जाने क्यों है पाचन तंत्र महत्बपूर्ण डॉ. आर.के. अग्रवाल
पाचन क्रिया वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा भोजन को ऐसे रूप में तोड़ा जाता है जिससे वो हमारे शरीर में रक्त प्रणाली द्वारा अवशोषित हो सके और हमारे शरीर को पोषण व ऊर्जा प्रदान करने के लिए कोशिकाओं तक अवशोषित को पहुचाया जाये।
यह पूरी प्रक्रिया मुख से शुरू होती है जब हम भोजन को चबाते व निगलते है।
हमारे लार में ऐसे एंजाइम होते है जो भोजन से स्टार्च को छोटे-छोटे अणुओं में तोड़ता है।
सारी बीमारियों का कारण आतें होती है, आंतों की अच्छे से सफाई ना होने की बजह से हमारा पेट बीमारियों का घर बन जाता है। यदि शरीर को अन्दर से साफ रखने की हमारी प्रक्रिया दुरस्त है तो हमें बीमारियों से बचे रह सकते हैं। जब भी हमारे शरीर में अल्सर, ट्यूमर, कैंसर, पाइल्स, फिस्तुला, फिसर, एसिडिटी और कब्ज़ जैसी बीमारियां होती है, यदि हम इनके बारे में थोड़ा जानने की कोशिश करे और होने के कारण को सोचे तो इन बीमारियों की जड़ पेट से ही शुरू होती है। तो अगर इन बीमारियों से बचे रहना चाहते हैं तो सबसे ज्यादा जरूरी है कि हमारा पेट व आंते बिल्कुल साफ रहें यानी हमारी पाचन क्रिया व उत्सर्जन क्रिया दोनो सही से काम करें।
डॉ. आर.के. अग्रवाल कहते हैं कि हम जो भी खाते हैं उसके साफ होने या पचने के पीछे एक पूरी विधी है।
समीकरण – हम जो भी खाते हैं = क्या पचा + अपशिष्टों के बाहर जाने का रास्ता।
हमारे पेट को पूरी तरह साफ होना चाहिए 12घण्टे में नहीं तो 24 में सही।
अगर सफाई की प्रक्रिया सही चली तो आपका अतिरिक्त वजन कभी भी नहीं बढ़ेगा और अगर बढ़ा तो इसका मतलब अपशिष्ट हमारे शरीर में ही इकठ्ठे हो रहे हैं। और अगर बहुत अधिक मात्रा में वजन घटा तो इसका मतलब आपके भोजन के पोषक तत्व भी शरीर के बाहर जा रहे हैं। ये दोनों ही अवस्था हमारी पाचन क्रिया के सही से काम ना करने की बजह से होता है।
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इस पूरी प्रक्रिया में अपशिष्ट पुरानी कोशिकाएं व बिना पचा हुआ भोजन है जो की पेट में पहुंचता है और वहां से आंतों द्वारा बाहर कर दिया जाता है।
हम SSOHM में चाहता है लोग समझ सके की अभी भी आपके शरीर को सफाई करने में देरी नहीं हुई है। हम केवल आपके शरीर को साफ ही नहीं बल्कि कई खतरनाक बीमारियों से भी बचाएंगे।