कोलकाता में एनल फिसर सर्जरी की लागत
कोलकाता में एनल फिसर सर्जरी के बेस्ट डॉक्टर
कोलकाता में एनल फिशर की सर्जरी की लागत कितनी है?
ऐसा घाव या अल्सर जो बड़ी आंत में गुदा के पास परत में विकसित होता है उसे एनल फिशर कहा जाता है। इस चिकित्सकीय समस्या की वजह से रोगी को मल त्याग करने में बहुत तेज दर्द होता है। अकसर इसकी वजह से खून भी निकल जाता है। सर्जरी ही इसे पूरी तरह ठीक कर सकती है। कोलकाता में एनल फिशर की सर्जरी की न्यूनतम लागत ₹35000 तक होती है वहीं अधिकतम लागत ₹50000 तक हो सकती है। इस प्रक्रिया की औसत लागत ₹42500 तक हो सकती है।
एनल फिशर होने का कारण समान्यतः बड़ी आंत के आखिरी सिरे या फिर गुदा में होने वाला नुकसान या घाव होता है। यह रोग उन लोगों को ज्यादा होने की आशंका होती है जिन्हें कब्ज होता है। दरअसल कब्ज के कारण मल कठोल हो जाता है। यही कठोर मल एनल कैनल की लाइनिंग को नुकसान पहुंचाता है। ता है जिन्हें इससे ज्यादातर वो लोग पीड़ित होते हैं जिन्हें कब्ज रहता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कठोर मल एनल कैनाल की परत को क्षति पहुंचाता है। जिन्हें अल्सर होता है या फिर अल्सरेटिव कोलाइटिस होता है उन्हें भी यह रोग होने की संभावना ज्यादा होती है। क्रोहन रोग से पीड़ित लोग भी इस रोग की चपेट में आसानी से आ सकते हैं। महिलाओं खासकर गर्भवती महिलाओं को प्रसव के कारण यह रोग होने की संभावना आम लोगों से ज्यादा हो सकती है।
कोलकाता में विभिन्न प्रकार के एनल फिशर सर्जरी की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
ओपन एनल फिशर सर्जरी | ₹37,500 | ₹30,000 | ₹45,000 |
लेजर एनल फिशर सर्जरी | ₹40,000 | ₹35,000 | ₹45,000 |
लेटरल इंटरनल स्फिंक्टेरोटोमी (एलआईएस) | ₹52,500 | ₹25,000 | ₹80,000 |
स्फिंक्टेरोटॉमी लेटरल | ₹60,000 | ₹55,000 | ₹65,000 |
फिशरोटॉमी | ₹60,000 | ₹55,000 | ₹65,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कोलकाता में एनल फिशर सर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत कितनी है?
एनल फिशर आपरेशन से पहले रोगी के कुछ टेस्ट कराए जाते हैं। ये परीक्षण रोगी के उपचार की आगे की दिशा तय करते हैं। कोलकाता में इन परीक्षणों लगात निम्नलिखिता है -
- कोलोनोस्कोपी : इस टेस्ट में ₹3000 से ₹18000 तक की लागत आती है।
- एनोस्कोपी :इस लैब परीक्षण का खर्च ₹4000 से ₹10000 तक हो सकता है।
- फ्लेक्सिबल सिग्मोइडोस्कोपी :इस टेस्ट में ₹10000 से ₹15000 तक की लागत आती है।
मरीज के हिसाब से एनल फिशर सर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
हर रोगी के हिसाबएनल फिशर सर्जरी की लागत अलग अलग हो सकती है। लागत में अंतर कई वजहों से हो सकते हैं इसमें कुछ प्रमुख कारक हैं-
- रोगी की उम्र : रोगी की उम्र एनल फिशर आपरेशन की लागत में सीधा प्रभाव डालती हैं। यहि मरीज की उम्र ज्यादा है तो सर्जरी थोड़ी जटिल और महंगी हो सकती है।
- रोगी की स्थिति :रोगी की फिशर सर्जरी का खर्चा रोगी की स्थिति पर भी असर करता है। अगर एनल फिशर के कारण रोगी के लिए मल त्यागना असंभव हो गया है या अधिक रक्त स्राव हो रहा है तो तुरंत सर्जरी की जाती है। ऐसे में सर्जरी जटिल हो जाती है। इलाज की लागत भी बढ़ सकती है।
- रोगी की अन्य स्वास्थ्य स्थितियां : अगर एनल फिशर के साथ ही किसी पीड़ित को और भी सेहत से जुड़ी दिक्कत है तो एनल फिशर उपचार का खर्च काफी बढ़ सकता है। कई बार कुछ ऐसी स्थिति होती है जैसे ज्यादा ब्लीडिंग की दिक्कत, ब्लड प्रेशर फ्ल्कचुएशन, मधुमेह की समस्या आदि, इनमें लगात का बढ़ना तय है।
- सर्जरी की तकनीक : - पीड़ित को किस तकनीक से अपना इलाज करना है यह भी लगात पर सीधा प्रभाव डालता है। अगर सर्जरी की मिनिमली इनवेसिव तकनीक का चयन किया गया है तो यह एडवांस सर्जरी होती है और इसकी वजह से लगात बढ़ जाती है।
