कोलकाता में पायलोनिडल साइनस सर्जरी की लागत
कोलकाता में पायलोनिडल साइनस सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
कोलकाता में पिलोनाइडल साइनस सर्जरी की लागत कितनी है?
पिलोनाइडल साइनस (पीएनएस) त्वचा में एक छोटा छेद या सुरंग है। इस छेद में संक्रमण के कारण द्रव या मवाद भर सकता है, जिससे सिस्ट या फोड़ा बन सकता है। यह छेद नितंबों के बिलकुल ऊपर दरार के पास होता है। कोलकाता में इसकी सर्जरी की न्यूनतम लागत ₹40000 होती है और अधिकतम लागत ₹55000 तक हो सकती है। वहीं इस सर्जरी की औसत लागत लगभग ₹47500 तक हो सकती है।
पायलोनिडल सिस्ट में आमतौर पर बाल, गंदगी और मलबा जमा होता है। यह गंभीर दर्द पैदा कर सकता है और अक्सर संक्रमित हो सकता है। यदि यह संक्रमित हो जाता है, तो इसमें से मवाद और खून निकल सकता है और इसमें दुर्गंध आ सकती है। हालांकि इसका कैंसर से कोई संबंध नहीं है।
पीएनएस एक ऐसी स्थिति है जो ज्यादातर पुरुषों को प्रभावित करती है और युवा वयस्कों में भी आम है। यह उन लोगों में भी अधिक आम है जो बहुत अधिक देर तक बैठकर काम करते हैं।
कोलकाता में विभिन्न प्रकार के पायलोनिडल साइनस सर्जरी की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
क्लोज्ड पायलोनिडल साइनस एक्सिजन | ₹55,000 | ₹50,000 | ₹60,000 |
पायलोनिडल साइनस लेजर उपचार | ₹65,000 | ₹60,000 | ₹70,000 |
ओपन पिलोनिडल साइनस सर्जरी | ₹50,000 | ₹30,000 | ₹80,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कोलकाता में पिलोनाइडल साइनस सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत कितनी है?
कोलकाता में पिलोनाइडल साइनस के इलाज में सबसे पहले रोगी का शारीरिक परीक्षण करते हैं। इसके बाद वे रोगी की कुछ जांचें करा सकते हैं। इन जांचों में शामिल हैं -
- सीबीसी : इसमें ₹300 से ₹500 तक का खर्च आ सकता है।
- यूरिनलिसिस :इस जांच की लागत ₹100 से ₹300 तक हो सकती है।
- कोगुलेशन टेस्ट : इसकी लागत ₹1000 से ₹1450 तक हो सकती है।
मरीज के हिसाब से पिलोनाइडल साइनस सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
- रोगी की स्थिति : एक रोगी की स्थिति के अनुसार उसके उपचार की योजना बनाई जाती है। यदि डॉक्टर को रोगी की जांच के आधार पर उसकी स्थिति अधिक गंभीर लगती है तो तत्काल सर्जरी की जा सकती है। ऐसे में इलाज की लागत बढ़ जाती है।
- सर्जरी की प्रक्रिया :पिलोनाइडल साइनस के उपचार के लिए सर्जरी की कई तकनीक उपलब्ध हैं जैसे लांसिंग, पिलोनाइडल सिस्टेकटोमी, ओपन सर्जरी, चीरा और तरल निकासी या लेज़र सर्जरी। रोगी की स्थिति औऱ सुविधा के अनुसार सर्जन सर्जरी की तकनीक का चुनाव करते हैं। इससे इलाज की लागत बढ़ या घट सकती है। अधिक ए़डवांस प्रक्रिया का उपयोग करने पर सर्जरी की लागत बढ़ जाती है।
- रोगी की आयु :इलाज की लागत रोगी की आयु पर भी निर्भर करती है। रोगी की आयु कम होने पर उसकी रिकवरी तेज़ी से हो सकती है। हालांकि रोगी की आयु अधिक है तो रिकवरी दर धीमी हो जाती है। साथ ही रोगी को अधिक समय तक देखभाल की आवश्यकता पड़ सकती है। इससे इलाज की लागत पर प्रभाव पड़ता है।
