कोलकाता में टीथ अलाइनर की लागत
कोलकाता में टीथ अलाइनर के बेस्ट डॉक्टर
कोलकाता में टीथ अलाइनर्स लगाने की लागत कितनी है?
हमारे दांत हमारे व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। सधे हुए मोतियों की तरह दिखने वाले सुंदर दांत कौन नहीं चाहता। हालांकि ऐसे बहुत से लोग हैं जिनके दांत प्राकृतिक रूप पंक्तिबद्ध होने के बजाय टेढ़ मेढ़े होते हैं। ऐसे टेढ़े मेढ़े दांतो को सही करने के लिए टीथ अलाइनर्स की सहायता ली जाती है।
कोलकाता में टीथ अलाइनर्स लगवाने के लिए न्यूनतम लागत ₹30000 है वहीं इसकी अधिकतम लागत ₹80000 तक हो सकती है। इस प्रक्रिया के लिए एक व्यक्ति को औसतन ₹55000 तक खर्च करने पड़ सकते हैं।
दांतों के अलाइनमेंट को ठीक करने से रोगी को बहुत सारे लाभ मिल सकते हैं। मुख्य रूप से टीथ अलाइनमेंट के बाद वे अपने दांतों की स्वच्छता को बेहतर बना सकते हैं। ऐसा करने से उनके दांतों में सड़न और मसूड़ों की विभिन्न बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इतना ही नहीं इससे किसी की भी मुस्कान सुंदर हो सकती है और उनके आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
कोलकाता में विभिन्न प्रकार के दांत संरेखक की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
सिरेमिक ब्रेसेस | ₹80,000 | ₹30,000 | ₹150,000 |
मेटल ब्रेसेस | ₹55,000 | ₹20,000 | ₹80,000 |
साफ़ संरेखक | ₹150,000 | ₹100,000 | ₹350,000 |
लिंगुअल ब्रेसेस | ₹100,000 | ₹80,000 | ₹250,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कोलकाता में टीथ अलाइनर्स लगाने से पहले होने वाली जांच की लागत कितनी है?
टीथ अलाइनर्स लगवाने के लिए आमतौर पर चिकित्सक किसी तरह के लैब टेस्ट की संस्तुति नहीं करते हैं।
मरीज के हिसाब से टीथ अलाइनर्स सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
टीथ अलाइनर्स लगवाने वाले सभी रोगियों के लिए उपचार की लागत में अंतर होता है। इसकी कई वजह हो सकती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं -
- दांतों की स्थिति :कुछ रोगियों के दांत बहुत ही खराब हालत में होते हैं। उन्हें अलाइनमेंट के आलावा मौखिक रोग भी हो सकते हैं। ऐसे में डेंटिस्ट को अलाइनमेंट के साथ उन बीमारियों का इलाज भी करना होता है। इस अतिरिक्त उपचार के कारण इलाज की लागत बढ़ जाती है।
- दांतो के संरेखण का ग्रेड : कुछ रोगियों के दांतों में हल्का फुल्का टेढ़ापन होता है। उनका इलाज सामान्य रूप से हो जाता है पर कुछ रोगियों के दांत बहुत अधिक टेढ़े हो सकते हैं। दांतों के अत्यधिक टेढ़ेपन के कारण डॉक्टर को उपचार में बहुत अधिक समय देना पड़ता है। इसके लिए एक बहुत ही विस्तृत योजना भी बनानी पड़ती है। ऐसे में प्रक्रिया को करने में कई सेशन लगते हैं। इससे इलाज की लागत प्रभावित होती है।
- टीथ अलाइनर्स की गुणवत्ता :टीथ अलाइनर्स अलग अलगल क्वालिटी के होते हैं। इनका निर्माण एक प्लास्टिक जेैसी सामग्री से किया जाता है। इनकी गुणवत्ता कैसी है इसके आधार पर ही इनकी कीमत भी कम या ज्यादा हो सकती है। जो रोगी देखने में अच्छे और एडवांस क्वालिटी के अलाइनर्स का चुनाव करते हैं उनके लिए लागत बढ़ जाती है।
- चिकित्सक का चुनाव :जो रोगी ये प्रक्रिया करने के लिए किसी प्रसिद्ध और अनुभवी ऑर्थोडॉंटिस्ट का चयन करते हैं उनके लिए उपचार की लागत बढ़ सकती है।
कोलकाता में टीथ अलाइनर्स सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
- सहायक उपचार : कई बार रोगी को अलाइननर्स के साथ ही अन्य प्रक्रियाओं की भी आवश्यकता होती है। ऐसे में ऑर्थोडॉंटिस्ट अलाइनर्स से पहले रोगी के लिए उन प्रक्रियाओं को शेड्यूल करते हैं। इससे उपचार के सेशन बढ़ जाते हैं और इलाज की लागत बढ़ जाती है।
