कोलकाता में वैरिकोसेल सर्जरी की लागत
कोलकाता में वैरिकोसेल सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
कोलकाता में वैरिकोसेल सर्जरी (वैरिकोसेलेक्टॉमी) की लागत कितनी है?
वैरिकोसेल, अंडकोष के भीतर नसों की बढ़ोत्तरी को कहते हैं। वैरिकोसेल आमतौर पर हानिरहित होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह कम शुक्राणु उत्पादन और शुक्राणु की कम गुणवत्ता में जैसी समस्या पैदा करता है। इसके कारण बांझपन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वैरिकोसेल उपचार के लिए सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। कोलकाता में इस सर्जरी की न्यूनतम लागत ₹40000 तक होती है वहीं अधिकतम लागत ₹80000 तक हो सकती है। इस प्रक्रिया की औसत लागत ₹60000 तक होती है।
वैरिकोसेल में अंडकोष की बाहरी त्वचा की नसें सूज जाती हैं और बड़ी हो जाती हैं। यह सूजी हुई नसें आमतौर पर एक अंडकोष के ऊपर दिखाई देती हैं, जो अक्सर बाईं ओर होता है। इन नसों का काम अंडकोष से ऑक्सीजन-रहित रक्त का
संचालन करना होता है। वैरिकोसेल के रोगी में यह रक्त बाहर जाने के स्थान पर नसों में ही इकट्ठा हो जाता है।
वैरिकोसेल काफी हद तक पैरों में दिखाई देने वाली वैरिकाज़ नसों की तरह ही है। यह छह पुरुषों में से एक में होता है, लेकिन पैरों में वैरिकाज़ नसों के विपरीत, यह 15-25 वर्ष की आयु के छोटे पुरुषों में अधिक आम है।
कोलकाता में विभिन्न प्रकार के Varicocelectomy की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
ओपन वैरिकोसेलेक्टॉमी | ₹35,000 | ₹30,000 | ₹40,000 |
माइक्रोस्कोपिक वैरिकोसेलेक्टोमी | ₹55,000 | ₹40,000 | ₹70,000 |
वैरिकोसेल एम्बोलिज़ेशन | ₹125,000 | ₹90,000 | ₹160,000 |
लैप्रोस्कोपिक वैरिकोसेलेक्टोमी | ₹50,000 | ₹35,000 | ₹65,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कोलकाता में वैरिकोसेल सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत कितनी है?
कोलकाता में वैरिकोसेल सर्जरी से पूर्व डॉक्टर रोगी का एक शारीरिक परीक्षण करते हैं। इस परीक्षण के अलावा चिकित्सा योजना तैयार करने के लिए डॉक्टर रोगी के कई लैब टेस्ट भी कराते हैं। इनमें शामिल होते हैं -
- स्क्रोटल /डॉपलर अल्ट्रासाउंड - इसकी लागत 800 से 1600 तक होती है।
- ब्लड टेस्ट - इसमें 200 से 500 तक का खर्च आता है।
- सीमेन विश्लेषण - इसमें 400 से 800 तक का खर्च आता है।
मरीज के हिसाब से वैरिकोसेल सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
वैरिकोसेल की सर्जरी कराने वाले हर रोगी के लक्षणों का स्तर अलग इलग हो सकता है। इसी तरह कई अन्य कारक भी होते हैं जो हर मरीज़ के इलाज की लागत में अंतर ला सकते हैं। किछ प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं -
- रोगी की स्थिति - किसी भी रोगी को किस स्तर के लक्षण हैं इससे ही इलाज की दिशा तय होती है। अधिक गंभीर वाले लक्षणों में रोगी की सर्जरी जटिल हो सकती है। कई बार रोगी को इलाज में देरी करने पर दर्द अधिक होता औऱ लक्षण भी बिगड़ चुके होते हैं ऐसे में सर्जरी की लागत बढ़ना तय है।
- रोगी के अंडकोष के विकास में बाधा - वैरिकोसेल के कुछ रोगियों में अंडकोष का अपर्याप्त विकास देखने को मिलता है। अगर ऐसा है तो रोगी का स्पर्म काउंट भी कम हो सकता है। ऐसे में रोगी को विशेष सर्जरी की ज़रूरत होती है। इससे इलाज की लागत पर असर पड़ता है।
- रोगी की अन्य स्वास्थ्य स्थितियां - यदि रोगी को वैरिकोसेल के अलावा कोई और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या भी है तो पहले उसका प्रबंधन किया जाता है जिससे सर्जरी में कोई बाधा ना आए। इससे उस रोगी के इलाज का खर्च बढ़ जाता है।
कोलकाता में वैरिकोसेल सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
कोलकातामें वैरिकोसेल के ऑपरेशन की लागत कई वजहों से बढ़ सकती है। इनमें से कुछ प्रमुख
कारणों की बात करें तो इनमें शामिल हैं -
- सर्जन का चयन - वैरिकोसेल की सर्जरी करने वाले सर्जन के अनुभव औऱ सफलता दर के आधार पर उनका परामर्श और सर्जरी शुल्क अधिक हो सकता है। इससे इलाज की लागत बढ़ सकती है।
- अस्पताल का चुनाव - रोगी अपनी सर्जरी के लिए किस अस्पताल का चयन कर रहा है इससे इलाज की लागत में अँतर आ जाता है। सरकारी अस्पताल के बजाय प्राइवेट या सुपर स्पेश्यैलिटी अस्पताल में सर्जरी करवाने पर लागत बढ़ जाती है।
- फॉलोअप चिकित्सा - सर्जरी के बाद रोगी को फॉलोअप परामर्श के लिए अतिरिक्त खर्च करना पड़ सकता है।
- सर्जरी की विधि - रोगी के लिए कौन सी सर्जरी की विधि बेहतर है इस आधार पर सर्जरी की लागत बढ़ या घट सकती है।
हमारे यहां से वैरिकोसेल की सर्जरी करवाने पर रोगी को मुफ्त फॉलोअप परामर्श दिया जाता है। इसके साथ ही 24 घंटे परामर्श की सुविधा भी मिलती है। सर्जरी से पहले के सारे नैदानिक परीक्षण भी पैकेज में शामिल होते हैं। इनके लिए रोगी को अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ता।
कोलकाता में वैरिकोसेल सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
कोलकाता में वैरिकोसेल के इलाज के लिए सर्जरी की कई विधिया मौजूद हैं। चिकित्सक रोगी की समस्या औऱ लक्षणों के आधार पर सर्जरी की सटीक तकनीक का चुनाव करते हैं। वैरिकोसेल की मुख्य प्रक्रियाओं में शामिल हैं-
क्या कोलकाता में वैरिकोसेल सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
जी हां. कोलकाता में वैरिकोसेल सर्जरी के लिए पूरा बीमा कवर मिलता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस रोग के उपचार में बांझपन के इलाज के लिए भी बीमा कम्पनी चिकित्सा की राशि देती हैं।
सारांश
वैरिकोसेलअंडकोष के चारों तरफ उपस्थित त्वचा की नसों में सूजन आने को कहते हैं। इस समस्या के कारण रोगी को बांझपन भी हो सकता है। इस रोग का इलाज सर्जरी के माध्यम से संभव है। कोलकाता में सर्जरी की कई एडवांस तकनीक मौजूद हैं। वैरिकोसेल की सर्जरी का खर्च बीमा कम्पनी वहन करती है।