मुंबई में डबल चिन रिमूवल सर्जरी की लागत
मुंबई में डबल चिन रिमूवल सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
मुंबई में डबल चिन सर्जरी की लागत कितनी है?
ठोड़ी और गर्दन के बीच अतिरिक्त चर्बी का होना डबल चिन कहलाता है। इससे गर्दन बड़ा दिखाता है। कई बार यह ज्यादा बड़ा हो जाता है। यह दिखने में अच्छा नहीं दिखता है। अधिकांश मामलों में डबल चिन मोटापे या अधिक वजन होने के कारण हो सकता है। डबल चिन होने के लिए जेनेटिक कारण में जिम्मेदार हो सकते हैं।
डबल चिन को ठीक करने के लिए सर्जिकल प्रक्रिया की जाती है। डबल चिन हटाने वाली सर्जरी कई तरह से की जा सकती है। इसमें सर्जन ठोड़ी और गर्दन के आसपास की चर्बी और ढीली त्वचा हटाकर ठोड़ी को ठीक करता है।
इस सर्जिकल प्रक्रिया की मुंबई में न्यूनतम लागत लगभग 60,000 रुपये हो सकती है। जबकि इस सर्जरी की अधिकतम लागत 80,000 रुपये तक हो सकती है। वहीं अगर बात इसकी औसत लागत की वह करीब 70,000 रुपये के आसपास हो सकती है।
यदि आप हमारे माध्यम से यह सर्जरी कराना चाहते हैं तो आप हमसे तुरंत संपर्क करें। हमारे सर्जन मरीज को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा देते हैं। साथ ही निशुल्क परामर्श की भी सुविधा उपलब्ध है। साथ सर्जरी की लागत आसान किस्तों में भी भुगतान किया जा सकता है। अन्य बहुत सी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
मुंबई में विभिन्न प्रकार के डबल चिन हटाने की सर्जरी की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
चिन लिपोसक्शन | ₹70,000 | ₹60,000 | ₹80,000 |
चिन टक-सबमेंटोप्लास्टी | ₹75,000 | ₹65,000 | ₹80,000 |
नेक लिफ्ट-लोअर राइटिडेक्टोमी | ₹80,000 | ₹70,000 | ₹80,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मुंबई में डबल चिन सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत
डबल चिन सर्जरीसे पहले सर्जन मरीज के साथ परामर्श के दौरान पहले उसकी समस्या का कारण समझने की कोशिश करता है। वह यह समझने की कोशिश करेगा कि यह जेनेटिक तो नहीं। उसके बाद वह चिकित्सा इतिहास पूछ सकता है। मौजूदा बीमारी, दवाएं, एलर्जी आदि। इन सबको समझने के बाद वह कुछ नैदानिक परीक्षणों की सिफारिश कर सकता है।
इन जांचों से वह मरीज के अंतर्निहित स्वास्थ्य और सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान आने वाले जटिलताओं को दूर करने और सर्जरी को सफल बनाने का प्रयास करता। इन जांचों की लागत विभिन्न डायग्नोस्टिक सेंटर्स में अलग अलग हो सकती है। तो चलिए जांचते हैं कि डबल चिन सर्जरी से पहले कौन सी जांच की लागत कितनी हो सकती है-
- ब्लड टेस्ट- यह एक मुख्य परीक्षण कहलाता है। इस परीक्षण के जरिए मरीज की अंतर्निहित स्वास्थ्य के साथ साथ डबल चिन के कारण का भी पता लगाया जा सकता है। साथ ही शरीर में होने वाले सभी रासायनिक और भौतिक परिवर्तन को समझा जा सकता है। इस परीक्षण की लागत 300 रुपये से लेकर 500 रुपये तक हो सकती है।
- यूरिन टेस्ट - इस परीक्षण से शरीर में प्रोटीन, ग्लूकोज, कीटोन, हीमोग्लोबिन, बिलिरुबिन , यूरोबिलिनोजेन , एसीटोन, नाइट्राइट, तथा श्वेतकोशिका आदि का पता चलता है। इसके अलावा मूत्र का pH एवं विशिष्ट घनत्व को मापा जा सकता है । इस परीक्षण की लागत 100 रुपये से लेकर 300 रुपये हो सकती हो।
- ईसीजी- इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम ( ईसीजी या ईकेजी) इस परीक्षण के द्वारा ह्रदय की गति को मापा जाता है। इस परीक्षण की मुंबई में लागत 100 रुपये से लेकर 300 रुपये तक हो सकती है।
मरीज के हिसाब से डबल चिन सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
डबल चिनस्थिति हर मरीज में अलग-अलग होती है इसलिए प्रक्रिया में लगने वाली लागत भी अलग अलग हो सकती है। चलिए समझते हैं कि मरीज के हिसाब से लागत को कौन कारक प्रभावित करते हैं:
- मरीज की उम्र: उम्र किसी भी सर्जिकल प्रक्रिया की लागत को प्रभावित करने का कारण होती है। यदि किसी वृध्द मरीज की यह सर्जरी की जाती है तो जटिलता अधिक होती है। जिससे लागत बढ़ जाती और उसके देखभाल की ज्यादा आवश्यकता होती है।
- मामले की गंभीरता: मरीज की गंभीरता भी लागत प्रभावित कर सकती है। कुछ मरीजों में डबल चिन ज्यादा होती है तो उसे हटाने के लिए अलग प्रक्रिया की जाती है और उसमे अतिरिक्त चिकित्सा की आवश्यकता होती है जो लागत बढ़ा देती है।
- सर्जन का चुनाव: यदि सर्जन अनुभवी और प्रसिद्ध है तो उसकी फीस सामान्य सर्जन की तुलना में ज्यादा होती है।
