Lybrate Logo
Get the App
For Doctors
Login/Sign-up
Last Updated: Dec 24, 2019
BookMark
Report

सिस्ट का इलाज - Cyst Ka Ilaaj!

Profile Image
Dr. Sanjeev Kumar SinghAyurvedic Doctor • 16 Years Exp.BAMS
Topic Image

ओवेरियन सिस्ट की बीमारी महिलाओं से संबन्धित है. क्योंकि अंडाशय, महिलाओं की ही प्रजनन प्रणाली का हिस्सा होते हैं. ये महिलाओं के शरीर में गर्भाशय के दोनों तरफ निचले पेट में स्थित होते हैं. आपको बता दें कि महिलाओं में दो अंडाशय होते हैं. ये दोनों अंडाशय अंडे के साथ साथ एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन करते हैं. ओवेरियन सिस्ट, अंडाशय में बनने वाले सिस्ट होते हैं जो बंद थैलीनुमा आकृति के होते हैं और उनमें तरल पदार्थ भरा होता है. अंडाशय में सिस्ट के कोई संकेत या लक्षण नहीं होते हैं जब तक कि वो अधिक बड़े न हों. यदि अल्सर बड़े हो जाते है तो इसके कुछ लक्षण हो सकते हैं जैसे श्रोणि में दर्द, पेट में दर्द और कई स्थिति में दर्द पीठ में भी फैल सकता है. यह सबसे सामान्य लक्षण है. सूजन या अपच, कमर का साइज बढ़ना, मलत्याग करते समय दर्द होना. संभोग के दौरान दर्द या डिस्परेयूनिया पेट के निचले हिस्से में दाएं या बाएं हिस्से में दर्द मतली और उल्टी. अंडाशय में सिस्ट के कई कारण और प्रकार होते हैं. उदाहरण के लिए, फॉलिक्युलर सिस्ट, "चॉकलेट सिस्ट," डर्मोइड सिस्ट (त्वचा सम्बन्धी सिस्ट), और पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम के कारण सिस्ट. अधिकांश ओवेरियन सिस्ट, कैंसर का कारण नहीं होते हैं. और इनका निदान अल्ट्रासाउंड या शारीरिक जांच से किया जाता है. आइए इस लेख के माध्यम से हम सिस्ट के इलाज के विभिन्न प्रचलित तरीकों के बारे में जानें.

ओवेरियन सिस्ट से बचाव

ओवेरियन सिस्ट को विकसित होने से रोकना संभव नहीं है. हालांकि, यदि आप नियमित रूप से स्त्रीरोग परीक्षण करवाते है तो इसका जल्दी पता लग सकता है. हल्के और सौम्य सिस्ट कैंसर का कारक नहीं होता हैं. हालांकि, अंडाशय कैंसर के लक्षण ओवेरियन सिस्ट के लक्षणों की तरह ही होते हैं. इस लिए, डॉक्टर से मिलकर सही निदान कराना बहुत महत्वपूर्ण होता है. निम्नलिखित लक्षण डॉक्टर को ज़रूर बताएं क्योंकि ये समस्या उत्पन्न कर सकते हैं, जैसे: पेल्विक दर्द, भूख में कमी होना, मासिक धर्म चक्र में परिवर्तन, बिना कोशिश वजन घटना, पेट भरा हुआ महसूस होना.

अंडाशय में गांठ का इलाज
यदि अंडाशय के गांठ स्वतः ठीक नहीं होते या बड़े हो जाते हैं तो आपको डॉक्टर से मिल कर सिस्ट को निकलवाना चाहिए. यदि गर्भनिरोधक गोलियाँ के कारण अंडाशय में बार-बार गांठ बन जाती हैं, तो डॉक्टर ओव्यूलेशन और नयी गांठ के विकास को रोकने के लिए गर्भनिरोधक गोलियां निर्धारित कर सकता हैं. गर्भनिरोधक दवाइयां भी अंडाशय के कैंसर का खतरा कम कर सकती हैं. ओवेरियन कैंसर का खतरा उन महिलाओं को अधिक होता है जिनकी रजोनिवृत्ति हो चुकी होती है.

ट्रांसवैजिनल अल्ट्रासाउंड
सिस्ट के इलाज के विभिन्न तरीकों में से एक तरीका ट्रांसवैजिनल अल्ट्रासाउंड का भी है. अंडाशय में सिस्ट की जांच करने का सामान्य तरीका है. इसका उपचार सिस्ट के कारणों पर निर्भर करता है. इस सिस्ट का फट जाना, जटिलता होती है जिसमें कभी-कभी गंभीर दर्द और आंतरिक रक्तस्राव हो सकता है. इसलिए ऐसे मामलों में जल्द से जल्द चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. ताकि समय रहते इसका उचित उपचार किया जा सके.

लेप्रोस्कोपी
यदि सिस्ट छोटी है और कैंसर से निकलने के लिए होने वाले इमेजिंग टेस्ट के परिणामस्वरूप है तो डॉक्टर सर्जरी के माध्यम से निकालने के लिए लेप्रोस्कोपी करते हैं. इस प्रक्रिया में डॉक्टर, नाभि के पास एक छोटा चीरा लगाता है और पेट में के छोटा डिवाइस डाल कर सिस्ट निकाल दिया जाता हैं.

लैपरोटोमी
यदि सिस्ट बड़ी हो जाती है, तो डॉक्टर सर्जरी के द्वारा पेट में एक बड़ा चीरा लगाकर सिस्ट को निकाल देते हैं. डॉक्टर, इसके लिए तत्काल बायोप्सी भी कर सकते हैं और यदि उन्हें लगता है कि सिस्ट कैंसर का कारण बन सकती है, तो वे आपके अंडाशय और गर्भाशय को हटाने के लिए हिस्टेरेक्टॉमी कर सकते हैं.

RELATED SPECIALITIES

chat_icon

Ask a free question

Get FREE multiple opinions from Doctors

posted anonymously

TOP HEALTH TIPS

doctor

Book appointment with top doctors for Cysts treatment

View fees, clinc timings and reviews
doctor

Treatment Enquiry

Get treatment cost, find best hospital/clinics and know other details