हैं सर्वाइकल के लिए, गेंहू के दाने सामान चूना पानी में, जूस में, या दही में मिला कर खाए.
स्पॉन्डिलाइटिस का इलाज
लहसुन के इस्तेमाल से
लहसुन भी आपके दर्द को ठीक करने में आपकी बहुत ही ज्यादा मदद करता है यदि आप 4 लहसुन को पीसकर 1 गिलास दूध में उबाल कर रोज रात को सोने से पहले लेते है और इसका नियमित सेवन करते है तो आपको स्पॉडिलिटिस से काफी हद तक आराम मिलेगा. और यदि आप गाय के दूध से बना घी का इस्तेमाल करते है. और रात को सोने से पहले अपनी नाक में 5-5 बूंदे गाय के घी की डालेंगे तो आपको नैक पैन से राहत मिल जाएगी. और कुछ अपने खानपान में भी बदलाब करें इससे भी आपको काफी लाभ होगा और रोज़ाना योग करें जैसे सूर्य नमस्कार योगाशन और भी कई सारे योग है जिनकी मदद से आप इस समस्या से निजात पा सकते है.
सावधानी बरतें
यदि कम्प्यूटर के सामने अधिक देर तक बैठ कर काम करते हैं तो ऐसा न करें या फिर आप बीच बीच में पैरो के पंजो पर खड़े हो कर दोनों हाथो को आपस में मिला कर ऊपर आकाश की तरह धकेले और कंधो को और गर्दन को थोड़ा हिला ले. आपको काफी आराम मिलेगा, अपने भोजन में ज्यादा से ज्यादा विटामिन बी और कैल्शियम से भरपूर आहार का सेवन करें. बादाम, पिस्ता और अखरोट में विटामिन इ और बी – 1, बी – 6, और बी – 9 के साथ प्रोटीन और मैग्नीशियम पाया जाता हैं.
फल और सब्जी के माध्यम से
दूध, गाजर, स्ट्रॉबेरी, केला, पत्ता गोभी, प्याज, आदि फलों और सब्जियों का सेवन करें आपको काफी फायदा होगा और आपको फिर कभी भी स्पॉन्डिलाइटिस का इलाज नहीं करवाना पड़ेगा. स्पॉन्डिलाइटिस का दर्द जिस जगह पर हो रहा हो वहां गर्म पानी के बैग या बर्फ के टुकड़ों से सिकाई करना भी एक अच्छा ऑप्शन है. इससे जल्द ही राहत मिलती है, लेकिन यह लगातार करना होता है. सर्जरी की सलाह तब ही दी जाती है जब इसके दर्द से ब्रेन मस्तिष्क की नसें डैमेज होने लगे और किसी प्रकार के इलाज से आराम न हो.