Treatment of Premature Ejaculation - शीघ्रपतन का इलाज
शीघ्रपतन पुरुषों में होने वाली आम समस्या है। सेक्स के दौरान शुरुआती 3० सेकेंड से दो मिनट के बीच ही वीर्य निकल जाए तो इस स्थिति को शीघ्र पतन या प्रीमेच्योर इजेकुलेशन कहते हैं। शीघ्रपतन होने पर स्त्री संभोग का पूरा आनंद नहीं उठा पाती है, जिसके कारण पति-पत्नी दोनों में तनाव भी पैदा हो सकता है। इस स्थिति में पुरुषों में हीनभावना आ जाती है।
कारण
शीघ्रपतन की समस्या आजकल ज्यादातर कम उम्र के युवकों में ज्यादा देखने को मिलती है। इस समस्या का मानसिक, शारीरिक और सामाजिक असर भी पड़ता है। इस समस्या से पीडि़त व्यक्ति संकोच की वजह से किसी से दिल की बात नहीं कह पाता और मन ही मन घुटता रहता है। वहीं बहुत से लोग आत्महत्या जैसा कदम तक उठा लेते हैं, तो कुछ लोग गलत नीम- हकीम के चक्कर में पड़ जाते हैं, जिससे उनका समय और पैसा बर्बाद होता है। शीघ्रपतन किस वजह से होता है, अभी तक इसका कोई ठोस कारण नहीं पता चल सका है। यहां कुछ कारण हैं जिनको शीघ्रपतन की वजह माना जाता है।
- किसी भी प्रकार का नशा न करें। नशा आपकी सेक्स पावर को घटाता है। तनाव न लें। बहुत से लोग इसी तनाव से ग्रस्त रहते हैं कि पता नहीं वे अपने साथी को खुश कर पाएंगे या नहीं। शीघ्रपतन कोई बीमारी नहीं है। खुद पर यकीन रखें।
- कई लोग कहते हैं कि हस्तमैथुन करने से पुरुषों में शीघ्रपतन की समस्या देखने को मिलती है। उन्हें क्लाइमेक्स तक पहुंचने की जल्दी होती है जिस वजह से यह समस्या देखने को मिलती है। हालांकि इस बात के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं।
- डायबिटीज जैसी बीमारियों का प्रभाव नर्वस सिस्टम पर पड़ता है। तंत्रिका प्रणाली पर असर होने के चलते लिंग की नसें कमजोर हो जाती हैं जिससे ये समस्या हो सकती है। इसके अलावा ड्रग्स वगैरह लेने पर भी ये समस्या हो सकती है।
- मानसिक तनाव स्वास्थ्य के लिए किसी भी तरह से ठीक नहीं। इसका असर शारीरिक स्वास्थ्य के साथ सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है।
- उम्र के साथ शरीर में हार्मोंस में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन की कमी से भी ये समस्या देखने को मिलती है। जंक फूड और मोटापे के चलते भी ये समस्या पैदा हो सकती है।
- थायरायड, लिंग की कमजोरी, हाईब्लडप्रेश र, विटामिन की कमी वगैरह भी शीघ्रपतन की वजह हो सकती हैं।
शीघ्र स्खलन के घरेलू उपचार
- तनाव, थकावट और उत्तेजना शीघ्रपतन के मुख्य कारण हैं, इन्हें दूर किए बिना आपको इससे छुटकारा नहीं मिल सकता।
- सेक्स के लिए सही समय और सही स्थान का चुनाव करें। ऐसी जगह चुनें जहां दोनों लोग सहज होंऔर आनंद की अनुभूति हो।
- सेक्स करते वक्त जल्दबाजी न करें। न ही किसी तरह का भय या चिंता पालें।
- संभोग की प्रक्रिया के पहले पार्टनर को उत्तेजित करने मेंज्यादा समय दें। अगर इस दौरान इरेक्शन हो जाए तो परेशान न हों। महिलाओं को उत्तेजित होने में ज्यादा वक्त लगता है। इसलिए जल्दबाजी बिलकुल न करें।
- हरे प्याज के बीज शीघ्रपतन रोकने में काफी मदद करते हैं। हरे प्याज के बीजों को मसलकर पानी में अच्छी तरह से मिलाएं। इस पानी को दिन में तीन बार खाना खाने से पहले लें। प्याज खाने से आपकी कामुक शक्ति और नियंत्रण बढ़ता है।
- शीघ्र पतन के लिए अश्वगंधा प्राकृतिक औषधि है। इस औषधि को किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर ले सकते हैं। इस औषधि के प्रयोग से स्खलन की समस्या हल हो जाती है।
- शीघ्र पतन के घरेलू इलाज के लिए लहसुन का उपयोग भी कर सकते हैं। लहसुन गुप्तांग में रक्त संचार बढ़ाता है।
- अदरक के रस में शहद मिलाकर लेने से भी शीघ्रपतन रोकन में मदद मिलती है। अदरक गुप्तांग में रक्त संचार बढ़ाता है, जिससे एजैकुलेशन की क्रिया नियंत्रण में रहती है। ये मिश्रण सोने से पहले लेना ज्यादा लाभकारी होता है।
येतकनीकि भी आजमाएं
स्टॉप-स्टार्ट तकनीकि-
सेक्स संबंध बनाने में हड़बड़ी न दिखाएं। फोर प्ले और सेक्स प्रक्रिया करने के दौरान बीच-बीच में रुकें। जब लगे कि वीर्य निकलने वाला है तो रुक जाएं। इस बीच पार्टनर को चुंबन करें और अंगों को सहलाएं। इसका अ यास करने केलिए स्खलन तक हस्तमैथुन करें, फिर रुक जाएं। दो से तीन बार ऐसा करेंफिर स्खलन करें। इससे स्खलन नियंत्रण का अ यास होगा।
स्टॉप एंड स्क्वीज या निचोड़ तकनीकि-
सेक्स करते वक्त जब लगे कि वीर्य निकलने वाला है तो अपने पार्टनर से गुप्तांग को नीचे की ओर दबाने को कहें या खुद दबाएं। ऐसे दबाएं कि न तो वीर्य निकले और न दर्द हो। जब वीर्य निकालने की इच्छा समाप्त हो जाए तो छोड़ दें। इस प्रक्रिया को भी अभ्यास में लाएं।