एक्जिमा उपचार - Eczema Treatment In Hindi!
एक्जिमा एक ऐसी समस्या है जिसमें हमारे आतंरिक अंगों में त्वचा पर लाल रैशेज हो जाते हैं. इसके साथ ही खुजली और जलन भी महसूस होता है. कई बार खुजली करने के कारण सुजन भी हो जाती है. एक्जिमा एक प्रकार का त्वचा रोग है. एक्जिमा में आपके शरीर के किसी भी अंग की त्वचा पर खुजली और लाल चकत्ते हो जाते हैं. एक्जिमा कुछ मामलों में संक्रामक हो सकता है. आइए इस लेख के माध्यम से हम एक्जीमा से निपटने के लिए विभिन्न उपचारों पर एक नजर डालें.
1. तुलसी
तुलसी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन, खुजली और दर्द से राहत देते हैं. इसके साथ इसमें मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण आपकी त्वचा को संक्रमण और परेशानी से छुटकारा दिलाते हैं. आप तुलसी की चाय एक दिन में दो बार पी सकते हैं या चाय को ठंडा करके एक साफ सूती कपड़े को दो मिनट के लिए डुबो कर छोड़ दें. अब इस कपड़े को एक्जिमा वाली जगह पर 20 मिनट के लिए रखें, फिर इसे धो लें.
2. अलसी
फ्लेक्ससीड या अलसी के बीज में कई चिकित्सीय गुण होते है. इसे एक चिकित्सा जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया जाता है. यह एक्जिमा के उपचार के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. अलसी के बीज को नींबू के रस में बराबर मात्रा में मिला कर पेस्ट बना लें और उसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं. यह एक्जिमा के इलाज में बहुत प्रभावी होता है . आप अलसी के तेल को नियमित रूप से प्रभावित क्षेत्रों को मालिश कर सकते हैं.
3. नारियल का तेल
नारियल तेल के उपयोग से खुजली जैसी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. एक्जिमा वाली जगह पर नारियल तेल लगाएं. इसे धोने से पहले कई घंटों के लिए छोड़ दें. इसका उपयोग भी त्वचा के संक्रमण के इलाज और नरम और चिकनी त्वचा प्रदान करने के लिए किया जाता है. इससे सूजन और खुजली कम हो जाती है. एक्जिमा में उपयोग के लिए कम प्रभावित क्षेत्र पर टी ट्री आयल की 2-3 बूंदों को लगाएं.
4. एलोवेरा जेल
एलोवेरा का इस्तेमाल कई तरह के त्वचा समस्याओं में किया जाता है. यह कई तरह के त्वचा विकार को ठीक करता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हैं जो त्वचा के दर्द और खुजली को कम करने में मदद करते हैं. एक्जिमा में उपयोग के लिए एलोवेरा के ताजा पत्तों से एलोवेरा जेल निकालें और उस जेल को एक्जिमा पर लगाकर 5-6 घंटे के लिए छोड़ दें. ऐसा प्रतिदिन करें.
5. ब्राह्मी का उपयोग
ब्राह्मी एक्जिमा के उपचार के लिए एक बहुत उपयोगी है. इस जड़ीबूटी के दैनिक इस्तेमाल से त्वचा की सूजन, लालिमा और खुजली से छुटकारा दिलाता है. इसके उपयोग के लिए ब्राह्मी के 5 पत्तों को पानी में उबाल कर पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को प्रभावित हिस्से पर लगा कर लगभग 20 मिनट तक रहने दें. इसे आप सप्ताह में तीन बार दोहराएं.
6. हल्दी
हल्दी में मैजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण लालिमा, सूजन और खुजली की समस्या से निजात दिलाने में लाभदायक हैं. यह एक्जिमा के लक्षणों को नियंत्रित करने वाली जड़ी बूटियों में से एक है. हल्दी का उपयोग करने के लिए, आप उपयोग के अनुसार हल्दी ले कर उसका पेस्ट तैयार कर लें. अब पेस्ट में ठंडे दूध या गुलाब जल को मिलाकर अपने प्रभावित क्षेत्रों पर इस पेस्ट को लगा कर 20 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर 20 मिनट बाद साफ़ कर लें.
7. करंज
करंज एक गुणकारी जड़ी बूटी है जो एक्जिमा के इलाज के लिए काफी फायदेमंद है. यह एक्जिमा रोगी को सूजन से राहत दिलाती है. इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है. आप आयुर्वेदिक तेल के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है.
8. दूध
एक्जिमा से प्रभावित त्वचा पर दूध का प्रयोग सूजन, लालिमा और खुजली जैसी समस्या को कम करने में लाभकारी होता है. अच्छे परिणाम के लिए ठंडे दूध का उपयोग करें. एक साफ सूती कपड़ा दो मिनट के लिए एक कटोरी ठंडे दूध में डुबो कर छोड़ दें. अब इस कपड़े को एक्जिमा वाली जगह पर 30 मिनट के लिए रखें. इसका प्रयोग आप जितना चाहें, उतनी बार कर सकते हैं.
9. शहद है उपाय
शहद का उपयोग त्वचा की देखभाल और सौंदर्य के लिए प्राचीन काल से ही किया जाता रहा है. शहद त्वचा को सूखेपन से बचाती है. हनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी ओर एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं. एक्जिमा वाले क्षेत्र पर शहद लगा कर 30 मिनट के लिए छोड़ दें. 30 मिनट के बाद आप इसे धो लें. ऐसा प्रतिदिन दो बार करें. इससे एक्जिमा की समस्या से जल्दी छुटकारा मिल जाएगा.
10. नीम
नीम के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण एक्जिमा के लक्षणों में काफी प्रभावशाली हैं. इसके अतिरिक्त एंटी-माइक्रोबियल गुण कीटाणुओं को ख़त्म करने का काम करते हैं जो एक्जिमा की समस्या को और बढ़ा सकते हैं. इसका उपयोग करने के लिए आप नीम के पत्तों का पेस्ट लगा सकते हैं या नीम के पत्तों को पानी में डाल कर उपयोग कर सकते हैं या फिर नीम के तेल को प्रभावित क्षेत्रों पर लगा सकते हैं. इसका उपयोग आप प्रतिदिन कर सकते हैं.
11. ओटमील
कैमोमाइल एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से समृद्ध है. इसका उपयोग करने के लिए सबसे पहले आप कैमोमाइल की एक कप चाय तैयार कर लें. अब इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें. अब एक साफ सूती कपड़ा दो मिनट के लिए कैमोमाइल चाय में डुबो कर छोड़ दें. अब इस कपड़े को एक्जिमा वाली जगह पर 20 मिनट के लिए रखें, फिर इसे धो लें.
12. सेज
सेज जड़ी बूटी का उपयोग एक्जिमा की समस्या में सूजन और लालीमा को कम करने के लिए भी किया जाता है. इसके लिए सेज के पत्तों को एक गिलास पानी में 5 मिनट के लिए उबले अब आप इस काढ़े का सेवन करें. त्वचा की सूजन से छुटकारा पाने के लिए प्रतिदिन दो बार इसका सेवन करें.