मुंबई में इनगुइनल हर्निया सर्जरी की लागत
मुंबई में इनगुइनल हर्निया सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
मुंबई में इंग्वाइनल हर्निया सर्जरी की लागत कितनी होती है?
जब कमजोर या नर्म उत्तक पेट की निचली मांसपेशियों, पेट और जांघों के बीच फ़ैल जाती हैं, उन्हें इंग्वाइनल हर्निया कहते हैं। इस अवस्था में मरीज को खांसते समय या भारी सामान उठाते समय दर्द होता है।
उम्र भी इंग्वाइनल हर्निया की मुख्य वजह बन सकती है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे मनुष्य की मांसपेशियां कमजोर होती हैं, इसकी वजह से भी हर्निया हो सकता है। अगर समय से इंग्वाइनल हर्निया का इलाज किया जाए तो वो ठीक हो सकता है।
अगर हर्निया अंदर फट जाए तो यह जानलेवा हो सकता है। इसलिए इसका अपनी जगह पर धकेला जाना जरूरी होता है। हर्निया के फटने की वजह से आंतरिक रक्तस्राव मरीज के लिए जानलेवा हो सकता है। इस अवस्था में मरीज को असहनीय दर्द हो सकता है। तत्काल इसकी सर्जरी आवश्यक हो जाती है।
मुंबई में इस सर्जरी की न्यूनतम लागत, ₹40,000, अधिकतम लागत ₹55,000 हो सकती है। अगर औसत लागत की बात करें तो ₹70,000 हो सकती है। आप यह सर्जरी हमारे माध्यम से भी करा सकते हैं। हमारे कुशल चिकित्सकों की टीम आधुनिक सर्जिकल विधियों का उपयोग करते हुए मरीज के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखते हैं।
इसके अलावा मरीज को निशुल्क परामर्श के साथ मरीज को ले-जाने, ले-आने के लिए निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा प्रदान की जाती है। सर्जरी के लिए नो कॉस्ट ईएमआई की भी व्यवस्था है। ज्यादा जानकारी के लिए हमसे सीधे संपर्क करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
चेन्नई में इंग्वाइनल हर्निया सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत
अल्ट्रासाउंड स्कैन एक प्रकार का इमेजिंग परीक्षण कहलाता है जिसे अल्ट्रासोनिक स्कैनर भी कहा जाता है। इसके द्वारा आंतरिक अंगों और शरीर के अन्य हिस्सों की छवियां बनाने के लिए उच्च आवृत्ति वाली ध्वनि तरंगों का उपयोग किया जाता है। चेन्नई में इस परीक्षण के की लागत ₹1,000 से ₹5,000 तक की लागत आ सकती है।
एक्स-रे : हर्निया की स्थिति समझने के लिए रेडियोग्राफी, और कंप्यूटेड टोमोग्राफी से मदद मिलती है। इस परीक्षण की कीमत 250 रुपये से लेकर 500 रुपये हो सकती है।
एमआरआई: चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (एमआरआई) इसके द्वारा शरीर के अंदर की विस्तृत छवियां निकाली जाती है। हर्निया की मरीजों में हर्निया की सही स्थिति जानने के लिए एमआरआई जरूरी है। यह एक बड़ी ट्यूब होती है जिसमें शक्तिशाली चुंबक होते हैं। इस परीक्षण की लागत 2500 रुपये से लेकर 6000 रुपये हो सकती है
सीटी स्कैन: सिटी स्कैन से एक्स-रे की तुलना में मरीज की हड्डियों, अंगों और कोमल ऊतकों को अधिक स्पष्ट रूप में देखा जा सकता है। इसके द्वारा हर्निया मरीज के उन उत्तकों की पहचान की जा सकती है, जिनका उपचार किया जाना है। इस परीक्षण की लागत 1000 रुपये से लेकर 75000 रुपये तक हो सकती है।
