चेन्नई में आईओएल (इंट्राओकुलर लेंस) की लागत
चेन्नई में आईओएल (इंट्राओकुलर लेंस) के बेस्ट डॉक्टर
चेन्नई में होने वालेइंट्राऑक्यूलर लेंस की सर्जरी की लागत कितनी है?
जिनकी आंखें खराब हैं उनके लिए यह लेंस किसी वरदान से कम नहीं है। मोतियाबिंद सर्जरी के दौरान प्रभावित हो चुके प्राकृतिक लेंस कोकृत्रिमलेंसआईओएल यानी इंट्राओक्युलर लेंस से बदल दिया आता है। जो लोग हाइपरोपिया,मायोपिया,और दृष्टिवैषम्य जैसी अपवर्तक त्रुटियों से ग्रसित हैं और चश्मा नहीं लगाने चाहते उनके लिए भी इस लेंस का उपयोग किया जाता है।
इस लेंस को लगाने की सर्जरी बड़ी आसान होती है। इसे एक छोटे से चीरे के साथ किया जाता है। इस सर्जरी के दौरान लेंस को आयरिश के पहले या पीछे भाग में रखा जाता है। इसी वजह से लेंस रेटिना पर छवियों को केंद्रित करने में अहम भूमिका निभाता है।
इंट्राऑक्यूलर लेंस काफी चलन में क्योंकि मोतियाबिंद सर्जरी के बाद दृष्टि सामान्य हो जाती है और ठीक होने में भी कम वक़्त लगता है। चेन्नई में इस सर्जरी को करने की औसत लागत ₹15000 से लेकर ₹90000 तक आ सकता है।
चेन्नई में विभिन्न प्रकार के अंतर्गर्भाशयी लेंस की लागत
ट्रीटमेंट के प्रकार | औसत कीमत | न्यूनतम कीमत | अधिकतम कीमत |
---|---|---|---|
मोनोफोकल आईओएल | ₹10,000 | ₹5,000 | ₹20,000 |
टोरिक आईओएल | ₹45,000 | ₹25,000 | ₹50,000 |
मल्टीफोकल आईओएल | ₹45,000 | ₹15,000 | ₹90,000 |
अकोमोडेटिव आईओएल | ₹100,000 | ₹70,000 | ₹150,000 |
फेकिक आईओएल | ₹100,000 | ₹90,000 | ₹250,000 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
चेन्नई मेंइंट्राऑक्यूलर लेंससर्जरी से पहले होने वाली जांच की लागत
चन्नई में इंट्राऑक्यूलर लेंस की सर्जरी से पहले सर्जन अपने मरीज की आंखों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहता है। सर्जरी सफल हो और मरीज को पूर्ण लाभ मिले इसके लिए वो कई तरह के नैदानिक परीक्षण कराता है। चेन्नई में इंट्राऑक्यूलर लेंस लगाने से पहले होने वाले कुछ नैदानिक परीक्षण और उनकी लागत निम्न है…
- विज़ुअल एक्विटी टेस्ट: इस टेस्ट के जरिए सर्जन यहआकलन करता है किकोई व्यक्ति दूर से कितनी अच्छी तरह देख सकता है। इसमें रोगी को एक चार्ट दिया जाता है और भिन्न-भिन्न दूरी पर रख कर उसकी दृष्टि की जांच की जाती है। चेन्नई में इस टेस्ट की कीमत ₹500 से ₹1000 तक हो सकती है।
- ए-स्कैन: ए-स्कैन परीक्षण ऐसा परीक्षण है जिसके जरिए आंखों की लंबाई को मापने और उसके हिसाब से उचित लेंस का अनुमान लगाया जाता है। इस परीक्षण यह पता लगाया जाता है कि प्रत्येक रोगी के लिए लेंस की शक्ति सटीक है या नहीं। चेन्नई में ए-स्कैन टेस्ट की लागत ₹800 से ₹1200 तक हो सकती है।
- बायोमेट्री टेस्ट: कॉर्निया की वक्रता और आंख की लंबाई को देखने के लिए इस टेस्ट को किया जाता है। इंट्राऑक्यूलर लेंस लगाने के लिए इस टेस्ट का कराया जाना जरुरी है।
- चेन्नई में इस टेस्ट को कराने की कीमत ₹700 से ₹1000 तक हो सकती है।
- प्यूपिल डाइलेशन: आंखों की गहनता से जांच के लिए यह टेस्ट किया जाता है। इस टेस्ट के दौरान सर्जन मरीज की आंखों में विशेष आई ड्रॉप्स डालकर पुतलियों को फैलता है। इस टेस्ट के दौरान सर्जन आंखों के अन्दर तक देख सकता है। चेन्नई में प्यूपिल डाइलेशन टेस्ट की कीमत ₹500 से ₹1000 तक होती है।
- स्लिट-लैंप परीक्षा: स्लिट-लैंप परीक्षण में एक विशेष माइक्रोस्कोप और तीव्र प्रकाश के जरिए आंखों के सामने और पीछे की जांच की जाती है। स्लिट-लैंप परीक्षा की लागत ₹300 से ₹800 तक है।