कोलकाता में पिलोनाइडल साइनस सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
कोलकातामें पिलोनाइडल साइनस की लागत को कई चीज़ें प्रभावित कर सकती हैं जैसे -
- प्रोक्टोलॉजिस्ट का शुल्क :पिलोनाइडल साइनस का उपचार क प्राक्टोलॉजिस्ट करते हैं। रोगी किस चिकित्सक से उपचार करवाता है इसका असर भी इलाज की लागत पर पड़ सकता है। यदि चिकित्सक अधिक अनुभवी है तो उनकी फीस अधिक हो सकती है।
- अस्पताल का चयन :अपने उपचार के लिए रोगी किस अस्पताल का चयन करता है इससे भी इलाज की लागत पर असर पड़ता है। अगर प्रक्रिया किसी सरकारी अस्पताल में कराई जाती है तो लागत कम हो जाती वहीं किसी प्राइवेट अस्पताल में सर्जरी कराने पर लागत बढ़ सकती है।
- नैदानिक परीक्षण :सर्जरी से पूर्व की जांचें लागत को बढ़ सकती हैं। कुछ मामलों में रोगी की स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अतिरिक्त परीक्षण भी करवाने पड़ सकते हैं। इन परीक्षणों का खर्च इलाज की कुल लागत पर प्रभाव डालता है।
- फॉलोअप परामर्श :सर्जरी के उपरांत रोगी को चेकअप के लिए फॉलोअप करना पड़ सकता है। इस स्थिति में हर बार डॉक्टर की परामर्श फीस इलाज का खर्च बढ़ा सकती है।
- हमारे यहां पिलोनाइडल साइनस की सर्जरी करवाने रोगी को फॉलोअप परामर्श मुफ्त दिया जाता है। साथ ही सर्जरी पूर्व सारी जांचों का खर्च भी पैकेज का हिस्सा होता है। सर्जरी वाले दिन रोगी को अस्पताल लाने और घर वापस ले जाने की सुविधा भी दी जाती है।
कोलकाता में पिलोनाइडल साइनस सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
कोलकातामें पिलोनाइडल साइनस के इलाज के लिए विभिन्न प्रक्रियाएं की जाती हैं। इनमें कुछ प्रमुख प्रक्रियाएं हैं -
- इनसिजन एंड ड्रेनेज :इस तकनीक का इस्तेमाल कर सर्जन साइनस के फोड़े में एक छोटा सा कट लगाते हैं। इस कट से मवाद बाहर निकल जाता है। इस प्रक्रिया के लिए रोगी को लोकल या जनरल एनेस्स्थीसिया दी जाएगी यह फोड़े के आकार के आधार निर्भर करता है। प्रक्रिया के बाद रोगी को उसी दिन घर जाने की अनुमति मिल जाती है। घाव की जगह को संक्रमण से बचाने के लिए रोज़ ड्रेसिंग करानी ज़रूरी होती है। इस प्रक्रिया में रिकवरी का समय 4 से 6 सप्ताह है। इस प्रक्रिया की लागत ₹35000 से ₹40000 तक हो सकती है।
- ओपन सर्जरी : इस प्रक्रिया का इस्तेमाल बार बार संक्रमित होने वाले या बड़े आकार के फोड़े के लिए किया जाता है। इस तकनीक में साइनस को चीरा लगाकर काट दिया जाता है। साथ ही फोड़े के आसपास की त्वचा को भी निकाल दिया जाता है। चीरे को बंद करने के बजाय घाव को खुला ही छोड़ दिया जाता है जिससे वह अपनेआप सूख सके। इस प्रक्रिया के लिए जनरल एनेस्थीसिया दी जाती है। प्रक्रिया के बाद रोगी को उसी छुट्टी मिल सकती है। इस प्रक्रिया के बाद रोगि को रिकवरी में 6 से 12 हफ्तों का समय लगता है। यह प्रक्रिया साइनस के वापस आने के जोखिम को लगभग खत्म कर देती है।