मरीज के हिसाब से इंग्वाइनल हर्निया सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
इंग्वाइनल हर्निया की गंभीरता एक मरीज से दूसरे मरीज में अलग अलग हो सकती है। इसी गंभीरता के आधार सर्जरी की लागत भी भिन्न हो सकती है। आइए समझते हैं कि इंग्वाइनल हर्निया की सर्जरी की लागत को कौन से कारक प्रभावित कर सकते हैं।
- मरीज की स्वास्थ्य की अन्य समस्या : इंग्वाइनल हर्निया से पीड़ित मरीज अगर पहले से अन्य बीमारियों जैसे मधुमेह, रक्त चाप से पीड़ित हो तो सर्जरी प्रक्रिया की लागत बढ़ जाएगी। सर्जरी से पहले सर्जन को इन बीमारियों को नियंत्रित करना पड़ेगा।
- मरीज की उम्र: उम्र का प्रभाव लागत को प्रभावित करने का बड़ा कारण बनता है। वृद्ध मरीज की सर्जरी प्रक्रिया जटिल होने के साथ साथ खर्चीली हो जाती है।
- इंग्वाइनल हर्निया की गंभीरता: मारीज का हर्निया कितना गंभीर है उस पर लागत भी निर्भर करती है। अगर हर्निया का स्टेज बढ़ गया है तो लागत ज्यादा आएगी और अगर हर्निया अपने शुरूआती दौर में है तो लागत कम आएगी ।
- सर्जन का चुनाव: सर्जन के चुनाव पर लागत निर्भर करती है। सामान्य सर्जन की तुलना में अनुभवी सर्जन ज्यादा शुल्क लेता है।
चेन्नई में इंग्वाइनल हर्निया की सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं
हर्निया सर्जरी की लागत को प्रभावित करने के कई कारण हो सकते हैं। इन कारणों में कुछ निम्न हैं।
- अस्पताल का चुनाव: अस्पताल का चुनाव एक बड़ा कारण है सर्जरी की लागत को प्रभावित करने का। सरकारी अस्पताल की सर्जरी लागत की तुलना में निजी अस्पताल की सर्जरी लागत ज्यादा होती है।
- एनेस्थीसिया: एनेस्थीसिया सर्जरी का एक अहम हिस्सा है। इसके बिना प्रक्रिया नहीं की जा सकती है। इस एनेस्थीसिया की मात्रा, प्रकार और अवधि पर इसकी लागत निर्धारित होती है। जो हर मरीज के लिए भिन्न हो सकती है
- अन्य खर्च: अस्पताल आने जाने का खर्च, अस्पताल में अधिक दिन रुकने का खर्च, मरीज की देखभाल में किया जाने वाला खर्च, अस्पताल से मिलने वाली सुविधाओं के लिए दिया जाने वाला शुल्क आदि मरीज की सर्जरी की अंतिम लागत को प्रभावित करने का मुख्य कारण बनते हैं।
- सर्जरी की प्रक्रिया: इंग्वाइनल हर्निया से पीड़ित मरीज की स्थिति और गंभीरता से सर्जरी की लागत प्रभावित होती है। मरीज का हर्निया जितना गंभीर होगा सर्जरी प्रक्रिया उतनी जटिल और खर्चीली होगी।
- दवाएं: सर्जरी के पहले और बाद में सर्जन मरीज को कुछ दवाएं दे सकता है। उन दवाओं के प्रकार और उन्हें इस्तेमाल करने की अवधि हर मरीज के लिए भिन्न हो सकती है। दवाओं की कीमत सर्जरी की लागत बढ़ा सकती है।
- नैदानिक परीक्षण: सर्जरी को सफल बनाने के लिए सर्जन मरीज का कुछ टेस्ट करवाता है। उनकी लागत सर्जरी लागत में जुड़ जाती है। कुछ मरीजों को यह टेस्ट सर्जरी के बाद भी कराने पड़े जिससे सर्जरी लागत प्रभावित हो सकती है।
चेन्नई में इंग्वाइनल हर्निया सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