- रेटिनल परीक्षा: इस टेस्ट के जरिए रेटिना का गहन परीक्षण किया जाता है। रेटिनल परीक्षा की लागत ₹500 से ₹1000 तक होती है।
- एप्लीकेशन टोनोमेट्री: आंखों के अन्दर दबाव मापने के लिए एप्लीकेशन टोनोमेट्री टेस्ट किया जाता है। चेन्नई में इस टेस्ट को कराने के लिए आपको ₹800 से ₹1200 तक खर्च करने पड़ सकते हैं।
- कंट्रास्ट सेंसिटिविटी : यह टेस्ट मोतियाबिंद की सर्जरी के लिए आवश्यक माना जाता है। इस टेस्ट मेंरोगी के दृश्य कार्य के साथ किसी भी समस्या का पता लगाया जाता है।कॉन्ट्रास्ट सेंसिटिविटी टेस्ट की कीमत ₹500 से ₹1000 तक होती है।
मरीज के हिसाब सेइंट्राऑक्यूलर लेंससर्जरी की लागत में अंतर क्यों होता है?
ईओएल (इंट्राओकुलर लेंस) सर्जरी की लागत अलग-अलग रोगियों के लिए विभिन्न कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है। मरीज की जरुरत अलग होगी तो उसके इलाज की लागत भी अलग होगी। लागत में अंतर करने वाले कुछ कारक निम्न हैं…
- रोगी की स्थिति: मरीज की समस्या को देखते हुए सर्जन लेंस लगाने का सुझाव देता है। अगर मरीज की समस्या गंभीर हो चुकी है तो सर्जरी भी जटिल हो जाती है और लागत भी बढ़ जाती है ।
- आयु: इस सर्जरी पर आयु का प्रभाव पड़ता है अधिक आयु वाले व्यक्ति की सर्जरी जटिल होती है इसलिए उसकी लागत बढ़ जाती है।
- सर्जन का चुनाव: ये मरीज के ऊपर है की वो अपनी सर्जरी के लिए किस सर्जन का चुनाव कर रहा है। अलग-अलग सर्जन की अलग-अलग शुल्क होता है ,जो आपकी लागत को प्रभावित करता है ।
- रोगी की अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: कभी कभी मरीज को शुगर, बीपी आदि की समस्याएं होती हैं। सर्जरी से पहले इन सब का कंट्रोल होना आवश्यक होता है। इसलिए सर्जन इसके लिए इलाज शुरू करता और आपकी लागत प्रभावित होती है।
चेन्नई में इंट्राऑक्यूलर लेंस सर्जरी की लागत पर कौन सी चीजें प्रभाव डालती हैं
आंखों में होनी वाली समस्या आम है। इसके लिएइंट्राऑक्यूलर लेंससर्जरी एक वरदान से कम नहीं। आंखों की कई समस्यायों सहित मोतियाबिंद सर्जरी में ये लेंस लगाया जाता है। चेन्नई में इस सर्जरी को कराने की लागत को प्रभावित करने के कई कारण हो सकते हैं:
- आईओएल के प्रकार: बाजार में आजकल कई प्रकार के इंट्राऑक्यूलर लेंस उपलब्ध हैं जैसे मोनोफोकल, मल्टीफोकल, ट्राइफोकल और टॉरिक। इन सब लेंस की अलग-अलग लागत है। उपयोग किये गए लेंस के प्रकार के आधार पर लागत भी अलग हो जाएगी।
- आईओएल सामग्री: ये लेंस सिलिकॉन,हाइड्रोफोबिक ऐक्रेलिक,पॉलीमेथाइलमेथैक्रिलेट (पीएमएमए),जैसी सामग्रियों से बने हो सकते हैं। बाजार में इन लेंस की अलग-अलग कीमत होती है। आप जिस लेंस को लगवाना चाहते हैं उसकी कीमत आपकी लागत में जुड़ जाएगी।
- अस्पताल क्लिनिक स्थान: आप आंखों की सर्जरी कहां किस अस्पताल में करा रहे ये आपकी लागत प्रभावित करने का प्रमुख कारण है। सरकारी अस्पताल की तुलना में निजी अस्पताल में इलाज कराना लागत बढ़ाने का मुख्य कारण है।
- प्री/पोस्ट ओपरेटिव केयर : सर्जरी से पहले और बाद में सर्जन से कई बार परामश लेना पड़ता है। हर परामर्श की शुल्क होती है जो आपकी लागत में जुड़ जाती है। इसके अलवा सर्जन कई तरह के टेस्ट करवाता है दवाएं देता हैं ये सब आपकी लागत को प्रभावित कर सकती हैं।
चेन्नई मेंइंट्राऑक्यूलर लेंससर्जरी के विभिन्न घटकों की लागत कितनी है?
