Lybrate Logo
Get the App
For Doctors
Login/Sign-up
Last Updated: Jan 23, 2021
BookMark
Report

साइनस का घरेलू उपचार - Sinus Ka Gharelu Upchar!

Profile Image
Dr. Sanjeev Kumar SinghAyurvedic Doctor • 16 Years Exp.BAMS
Topic Image

बैक्टीरिया, वायरस और फंगल इन्फेक्शन के रूप में होने वाली साइनस कोई गंभीर बीमारी नहीं है लेकिन इसे नजरअंदाज करना भी आपको नुकसान पहुंचा सकता है. साइनस हमारे नाक के आसपास, गाल और माथे की हड्डी के पीछे या आँखों के बीच के भाग में पैदा होती है. साइनस हवा से भरी हुई छोटी-छोटी खोखले स्ट्रक्चर के रूप में होता हैं. साइनसाइटिस से साइनस में किसी इन्फेक्शन के कारण सूजन आ जाती है. साइनस के रोगी सिरदर्द या चेहरे में दर्द और नाक बंद होने के अनुभव से इसका पता लगाते हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि नाक से हर पदार्थ बहने लगता है. रोगी किस प्रकार के साइनसाइटिस से प्रभावित है यह दर्द पर निर्भर करता है. यह बीमारी तीन से आठ हफ्ते के दौरान रहने पर तीव्र और आठ सप्ताह से अधिक रहने पर क्रॉनिक साइनसाइटिस कहलाती है. आइए इस लेख के माध्यम से हम साइनस के घरेलू उपचार के बारे में विस्तार से जानें ताकि इस विषय में लोगों की जानकारी बढ़ सके.

* अजवायन-

साइनाइटिस के ट्रीटमेंट में अजवायन की भूमिका बहुत प्रभावी होती है. साइनसाइटिस के ट्रीटमेंट के लिए आजवाइन एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि यह अपने एंटी-माइक्रोबियल गुणों के कारण उन कीटाणुओं को मारने का काम करता है जो इस बीमारी का मूल कारण हैं. अजवायन की पत्तियों का तेल को अपने डाइट में शामिल कर के भी आप इस बीमारी से बचाव कर सकते हैं. आप इसकी 2-3 बूँदें चाय में मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

* टमाटर का रस-
टमाटर का रस बलगम की लेयर को पतला करके नाक की ब्लॉकेज को कम करने का काम करता है. इसमें मौजूद विटामिन ए साइनस के सूजन को कम करके सूजन को ठंडा करने में कारगर है. इसके लिए आप टमाटर के रस में एक चम्मच नींबू और नमक को मिलाकर उबालकर इसे कुछ समय के लिए ठंडा करके पी लें.

* तिल का तेल-
यह एक बहुत ही प्रभावी तेल है जिसका इस्तेमाल न केवल बालों को सुंदर और स्वस्थ बनाने में बल्कि स्वास्थ्य समस्या में भी सहायता करता है. साइनसाइटिस के ट्रीटमेंट में भी तिल के तेल का योगदान बहुत प्रभावी होता है. आप अपनी दोनों नासिका छिद्रों में तिल के तेल की 2-4 ड्रॉप्स डालें. इससे आपको बंद नाक को खोलने और साइनस को कम करने में मदद मिलेगी.

* नीलगिरी का तेल-
निलगिरी ऑयल का इस्तेमाल भी साइनस के ट्रीटमेंट में किया जाता है. इसके लिए आप उबलते हुए पानी की एक कटोरी में नीलगिरी ऑयल की 6-7 ड्रॉप्स डालकर उस कटोरे में एक तौलिया डालें और उसमें पानी को एब्सोर्ब कर लें. इसके बाद तौलिए को निचोड़ लें. इसके बाद अपनी नाक और माथे के हिस्से पर रखें. इसे तब तक ना हटाएं जब तक कि यह अपनी गर्मी ना छोड़ दे.

* सेब का सिरका-
आप गर्म पानी के एक ग्लास में सेब के सिरके के दो बड़े चम्मच मिलाकर अपने लिए एक ड्रिंक तैयार कर सकते हैं. आप इसको दिन में 2-3 बार ले सकते हैं. इससे आपको बहुत राहत मिलती है. इसके साथ ही इससे आपको अन्य फायदे भी मिलेंगे.

* प्याज-
प्याज का सेवन हम नेजल ट्रैक्ट को साफ करने में करते हैं. यह उन बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करती है जो साइनस इन्फेक्शन के कारण उत्पन्न होते हैं. एक प्याज को काट कर 10 मिनट के लिए पानी में उबाल लें. इसके बाद आप एक तौली के साथ अपने सिर को कवर कर स्टीम ले सकते हैं.

* पुदीने का तेल-
पुदीने के तेल की 5-6 ड्रॉप्स को एक कटोरी में गर्म पानी के साथ मिलाएँ. अपने सिर को नीचे इस कटोरे के ऊपर झुकाएँ और एक तौलिया का उपयोग कर इसे कवर करें और स्टीम लें. यह अतिरिक्त बलगम की परत को पतला करने में मदद करेगा.

* नींबू बाम-
साइनाइटिस के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को नष्ट करने में नींबू बाम काफी प्रभावी है. आप पानी में नींबू बाम की पत्तियों का इस्तेमाल कर गरारे भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको इसकी पत्तियों को 10 मिनट तक उबालकर थोड़ा ठंडा होने पर आप इससे गरारे कर सकते हैं.

chat_icon

Ask a free question

Get FREE multiple opinions from Doctors

posted anonymously

TOP HEALTH TIPS

doctor

Book appointment with top doctors for Sinusitis treatment

View fees, clinc timings and reviews
doctor

Treatment Enquiry

Get treatment cost, find best hospital/clinics and know other details