पिंपल्स के कारण - Pimples Ke Karan!
पिंपल्स किसे परेशान नहीं करते हैं. सभी इनके प्रकोप से मजबूर रहते हैं. लेकिन ज़्यादातर लोगों को इनसे बचने का कोई उपाय नहीं नजर आता है. कुछ लोग उपाय करते ही हैं तो बाजारू उत्पादों के दुष्प्रभाव के कारण ये पिंपल्स घटने के बजाय और बढ़ ही जाते हैं. इसलिए बिना इसके कारणों के जाने इसका उपचार आपको नुकसान पहुंचा सकता है. पिंपल्स होने के कई उचित कारण हैं. कई बार पिंपल्स का होना आपके शारीरिक बदलावों का भी संकेत होती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पिम्पल्स के लिए मुख्य कारण हर्मोने एंड्रोजेन के बढ़ने को माना जाता है जो किशोरवस्था में बढ़ जाता है जिसके कारण त्वचा की ग्रंथियों का विकास होता है और परिणामस्वरुप अत्यधिक बलगम होता है. यह सबह तब त्वचा के छिद्रों की सेलुलर दीवारों को तोड़ देता है जिससे पिम्पल बनते है. आइए पिंपल्स होने के कारणों को इस लेख के माध्यम से जानें.
1. किशोरावस्था में हार्मोन्स में बदलाव के कारण-
टीनेज और प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोन में परिवर्तन होते रहते हैं. इन अवस्था के दौरान, तेल ग्रंथियों की गतिविधि बढ़ जाती है जिससे सेबम का उत्पादन अधिक होने लगता है जो कि त्वचा के छिद्रों को रोकता है और पिंपल्स का कारण बनता है.
2. नींद की कमी भी है कारण-
नींद की कमी भी पिम्पल्स का कारण बन सकती है. नींद की कमी के कारण प्राकृतिक चयापचय दर में हस्तछेप कर सकता है. नींद पूरी नहीं होने का कारण स्ट्रेस में होता है जिसका शरीर के चयापचय क्रियाओं पर सीधा असर पड़ता है. यदि ये प्रक्रियाएं अपनी क्षमता खो देती हैं तो शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते हैं जो अंत में मुहांसे पैदा करते हैं.
3. त्वचा की नियमित सफाई न करना-
पिंपल्स युवा लोगों में त्वचा सम्बंधित एक आम समस्या हैं. यह कहीं भी हो सकते हैं लेकिन आमतौर पर चेहरे और गर्दन पर देखे जाते हैं. इन्हें रोकने के लिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी त्वचा को साफ रखें. मुहांसे के लिए बाहरी कारक के अलावा आंतरिक कारण भी होते हैं. इसलिए अपने डाइट और लाइफ स्टाइल में बदलाव करने से मुहांसों से निजात पा सकते हैं.
4. क्रीम लोशन का आवश्यकता से अधिक उपयोग-
अपने चेहरे और गर्दन पर विभिन्न प्रकार के क्रीम और लोशन का प्रयोग करना भी कभी-कभी पिंपल्स का कारण होता है. ये त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं और कभी-कभी त्वचा अवांछित विषाक्त पदार्थों से भर जाती है जिससे पिंपल्स होते हैं. इसलिये ये आवश्यक है कि एक तो आप हर्बल या जांचा परखा क्रीम ही इस्तेमाल करें और दूसरा आप निश्चित मात्रा में ही इसका इस्तेमाल करें.
5. पाचन तंत्र में परेशानी भी है एक कारण-
पाचन प्रक्रिया में समस्या भी कई अन्य स्वास्थ्य बिमारियों के संकेत होते हैं. शरीर में जमे विषाक्त पदार्थ मुहांसे पैदा करने में मदद करते हैं. पाचन तंत्र में समस्या आमतौर पर वात असंतुलन की वजह से होता है. यह सूखा, मसालेदार और तेलयुक्त खाद्य पदार्थों के सेवन के कारण होता है. कच्चे और अधपके भोजन तथा ठंडे पेय और आइसक्रीम जैसे ठंडे व्यंजनों से भी पिंपल्स होते हैं. बेहतर पाचन के लिए स्वस्थ और गर्म भोजन खाएं.