चेन्नई में आईओएल के विभिन्न घटकों की लागत लेंस के प्रकार उनकी लेंस डिजाइन,सामग्री और दृष्टि सुधार जैसे विभिन्न कारकों के आधार पर भिन्न होती है। आईये जानते हैं कि आईओएल सर्जरी कितने प्रकार की होती है:
- मोनोफोकल लेंस: इस लेंस का उपयोग दूर दृष्टि को सही करने के लिए किया जाता है। ये निम्न्लिखित प्रकार के होते हैं -ऑरियम (मोनोफोकल),एक्रिसोफ आईक्यू (मोनोफोकल ऑरोव्यू), एक्रीओस एओ (मोनोफोकल) एक्रिसोफ एसपी (मोनोफोकल)। चेन्नई में इन लेंस को लगाने की कीमत₹35 हजार से लेकर ₹90 हजार तक हो सकती है।
- मल्टीफोकल लेंस: इस लेंस का उपयोग निकट दृष्टि दोष और दूर दृष्टि दोष दोनों के निवारण के लिए किया जाता है। ये निम्न प्रकार के होते हैं। टेक्निस सिम्फनी (मल्टीफोकल),ज़ीस ट्राइफोकल (मल्टीफोकल),आईडिफ (मल्टीफोकल),ट्रिडिफ (मल्टीफोकल),एलकॉन पैंटोपिक्स (मल्टीफोकल)। चेन्नई में इन लेंस को लगवाने की औसत कीमत लगभग ₹60000 से ₹ 100000 तक हो सकती है।
- टोरिक लेंस: आंखों में दो प्रकार की क्षमताएं होती हैं एकसिलेंडर और दूसरा वक्र।मोनोफोकल लेंस औरमल्टीफोकल लेंससिलेंडर दृष्टि दोष को दूर करते हैं।जबकिटोरिक लेंस वक्र विषमताओं को दूर करती है।ये भी दो प्रकार के होते हैंएक्रिसोफ आईक्यू (टोरिक),एक्रिसोफ टॉरिक (टॉरिक)।इनकी औसत लागत लगभग₹90000 से ₹140000 तक हो सकती है।
क्या चेन्नई मेंइंट्राऑक्यूलर लेंससर्जरी के लिए बीमा कवर मिलता है?
चेन्नई में स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियां आमतौर पर मोतियाबिंद सर्जरी के दौरान उपयोग किए जाने वाले इंट्रोक्युलर लेंस की लागत को कवर करती हैं। इस सर्जरी का बीमा कवर बीमा पॉलिसी की बारीकियों पर निर्भर करती हैं। कुछ ऐसे भी लेंस हैं जिनका कवर नहीं मिलता है। इसलिए सर्जरी से पहले अपने बीमा एजेंट से इन बारीकियों को अच्छे से समझ लेना चाहिए।
सारांश
चेन्नई में आईओएल (इंट्राओकुलर लेंस) लगवाने के लिए आपको ₹15,000 और₹90000 तक खर्च करना पड़ सकता है। सर्जरी की लागत कई कारकों पर पर निर्भर करती और भिन्न-भिन्न हो सकती है। इसलिए सर्जरी कराने से पहले अपने सर्जन से मिलकर एक औसत लागत के बारे में अच्छे से समझ लें।