कोलकाता में गर्भाशय की लागत
कोलकाता में गर्भाशय के बेस्ट डॉक्टर
कोलकाता में गर्भाशय हटाने की सर्जरी (हिस्टेरेक्टॉमी) की लागत कितनी है?
हिस्टेरेक्टॉमी एक ऐसी सर्जरी है जिसके माध्यम से गर्भाशय को हटा दिया जाता है। कोलकाता में इस सर्जरी की न्यूनतम लागत ₹55000 तक होती है वहीं अधिकतम लागत ₹75000 तक हो सकती है। इस प्रक्रिया की औसत लागत ₹65000 होती है।
यह सर्जरी विभिन्न कारणों से की जा सकती है। यदि रोगी के गर्भाशय में फाइब्रॉएड है जो दर्द, रक्तस्राव या अन्य समस्याओं का कारण बनता है तो ये सर्जरी की जा सकती है। इसके अलवा अन्य समस्याएं जैसे रोगी का गर्भाशय आगे की ओर बढ़ा हुआ है, रोगी को गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स), या अंडाशय का कैंसर है, रोगी को एंडोमिटरियोसिस की समस्या है, योनि से असामान्य रक्तस्राव हो रहा है, पेल्विस में दर्द है, एडेनोमायोसिस की समस्या है तो भी उसके हिस्टेरेक्टोमी करवानी पड़ती है।
इस सर्जरी में सर्विक्स के साथ फैलोपियन ट्यूब्स और ओवरी भी निकाली जा सकती हैं। इस सर्जरी के बाद एक महिला कभी गर्भधारण नहीं कर सकती है।
कोलकाता में विभिन्न प्रकार के गर्भाशय की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
योनि हिस्टरेक्टॉमी | ₹50,000 | ₹45,000 | ₹60,000 |
लैप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी | ₹65,000 | ₹55,000 | ₹75,000 |
एब्डोमिनल हिस्टेरेक्टॉमी | ₹52,000 | ₹42,000 | ₹65,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कोलकाता में गर्भाशय हटाने सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत कितनी है?
कोलकातामें हिस्टेरेक्टॉमी करने से पहले चिकित्सक रोगी के विभिन्न लैब टेस्ट कराने का परामर्श देते हैं। इनमें कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं।
- ब्लड टेस्ट :इसमें ₹300 से ₹500 तक की लागत आ सकती है।
- सर्वाइकल साइटोलॉजी (पेप टेस्ट) : इसका खर्च ₹200 से ₹500 तक होता है।
- एंडोमेट्रियल बायोप्सी टेस्ट : इसकी लागत ₹20000 से ₹25000 तक हो सकती है।
- पेल्विक अल्ट्रासाउंड : इसमें लगभग ₹800 से ₹1000 तक का खर्च आ सकता है।
मरीज के हिसाब से गर्भाशय हटाने सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
कोलकाता में हिस्टेरेक्टोमी कराने वालेहर रोगी के लिए सर्जरी की लागत भिन्न हो सकती है। इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं।
- रोगी की स्थिति : कई बार रोगी इलाज में देरी करते हैं। इससे उनकी स्थिति खराब हो जाती है। यदि लक्षण बिगड़ चुके हैं तो सर्जरी तत्काल करनी पड़ सकती है। ऐसे में सर्जरी जटिल हो जाती है। इससे इलाज की लागत पर प्रभाव पड़ता है।
- सर्जरी का स्तर : कई बार रोगी के गर्भाशय के अलावा संक्रमण अन्य अंगों तक भी पहुंच जाता है। ऐसे मामलों में गर्भाशय के अलावा सर्जन को गर्भाशय के आसपास के कुछ अन्य अंगों या ऊतकों को भी निकालना पड़ता है। ऐसी सर्जरी रोगी के इलाज की लागत को बढ़ा देती है।
- अन्य स्वास्थ्य समस्याएं : यदि रोगी को गर्भाशय की समस्या के अलावा अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हैं तो चिकित्सक पहले उन्हें प्रबंधित करते हैं जिससे सर्जरी में कोई जोखिम ना हो। ऐसे में रोगी के इलाज का खर्च बढ़ सकता है।
- सर्जरी की तकनीक : रोगी के परीक्षण के बाद उसकी स्थिति के अनुसार किस प्रक्रिया के तहत सर्जरी की जाएगी यह योजना बनाई जाती है। यदि सर्जरी आधुनिक तकनीक से की जाती है तो उसका शुल्क अधिक हो सकता है।
कोलकाता में गर्भाशय हटाने की सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं?