- अन्य बीमारियां: यदि मरीज को कोई अन्य बीमारियां हैं तो यह प्रक्रिया की लागत बढ़ा देता है। सबसे पहले सर्जन उन बीमारियों को नियंत्रित करता है और उसके बाद डबल चिन का उपचार करता है।
मुंबईमें डबल चिन सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं
मुंबईमें डबल चिन सर्जरी की लागत को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं-
- अस्पताल का चुनाव: सर्जिकल प्रक्रिया की लागत बढ़ाने में अस्पताल का चुनाव भी मुख्य भूमिका निभाता है। यदि मरीज किसी सामान्य अस्पताल की तुलना में अत्याधुनिक अस्पताल का चुनाव करता है तो लागत बढ़ जाती है।
- सर्जिकल प्रक्रिया: डबल चिन के लिए कई तरह की सर्जिकल तकनीक का चुनाव किया जाता है। मरीज की आवश्यकता और मरीज की समग्र स्वास्थ्य को देखते हुए सर्जन सर्जिकल प्रक्रिया का चुनाव करता है। हर प्रक्रिया की लागत अलग-अलग होती है। इसलिए यह सर्जरी की कुल कीमत को प्रभावित करती है।
- एनेस्थीसिया शुल्क : सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान इस्तेमाल किए गए एनेस्थीसिया का प्रकार और अवधि हर मरीज के लिए अलग अलग हो सकती है। इसलिए इसकी लागत प्रत्येक मरीज के लिए अलग अलग हो सकता है। यह लागत सर्जरी की कुल कीमत को प्रभावित कर सकती है।
- अस्पताल में मिलने वाली सुविधाएं: हर अस्पताल में मिलने वाली सुविधाएं अलग-अलग होती है जिनके लिए अलग अलग शुल्क भी होती है। यह शुल्क प्रक्रिया की कुल लागत को प्रभावित कर सकते हैं।
- अन्य खर्चे: अन्य खर्चों में अस्पताल में रुकने के एक्स्ट्रा दिन का खर्च, आने जाने का खर्च, मरीज की देखभाल में लगने वाला खर्च,दवाएं, अतिरिक्त उपचार में होने वाला खर्च आदि भी हर मरीज के लिए अलग अलग हो सकता है और सर्जिकल प्रक्रिया की कुल लागत को प्रभावित करता है।
- अनुवर्ती परामर्श: सर्जरी के बाद मरीज के लिए अनुवर्ती परामर्श आवश्यक होता है। इन परामर्शों से मरीज की रिकवरी में मदद में मिलती है साथ ही जटिलता कम होती है। इन परामर्शों की संख्या हर मरीज के लिए अलग अलग होती है। इसलिए लागत भी अलग अलग प्रभावित होती ।
मुंबई में डबल चिन सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
डबल चिन सर्जरी के लिए विभिन्न प्रकार की तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। सर्जरी की तकनीक के आधार पर लागत अलग अलग हो सकती है। तो जलिए जानते हैं कि डबल चिन सर्जरी की किस तकनीक के लिए कितनी लागत हो सकती है:
- लिपोसक्शन: सर्जन डबल चिनको हटाने के लिए लिपोसक्शन प्रक्रिया कर सकते हैं । इसमें त्वचा के नीचे से वसा को हटाया जाता है और ठोड़ी और गर्दन को प्राकृतिक आकार दिया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान सर्जन त्वचा के नीचे एक छोटा सा चीरा लगाते हैं, एक ट्यूब डालकर वसा को चूसते लेते हैं। लिपोसक्शन में मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया दिया जाता है।लिपोसक्शन की लागत 60,000 रुपये या इससे अधिक हो सकती है।
- फेस-लिफ्ट: ठोड़ी और गर्दन के आसपास की चर्बी और ढीली त्वचा को हटाने के लिए यह सर्जिकल प्रक्रिया की जाती है। इसमें मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया दिया जाता है जिसके कारण मरीज सो जाता है। हालांकि स्थानीय एनेस्थेटिक के साथ ऐसा करना संभव है। इस प्रक्रिया की लागत 70,000 रुपये या इससे अधिक हो सकती है।
- नेक लिफ्ट: नेक-लिफ्ट प्रक्रियाओं के द्वारा गर्दन और ठुड्डी की आकृति में सुधार किया जाता है। इसमें अतिरिक्त त्वचा (सर्विकोप्लास्टी) को हटाना या गर्दन की मांसपेशियों को कसना (प्लैटिस्माप्लास्टी) भी शामिल है। सर्जन पारंपरिक विधि से फेस-लिफ्ट प्रक्रिया करता है।नेक लिफ्ट की लागत 70,000 रुपये या अधिक हो सकती है।
क्या मुंबई में डबल चिन सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
डबल चिन एक प्रकार की कॉस्मेटिक सर्जिकल प्रक्रिया है। इसका उपयोग से गले की अतिरिक्त चर्बी को हटाया जाता है और गर्दन को प्राकृतिक आकार दिया जाता है। इसलिए इस प्रक्रिया को बीमा कंपनियां कवर नहीं करती हैं। इस सर्जरी का सारा खर्च आपको ही वहन करना पड़ेगा।
सारांश
डबल चिन को हटाने के लिए कई सर्जिकल प्रक्रिया की जाती है।सभी प्रक्रियाओं की लागत अलग अलग हो सकती है। इस सर्जिकल प्रक्रिया की लागत को कई कारक प्रभावित कर सकते हैं।जैसे मरीज की उम्र,मामले की जटिलता, सर्जन की फीस,पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल अनुवर्ती परामर्श, दवाएं आदि। इस सर्जिकल प्रक्रिया की लागत को बीमा कंपनी कवर नहीं करती है। इसलिए आपको ही सर्जरी का सारा खर्च देना पड़ सकता है।
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