- प्रक्रिया के दौरान होने वाली दुर्घटनाएं :दांतों का उपचार करते समय कोई ऐसी दुर्घटना भी हो सकती हैं जिसके कारण इलाज अपने तय समय पर खत्म नहीं हो पाता है। उदाहरण के लिए प्रक्रिया करते समय रोगी के दांतो को नुक्सान पहुंचने से इलाज की योजना को बदला जा सकता है। ऐसा करने पर इलाज की लागत प्रभावित होती है।
- अस्पताल का चुनाव : रोगी किस अस्पताल से टीथ अलाइनर्स लगवाने का निर्णय लेता है इसका असर भी इलाज के खर्च को प्रभावित करता है। अगर रोगी ने किसी बड़े और निजी अस्पताल से दांतों में अलाइनर्स लगवाने का फैसला किया है तो वहां की हर सिटिंग का चार्ज सामान्य से अधिक हो सकता है।
- फॉलोअप परामर्श :टीथ अलाइनर्स लगवाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद रोगी को समय समय पर दांतों के चेकअप के लिए डेंटिस्ट के पास जाना ज़रूरी होता है। हर बार की ये विज़िट इलाज की लागत को बढ़ा देती हैं।
- हमारे यहां प्रक्रिया से टीथ अलाइनर्स लगवाने पर रोगी को देश के सबसे अच्छे ऑर्थोडॉंटिस्ट से उपचार करवाने का मौका मिलता है। साथ ही 24 घंटे मुफ्त परामर्श की सुविधा भी दी जाती है। रोगी को फॉलोअप परामर्श भी निशुल्क दिए जाते हैं।
कोलकाता में टीथ अलाइनर्स सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
टीथ अलाइनर्स लगवाने की प्रक्रिया एक लम्बी प्रक्रिया हो सकती है। सबसे पहले चिकित्सक रोगी के दांतों की अलग अलग चरणों में जांच करते हैं। प्रारंभिक आकलन के बाद ऑर्थोडॉन्टिस्ट रोगी के दांतों का एक्स-रे करवा ते हैं। इससे रोगी के मुंह का इम्प्रेशन लिया जाता है। एक बार रोगी के मुंह का सटीकइम्प्रैशन मिल जाने पर ही उसके ट्रीटमेंट की पूरी योजना तैयार की जाती है।
रोगी की ज़रूरत और सुविधा को ध्यान में रखते हुए ही अलाइनर्स को बनाया जाता है। एक क्लियर अलाइनर्स का सेट रोगी के दांतों पर ऐसे दबाव बनाता है जिससे टेढ़े दांतों को मनचाही दिशा में ले जाया जा सके। यह प्रक्रिया तब तक जारी रखी जाती है जब तक रोगी के दांत मनचाही स्थिति में न आ जाएं। एक बार अलाइनर्स का सेट लगवाने से ही काम खत्म नहीं होता। रोगी को इसे बदलने के लिए नियमित रूप से ऑर्थोडॉन्टिस्ट के पास जाना पड़ता है।
सामान्य तौर पर, किसी भी रोगी को उसका अगला अपॉइंटमेंट करीब 5 से 7 हफ्तों के बाद ही दिया जाता है।
टीथ अलाइनर्स का हर नया सेट रोगी के दांतों को उनके वर्तमान स्थान से मनचाहे स्थान पर ले जाते हैं। क्लियर अलाइनर्स लगाकर डेंटिस्ट रोगी के टेढ़े दांतों, उनके ओवरबाइट, अंडरबाइट और दांतों के बीच गैप का समाधान करते हैं। इसके अलावा दांतों की मिसलिग्न्मेंट जैसी विभिन्न समस्याओं का उपचार भी कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में लगभग 50,000 से 70,000 तक की लागत आ सकती है।
क्या कोलकाता में टीथ अलाइनर्स सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
जी नहीं, कोलकाता में सिर्फ टीथ अलाइनर्स लगाने के लिए बामी कवर नहीं मिलता है। हालांकि कईबीमा कम्पनिया दांत उखड़वाने ,रूट कैनाल करवाने या इसी तरह की अन्य प्रक्रियाओं के लिए ही बीमा कवर प्रदान करती हैं।हमारे यहां से टीथ अलाइनर्स लगवाने पर रोगी को भुगतान करने के कई आसान विकल्प दिए जाते हैं। इनमें नो कॉस्ट ईएमआई द्वारा भुगतान भी शामिल है।
सारांश
दांतों की सुंदरता बढ़ाने और उनके टेढ़ेपन से छुटकारा पाने के लिए टीथ अलाइनर्स का इस्तेमाल किया जाता है। टीथ अलाइनर्स लगाने की प्रक्रिया में करीब 6 महीने का समय लग जाता है। टीथ अलाइनर्स लगवाने में उनकी गुणवत्ता भी लागत पर असर डालती है। इसमें रोगी को इलाज पूरा करने के लिए कई सेशन लेने होते हैं। इस प्रक्रिया में दांतों का संरेखण ठीक किा जाता है जिससे रोगी के दांतों सफाई ठीक तरह से हो पाती है। यही नहीं इससे रोगी को मसूढ़ों की बीमारियों से भी मुक्ति मिल जाती है। टीथ अलाइनर्स लगवाने पर बीमा कम्पनियां किसी तरह का बीमा कवर नहीं देती हैं।