कोलकाता में हिस्टेरेक्टॉमी यानी गर्भाशय हटाने की सर्जरी की लागत कई कारणों से प्रभावित हो सकती है। इनमें शामिल हैं :
- अस्पताल का चयन : हिस्टेरेक्टोमी की लागत प्रभावित करने में अस्पताल का चयन महत्वपूर्ण है। यदि रोगी किसी किसी सरकारी अस्पताल को चुनता है तो स्वाभाविक रूप से लागत कम होती है। हालांकि किसी निजी अस्पताल में सर्जरी करवाने पर वहां के विभिन्न शुल्क जैसे एडमीशन फीस, कमरे का किराया और अन्य सुविधाओं की लागत भी अधिक होती है।
- चिकित्सक का चुनाव : अपनी सर्जरी करवाने के लिए अगर रोगी किसी जाने माने औऱ अनुभवी सर्जन को चुनता है तो उनके परामर्श और सर्जरी की फीस अधिक हो सकती है।
- सर्जरी के उपरांत देखभाल और फॉलोअप अपाइंटमेंट : यह एक बड़ी सर्जरी है इसलिए सर्जरी के उपरांत रोगी को कई दिनों तक पूरी देखभाल और नियमित रूप से दवाओं की आवश्यकता होती है। इसके अलावा नियमित अंतराल पर फॉलोअप के लिए डॉक्टर के पास जाना ज़रूरी होता है। इससे इलाज की लागत प्रभावित हो सकती है।
- हमारे यहां से सर्जरी करवाने पर रोगी की सारी जांचें और सर्जरी के बाद के फॉलोअप पैकेज का हिस्सा होते हैं। इनके लिए रोगी को अलग से कोई भुगतान करने की ज़रूरत नहीं होती है। साथ ही अनुभवी सर्जन द्वारा सर्जरी और रोगी की आवश्यकता के अनुसार 24 घंटे परामर्श की सुविधा भी दी जाती है। सर्जरी के बाद भुगतान के लिए रोगी को कई आसान विकल्प भी दिए जाते हैं।
कोलकाता में गर्भाशय हटाने की सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
कोलकाता में हिस्टेरेक्टोमी यानी गर्भाशय हटाने की सर्जरी कई तरीकों से की जा सकती है। इनमें से हर तकनीक का खर्च अलग होता है। इनमें कुछ प्रमुख प्रक्रियाओं में शामिल हैं:
- पार्शियल या आंशिक हिस्टेरेक्टॉमी : इस प्रक्रिया के तहत सर्जन कोवल रोगी के गर्भाशय को ही बाहर निकालते हैं। इसमें सर्विक्स को नहीं हटाया जाता है। इस प्रक्रिया की लागत ₹55,000 से लेकर ₹65,000 तक हो सकती है।
- टोटल हिस्टेरेक्टॉमी : इस प्रक्रिया में सर्जन गर्भाशय के अलावा रोगी की गर्भाशय ग्रीवा यानी सर्विक्स को भी हटा देते हैं। इस प्रक्रिया की लागत ₹55,000 से लेकर ₹70,000 तक हो सकती है
- टोटल हिस्टेरेक्टॉमी विद बाइलेटरल सल्पिंगो:ओओफोरेक्टोमी : यह सर्जरी बाकी प्रक्रियाओं की तुलना में जटिल होती है। इसमें डॉक्टर गर्भाशय के साथ ही गर्भाशय ग्रीवा, फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय को भी बाहर निकाल देते हैं। इस प्रक्रिया की लागत ₹65,000 से लेकर ₹75,000 तक हो सकती है।
- रेडिकल हिस्टेरेक्टॉमी: इस सर्जरी में सर्जन रोगी के गर्भाशय के साथ ही उसके आसपास के ऊतकों, गर्भाशय ग्रीवा, फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय और योनि के कुछ ऊपरी हिस्सों को भी निकाल देते हैं। इस प्रक्रिया की लागत ₹60,000 से लेकर ₹70,000 तक हो सकती है।
- हिस्टेरेक्टॉमी की प्रक्रिया दो तरह से की जाती है :
- ओपन कट हिस्टेरेक्टॉमी : इस प्रक्रिया में सर्जन रोगी के पेट में 6 से 8 इंच का कट लगाकर गर्भाशय को बाहर निकाल लेते हैं। यह कट रोगी की नाभि के पास लगाया जाता है। इस प्रकार की सर्जरी अधिकतर कैंसर के रोगियों में की जाती है। इस प्रक्रिया के बाद मरीज को दो से तीन दिन तक अस्पताल में ही लिए रुकना पड़ता है। इस सर्जरी की लागत ₹50,000 से लेकर ₹65,000 तक हो सकती है।
- लैपरोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी : यह सर्जरी की एक एडवांस तकनीक है। इसमें सर्जन रोगी के पेट के अंदर कैमरा भेजकर आपरेशन करते हैं। इस सर्जरी में रोगी को पेट में कई छोटे:छोटे चीरे लगाए जाते हैं। प्रक्रिया के बाद मरीज को उसी दिन या अगले दिन अस्पताल से घर जाने की अनुमति मिल जाती है। इस सर्जरी की लागत ₹50,000 से लेकर ₹60,000 तक हो सकती है।
क्या कोलकाता में गर्भाशय हटाने की सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
जी हां, कोलकाता में हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी के लिए बीमा कंपनियां पूरा कवर प्रदान करती हैं। इसके संबंध में आपको अपने बीमा एजेंट से सम्पर्क करना होगा। अगर आप हमारे यहां से गर्भाशय हटाने का आपरेशन कराने का फैसला करते हैं तो आपको कई तरह के भुगतान विकल्प के साथ ही नो कॉस्ट ईएमआई की सुविधा भी मिलती है।
सारांश
गर्भाशय हटाने की सर्जरी को हिस्टेरेक्टॉमी कहा जाता है। यह सर्जरी गर्भाशय की कुछ गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिए की जाती है। इस सर्जरी के बाद एक महिला कभी गर्भधारण नहीं कर सकती है। इस प्रक्रिया को करने की कई तकनीक मौजूद हैं। आम तौर पर यह उपचार बीमा के तहत कवर किया जाता है।