यौन स्वास्थ्य, यौनसमस्या का समाधान और सेक्स एजुकेशन
अच्छा खानपान ,अच्छा रहन सहन, बेहतर शिक्षा की तरह ही उत्तम यौन जीवन होना भी बहुत महत्वपूर्ण है। एक अच्छा यौन जीवन होने से आपके समग्र स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। इतना ही नहीं श्रेष्ठ यौन जीवन कई बीमारियों के विकास के जोखिम को भी कम कर सकता है। ऐसे में एक अच्छा यौन जीवन पाने के लिए आपके यौन स्वास्थ्य का बेहतर होना महत्वपूर्ण है।
हालांकि कई बार हम अपने यौन स्वास्थ्य को लेकर सजग नहीं होते जिसके कारण उस आनंद और संतुष्टि का आनंद लेने से वंचित रह जाते हैं जो सेक्स ला सकता है। आज हम आपको बताएंगे कि किस प्रकार आप अपने यौन स्वास्थ्य की देखरेख कर सकते हैं और अपने एवं अपने साथी के साथ अंतरंग पलों को ज्यादा रोमांचक बना सकते हैं।
अपने साथी से सेक्स के बारे में खुलकर बात करें
आपको यौन स्वास्थ्य के लिए सबसे अहम पहलू है कि आप सेक्स से जुड़ी हर बात को खुलकर साझा कर सकें औऱ अपनी पसंद और नापसंद को जता सकें। परिवार की ,दफ्तर की या दूसरी ज़िम्मेदारियों के चलते इसे नज़रअंदाज़ न करें। आपके यौन सुख में बाधा डालने वाले मुद्दे और अपनी सेक्स के दौरान अपनी पसंद नापसंद का इज़हार अवश्य करें।
शराब का सेवन कम करें
अत्यधिक शराब का सेवन आपके यौन जीवन के लिए हानिकारक है।शराब पीने से आपकी सोचने समझने की शक्ति कमज़ोर हो जाती है औऱ आप असुरक्षित यौन संबंध बना सकते हैं। इसे आप में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन भी हो सकता है।हालांकि जानकार मानते हैं कि थोड़ी सी रेड वाइन पीने से आपकी कामेच्छा बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
यौन स्वास्थ्य को सुधारने वाले खाद्य पदार्थ खाएं
पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार खाकर अपने यौन जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है। अमीनो एसिड, खनिज, विटामिन और स्वस्थ वसा वाले खाद्य पदार्थ खाने से आपकी यौन इच्छा बढ़ सकती है और आपके प्रदर्शन में सुधार हो सकता है।इन चीज़ों का सेवन आपको लाभ पहुंचा सकता है-
- खट्टे फल
- नट और बीज
- साबुत अनाज
- सी फूड
- मछली ,चिकन
- पत्तेदार साग
नियमित व्यायाम करें
व्यायाम करने से आपके शरीर में एंडोर्फिन और सेक्स हार्मोन का उत्पादन बढ़ता है, जो आपके मूड को बेहतर बनाता है और आपकी सेक्स ड्राइव को बढ़ाता है।
यौन संचारित संक्रमणों से खुद को बचाएं
यदि आप यौन रूप से सक्रिय हैं तो हमेशा कंडोम का उपयोग करें। यदि आप एक स्थिर संबंध में हैं तो चिकित्सक से परामर्श करें ताकि आप अनचाहे गर्भधारण से बच सकें। हर 6 महीने में एसटीडी परीक्षण कराना भी अच्छा रहता है।
यौन समस्याएं और समाधान
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन तब होता है जब कोई पुरुष इरेक्शन नहीं कर पाता या ज्यादा देर इरेक्शन नहीं रख सकता। ये शारीरिक या मनोवैज्ञानिक कारणों से हो सकता है।
शीघ्रपतन
यह तब होता है जब कोई पुरुष सेक्स के दौरान जल्दी ही स्खलित हो जाता है। इसके कारण खराब सेक्स लाइफ, तनाव, आपसी रिश्ते में अवसाद हो सकता है।
विलंबित स्खलन
यह समस्या कुछ मनोवैज्ञानिक कारकों से हो सकती है जैसे- अवसाद, चिंता, तनाव या आपसी रिश्तों में समस्या ।