इंग्वाइनल हर्निया का इलाज सही समय पर न होने की वजह से वह खतरनाक हो सकती है इसलिए उसे जड़ से ख़त्म करने के लिए सर्जरी आवश्यक है। चेन्नई में इसकी सर्जरी के लिए विभिन्न तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है और सभी तकनीकों की लागत भी भिन्न हो सकती है। तकनीकें और इनकी लागत निम्नलिखित हैं-
- ओपन हर्निया रिपेयर: इंग्वाइनल हर्निया के लिए ओपन सर्जरी आम प्रक्रिया है। इसे इंग्वाइनल हर्निया की पारंपरिक सर्जरी विधि भी कहते हैं। इस प्रक्रिया की शुरुआत मरीज को एनेस्थीसिया दिए जाने से होती है। इसके बाद सर्जन मरीज के पेट और जांघों के बीच एक लम्बा चीरा लगता है।
- चीरे के माध्यम से हर्निया उत्तकों की पहचान कर उसे वापस अपनी जगह पर धकेल दिया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद टांके सिल दिए जाते हैं। हर्निया दोबारा वापस न आ जाए उसके लिए सर्जन जाल भी लगा सकता है। चेन्नई में इस प्रक्रिया के लिए 50,000 रुपये से लेकर 60,000 रुपये तक का खर्च आ सकता है।
- लैप्रोस्कोपिक हर्निया रिपेयर: यह न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया का उपयोग कम गंभीर हर्निया के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया में मरीज ओपन सर्जरी की तुलना में छोटे चीरे लगते हैं लेकिन उनकी संख्या ज्यादा होती है। सर्जन इन चीरों के माध्यम से लेप्रोस्कोप (एक कैमरा और प्रकाश के साथ एक पतली, लचीली ट्यूब) और अन्य सर्जिकल उपकरण का प्रयोग कर हर्निया को अपनी जगह पर धकेलता है। उसके बाद टांके लगा दिए जाते हैं। इस सर्जरी की लागत 60,000 रुपये से लेकर 65,000 रुपये तक हो सकती है।
- रोबोटिक हर्निया रिपेयर: यह प्रक्रिया लेप्रोस्कोपिक हर्निया रिपेयर विधि जैसे ही होती है। रोबोटिक सर्जरी के दौरान सर्जन कंट्रोल रूम में बैठकर कंसोल की मदद से सभी प्रकार के उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान सर्जरी प्रक्रिया एक कम्प्यूटर स्क्रीन पर चल रही होती है। इस सर्जरी प्रक्रिया की लागत 60,000 रुपये से लेकर 70,000 रुपये तक हो सकती है।
क्या चेन्नई में इंग्वाइनल हर्निया सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
इंग्वाइनल हर्निया सर्जरी की लागत को मुंबई की तमाम बीमा कंपनियां कवर करती है। बीमा कवर की राशि मरीज की बीमा पॉलिसी के शर्तों पर बारीकियों पर निर्भर करती हैं। स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की कुछ नियम होते हैं, जिन्हें हर बीमा धारक को जानना और समझना चाहिए। अगर आपके पास भी बीमा पॉलिसी है और आप भी यह सर्जरी कराने जा रहे हैं तो अपने बीमा एजेंट से मिलकर अपनी बीमा पॉलिसी की सभी शर्तों को समझ लें।
सारांश
इंग्वाइनल हर्निया जब कमजोर मसल्स इ वजह से मांशपेशियों और उत्तक बाहर निकलने लगते हैं तो उसे हर्निया कहते हैं। इंग्वाइनल हर्निया पेट की मांशपेशियों, पेट की निचली हिस्सों, जांघ, कमर के बीच फ़ैल जाते हैं। इसकी वजह से मरीज को दर्द हो सकता है। इस समस्या को जड़ से ख़त्म करने एक लिए सर्जरी करनी पड़ती है। चेन्नई में इस सर्जरी की औसत लागत 40,000 रूपए से लेकर 60,000 रुपए के बीच कहीं भी हो सकती है।
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