आयुर्वेद एवं पाइल्स
आयुर्वेदिय शास्त्रिय योगो द्वारा विभिन्न रोगो का विश्वसनीय ईलाज-
1. गुदागत रोग-
पाइल्स (मस्सा,बवासीर), मलमार्ग में जलन, दर्द, चुभन,मलद्वार से खून आना,मस्सो का बाहर आना, मलद्वार के आस-पास कोई फोडा,फुन्सी होना,रीड्ड की हड्डी के पास नासूर होना आदि विभिन्न गुदागत रोगो का ईलाज क्षारसूत्र(मेडिकेटेड थ्रेड) द्वारा
2. पेट के रोग-
अजीर्ण, आफरा,एसीडीटी,कब्ज,बार-बार शंका बनी रहना,आंतो में सूजन,लीवर में सूजन, भूख न लगना, भोजन का जरण न होना, अपच,गैस
3- श्वसनगत रोग-
अस्थमा, नजला,जुकाम,सूखी खांसी
4. जोडो के रोग-
घुटनो में सूजन व दर्द,गठिया,डिस्क व कमर में दर्द, एडी का दर्द वातरक्त(gout)
5. पुरूषगत रोग-
शारीरिक कमजोरी, वजन कम होना,यौवन इच्छा कम होना,शीघ्रपतन, वीर्य का पतला होना, यूरिन के साथ वीर्य आना
6. महिलाओ के रोग-
माहवारी का समय पर न आना,माहवारी का समय से पहले ही बंद हो जाना,योनि से सफेद गंदला पानी आना,कमर व पेडू में दर्द, माहवारी का अनियमित आना
7. त्वचागत रोग-
सफेद दाग, सोरियोसिस,शरीर पर चकत्ते होना, दाद,खाज-खुजली, scabies
8 अन्य रोग- माइग्रेन, कोलेस्ट्राल का बढना
आदि विभिन्न रोगो का आयुर्वेद एवं शास्त्रिय योगो द्वारा विश्वसनीय ईलाज भारत सरकार की संस्थान राष्ट्रिय आयुर्वेद विद्यापीठ, नई दिल्ली द्वारा क्षारसूत्र चिकित्सा विधि में प्रमाण पत्र प्राप्त, आयुष मंत्री भारत सरकार से सम्मानित एवं सुप्रसिद्ध वैद्य स्व.रामेश्वर जी शर्मा(गंगानगर) द्वारा शास्त्रिय योगो का अनुभव प्राप्त डॉ. एम.एल.शर्मा द्वारा