- इस सर्जरी की लागत ₹35000 से ₹40000 तक हो सकती है
- एक्सिजन एंड वूंड क्लोज़्ड :यह प्रक्रिया भी बड़े आकार के या अकसर संक्रमित होने वाले साइनस में इस्तेमाल की जाती है। इस सर्जरी में सर्जन पहले साइनस को चीरा लगाकर हटा देते हैं । इसके बाद घाव के दोनों तरफ की त्वचा का एक बड़ा अंडाकार हिस्सा काट कर हटा देते हैं। इसके बाद घाव के किनारों की त्वचा को एक साथ टांके लगाकर घाव को बंद कर देते हैं। इस सर्जरी में रोगी को जनरल एनेस्थेटिक के तहत रखा जाता है। इस प्रक्रिया के बाद संक्रमण का जोखिम अधिक होता है इसलिए रोज़ ड्रेसिंग बदली जाती है। इस सर्जरी की लागत ₹45000 से ₹50000 तक हो सकती है
- एंडोस्कोपिक एब्लेशन :इस सर्जरी में एक एंडोस्कोप का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक पतली और लचीली ट्यूब होती है जिसके सिरे पर एक कैमरा लगा होता है। इससे सर्जन को सर्जरी वाली जगह को स्पष्ट रूप से देखने की सुविधा मिलती है। सर्जन सबसे पहले प्रभावित क्षेत्र से संक्रमित ऊतक और बाल हटा देते हैं। फिर साइनस को एक मेडिकल घोल से साफ करते है। इसके उपरांत सर्जन साइनस को बंद करने के लिए हीट का उपयोग करते हैं। इस सर्जरी में रोगी को लोकल एनेस्थीसिया दी जाती है। सर्जरी के बाद रोगी उसी दिन घर जा सकता है। यह सर्जरी ओपन सर्जरी की तुलना में कम आक्रामक होती है। इस सर्जरी में जटिलताओं की संभावना कम है और इसकी सफलता दर अच्छी है। इसमें सिर्फ एक महीने में रोगी पूरी रिकवरी कर लेता है। इस सर्जरी की लागत ₹40000 से ₹50000 तक हो सकती है।
क्या कोलकाता में पिलोनाइडल साइनस सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
जी हां, कोलकाता में पिलोनाइडल साइनस के उपचार का खर्च बीमा कम्पनी से क्लेम किया जा सकता है। दरअसल पिलोनाइडल साइनस की समस्या एक ऐसी स्थिति है जिसका उपचार ज़रूरी है। ऐसे में रोगी के उपचार के लिए बीमा प्रदाता कवरेज प्रदान करते हैं। हालांकि आपके उपचार के लिए कितना कवरेज मिलेगा यह आपको कम्पनी के एजेंट से बात कर के ही स्पष्ट होगा।
हमारे यहां से यह सर्जरी कराने पर रोगी को बीमा क्लेम करने में पूरी सहायता प्रदान की जाती है। अगर रोगी का स्वास्थ्य बीमा नहीं है तो रोगी को नो कॉस्ट ईएमआई द्वारा भुगतान करने की सुविधा भी मिलती है।
सारांश
पिलोनाइडल साइनस नितंबो के बिलकुल ऊपर एक छेद या सुरंग की तरह होता है। इसमें अवांछित तत्व जमा हो जाने से संक्रमण हो सकता है। यह संक्रमण फोड़ा भी बन सकता है। इस समस्या के उपचार के लिए सर्जरी की सलाह दी जाती है। रोगी की स्थिति रे अनुसार सर्जरी की कई प्रक्रियाएं उपलब्ध हैं। इस समस्या के उपचार का खर्च बीमा कम्पनिया वहन करती हैं।
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मरीजों की प्रतिक्रिया
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