इरेक्टाइल डिसफंक्शन उपचार - Erectile Dysfunction Ke Upchar!
इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या में वृद्धि आजकल के आधुनिक समय में जीवनशैली और आहार में आये बदलाव और भोजन में ओमेगा-3 फैटी एसिड की भारी कमी आने के कारण हो रही है. आपको बता दें कि यौन उत्तेजना के दौरान शिश्न में अपेक्षित फैलाव या उत्तेजना की कमी को ही स्तंभनदोष या इरेक्टाइल डिसफंक्शन के नाम से जानते हैं. इसका मुख्य कारण डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, दवाइयां (ब्लडप्रेशर, डिप्रेशन आदि में दी जाने वाली) इत्यादि भी है. इरेक्टाइल डिसफंक्शन को सिर्फ सिल्डेनाफिल (वियाग्रा) जैसी दवाओं के साथ इलाज करना ही एकमात्र विकल्प नहीं है. माना कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन पुरुषों की एक महत्वपूर्ण समस्या है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि इसके उपचार के लिए आप ऐसे तरीके अपना लें कि उपचार भी समस्या बन जाए. इसलिए आइए इस लेख के माध्यम से हम आपको इरेक्टाइल डिसफंक्शन के उपचार के लिए कुछ व्यायाम के तरीके बताते हैं ताकि समस्या तो ठीक हो ही आपका स्वास्थ्य भी उत्तरोत्तर गति से बढ़े.
किस तरह का व्यायाम?
पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज को आमतौर पर किगेल एक्सरसाइज के रूप में भी जाना जाता है. यह मांसपेशियों की शक्ति में सुधार करता है. महिलाएं अक्सर यह एक्सरसाइज बच्चे के जन्म देने के बाद मांसपेशियों को टोन करने के लिए करती है. कीगल एक्सरसाइज मूत्र नियंत्रण और यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है. यह एक्सरसाइज पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए सामान्य रूप से फायदेमंद होती है. यह बुलबोकावरनोसस की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करती हैं. बुलबोकावरनोसस मांसपेशी के तीन काम होते हैं, स्खलन के दौरान पंप करना, इरेक्शन के दौरान लिंग को रक्त से भर देना, और यूरीन के बाद मूत्रमार्ग को खाली करने में मदद करना.
बेसिक किगल एक्सरसाइज
पेल्विक फ्लोर (कम श्रोणि) की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए एक्सरसाइज करना सबसे अच्छा विकल्प है. आप यूरीन करने के दौरान बिच में धारा को रोकने का प्रयास करें. आप जिस मांसपेशियों को पकड़ते हैं, उसमें व्यायाम करने की जरूरत होती हैं. इसे एक्सरसाइज को करने के लिए इन मांसपेशियों को 5 सेकंड तक पकड़ कर फिर आराम से छोड़ना है. इसे 10 से 20 बार, दो या तीन बार एक दिन दोहराये. आप इस एक्सरसाइज को बैठकर, खड़े होकर या घुटनों के बल लेटकर कर सकते हैं.
कीगल के बारे में सोचने का एक और तरीका यह भी है कि आप गुदा की मांसपेशियों को दबा रहे हैं जैसे आप मल त्याग को रोकते हैं. इसे करने के लिए सांस लेते हुए 5 से 10 सेकंड के लिए रुकें फिर सभी मांसपेशियों को आराम दें. पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज स्तंभन दोष को राहत देने में मदद करने के साथ मूत्र या मल असंयम को कम करने, यूरीन के बाद रिसाव को रोकने और समग्र यौन अनुभव में सुधार करती है.
इन बातों का रखें ध्यान
पहली बार प्रयास करने पर आप कीगल एक्सरसाइज की पूरी श्रृंखला को 10 बार में खत्म करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं. इसलिए आप कीगल एक्सरसाइज को पहली बार एक दिन में 10 से 20 बार तीन बार में करें. इसे करते समय अपनी सांस को रोकें नहीं और न ही अपने पेट, कूल्हों, या जांघ की मांसपेशियों को धक्का दें. इसके अलावा इस बात को भी ध्यान रखें कि पांच बार करने के बाद आपको रिलेक्स करना है.
एरोबिक व्यायाम
पेल्विक एरिया के अलावा मांसपेशियों की एक्सरसाइज से भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन से निपटने में मदद मिलती हैं. इटली और इथियोपिया में अध्ययन के अनुसार, एरोबिक एक्सरसाइज से भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन में सुधार हो सकता है. इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या अक्सर लिंग में रक्त प्रवाह की समस्याओं के कारण होता है. मोटापा, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, और नाड़ी संबंधी रक्त प्रवाह को प्रभावित कर इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बनते हैं. अपनी दिनचर्या में एरोबिक एक्सरसाइज को शामिल कर आप समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं और इससे स्तंभन दोष में भी सुधार हो सकता है. यहां तक कि एक दिन में 30 मिनट या तीन से चार बार एक सप्ताह में ब्रिस्क वाकिंग करना आपके हृदय रोगों के साथ इरेक्टाइल डिसफंक्शन के लिए भी अच्छा होता है.
गलत विज्ञापन
ऐसी कई सारी भ्रामक वेबसाइट है, जो आपको इरेक्टाइल डिसफंक्शन से बचने के लिए व्यायाम तकनीक और हर्बल सप्लीमेंट का प्रचार करती है. आप इनसब के झांसे में ना आए. इरेक्टाइल डिसफंक्शन एक तनावपूर्ण समस्या होता है और इसके बारे में बात से लोग झिझकते है, लेकिन इससे निपटने के लिए कई सुरक्षित और सिद्ध तरीके हैं. कीगल एक्सरसाइज यौन और यूरिन फंक्शन और मांसपेशियों की शक्ति में सुधार के लिए एक सरल, प्रभावी तकनीक हैं.
अन्य विकल्प
पेल्विक एरिया और एरोबिक एक्सरसाइज इरेक्टाइल डिसफंक्शन से बचने के लिए एक सरल और कारगर उपाय है. इसलिए आप वियाग्रा और अन्य दवाओं पर निर्भर नहीं रहना चाहिए. वियाग्रा जैसी दवाएं आपकी मदद तो करते है लेकिन यह कई साइड इफेक्ट्स भी साथ में लाते है. इसके सेवन से दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसे जोखिम पैदा हो सकते है. इरेक्टाइल डिसफंक्शन से जीवन बर्बाद नहीं होता. इरेक्टाइल डिसफंक्शन से निपटने के लिए एक छोटी सी नीली गोली द्वारा ही इलाज नहीं होता है. इरेक्टाइल डिसफंक्शन से बचने और यौन जीवन को वापस प्राप्त करना के कई तरीके उपलब्ध हैं. सरल पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज इसके लिए सही शुरूआत है. इरेक्टाइल डिसफंक्शन मूल कारण से निपटने के लिए अपने यौन स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए एक अधिक प्रभावी तरीका है.