कोलकाता में एनल फिशर सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं
कोलकाता में एनल फिशर के इलाज का खर्च कई चीज़ें पर भी निर्भर होता है। इनें प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं -
- सर्जन का चुनाव : यदि रोगी अपना इलाज किसी अनुभवी और बहुत दक्ष सर्जन से कराना चाहते हैं तो उसका सीधा असर एनल फिशर सर्जरी की लागत पर आता है।
- अस्पताल का चयन: रोगी अपना इलाज किस तरह के अस्पताल में कराना चाहता है जैसे सरकारी, प्राइवेट या सुपरस्पेशिलिटी यह भी एनल फिशर आपरेशन की लगात पर सीधे असर डालता है।
- डायगनोस्टिक परीक्षण : एनल फिशर की डायगनोसिस से पहले होने वाले परीक्षणों का खर्च एनल फिशर सर्जरी की लागत को सीधा प्रभावित करता है। इस रोग में ये टेस्ट काफी महंगे होते हैं। यदि जटिलता बढ़ती है तो अतिरिक्त टेस्ट भी कराये जा सकते हैं।
- प्री ऑप और फॉलोअप चेकअप : रोगियों को सर्जरी के पहले और कई मामलों में आपरेशन के बाद भी फॉलोअप के लिए डॉक्टर के पास कई बार जाना हो सकता है। ऐसे में हर बार परामर्श शुल्क और बाद की दवाओं की लागत खर्च को बढ़ा सकती है।
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कोलकाता में एनल फिशर सर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
एनल फिशर का आपरेशन कोलकाता में कई विधि से किया जाता है। इन तरीकों के हिसाब सेउपचार की लागत भी बदल जाती है। इन तकनीकों में शामिल हैं -
- लेजर सर्जरी : यह सामान्य से ज्यादा उन्नत तकनीक मानी जाती है। इस तकनीक में सर्जन द्वार लेजर बीम का उपयोग किया जाता है। इस विधि में सर्जन लेजर को रोगी के गुदा द्वार के पास प्रभावित जगह पर केंद्रित करते हैं। ये लेज़र बीम गुदा स्फिंक्टर को नुकसान पहुंचाए बिना गुदा में फिशर को ठीक करती है। इस तकनीक में तेज रिकवरी होती है। यह सबसे कम कांट छांट वाली न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी है। इसमें रोगी की रिकवरी तेज़ी से होती है। इस प्रक्रिया की लागत ₹30,000 से ₹45,000 तक होती है।
- लेटरल इंटरनल स्फिंक्टेरोटॉमी : इस प्रकार की सर्जरी में क्षतिग्रस्त ऊतक को ठीक करने के लिए प्रभावित क्षेत्र में रक्त प्रवाह बढ़ाया जाता है। इस प्रक्रिया में गुदा के अंदर पड़ने वाले दबाव को कम किया जाता है। इस प्रक्रिया का खर्च ₹40000 से ₹50,000 तक हो सकती है।
- ओपन सर्जरी: एनल फिशर का आपरेशन करने की यह तकनीक सबसे पारंपरिक मानी जाती है। इस तरीके में सर्जन गुदा द्वार के पास एक छोटा सा कट लगाते हैं। इससे उनकी पहुंच रोगी की स्फिंक्टर की मांसपेशियों तक ठीक से हो जाती है। इस कट को लगाने के बाद घाव सूखने के लिए इसे खुला छोड़ दिया जाता है। इस सर्जरी के बाद रोगी को उसी दिन घर जाने की अनुमति मिल जाती है। इस प्रक्रिया की लागत लगभग ₹30,000 से लेकर ₹45,000 तक हो सकती है।
क्या कोलकाता में एनल फिशर की सर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
जी हां, कोलकाता में एनल फिशर के उपचार का पूरा खर्च बीमा कम्पनी वहन करती है। अपने रोगी के इलाज के लिए संबंधित बीमा एजेंट से विस्तृत जानकारी ले सकते हैं।
हमारे यहां सर्जरी करवाने पर आपको हमारी टीम आपको बीमा कवर प्राप्त करने में मदद करती है। इसके अलावा आपको नो कॉस्ट ईएमआई और क्रेडिट, डेबिट कार्ड से भुगतान की भी सुविधा मिलती है।
सारांश
एनल फिशर में रोगी के एनल कैनाल में घाव हो जाता है। इसके कारण रोगी को मल त्यागने में तेज दर्द होता है। कई बार इसमें उसे ब्लीडिंग की दिक्कत भी हो जाती है। इसका सर्जरी द्वारा इलाज संभव है। सर्जरी की कई तकनीक मौजूद हैं जो रोगी की स्थिति के हिसाब से उपयोग की जाती है। कई कारक इसकी लागत पर असर डालते हैं। एनल फिशर के उपचार के लिए बीमा कम्पनिया पूरा बीमा कवर प्रदान करती हैं।