कम कामेच्छा
इसमें सेक्स करने की इच्छा कम हो जाती है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के कम स्तर के कारण ऐसा होता है। कम टेस्टोस्टेरोन आपके शरीर और मूड को प्रभावित कर सकता है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप और एंटीडिप्रेसेंट जैसी कुछ दवाएं भी कम कामेच्छा में योगदान कर सकती हैं।
समाधान
दवाओं के माध्यम से- वायगरा जैसी दवाओं के माध्यम से लिंग में रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का उपचार किया जा सकता है। इसके अलावा शीघ्रपतन के इलाज के लिए स्प्रे का भी इस्तेमाल किया जाता है।यह स्प्रे संवेदनशीलता को कम करता है और स्खलन पर नियंत्रण बढ़ा देता है।हालांकि ये समाधान अस्थायी हैं।
साइकोलॉजिकल थेरेपी: थेरेपी की मदद से चिंता, भय या अपराधबोध की भावनाओं को दूर करने में मदद मिलती है जिसके कारण यौन क्रिया प्रभावित हो रही होती है।
यौऩ शिक्षा
हमारे समाज में यौन शिक्षा को लेकर लोगों में अब भी काफी हिचक मौजूद है। हालांकि किशोरों और किशोरियों से इस बारे में खुलकर बात करना बहुत महत्वपूर्ण है।इससे उनकी आने वाली सेक्स लाइफ औऱ यौन स्वास्थ्य की गुणवत्ता पर असर पड़ता है। किशोरावस्था के लड़कों औऱ लड़कियों उनकी जरूरतों , चिंताओं और मन में उठने वाले सवालों के बारे में खुलकर बात करें।
खुली बातचीत स्वस्थ यौन जीवन के लिए कई बाधाओं को दूर करने में मदद करती है। यौन समस्याएं और समाधान एक ऐसा विषय है जिस पर चर्चा करने में अधिकतर लोग झिझकते हैं। हालांकि यौन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को डॉक्टर के साथ साझा करना महत्वपूर्ण है। यौन शिक्षा लोगो को सेक्स और यौन स्वास्थ्य के बारे में सही निर्णय लेने के लिए आवश्यक होती है।
यौन शिक्षा के बारे में तथ्य
सेक्स एजुकेशन किसी भी अन्य विषय की तरह बहुत महत्वपूर्ण है । यौन शिक्षा स्कूलों में, घर पर, सामुदायिक सेटिंग में या ऑनलाइन हो सकती है।अधिकतर स्कूलों में इसकी शुरुआत की जा चुकी है पर घरों में अब भी इस पर बात करना एक टैबू है। हालांकि जानकार मानते हैं कि अधिकतर मामलों में शिक्षक के अलावा माता-पिता यौन शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण और केंद्रीय भूमिका निभाते हैं।
आमतौर पर यौन शिक्षा में कई पहलुओं को छुआ जाता है जैसे:
- मानव विकास, जिसमें यौवन, शरीर रचना विज्ञान, सेक्सुअल ओरिएंटेशन और लिंग पहचान शामिल है।
- रिश्तों के बारे में शिक्षा जिनमें स्वयं, परिवार, दोस्ती, प्रेमी और चिकित्सक शामिल हैं।
- खुलकर बातचीत जैसे संचार, सीमा निर्धारण, बातचीत, और निर्णय लेने सहित व्यक्तिगत कौशल।
- व्यक्ति का यौन व्यवहार जिसमें लोगों द्वारा यौन प्राणी होने या न होने के तरीकों की पूरी श्रृंखला शामिल है।
- व्यक्ति का यौन स्वास्थ्य, जिसमें यौन संचारित संक्रमण, जन्म नियंत्रण, गर्भावस्था और गर्भपात शामिल हैं।
- समाज और संस्कृति, मीडिया साक्षरता, शर्म और कलंक जैसे मुद्दों पर जानकारी और अपनी शक्ति, अपनी पहचान और उत्पीड़न के बारे में जानना।ये समझना कि यौन कल्याण और प्रजनन किस तरह व्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रभावित करते हैं