नींद के लिए प्राकृतिक उपाय
नींद हमारे स्वास्थ्य के लिए उतनी महत्वपूर्ऩ है जितना कि खाना या पानी। अगर हमारी नींद पूरी नहीं होती है तो शरीर कई बीमारियों की चपेट में सकता है। पर वर्तमान समय की व्यस्त जीवनशैली में हमारे पास ना तो समय से खाने के समय है ना ही सोने का। ऐसे में स्वास्थ्य बिगड़ने के साथ ही नींद पर भी काफी बुरा असर पड़ता है।
हर रोज़ बेवक्त सोने और उठने के कारण बड़ी संख्या में लोग अनिद्रा का शिकार हो रहे हैं।ऐसे में अधिकतर लोग नींद की दवाओं का सहारा लेने लगते हैं। पर नींद की दवा आपको लत की तरह लग जाती हैं। इनके काफी साइड इफेक्ट्स भी होते हैं जो शरीर के बाकी अंगों पर बुरा असर डालते हैं।
ऐसे में अगर प्राकृतिक रूप से नींद लाने का उपाय मिल जाए तो कहना ही क्या। तो आज हम आपके बताने जा रहे हैं ऐसे ही प्राकृतिक उपायों के बारे में जो आपको बिना दवाओं के सपनों की दुनिया में पहुंचा सकती हैं।
जीवनशैली में करें बदलाव
अगर आप पुराने रुटीन पर ही चलते रहेंगे तो नींद की क्वालिटी सुधारना मुश्किल हो सकता है। इसलिए बेहतर नींद के लिए आपको जीवन में थोड़ा अनुसालन लाना पड़ेगा। इसके लिए दिन में लम्बी नींद लेना बंद कर दें। बहुत ज़रूरी हो तो इस झपकी को 30 मिनट या उससे कम समय तक ही सीमित करें। इसके अलावा प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट व्यायाम करें। इससे शरीर को थकान होगी और नींद आएगी। सोने से पहले कैफीन और अन्य उत्तेजक पदार्थों से परहेज करें। साथ ही सोने से पहले भारी भोजन और तेल से भरपूर भोजन ना लें।
कैमोमाइल का उपयोग
कैमोमाइल एक कोमल जड़ी बूटी है । यह मन को शांत करती है और नींद को बढ़ावा देती है।अकसर प्रसव के बाद महिलाओं में नींद की गुणवत्ता में सुधार के लिए कैमोमाइल की चाय पीने की सलाह दी जाती है। यह अवसाद के लक्षणों को भी कम करती है। आप इसे कई तरीकों से उपयोग कर सकते हैं:
- चाय बनाने के लिए सूखे कैमोमाइल फूलों का उपयोग करें
- बाज़ार में उपलब्ध कैमोमाइल के टी बैग्स का इस्तेमाल करें
- अपनी त्वचा पर कैमोमाइल एसेंशियल ऑयल को लगाएं पर इसे वाहक तेल में ज़रूर मिला लें।
- इसे टेबलेट या कैप्सूल के रूप में लें
कैमोमाइल ना सिर्फ नींद की गुणवत्ता सुधारती है बल्कि पाचन में सहायक होती है, त्वचा को पोषण देती है, मांसपेशियों को आराम देती है, सिरदर्द से राहत देती है।
वेलेरियन
वेलेरियन पौधे की जड़ से बनाई जाने वाली एक हर्बल औषधि है। शोध में पाया गया कि वेलेरियन अनिद्रा के इलाज और रजोनिवृत्ति के बाद की महिलाओं में नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में सहायक हो सकता है।वेलेरियन को हॉप्स, लेमन बाम और अन्य जड़ी-बूटियों के साथ मिलाकर लिया जा सकता है। इसके लिए समय के साथ धीरे-धीरे अपनी खुराक बढ़ाना बेहतर तरीका है।
एक बार जब आपकी नींद में सुधार हो जाए, तो आपको दो से छह सप्ताह तक वेलेरियन का उपयोग जारी रखना चाहिए। फिर धीरे धीरे इसे बंद कर देना चाहिए। यदि आप इसे चाय के रूप में पीते हैं, तो आप दिन में तीन बार तक 1/4 से 1 चम्मच तक ले सकते हैं।
यदि आप इसे कैप्सूल के रूप में ले रहे हैं तो आपको लेबल पर सुझाई गई खुराक का पालन करना चाहिए। जब आप उपयोग बंद करना चाहते हैं, तो आपको धीरे-धीरे अपनी खुराक कम करनी चाहिए। वेलेरियन के कई और लाभ भी हैं जैसे:
- मासिक धर्म में पेट में ऐंठन में लाभकारी
- मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द दूर करता है
- डिप्रेशन को खत्म करता है
- सिरदर्द से छुटकारा
पैशन फ्लॉवर
पैशन फ्लॉवर एक पौधा है जिसमें ऐसे रसायन होते हैं जो मन को शांत करते हैं। इस पौधे से विश्राम की भावना आती है। कभी-कभी इसे अन्य पौधों के साथ एक हर्बल मिश्रण में जोड़ा जाता है। जानकार बताते हैं कि पैशनफ्लावर को चार सप्ताह तक लेने पर नींद संबंधी विकारों को कम किया जा सकता है। इसे उपयोग के लिए आप सोने से पहले चाय बनाने के लिए जड़ी बूटी का उपयोग कर सकते हैं, या इसे कैप्सूल के रूप में ले सकते हैं।
सोने से पहले पैशनफ्लावर के अर्क की 10 से 30 बूंदें ली जा सकती हैं। आपको दो महीने से ज्यादा पैशनफ्लावर का उपयोग नहीं करना चाहिए। पैशनफ्लॉवर के उपयोग से कई औऱ लक्षणों में राहत मिल सकती है जैसे सिरदर्द, चिंता, मांसपेशियों की ऐंठन, सूजन और जलन, रजोनिवृत्ति के लक्षण। यदि आप स्तनपान करा रही हैं या गर्भवती हैं तो पैशनफ्लावर न लें।
लैवेंडर
लैवेंडर एक सुगंधित पौधा है जिसका उपयोग दवा, इत्र और तेल बनाने के लिए किया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभकारी है। इसका शांत प्रभाव नींद लाने में मदद कर सकता है। शोध में पाया गया कि लैवेंडर प्रसवोत्तर महिलाओं में नींद की गुणवत्ता में सुधार लाने में प्रभावी है। आप निम्नलिखित तरीकों से लैवेंडर का उपयोग कर सकते हैं:
- अपने बिस्तर के पास एक डिफ्यूज़र में लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की कुछ बूँदें डाल लें
- वाहक तेल में मिलाकर लैवेंडर एसेंशियल ऑयल अपने माथे पर और अपनी नाक के आसपास रगड़ें
- अपने तकिए पर एसेंशियल ऑयल की कुछ बूँदें डालें
- चाय या सुगंधित बैग बनाने के लिए सूखे लैवेंडर का उपयोग करें
इसके अलावा लैवेंडर रक्त परिसंचरण में सुधार और पेट की परेशानी को कम कर सकता है। साथ ही सिरदर्द से राहत और सांस की समस्याओं को कम करने में बी सक्षम है। हमेशा लैवेंडर एसेंशियल ऑयल को पानी या एक वाहक तेल, जैसे जैतून के तेल के साथ पतला करें।